एनसीबी ने कहा-रिया कोई मासूम नहीं, सुशांत को ड्रग्स के जाल में  उलझाने के लिए ही उसके पास गई थी

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग्स मामले में गिरफ्तार अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शौविक चक्रवर्ती की बॉम्बे हाई कोर्ट में दायर जमानत याचिकाओं का विरोध किया है। एनसीबी ने कहा कि दोनों ने ड्रग्स की खरीद-फरोख्त को बढ़ावा दिया और वित्तीय मदद पहुंचाई। एजेंसी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा रिया चक्रवर्ती कोई मासूम नहीं बल्कि बेहद शातिर हैं। वह सुशांत सिंह राजपूत को ड्रग्स के जाल में उलझाने के लिए ही उसके पास गई थी।

मंगलवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती की ओर से दायर जमानत याचिका पर 7 घंटे तक सुनवाई हुई। अदालत में सभी पक्षों का बयान रिकॉर्ड कर फैसाला सुरक्षित रख लिया गया है।

ड्रग्स रैकेट की एक्टिव मेंबर है रिया

जांच एजेंसी ने अदालत को बताया कि रिया चक्रवर्ती अपने होशो-हवास में और पूरी प्लानिंग से ड्रग्स का धंधा करती थी। वह एक ड्रग सिंडिकेट की एक्टिव मेंबर थीं, जिसमें हाई सोसायटी के कई जाने-माने लोग और ड्रग सप्लायर्स शामिल रहे हैं। एनसीबी ने कहा है कि ड्रग का सेवन करने के मामले में रिया चक्रवर्ती दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को बढ़ावा देने की आरोपी हैं। रिया ने ही सुशांत को ड्रग्स की लत लगाई थी।

सुशांत के साथ रहकर दिया गया उसे धोखा

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों के मुताबिक 'एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के सम्पूर्ण परिदृश्य को देखते हुए यह सामने आता है कि रिया चक्रवर्ती इस बात से अवगत थीं कि सुशांत सिंह राजपूत ड्रग का सेवन करते थे और इस दौरान न केवल उन्हें ऐसा करने का बढ़ावा दिया गया बल्कि उनसे पूरी बात भी छिपाई गई।'

सुशांत के खिलाफ आपराधिक साजिश

एनसीबी ने रिया चक्रवर्ती को शातिर अपराधी मानते हुए उसकी जमानत याचिका का विरोध किया और कहा कि उनके खिलाफ ऐसे कई सबूत मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि वह ड्रग ट्रैफिकिंग में शामिल रही हैं। एनसीबी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि एक आपराधिक साजिश के तहत रिया ने ड्रग्स के लेन-देन के लिए अन्य अभियुक्तों का समर्थन किया, उन्हें ऐसा करने के लिए बढ़ावा दिया और पैसे से भी उनकी मदद कीं।

रिया ने भी अदालत में किया है स्वीकार

एनसीबी के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े द्वारा बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर एक हलफनामे में रिया ने बयान दिया है कि उन्होंने सैमुएल मिरांडा और दीपेश सावंत को उन ड्रग्स के पैसे चुकाए हैं, जिन्हें बाद में सुशांत को सेवन के लिए दिया गया। एनसीबी ने कहा कि यह साफ है कि जिन ड्रग्स के लिए पैसे चुकाए गए थे, वे निजी उपयोग के लिए नहीं थे बल्कि ऐसा किसी और को इनकी आपूर्ति कराए जाने के लिए किया गया और यह एनडीपीएस 1985 की धारा 27ए के तहत आता है।

रिया छूटी तो सबूत नष्ट होंगे

एनसीबी ने एक हलफनामे में कहा है कि जांच एक महत्वपूर्ण चरण में है और अगर इस वक्त रिया को जमानत मिल जाती है, तो इससे छानबीन बाधित होगी. एनसीबी ने कहा कि रिया मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल रही है, यह साबित करने के लिए कई सबूत हैं। वह ड्रग पहुंचाने के काम में न सिर्फ मदद देती थीं बल्कि क्रेडिट कार्ड, नकद और ऐसे ही कई माध्यमों से इनका भुगतान भी करती थीं।

एजेंसी ने आगे कहा कि रिया ने अपने घर पर ड्रग्स को रखने और सुशांत को सेवन करने की भी अनुमति दी। एनसीबी ने कहा कि यह मामला अब एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्स्टांसेस एक्ट) के तहत भी आता है और इसलिए इस पर अब इनका भी अधिकार है।

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रिया चक्रवर्ती और सुशांत सिंह राजपूत अप्रैल 2019 से एक-दूसरे के साथ थे। रिया कई महीनों तक सुशांत के घर पर लिव इन में भी रही थी।

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राजेश शर्मा बोले- ‘उधार की सिगरेट’ ने सुशांत संग बनाया था जादुई कनेक्‍शन, क्रांति प्रकाश झा ने कहा- सुशांत और मैं एक-दूसरे को भइबा से संबोधित करने लगे थे

सुशांत सिंह राजपूत के करियर की सबसे हिट फिल्मों में से एक 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' को रिलीज हुए बुधवार को 4 साल पूरे हो गए। ये फिल्म 30 सितंबर 2016 को रिलीज हुई थी। इस खास मौके पर दैनिक भास्कर ने फिल्म में सुशांत के साथ काम कर चुके कुछ कलाकारों से बात की और सुशांत से जुड़े उनके अनुभव को जाना।

राजेश शर्माः ‘उधार की सिगरेट’ ने सुशांत संग बनाया था जादुई कनेक्‍शन

फिल्म में धोनी के स्कूल कोच के रूप में नजर आए राजेश शर्मा ने अपना एक्सपीरियंस शेयर करते हुए कहा, 'धोनी के कोच भी सेट पर थे। नीरज पांडे जी ने उनसे मिलवाया था। कोच बिल्‍कुल मुझ से विपरीत पर्सनालिटी के लग रहे थे। कद काठी, रंग, सूरत किसी भी तरह से कोई मेल नहीं था। फिर भी डायरेक्‍टर ने मुझ पर भरोसा किया था तो मुझ में ताकत आई। मैंने फिर बिना किसी झिझक के धोनी के कोच का रोल प्‍ले किया।'

आगे उन्होंने कहा, 'दूसरी चीज यह रही कि इस फिल्‍म में सुशांत के साथ केमिस्‍ट्री पहले से ही बनी हुई थी। उसकी वजह पुरानी थी। इससे पहले हम दोनों फिल्म ‘शुद्ध देसी रोमांस’ में भी साथ काम कर चुके थे। वहां शूट के दौरान सुशांत ने बहुत हिचकिचाते हुए सिगरेट मांगी थी। उसके बाद हमारी मुलाकात धोनी के सेट पर हुई।'

'मैं सेट पर जल्‍दी पहुंच गया था। सुशांत बाद में अपनी गाड़ी से उतरे। उनके हाथों में सिगरेट थी। वे स्‍पॉट पर सिगरेट नचाते हुए मेरे पास आए और बोले सर आप की एक सिगरेट उधार है। उसके बाद हम कभी उनकी तो कभी वह हमारी सिगरेट पिया करते थे।'

'फिर रांची में एक बड़ा उम्‍दा होटल था। वहां कबाब बड़ा अच्‍छा मिलता था। वहां सुशांत कबाब खिलाने ले गए थे। अनुपम खेर जी भी उस स्‍पॉट पर हमें ले जाते थे। फिर नाश्‍ते वगैरह पर हमारी मुलाकातें हुआ करती थीं। कुल मिलाकर सुशांत खाने खिलाने के बड़े शौकीन थे।'

राजेश शर्मा।

आगे राजेश ने कहा, 'सुशांत सिंगल टेक में सीन ओके नहीं करते थे। कई बार डायरेक्‍टर के साथ ओके होने के बावजूद वो कहते रहते कि एक बार और करते हैं। शूट के ब्रेक में फिल्‍मों से ज्‍यादा म्‍यूजिक पर ज्‍यादा बातचीत होती थी। संगीत का उन्‍हें बड़ा शौक था। उन्‍हें मेरी ‘नो वन किल्‍ड जेसिका’ और ‘लव शव ते चिकन खुराना’ पसंद आई थी।'

'सेट पर हम लोग सिगरेट के कश लगाते थे, मगर हां बाकी कभी लगा नहीं कि वो एब्नॉर्मल थे या डिप्रेशन में थे या उन्‍हें बाकी नशे की आदत थी। बिल्‍कुल नहीं। मेरा इससे भी बड़ा ऐतराज है कि लोग किसी की व्‍यक्तिगत आदतों को उसके प्रोफेशन से क्‍यों जोड़ते हैं।'

'बहरहाल, इस फिल्‍म पर सबने मेहनत की थी। सुशांत का समर्पण भी मिसाल के लायक था। धोनी की वॉक, उनकी आदतों को जिस खूबी से उन्‍होंने आत्‍मसात किया था, वो अपने आप में बहुत बड़ी बात थी। उन्‍होंने कई हजार बार धोनी के वीडियोज देखें, सैकड़ों मुलाकातें कीं, तब उनकी तरह फिल्‍म में प्रेजेंट हो सके। समझा जा सकता है कि वो कैरेक्‍टर को लेकर कितने डेडिकेटेड थे।'

क्रांति प्रकाश झाः धोनी फिल्‍म से सुशांत और मैं एक दूसरे को भइबा से संबोधित करने लगे थे

फिल्म में सुशांत के दोस्त के रूप में नजर आए क्रांति ने बताया, 'फिल्‍म और सुशांत को लेकर ढेर सारे किस्‍से हैं। फिल्‍म में एक सीन है जब धोनी के अवतार में हम लोग सुशांत को कोलकाता एयरपोर्ट छोड़ने जाते हैं। रांची के आगे एक लोकेशन थी, जहां दिल के शेप वाले स्‍पॉट पर हम सब रूके। गाड़ी से उतरे और काफी बातें कीं। संघर्षों से लेकर अध्‍यात्‍म आदि को लेकर बातें होती थीं।'

'मुंबई में हम एक और सीक्‍वेंस शूट कर रहे थे। वहां सुशांत ने अपने सपनों के बारे में सबको बताया था। उस वक्‍त वो ‘चंदामामा’ करने वाले थे। इन दो वाकयों से समझा जा सकता है कि वो किस तरह के इंसान थे। हम दोनों एक-दूसरे को भइबा से संबोधित करते थे।

फिल्‍म के लिए हेलीकॉप्‍टर शॉट पर तो भइबा काफी दिनों से प्रैक्टिस कर रहे थे। सच कहूं तो उन्‍होंने मुझे भी उस शॉट की बारीकियां बताईं। वो सीक्‍वेंस फिल्‍माने के बाद सेट पर बड़ा बेहतरीन माहौल रहा। उनके घर भी आना जाना होता था। रिलीज के बाद मैं बिहार अपने घर आया था। वहां से मुंबई लौटा तो ठेकुआ, सिंघाड़ा लेकर आया था। हमने तीन चार घंटे साथ बिताए थे। पटना की ढेर सारी बातें याद कीं। फिर साल 2016 के बाद उनसे मुलाकात नहीं हो पाई। मैसेज पर बातें हो पाती थीं।

क्रांति प्रकाश झा और सुशांत।

शूट के दौरान तो वो कभी डिप्रेशन में नहीं लगे। बहुत सारे अंदाजे लगाए जा रहे हैं, मैं भी लगाऊं तो वह सही नहीं होगा। सेट पर बड़े जॉली रहते थे। मेरी वेब सीरिज आई थी 'रक्‍तांचल'। उस वक्‍त उनको मैसेज किया था, मगर उनका नंबर बदलता रहा होगा, तो शायद उन तक पहुंच नहीं पाया। लिहाजा उनकी तरफ से कोई रिप्‍लाई नहीं आया।'

(जैसा दोनों कलाकारों ने अमित कर्ण को बताया)

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Sushant Singh Rajput film MS Dhoni The Untold Story completes four years. Co-Star of film shares their experience with sushant

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हाईकोर्ट ने राउत से कहा- कंगना ने जो कुछ भी कहा, हम उससे सहमत नहीं, मगर प्रतिक्रिया देने का यह क्या तरीका है

बॉम्बे हाईकोर्ट ने कंगना रनोट को हरामखोर कहे जाने के मामले में संजय राउत को फटकार लगाई। हाईकोर्ट ने कहा- कंगना ने जो कुछ भी कहा, हम उससे सहमत नहीं, मगर प्रतिक्रिया देने का यह क्या तरीका है। आप नेता हैं। आपको तो बयान देने से पहले सतर्क रहना चाहिए था।

जस्टिस एस. कथावाला और जस्टिस आरआई छागला की बेंच इस मामले में लगातार सुनवाई कर रही है। एक दिन पहले कोर्ट ने कंगना और संजय राउत के बीच हुए ट्वीट वॉर और बयानबाजी से जुड़े सारे दस्तावेज कोर्ट में जमा करने का आदेश दिया था।

आपको इन चीजों को इग्नोर करना है

मंगलवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने संजय राउत से कहा- आप नेता हैं। एक सांसद हैं। याचिकाकर्ता ने जो कहा, हम भी उससे सहमत नहीं हैं। मगर आपको ऐसा बयान देने से पहले सतर्क रहना चाहिए था। क्या यह किसी को संबोधित करने का सही तरीका है? हम सभी महाराष्ट्रीयन हैं। आपको इन चीजों को इग्नोर करना है।

संजय के वकील ने माना भाषा टाली जा सकती थी

जस्टिस कथावला ने कहा- हम सभी को महाराष्ट्रीयन होने का गर्व है। लेकिन, रिएक्शन देने का ये क्या तरीका है। आपको अपनी गरिमा दिखानी चाहिए। आप ऐसी भाषा इस्तेमाल नहीं कर सकते। हम सभी को मराठा होने का गर्व है, लेकिन हमें अपनी गरिमा दिखानी है। ये कोई तरीका नहीं है। इस पर संजय के वकील ने कहा- हम मानते हैं, जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया, उसे टाला जा सकता था।

सोमवार को हो चुकी है बहस

एक दिन पहले संजय के वकील ने उनकी ओर से हरामखोर वाले बयान पर हलफनामा दायर करने का समय मांगा था। इसमें लिखा, "मैं इस बात से इनकार करता हूं कि मैंने 5 सितंबर को एक न्यूज वीडियो में याचिकाकर्ता को अपमानजनक और गाली भरे लहजे में धमकी दी थी। मैंने याचिकाकर्ता को न गाली दी और न ही उन्हें धमकाया। मैंने उन्हें सिर्फ बेईमान कहा था, क्योंकि उन्होंने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाली कश्मीर से की थी।"

राउत ने यह भी कहा कि बीएमसी ने नागरिक कानून के तहत कंगना के खिलाफ जो कार्रवाई की है, उससे उनका कोई सरोकार नहीं है। सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में संजय राउत के 'हरामखोर' वाले बयान पर भी बहस हुई थी। कंगना के वकील बीरेंद्र सराफ ने कोर्ट को बताया कि राउत ने इंटरव्यू में हरामखोर का मतलब नॉटी बताया था। इस पर जस्टिस एस कथावाला ने कहा था, 'हमारे पास भी डिक्शनरी है, अगर इसका मतलब नॉटी है तो फिर नॉटी का मतलब क्या है?'

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Bombay HC Hearing On Kangana Ranaut Plea Against BMC And Sanjay Raut News And Updates

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रकुलप्रीत ने हाईकोर्ट से कहा- मीडिया को अटकलें लगाने से रोकें, मैं सिगरेट नहीं पीती और किसी भी तरह का नशा नहीं करती

दिल्ली हाईकोर्ट ने एक्ट्रेस रकुलप्रीत की उस याचिका पर इन्फॉर्मेशन और ब्रॉडकास्ट मिनिस्ट्री से 15 अक्टूबर तक जवाब मांगा है, जिसमें रकुलप्रीत के उस बयान पर कयास लगाए जा रहे थे कि वो सिगरेट नहीं पीतीं और कभी नशा नहीं किया। रकुलप्रीत ने कहा था कि मीडिया इस बयान पर अटकलें लगा रहा है और इससे उनका शोषण हो रहा है।

कोर्ट ने 15 अक्टूबर तक मांगी रिपोर्ट

हाईकोर्ट के जज जस्टिस नवीन चावला की बेंच ने मंत्रालय, प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया और न्यूज ब्रॉडकास्टर एसोसिएशन से 15 अक्टूबर तक इस पर रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। रकुलप्रीत की तरफ से पैरवी कर रहे वकील अमन हिंगोरानी ने कहा कि इस मामले में किसी भी आधिकारिक संस्था ने कोई त्वरित प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कहा कि कोर्ट के पास वो शक्तियां हैं कि इस मामले के जांच के स्तर पर रहने के दौरान ये पब्लिकेशन रोके जा सकें।

रकुलप्रीत ने कहा है कि मुझे इस मामले में विटनेस के तौर बुलाया गया था। पर मेरे बारे में फेक न्यूज प्रसारित की जा रही है कि मैं ड्रग्स लेती हूं और उसे रखती हूं। मैंने कभी सिगरेट नहीं पी और मैं कभी नशा नहीं करती।

रकुल ने दायर की थी याचिका

रकुलप्रीत ने सुशांत मामले की ड्रग एंगल से हो रही जांच में अपना नाम सामने आने के बाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी कि उनके खिलाफ न्यूज और आर्टिकल ना प्रकाशित किए जाएं। कोर्ट ने इसमें मंत्रालय समेत मामले से जुड़े दूसरे लोगों को यह आदेश दिया था कि वो इस मामले में उठाए गए कदमों के बारे में बताएं।

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Rakulpreet told the delhi High Court - Stop the media from speculating, I am a non-smoker, teetotaller

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फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट के नए प्रेसिडेंट और गवर्निंग काउंसिल के चेयरमैन बने शेखर कपूर

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद बॉलीवुड में नेपोटिज्म के मुद्दे को मुखरता से उठाने वाले शेखर कपूर को फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई), पुणे का नया प्रेसिडेंट और एफटीआईआई गवर्निंग काउंसिल का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्विटर के जरिए इसकी जानकारी को सार्वजनिक करते हुए लिखा, "आपको बताते हुए हर्ष हो रहा है कि मशहूर अंतरराष्ट्रीय फिल्म पर्सनालिटी शेखर कपूर को एफटीआईआई सोसाइटी का अध्यक्ष बनाया गया है और उन्हें एफटीआईआई को गवर्निंग काउंसिल का नया चेयरमैन बनाया गया है।"

कपूर को मिल चुका है पद्मश्री सम्मान
74 वर्षीय शेखर कपूर देश के प्रसिद्ध फिल्मकारों में से एक हैं। भारत सरकार ने साल 2000 में उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था। शेखर कपूर ने मासूम, बैंडिट क्वीन, मिस्टर इंडिया, एलिजाबेथ और बैंडिट क्वीन जैसी शानदार फिल्में दी हैं।

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74 वर्षीय शेखर कपूर देश के प्रसिद्ध फिल्मकारों में से एक हैं।

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रिया चक्रवर्ती के वकील ने कोर्ट में कहा- सुशांत अगर जिंदा होते तो ड्रग्स सेवन के लिए उन्हें छह महीने से लेकर एक साल तक की सजा होती

रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शोविक चक्रवर्ती की जमानत याचिका पर मंगलवार को बॉम्बे हाई कोर्ट में करीब 7 घंटे सुनवाई हुई। इस दौरान रिया के वकील सतीश मानशिंदे ने एनसीबी द्वारा फाइल किए हलफनामे में रिया और शोविक ड्रग्स सिंडिकेट के एक्टिव मेंबर्स बताने और उन पर एनडीपीएस एक्ट की धारा 27A लगाने का विरोध किया। साथ ही कहा कि मैसेजेस से ये कहीं से साबित नहीं हो रहा कि ड्रग्स का लेन-देन भी हुआ होगा।

रिया की ओर से पक्ष रखते हुए मानशिंदे ने कहा कि 'ड्रग्‍स का वजन 25 ग्राम था, जो कि सुशांत के इस्तेमाल के लिए था। इतनी कम मात्रा का उपयोग कारोबारी लिहाज से नहीं हो सकता। ना ही वो मुनाफा कमाने के लिए ऐसा कर रहीं थीं।'

सेक्शन 29 के तहत चार्ज लगाया जा सकता है

बचाव पक्ष के एक अन्य वकील ने कहा, 'आरोप है कि हमने सुशांत को ड्रग्स सेवन की सुविधा प्रदान की। ऐसे में हम पर ज्‍यादा से ज्‍यादा सेक्‍शन 29 के तहत चार्ज लगाया जा सकता है, क्‍योंकि यहां सिर्फ कंजंप्शन हुआ है, ट्रेड नहीं। साथ ही एनसीबी ने इस बात का उल्लेख भी नहीं किया कि यह छोटी या वाणिज्यिक श्रेणी है।'

कोई अपराध होने के लिए काम का पूरा होना जरूरी

रिया के वकीलों की ओर से यह भी कहा गया कि, किसी भी काम को अपराध के रूप में वर्णित करने के लिए उस काम का पूरा होना जरूरी है। अगर मैं अपने फोन से एक ड्रग डीलर को मैसेज करता हूं कि मुझे 10 ग्राम हैश भेजे और डीलर जवाब दे कि वो भेज रहा है। केवल इन दो संदेशों के आधार पर, क्या कोई अपराध साबित हो सकता है?
ये भी मुमकिन है कि डिलीवरी मैन ने ही उसका सेवन कर लिया हो या उसे चुरा लिया हो या किसी और को दे दिया हो। एक्‍चुल रूप से वो चीज डिलीवर हुई कि नहीं इस चीज के सबूत के बिना सिर्फ मैसेजेज के आधार पर उसे नहीं माना जा सकता।

सुशांत होते तो एक साल तक की सजा हो सकती थी

सुनवाई के दौरान सतीश मानशिंदे ने फाइनली कहा, 'अगर सुशांत आज जीवित होते तो ड्रग्स के उपभोग के लिए उन्हें धारा 27 के तहत दंडित किया जाता, जिसमें उन्हें बमुश्‍किल छह महीने से एक साल की सजा होती। जाहिर है, जब मुख्य बेनिफिशियरी को सिर्फ छह महीने से एक साल की सजा होती, तो रिया और शोविक के खिलाफ कैसे धारा 27A के लगाई जा सकती है, जिसमें 10 से 20 साल की सजा का प्रावधान है।

फैसला रख लिया सुरक्षित

बॉम्बे हाई कोर्ट में मंगलवार को चली करीब 7 घंटे की सुनवाई के बाद कोर्ट ने दोनों की जमानत पर फैसला सुरक्षित रख लिया। जो अगली सुनवाई में आ सकता है।

रिया की जमानत पर सुनवाई:ड्रग्स मामले में गिरफ्तार रिया चक्रवर्ती की जमानत पर बॉम्बे हाईकोर्ट में 7 घंटे हुई सुनवाई, रिया के वकील ने कहा-तीन एक्ट्रेस ने माना सुशांत को थी ड्रग्स की लत

रिया को लेकर एनसीबी का एफिडेविट:हाईकोर्ट से कहा- रिया ड्रग सिंडिकेट की एक्टिव मेंबर थीं, उन्होंने ड्रग्स की तस्करी को आसान बनाया, पेमेंट की सुविधा मुहैया कराई

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एनसीबी ने अपने एफिडेविट में जमानत का विरोध करते हुए रिया और शोविक को ड्रग्स सिंडिकेट का एक्टिव मेंबर बताया है।

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कोरोना काल के रियल हीरो बनकर उभरे सोनू सूद, इसीलिए यूएन डेवलपमेंट प्रोग्राम का स्पेशल एसडीजी ह्यूमैनेटेरियन एक्शन अवॉर्ड मिला

कोरोना काल के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने, विदेश में फंसे छात्रों को वापस लाने, बच्चों को मुफ्त इलाज और शिक्षा मुहैया करवाने वाले एक्टर सोनू सूद को बड़े खिताब से नवाजा गया है। सोनू को यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) के एसडीजी स्पेशल ह्यूमैनेटेरियन एक्शन अवॉर्ड से नवाजा गया है।

सोनू को यह अवॉर्ड भारतीय समय के मुताबिक सोमवार को एक वर्चुअल सेरेमनी के दौरान दिया गया। सोनू के अलावा हॉलीवुड सेलेब्रिटी एंजेलिना जोली, लिओनार्दो डिकैप्रियो, एम्मा वॉटसन, लियाम नीसन, केट ब्लैंचेट, एंटोनियो बैंड्रास, निकोल किडमैन, प्रियंका चोपड़ा और ब्रिटिश फुटबॉलर डेविड बेकहम को यूनाइटेड नेशंस की दूसरी संस्थाओं द्वारा ये अवॉर्ड दिया जा चुका है।

यूएन द्वारा पहचान मिलना बहुत खास- सोनू सूद

सोनू सूद ने अवॉर्ड मिलने पर खुशी जाहिर की और कहा- यह एक खास सम्मान है। यूएन द्वारा पहचान मिलना बहुत खास है। मैंने बिना उम्मीद के अपने देशवासियों के लिए वो कुछ किया, जो मैं कर सकता था। इसे पहचान मिलना और उसका सम्मान होना खास है। मैं यूएनडीपी के उन प्रयासों का समर्थन करता हूं, जिसके तहत वह सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल (एसडीजी)-2030 को हासिल करना चाहते हैं। पूरी धरती और मानवता को इन लक्ष्यों के पूरा होने से फायदा होगा।

फिल्म के सेट पर भी हुआ सम्मान

सोनू को इसके अलावा हैदराबाद में एक्टर प्रकाश राज ने भी सम्मानित किया। सोनू फिल्म एल्लुदु एउद्रस के सेट पर शॉल से सम्मानित किया। सोनू इस फिल्म की शूटिंग के लिए हैदराबाद में हैं। प्रकाश ने कहा कि सोनू ने जो भी किया उसके मायने बहुत ज्यादा हैं। सोनू के को-एक्टर ब्रह्माजी ने इस सम्मान का एक फोटो ट्वीट किया।

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Sonu Sood honoured by UNDP with SDG Humanitarian Action Award

Sonu Sood honoured by UNDP with SDG Humanitarian Action Award

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दीपिका, श्रद्धा और सारा को भी टेस्ट करवाने के लिए कहा गया; अहमदाबाद, इंदौर और चेन्नई से बुलाई गई अतरिक्त टीम

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में ड्रग्स एंगल की जांच करने वाली नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो(एनसीबी) के 20 अधिकारी और कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। सोमवार शाम रिपोर्ट आने के बाद अहमदाबाद, इंदौर, बैंगलोर और चेन्नई से एनसीबी के अधिकारियों को मुंबई बुला लिया गया है। सूत्रों की माने तो कोरोना पॉजिटिव होने वालों में कई बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। मुंबई के बाहर से आये अधिकारी एक गेस्ट हाउस में क्वारैंटाइन किया गया है।

एनसीबी सूत्र की माने तो पिछले एक सप्ताह के दौरान टीम ने जितने भी लोगों से पूछताछ की या मुलाकात की है सभी को कोविड टेस्ट करवाने के लिए कह दिया गया है। इनमें एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, श्रद्धा कपूर और रकुल प्रीत सिंह शामिल है। सभी आज या कल में कोरोना टेस्ट करवा सकती हैं। सूत्र यह भी बताते हैं कि संक्रमित हुए ज्यादातर लोगों में लक्षण नहीं मिले हैं।

एनसीबी की दो टीमें ड्रग्स केस की कर रही है जांच

इससे पहले एक्सचेंज बिल्डिंग में स्थित एनसीबी दफ्तर में चार कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव आने पर पूरे ऑफिस को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया था। बॉलीवुड में ड्रग्स एंगल को लेकर दो टीमें जांच कर रही हैं। एनसीबी ऑफिस में सुशांत सिंह राजपूत केस से जुड़े ड्रग्स एंगल की जांच हो रही थी और गेट वे ऑफ इंडिया के पास स्थित गेस्ट हाउस में बॉलीवुड में ड्रग्स एंगल की जांच हो रही है।

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यह तस्वीर एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के एनसीबी गेस्ट हाउस में जाने के दौरान की है। उन्हें भी टेस्ट करवाने के लिए कहा गया है।

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सब्जी बेचकर चर्चा में आए टीवी शो के असिस्टेंट डायरेक्टर रामवृक्ष गौर को मिला भोजपुरी फिल्म में काम, बोले- लॉकडाउन की वजह से पुराना काम शुरू किया था

पिछले दिनों खबर आई थी कि कई टीवी शोज में असिस्टेंट डायरेक्टर रह चुके रामवृक्ष गौर काम नहीं होने की वजह से इन दिनों आजमगढ़ में सब्जी बेच रहे हैं। हालांकि अब उन्होंने ये काम बंद कर दिया है। राम की मानें तो अब उन्हें एक भोजपुरी फिल्म में काम मिल गया हैं जिसमें वे असिस्टेंट डायरेक्टर रहेंगे।

दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में रामवृक्ष गौर ने बताया, 'सच कहूं तो मैं बचपन से सब्जी बेचता आया हूं। मेरे पिताजी के साथ मैं भी सब्जी बेचने जाया करता था लेकिन इसके साथ ही अपनी पढ़ाई भी पूरी की। मुझे अपने जीवन में कुछ बड़ा करना था इसीलिए मुंबई आ गया और फिल्म प्रोडक्शन का करियर चुना।'

सारी बचत इलाज में खर्च हो गई

उन्होंने बताया, 'पिछले 18 सालों में मैंने कई टीवी शोज और फिल्में कीं, जिनसे मैंने अच्छे खासे पैसे भी कमाए। हालांकि पिछले 3 साल से मेरी तबियत काफी खराब चल रही है जिसकी वजह से मैं ज्यादा काम नहीं कर पाता। इसी दौरान मेरी जितनी भी बचत थी वो इलाज में खर्च हो गई।'

'किसी तरह काम चल रहा था लेकिन लॉकडाउन में मेरी आर्थिक स्थिति काफी ज्यादा खराब हो गई। कुछ पैसे जोड़ने के लिए मैंने फिर से सब्जी बेचने का पुराना काम शुरू कर दिया। इसमें मुझे कुछ गलत नहीं लगा।'

सब्जी बेचने की खबर आते ही काम मिल गया

रामवृक्ष ने आगे बताया, 'मुझे एक भोजपुरी फिल्म भी मिली थी हालांकि लॉकडाउन की वजह से प्लान आगे नहीं बढ़ पाया। खास बात ये है कि जिस दिन मेरे सब्जी बेचने की खबर सामने आई, उसके दूसरे दिन ही मुझे काम मिल गया। फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई है जिसमें मैं बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम कर रहा हूं। फिलहाल मैंने सब्जी बेचना बंद कर दिया है हालांकि आगे मौका मिला तो इस काम को मैं जरूर चालू रखूंगा।'

परिवार के भरण-पोषण में दिक्कत आ रही थी

अपनी बीमारी के बारे में राम गौर बताते हैं, 'कुछ साल पहले मुझे माइल्ड स्ट्रोक आ गया था जिसका इलाज मैंने मुंबई में ही करवाया था। इलाज के दौरान मेरे काफी पैसे खर्च हो गए। इसके बाद परिवार की देखभाल करने में पैसों की तंगी के चलते कठिनाई आ रही थी इसलिए अपने घर लौट आया था।'

मैंने सब्जी बेचकर जरूरत जितने पैसे जुटा लिए

आगे उन्होंने कहा, 'मेरे दो बच्चे भी हैं। कई सारी समस्याएं एक साथ आ गई थीं। जीवनयापन के लिए मैंने सब्जी बेचना शुरू कर दिया। पिछले 4 -5 महीनों में मैंने परिवारवालों की जरूरत जितने पैसे जुटा लिए थे। मैं खुश हूं अपने फैसले से, मुझे कोई पछतावा नहीं हैं।'

रामवृक्ष गौर 'बालिका वधू', 'ज्योति' और 'गुलाल' जैसे कई टीवी शोज का हिस्सा रह चुके हैं।

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रामवृक्ष गौर 'बालिका वधू', 'ज्योति' और 'गुलाल' जैसे कई टीवी शोज का हिस्सा रह चुके हैं।

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राउत ने कहा- मैंने कंगना को न धमकाया, न गाली दी, उन्होंने साफ-सुथरे हाथों से अदालत का दरवाजा नहीं खटखटाया, वे राहत की हकदार नहीं

कंगना रनोट के साथ चल विवाद में शिवसेना सांसद संजय राउत ने हाईकोर्ट में हलफनामा दाखिल किया है। उनका कहना है कि न उन्होंने कंगना को गाली दी और न ही उन्हें धमकाया। संजय राउत की ओर से उनके वकील प्रदीप थोराट ने कंगना पर निशाना साधते हुए कहा, "उन्होंने साफ-सुथरे हाथों से अदालत का दरवाजा नहीं खटखटाया है। इसलिए वे किसी तरह की राहत की हकदार नहीं हैं।"

मैंने उन्हें सिर्फ बेईमान कहा था: राउत

संजय राउत के हलफनामे में लिखा है, "मैं इस बात से इनकार करता हूं कि मैंने 5 सितंबर को एक न्यूज वीडियो में याचिकाकर्ता को अपमानजनक और गाली भरे लहजे में धमकी दी थी। मैंने याचिकाकर्ता को न गाली दी और न ही उन्हें धमकाया। मैंने उन्हें सिर्फ बेईमान कहा था, क्योंकि उन्होंने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाली कश्मीर से की थी।" राउत ने यह भी कहा कि बीएमसी ने नागरिक कानून के तहत कंगना के खिलाफ जो कार्रवाई की है, उससे उनका कोई सरोकार नहीं है।

सोमवार को 'हरामखोर लड़की' कहे जाने पर बहस हुई थी

सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में कंगना रनोट की उस याचिका पर सुनवाई हुई थी, जो उन्होंने अपने ऑफिस पर बीएमसी की कार्रवाई के खिलाफ दायर की है। इस दौरान संजय राउत के 'हरामखोर' वाले बयान पर भी बहस हुई थी।

कंगना के वकील बीरेंद्र सराफ ने कोर्ट को बताया कि राउत ने इंटरव्यू में हरामखोर का मतलब नॉटी बताया था। इस पर जस्टिस एस कथावाला ने कहा, 'हमारे पास भी डिक्शनरी है, अगर इसका मतलब नॉटी है तो फिर नॉटी का मतलब क्या है?'

थोराट की दलील- राउत ने कंगना का नाम नहीं लिया

राउत के वकील प्रदीप थोराट ने सफाई देते हुए अदालत में कहा था कि संजय ने बयान में कंगना का नाम नहीं लिया था। इस पर बेंच ने कहा, 'क्या आप कह रहे हैं कि आपके मुवक्किल ने उसे हरामखोर लड़की नहीं कहा है? क्या हम यह बयान दर्ज कर सकते हैं कि आपने (राउत ने) याचिकाकर्ता का हरामखोर नहीं कहा है।' इसके जवाब में थोराट ने कहा कि वह इस संबंध में एक हलफनामा दायर करेंगे। यही हलफनामा मंगलवार को थोराट की ओर से कोर्ट में दिया गया।

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संजय राउत ने अपने एक बयान में कंगना रनोट को हरामखोर लड़की कहा था। इसे लेकर सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में बहस हुई थी।

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अक्षय कुमार करना चाहते थे धोनी का किरदार लेकिन डायरेक्टर ने उन्हें मना करके सुशांत सिंह राजपूत को किया था साइन

30 सितंबर को फिल्म 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' की रिलीज को 4 साल पूरे हो रहे हैं। यह फिल्म 2016 में रिलीज हुई थी। यह फिल्म सुशांत सिंह राजपूत के करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुई थी। एमएस धोनी के किरदार के लिए सुशांत को जमकर सराहना मिली थी। साथ ही धोनी और उनके परिवार को भी फिल्म बेहद पसंद आई थी।

वह इस बात से खुश थे कि डायरेक्टर नीरज पांडेय ने इसे वास्तविकता के काफी करीब रखा था। नीरज के मुताबिक, यह फिल्म 98 परसेंट तक धोनी की असल जिंदगी पर ही आधारित थी।

सुशांत अब इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन इस फिल्म में अपने दमदार काम के जरिए वह हमेशा दर्शकों को लुभाते रहेंगे। आइए जानते हैं फिल्म से जुड़े कुछ खास फैक्ट्स...

फिल्म में जो स्कूल दिखाया गया है, वो सच में महेंद्र सिंह धोनी का स्कूल है जहां वो बचपन में पढ़ने जाया करते थे। स्पेशल परमिशन लेकर यहां फिल्म की शूटिंग की गई थी।

अक्षय कुमार धोनी का रोल करना चाहते थे लेकिन क्रिकेटर और उनके लुक्स में काफी असमानता होने के चलते डायरेक्टर नीरज पांडे ने उन्हें फिल्म में कास्ट नहीं किया। बाद में मेकर्स को इस रोल के लिए सुशांत बिलकुल परफेक्ट लगे और उन्होंने सुशांत को साइन कर लिया। सुशांत के लिए यह किरदार मील का पत्थर साबित हुआ और फिल्म हिट हो गई।

पूर्व क्रिकेटर किरण मोरे ने सुशांत को फिल्म के लिए क्रिकेट की ट्रेनिंग दी थी हालांकि जब सुशांत हेलीकॉप्टर शॉट सीखते वक्त चोटिल हो गए थे तो धोनी उन्हें खुद ट्रेनिंग देने के लिए सामने आए थे।

इस फिल्म से भूमिका चावला ने बॉलीवुड में 9 साल बाद कमबैक किया था। इससे पहले वह 2007 में गांधी, माय फादर में नजर आई थीं।

इस फिल्म में कियारा आडवाणी ने धोनी की पत्नी साक्षी का किरदार निभाया था। साक्षी ने फिल्म के वेडिंग सीन के लिए अपनी वेडिंग ड्रेस कियारा को दी थी।

इस फिल्म से दिशा पाटनी ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था। उन्होंने धोनी की लव इंटरेस्ट प्रियंका का किरदार निभाया था जिसकी असल जिंदगी में एक एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। दिशा को इस फिल्म के लिए बेस्ट डेब्यू का स्क्रीन और स्टारडस्ट अवॉर्ड भी मिला था।

यह फिल्म 2016 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में पांचवे नंबर पर थी। इसने तकरीबन 133 करोड़ का कलेक्शन किया था। फिल्म का बजट 80 करोड़ था जिसमें से 40 करोड़ महेंद्र सिंह धोनी को दिए गए थे।

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MS Dhoni - The Untold Story: Know some Interesting facts

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हाथरस में हुई वारदात को लेकर फूटा बॉलीवुड स्टार्स का गुस्सा, कंगना के बाद अक्षय और रितेश समेत कई स्टार्स ने दोषियों को मौत की सजा देने की मांग की

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में दलित लड़की के साथ हुई गैंगरेप की घटना को लेकर बॉलीवुड स्टार्स में भी गुस्सा देखा जा रहा है। अक्षय कुमार, रितेश देशमुख, फरहान अख्तर और उर्मिला समेत कई सेलेब्स ने घटना को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जताई है। 14 सितंबर को गैंगरेप के बाद दरिंदों ने पीड़िता की जीभ काट दी थी और रीढ़ की हड्डी तोड़ दी थी। करीब 15 दिन तक जिंदगी की जंग लड़ने के बाद मंगलवार तड़के पीड़िता ने दिल्ली के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया।

इस मामले को लेकर किए अपने ट्वीट में अक्षय कुमार ने लिखा, 'गुस्से में और निराश हूं। हाथरस गैंगरेप में कितनी क्रूरता हुई है। आखिर ये कब जाकर रुकेगा? हमारा कानून और उन्हें लागू करने वालों को सच में कठोर होना पड़ेगा। ताकि सजा के बारे में सोचकर ही बलात्कारी थरथराने लगें। दोषियों को फांसी दो। बेटियों और बहनों की सुरक्षा के लिए कम से कम हम अपनी आवाज तो उठा सकते हैं।'

रितेश देशमुख ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, 'इस क्रूरता और भयानक अपराध के दोषियों को सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए।'

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फरहान अख्तर ने अपने ट्वीट में लिखा, 'दुखद दुखद दिन। इसे कितने समय तक चलने दिया जा सकता है... # हाथरस'

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उर्मिला मातोंडकर ने लिखा, 'दुखद... अमानवीय बहुत बहुत दुखद... हम विफल रहे।'

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नगमा ने लिखा, 'कितने शर्म की बात है, हाथरस की बेटी को न्याय नहीं मिला, उसका सामूहिक बलात्कार हुआ, उसे अधमरा मरने के लिए छोड़ा गया, अब उस पर पर्दा डाल रही है उत्तर प्रदेश की सरकार।'

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हुमा कुरैशी ने लिखा, 'हमें कब तक इन क्रूर अपराधों को सहन करना होगा। इस भयावह अपराध के दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। #हाथरस'

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मीरा चोपड़ा ने लिखा, 'एक और गैंगरेप, एक और #निर्भया। ऐसा तब तक नहीं रुकेगा जब तक कि दोषियों को सार्वजनिक रूप से जिंदा नहीं जलाया जाता। इस तरह के घृणित अपराध के लिए कोई दया नहीं हो सकती। ये सब देखकर आपको गुस्सा क्यों नहीं आ रहा।'

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कंगना ने सरेआम गोली मारने की मांग की

इस मुद्दे को लेकर किए अपने ट्वीट में कंगना रनोट ने लिखा था, 'इन बलात्कारियों को सार्वजनिक रूप से गोली मार दो। इन सामूहिक दुष्कर्मों का क्या समाधान है, जिनकी संख्या में हर साल बढ़ोतरी हो रही है? इस देश के लिए कितना दुखद और शर्मनाक दिन है। हम शर्मिंदा हैं क्योंकि हम अपनी बेटियों की सुरक्षा में विफल रहे हैं। #RIPManishaValmiki'

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14 सितंबर को हुई थी वारदात

पीड़िता के परिवार के मुताबिक, उस दिन सुबह-सुबह पीड़िता, उसका बड़ा भाई और मां गांव के जंगल में घास काटने गए थे। जब घास की एक गठरी बंध गई तो बड़ा भाई उसे लेकर घर चला आया। मां और बेटी खेत में अकेले रह गए। मां आगे घास काट रही थी। बेटी पीछे कुछ दूर उसे इकट्ठा कर रही थी। इसी दौरान चारों अभियुक्तों ने पीड़िता के गले में पड़े दुपट्टे से उसे बाजरे के खेत में खींच कर उसके साथ गैंगरेप किया।

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रितेश देशमुख और अक्षय कुमार ने कहा कि गैंगरेप के दोषियों को सरेआम फांसी पर लटका देना चाहिए।

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रिया और क्वान के बीच लेन-देन की जांच कर रही ईडी, क्वान ने रिया के खाते में सुशांत की मौत के बाद भी बड़ी रकम ट्रांसफर की थी

टैलेंट मैनेजमेंट कंपनी क्वान और रिया चक्रवर्ती के बीच पैसों के लेन-देन में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। क्वान ने रिया चक्रवर्ती और उनकी मां संध्या चक्रवर्ती के खाते में दो बार बड़ी रकम ट्रांसफर की थीं। खास बात ये है कि इसमें से एक रकम सुशांत की मौत के एक महीने बाद यानी जुलाई में ट्रांसफर की गई थी।

अप्रैल और जुलाई में किए गए थे ट्रांजेक्शन

रिपब्लिक टीवी ने पहले क्वान और रिया के खातों के बीच लेनदेन के दस्तावेज हासिल किए थे। इसी के बाद बड़ी रकम के लेनदेन का पता चला है। रिपब्लिक की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि प्रवर्तन निदेशालय का मानना है कि रिया के खाते में क्वान द्वारा पैसे ट्रांसफर किए जाने से पहले महज 3000 रुपए थे।

इसके बाद 21 अप्रैल 2020 को रिया के ज्वाइंट अकाउंट में 3 लाख 68 हजार 98 रुपए ट्रांसफर किए गए। एक और ट्रांसफर 4 जुलाई को किया गया, इस दौरान एक लाख 36 हजार 802 रुपए की रकम डाल गई थी।

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) सुशांत डेथ केस में ड्रग एंगल की जांच कर रही है। एजेंसी रिया, उसके भाई शोविक, सिद्धार्थ पिठानी, सैमुअल मिरांडा, दीपेश से पूछताछ कर चुकी है। अब पूछताछ के घेरे में दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, श्रद्धा कपूर, रकुलप्रीत सिंह भी आ गई हैं। इसके अलावा क्वान की अधिकारी जया साहा और करिश्मा प्रकाश से भी सवाल किए गए हैं।

करिश्मा प्रकाश दीपिका की मैनेजर भी हैं। इसके अलावा एनसीबी ने क्वान के सीईओ ध्रुव चिटगोपेकर को भी समन भेजा है।

जमानत याचिका पर सुनवाई जारी

रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शोविक चक्रवर्ती की जमानत याचिका पर आज बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई है। इससे पहले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने याचिका के खिलाफ एफिडेविट फाइल किया। अपने एफिडेविट में एनसीबी ने लिखा कि रिया और शोविक ड्रग्स सिंडिकेट के एक्टिव मेंबर्स थे और वे हाईप्रोफाइल ड्रग्स पैडलर के संपर्क में थे।

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Money transactions between KWAN and Rhea Chakraborty under ED scanner

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