घर पर पहली बार गणपति स्थापना कर रहीं मानुषी छिल्लर, शिल्पा शेट्टी बोलीं- इस बार ये पर्व सिर्फ परिवार के लोगों तक सीमित रहेगा

फिल्म इंडस्ट्री के सितारों ने भी इस साल गणपति उत्सव की तैयारियां कर ली हैं। अक्षय कुमार की अपकमिंग फिल्म 'पृथ्वीराज चौहान' से डेब्यू करने जा रही एक्ट्रेस मानुषी छिल्लर इस साल पहली बार अपने घर पर गणपति स्थापना करेंगी और इस बात से वे खासी रोमांचित हैं। वहीं शिल्पा शेट्टी इस साल इसे परिवार के सदस्यों के साथ सीमित रखते हुए सेलिब्रेट करेंगी।

23 वर्षीय पूर्व मिस वर्ल्ड मूल रूप से हरियाणा से हैं, लेकिन अब मुंबई भी उनका घर है और वे अपने पूरे परिवार के साथ अपने घर पर गणेश उत्सव मनाना चाहती हैं। वे कहती हैं, 'मेरे माता-पिता हमेशा चाहते थे कि मैं विभिन्न संस्कृतियों का अनुभव करूं और उनका जश्न मनाऊं।'

मानुषी ने कहा, 'मैं हरियाणा से हूं, लेकिन मुंबई भी मेरा घर है। जब मैंने पहली बार शहर में गणपति महोत्सव का अनुभव किया तो इससे काफी रोमांचित हुई थी। महाराष्ट्र में लोग जिस ऊर्जा, प्यार और जुनून जिसके साथ गणपति को मनाते हैं वो वास्तव में विशेष है।'

स्थापना को लेकर रोमांचित हैं मानुषी

आगे उन्होंने कहा, 'यहां का उत्सव देख मुझे भी गणेश पूजा की इच्छा हुई और मैंने उसी वक्त गणपति की स्थापना करने का फैसला कर लिया। मुझे याद है कि मैंने अपने माता-पिता से कहा था कि मैं घर पर गणपति पूजा करना चाहती हूं और उन्होंने तुरंत हां कह दिया। इससे मैं रोमांचित थी।

'मैं अपने घर पर गणपति को रख रही हूं और ये पहला साल है और मुझे इससे ज्यादा खुशी नहीं मिल सकती। ये मेरे लिए बेहद खास पल है और मैं सभी की शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना करूंगी।'

करेंगी इको-फ्रेंडली गणपति की स्थापना

मानुषी के अनुसार, 'मैं जो गणपति रख रही हूं, वो मूर्ति इको-फ्रेंडली हैं। मूर्ति में बीज डाला गया है और इसलिए मैं इसका विसर्जन भी घर पर ही मिट्टी के गमले में ही करूंगी। मैं बीजों का अच्छी तरह से ख्याल रखना चाहती हूं, ताकि यह अंकुरित हो।'

आगे उन्होंने कहा, 'त्योहारों को मनाना काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह लोगों और संस्कृतियों को करीब लाता है। साथ ही पर्यावरण के अनुकूल तरीके से मना सकें, तो हम प्रकृति संरक्षण की दिशा में भी योगदान करेंगे।'

शिल्पा शेट्टी ग्राउंड फ्लोर पर नहीं करेंगी स्थापना

उधर शिल्पा शेट्टी ने गणपति स्थापना को लेकर कहा, 'इस वर्ष कोविड-19 महामारी के प्रभाव के चलते ये उत्सव परिवार के साथ सीमित सा मामला होने वाला है। हर साल हम बप्पा को ग्राउंड फ्लोर पर लाते थे, लेकिन इस बार हम उन्हें ऊपरी मंजिल पर लाएंगे, क्योंकि इस बार बाहरी लोग तो आएंगे नहीं, सिर्फ फैमिली के लोग ही मौजूद रहेंगे।'

समिशा का अन्नप्राशन भी होगा

उन्होंने कहा, 'हम इस बार सत्यनारायण पूजा करेंगे, सात्विक भोजन करेंगे, घर पर खाना बनाया जाएगा। 22 तारीख को मैं अपनी बेटी समिशा को अपना पहला 'अनाज' (ठोस) खिलाऊंगी। इसे 'अन्नप्राशन' कहा जाता है। भले ही यह कम महत्वपूर्ण हो, लेकिन फिर भी यह बहुत खास होगा।'

भगवान की कृपा सब पर बरसे

शिल्पा ने कहा, 'मुझे लगता है कि इस महामारी ने हम सभी को बहुत सारी चीजों का एहसास कराया है, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आवश्यकता और विलासिता के बीच का अंतर। इस स्वास्थ्य संकट को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। इसलिए सामाजिक दूरी पालन करने के मानदंडों को समाप्त नहीं किया जाना चाहिए।'

आखिरी में उन्होंने कहा, 'यहां उम्मीद है कि भगवान गणपति हम सभी पर अपनी कृपा बरसाएंगे और सभी चिंताओं को दूर करेंगे।'

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मानुषी छिल्लर और शिल्पा शेट्टी।

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फिल्म के राइटर बोले- इस कहानी का मकसद महिलाओं से जुड़े मुद्दों को उठाना था, रानी मुखर्जी ने सही मायनों में किरदार में जान डाल दी

यशराज बैनर की रानी मुखर्जी स्टारर फिल्म 'मर्दानी' की रिलीज को शनिवार को छह साल पूरे हो गए। ये फिल्म 22 अगस्त 2014 को रिलीज हुई थी। इस मौके पर फिल्म के लेखक गोपी पुथरन ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत करते हुए फिल्म से जुड़े अपने अनुभव को शेयर किया।

पुथरन ने कहा, 'मैं पिछले दस सालों से यशराज बैनर की फिल्‍मों से जुड़ा रहा हूं। आज ‘मर्दानी’ के छह साल पूरे हो रहे हैं। इसकी कहानी के पीछे यही मकसद था कि महिलाओं की जिंदगी के सफर और समस्‍याओं के बारे में ईमानदारी से बताया जाए। दुर्भाग्‍य से उन पर वैसी फिल्‍में कम बनती रही हैं। हमने उनकी दुनिया को वैसा दिखाया, जहां उन्‍हें कदम-कदम पर समझौते करने को कहा जाता है।

महिलाओं से जुड़े मुद्दे उठाना चाहते थे

उन्होंने बताया, 'इस फ्रेंचाइजी के जरिए हम वैसे विषयों को छूना चाहते थे, जिनका सीधा संबंध देश की महिलाओं से है। उन विषयों को हम थ्रिलर के फॉर्मेट में पेश करना चाहते थे। ऐसी कहानियों का बैकग्राउंड वेस्‍ट दिल्‍ली, राजस्‍थान के सीमावर्ती इलाकों या एनसीआर में रखने की कोई खास वजह नहीं थी। यह नहीं कहा जा सकता कि बेरहमी के साथ रेप का मसला सिर्फ इन्‍हीं इलाकों में सीमित है। जहां भी औरतों और मर्दों के बीच आदर के साथ संवाद का मौका नहीं है, वहां ऐसी समस्‍याएं ज्‍यादा हैं।'

आदित्य चोपड़ा से मिला पूरा सहयोग

'इस कहानी और थीम को आदित्‍य चोपड़ा ने पूरी तरह से बैक किया। किसी बात पर अगर मेरी सोच अलग होती है तो मैं बेझिझक उस विषय पर उनके साथ बहस कर सकता हूं। मैं अपनी बात खुलकर कह सकता हूं, यहां तक कि नौसिखिये के रूप में भी मैं उनके सामने अपनी बात रखता रहा हूं।'

एक्शन सीक्वेंस में माहिर हैं रानी

'सोने पे सुहागा रानी मुखर्जी के साथ भी मधुर संबंध रहे। उन्‍होंने सही मायनों में किरदार में जान डाल दी। वो एक्‍शन सीक्‍वेंस की माहिर हैं। पहले और दूसरे दोनों पार्ट में एक्‍शन सीक्‍वेंस में उनकी एक्टिंग नैचुरल लगी। वे एक समय पर अपने किरदार में नाजुक और सख्‍त पहलुओं को पर्दे पर लाती हैं।'

फ्रेंचाइजी को बनाने में दादा का अहम रोल

'इस फ्रेंचाइजी के आगाज में दादा यानी प्रदीप सरकार की सबसे अहम भूमिका थी। ‘मर्दानी’ को उन्‍होंने डायरेक्‍ट किया था। मैंने असिस्‍ट किया था। उससे पहले मैंने उन्‍हें ‘लफंगे परिंदे’ पर असिस्‍ट किया था। तब से ही डायरेक्‍शन के लिए मैं सही मौके के इंतजार में था। ‘मर्दानी 2’ में आगे चलकर मुझे वह मौका मिल गया।'

रानी मुखर्जी इसी किरदार के लिए बनी हैं

‘मर्दानी’ टाइटिल का नाता वॉरियर से था। शिवानी शिवाजी रॉय का किरदार हर दिन जिंदगी और मौत से जूझ रहा था। लिहाजा वहां उस किरदार को लार्जर दैन लाइफ के साथ-साथ नो नॉनसेंस भी रखा गया। रानी मुखर्जी तो जैसे इस किरदार के लिए ही बनीं हैं। वो असल क्राइम ब्रांच अफसरों से जाकर मिलीं।'

'यह महसूस किया कि खतरनाक अपराधी जब पुलिस के साथ खतरनाक खेल खेलते हैं तो उन पर क्‍या गुजरती है। क्‍या वो बिखर जाते हैं या उन चुनौतियों की ईंट का जवाब पत्‍थर से देते हैं।'

लेस लाइट इफेक्ट के साथ हुई थी शूटिंग

'हमने ‘मर्दानी’ में मानव तस्‍करी को डील किया था। उसके अपराधी किस तरह से अपराध को अंजाम देते हैं, उनसे हम परिचित हैं। पर ज्‍यादातर लोग डिनायल मोड में रहते हैं। इंडिया में भी मानव तस्‍करों का माफिया है। दिल्‍ली और मुंबई में। पहले लोकेशन थाईलैंड थी, पर बाद में इसे दिल्‍ली और मुंबई में सेट किया गया।'

'यह थ्रिलर जॉनर की फिल्‍म थी। मुझे इस चीज ने फैसिनेट किया कि विलेन कौन है, यह कोई नहीं जानता। वह मिथ है बस। वहां तक पहुंचने के लिए शिवानी शिवाजी रॉय को 27 अड़चनों से गुजरना पड़ता है। शूट में लेस लाइट इफेक्‍ट रखा गया था। कोई स्‍लो मोशन सीक्‍वेंस नहीं थे।'

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रानी मुखर्जी स्टारर फिल्म 'मर्दानी' 22 अगस्त 2014 को रिलीज हुई थी। इसे गोपी पुथरन ने लिखा था। इसके सीक्वल मर्दानी 2 को उन्होंने लिखने के साथ ही निर्देशन भी किया था।

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दोस्‍ती और शक्ति के नाजायज इस्‍तेमाल पर बनी है 'क्लास ऑफ 83', बॉबी देओल ने अकेले संभाला फिल्म का भार

अतुल सभरवाल की ‘क्‍लास ऑफ 83’ में दोस्‍ती, पश्‍चाताप, संगठित अपराध के बदलते स्‍वरूप, सत्‍ता–सिस्‍टम-अपराधियों के गठजोड़ की ‘क्‍लास’ लगाई गई है। यह आठवें दशक की मुंबई, नासिक और दुबई में सेट है। उन चंद कर्मठ और ईमानदार पु‍लिस वालों की कहानी है, जिन्‍हें शहर को भ्रष्‍ट मंत्रियों, खुद अपने भ्रष्‍ट पुलिस विभाग और गैंगस्‍टर के शिकंजे से बचाना है। खासकर उस पुलिस अफसर विजय सिंह पर पूरा दारोमदार है, जिसे सीएम मनोहर पाटकर ने पनिशमेंट पोस्टिंग दी हुई है। नासिक पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में युवाओं को लॉ और ऑर्डर की किताबी और किताब से बाहर की दुनिया के घटनाक्रमों से अपने शहर और राज्‍य को बचाना है।

ऐसी है फिल्म की कहानी

विजय सिंह उस सेंटर से प्रमोद शुक्‍ला(भूपेंद्र जड़ावत), असलम खान(समीर परांजये), विष्‍णु वर्दे(हितेश भोजराज), जर्नादन सुर्वे(पृथ्‍विक प्रताप), और लक्ष्‍मण(निनाद महाजनी), जाधव के रूप में पांच ‘पांडवों’ की सेना तैयार करता है। शहर के गैंगस्‍टरों का ऑफ द रिकॉर्ड सफाया करवाता है। ट्रेनिंग सेंटर तक पांचों ‘पांडवों’ की दोस्‍ती अक्षुण्‍ण रहती है। पर जॉब में फील्‍ड पर आने पर दरारें आने लगती हैं। अपने अपने कैंप के गैंगस्‍टर्स का सपोर्ट करने लगते हैं। फिर शहर गैंगस्‍टरों के चंगुल से आजाद हो पाता है कि नहीं फिल्‍म उस बारे में है।

सभी सब्जेक्ट के साथ न्याय नहीं कर पाई फिल्म

फिल्‍म मशहूर क्राइम रायटर एस हुसैन जैदी की किताब पर बेस्‍ड है। उसे एडेप्‍ट करने से कहानी बहुपरतीय हुई है। मगर सभी परतों में जाने से फिल्‍म जरा सी चूकती है। बॉम्‍बे में तब के हालात, पंजाब में टेरेरिज्‍म, कॉटन मिल्‍स की बंदी, मजदूरों का मजबूरन अपराध में आने से लेकर कई अन्‍य मसलों के बीच तालमेल में कमी रहती है। इसकी वजह फिल्‍म की लंबाई है। वह बहुत कम है। नतीजतन सभी मुद्दों के साथ पूरा न्‍याय नहीं हो पाया है।

बॉबी देओल ने सोलो लीड से संभाली फिल्म

फिर भी अतुल सभरवाल ने कलाकारों की सधी हुई अदाकारी से घटनाक्रम को एंगेजिंग बनाया है। बॉबी देओल बतौर सोलो हीरो जंचे हैं। जो पांच ‘पांडव’ हैं, वो सारे कलाकार इस फिल्‍म की शान हैं। अपनी डेब्‍यू फिल्‍म में ही जो सधी हुई परफॉरमेंस दी है, वैसी की उम्‍मीद कम से कम आधा दर्जन फिल्‍मों के बाद लगाई जाती है। ट्रेनिंग सेंटर में लड़कपन और नौकरी वाले फेज में खुदगर्जी और जुनून को बखूबी पेश किया है।

डायलॉग्स में दिखा दम

डायलॉग में पैनापन है। ‘जहां बारूद न चले वहां दीमक की तरह काम करना पड़ता है’, विजय सिंह का लंबा डायलॉग, ‘हर बॉडी का इम्यून सिस्टम होता है, गवर्नमेंट बॉडी, एजुकेशनल बॉडी, जूडिशियल बॉडी, ये सब मजबूत किले हैं। इनका इम्यून सिस्टम इतना सख्त होता है कि इन्हें बाहर की मार से हिलाया नहीं जा सकता, इन्हें अंदर से बीमारी की तरह सड़ाना पड़ता है।’

पुराने बॉम्बे की झलक देती है फिल्म

परतदार कहानियां पसंद करने वालों को यह अतुल सभरवाल की डीसेंट सौगात है। ब्‍लैक एंड ह्वाइट एरा वाली मुंबई की खूबसूरती आंखों को अच्‍छी लगती है। एक एलिगेंस नजर आता है पूरी फिल्‍म में। बैकग्राउंड स्‍कोर फिल्‍म के मिजाज से पूरा मैच करता है।

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Class of 83 is made on the illegitimate use of friends and power, Bobby Deol handled the weight of the film alone

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जांच एजेंसी ने नीरज सिंह के सामने रखे ये 10 बड़े सवाल, पूछा- पंखे से लटकी बॉडी उतारते वक्त कुल कितने लोगों ने सुशांत को पकड़ा था

एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में सीबीआई ने शुक्रवार को उनके कुक नीरज से पूछताछ की है। इस दौरान सीबीआई ने उनसे 10 सवाल पूछे। उनसे 13 और 14 जून के दिन घटी घटना का सिलसिलेवार ब्यौरा पूछा गया। सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई ने आज अपनी पूछताछ में नीरज के सामने यह सवाल रखे हैं।

सीबीआई के नीरज से सवाल:

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के साथ आपके रिलेशन कैसे थे? आप कितने दिन से उनके साथ काम कर रहे हैं?

13 जून की रात क्या घर पर कोई पार्टी हुई और 14 जून की सुबह घर का माहौल कैसा था?

कौन-कौन लोग सुशांत की मौत वाले दिन कमरे के अन्दर और बाहर मौजूद था?

14 की सुबह क्या-क्या हुआ इसे सिलसिलेवार ढंग से बताइये? उस दिन सुशांत से आपकी कितने बार मुलाकात हुई?

क्या सुशांत आमतौर पर अपने कमरे में ही रहते थे या फिर वे घर के लोगों या रिया के साथ समय बिताते थे?

क्या सुशांत ने 13 और 14 को सामान्य तरीके से खाना खाया था? खाने में उन्होंने क्या-क्या खाया था?

सुशांत और रिया चक्रवर्ती के बीच कैसे संबंध थे? क्या उन्होंने लॉकडाउन खत्म होने के बाद घर से जाने के लिए कहा था?

सुशांत की बॉडी सबसे पहले किसने देखी? क्या जब सुशांत का शव पंखे से लटका था तो आप कमरे में गए थे?

सुशांत की बॉडी को उतारने के लिए किसने बोला था? बॉडी उतारने के दौरान क्या आपने भी सहयोग किया था? बॉडी उतारते वक्त कितने लोगों ने सुशांत को पकड़ा था?

पीसीआर को कब कॉल किया गया और वो कॉल किसने किया था? पुलिस के आने से पहले और उसके बाद क्या-क्या हुआ डिटेल में बताइए?

रिया चक्रवर्ती ने नीरज को नौकरी पर रखा था
नीरज सिंह सुशांत के घर में पिछले 8 महीने से काम कर रहे थे। नीरज को रिया चक्रवर्ती ने ही नौकरी पर रखा था। नीरज से बिहार और मुंबई पुलिस पूछताछ कर चुकी है। नीरज ने एक इंटरव्यू में बताया था कि आत्महत्या वाले दिन सुशांत ने उनसे पानी मांगा था और फिर वह कमरे में चले गए थे।

नीरज ने बताया- 14 जून को क्या-क्या हुआ?
नीरज ने इससे पहले बताया था कि रिया चक्रवर्ती 8 जून को सुशांत का घर छोड़कर चली गई थी। सुशांत का 12 लोगों का स्टाफ था, जिसमें से कुछ लोगों को उन्होंने काम से निकाला था। नीरज ने यह भी बताया था कि घटना वाले दिन सुशांत रूम में चले गए थे। इसके बाद मैंने रुम का दरवाजा आराम से खटखटाया लेकिन कोई रिप्लाई नहीं आया। मैं आधे घंटे के बाद फिर गया। केशव ने भी ऐसा ही किया। उसने दो बार सर को कॉल भी किया था, लेकिन रिप्लाई नहीं आया। फिर उनकी बहन को कॉल किया गया।

सैमुअल मिरांडा से 5 घंटे तक पूछताछ हुई
सीबीआई की टीम ने सुशांत सिंह राजपूत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा से 5 घंटे तक पूछताछ की। सुशांत के हाउस मैनेजर से सीबीआई ने क्या पूछा इसके बारे में किसी तरह की जानकारी नहीं मिल पाई है। हालांकि ये कहा जा रहा है कि सैमुअल से सीबीआई की टीम ने यह जानने की कोशिश की सुशांत के घर पर 13 जून और 14 जून को क्या कुछ हुआ था।

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14 जून को सुशांत का शव बांद्रा स्थित फ़्लैट में पंखे से लटका हुआ मिला था।

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सायबर बुलिंग के खिलाफ रंग लाई सोनाक्षी सिन्हा की मुहिम, उन्हें परेशान करने वाले एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया

एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा सोशल मीडिया पर होने वाली बुलिंग और ट्रोलिंग के खिलाफ हमेशा मुखर रही हैं। हाल ही में उन्होंने अपने खिलाफ हो रही सायबर बुलिंग के खिलाफ में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद उनकी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उन्हें परेशान करने वाले एक आरोपी को महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर से गिरफ्तार किया है, वहीं अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

सोनाक्षी ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम अकाउंट का कमेंट सेक्शन खोलते हुए फैन्स से किसी भी तरह का दुर्व्यवहार और गलत भाषा का इस्तेमाल नहीं करने के लिए कहा था। लेकिन कई अपीलों के बाद भी कुछ यूजर्स ने दुर्व्यवहार करना और उन्हें धमकाना जारी रखा।

ऐसे में उन्होंने मिशन जोश और 'सायबर बाप' के रितेश भाटिया की मदद से परेशान करने वाले आरोपियों की पहचान करते हुए उनके खिलाफ 14 अगस्त को सायबर क्राइम मुंबई में मामला दर्ज करा दिया था। जिसके बाद पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

एक को गिरफ्तार किया, बाकियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी

सोनाक्षी की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने औरंगाबाद से 27 साल के शशिकांत जाधव नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। हालांकि सोनाक्षी को परेशान करने वाला वो अकेला नहीं है, बल्कि ऐसा काम कर रहे अन्य सभी अपराधियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।

सोनाक्षी ने पुलिस को कहा शुक्रिया

इस बारे में बताते हुए सोनाक्षी ने कहा, 'तुरंत कार्रवाई करने और लगातार साथ देने के लिए मैं सायबर क्राइम ब्रांच मुंबई की बहुत आभारी हूं। मैंने अपराधियों की शिकायत करने के लिए ये कदम उठाया था, ताकि अन्य लोग भी ऐसा करने का साहस जुटा सकें।'

'अब बस, हम चुप रहकर अपने या अन्य लोगों के साथ ऑनलाइन दुर्व्यवहार होते हुए नहीं देखेंगे। मैं इस तरह के अभियान का हिस्सा बनकर बेहद खुश हूं और ऑनलाइन उत्पीड़न का शिकार हुए ज्यादा से ज्यादा लोगों की मैं मदद करना चाहती हूं।'

गिरफ्तार आरोपी के साथ सायबर पुलिस के अधिकारी

सोनाक्षी ने शुरू किया 'अब बस' नाम का कैम्पेन

सायबर बुलिंग से निपटने के लिए सोनाक्षी हाल ही में 'मिशन जोश' से जुड़ी थीं। इस दौरान उन्होंने सायबर सुरक्षा, ऑनलाइन उत्पीड़न का प्रभाव और अपराधियों से निपटने के लिए कानूनी विकल्पों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 'अब बस' नाम से एक कैम्पेन भी शुरू किया था।

दुर्व्यवहार होते हुए देखना भी गलत

'मिशन जोश' के संस्थापक मानसी और विनय ने कहा, 'मिशन जोश में हम कार्रवाई के साथ जागरूकता में विश्वास करते हैं। क्योंकि ऐसे वक्त में जब दुनिया ज्यादा से ज्यादा डिजिटल होती जा रही है, ये महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम जो कुछ भी ऑनलाइन देखते हैं और करते हैं, उसे लेकर हम सभी ज्यादा जिम्मेदार हो जाएं।'

'किसी को दुर्व्यवहार करते देखना और उसके बारे में कुछ नहीं करना दोनों ही मामलों में गलत है, फिर चाहे वो ऑफलाइन हो या ऑनलाइन हो। इसलिए, मिलकर काम करते हैं और बच्चों के साथ-साथ महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए भी ऑनलाइन दुनिया को सुरक्षित बनाते हैं।'

कल हममें से कोई हो सकता है

इस मामले में कार्यवाही शुरू करने वाले सोनाक्षी सिन्हा की टीम के सदस्य अमित तुली ने कहा, 'हमारा उद्देश्य उत्पीड़न को लेकर चल रही बातों को कार्रवाई में सुनिश्चित करना था, ताकि ये कई अन्य लोगों को रोक सकें। आज तो मशहूर हस्तियों को धमकी दी जा रही है, कल हममें से कोई भी हो सकता है, और इस श्रृंखला को तोड़ने की आवश्यकता है।'

महिला सुरक्षा पुलिस की प्राथमिकता

इस बारे में मुंबई सायबर क्राइम ब्रांच की DCP रश्मि करंदीकर ने कहा, 'हमने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इंटरनेट को सुरक्षित जगह बनाने के लिए मुंबई पुलिस सायबर सेल अपनी भूमिका निभाती रहेगी। साथ ही महिला सुरक्षा हमेशा हमारी प्राथमिकता रही है। सायबर बुलिंग और सायबर स्टॉकिंग भी दंडनीय अपराध है। और हम सभी को इंटरनेट को सभी के लिए सुरक्षित बनाने की दिशा में काम करना चाहिए।'

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सोनाक्षी सिन्हा ने 'मिशन जोश' के साथ मिलकर 'अब बस' नाम का अभियान शुरू किया है।

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फिल्ममेकर सुरजीत सिंह राठौर एक्ट्रेस को मॉर्चरी में ले गए थे, बोले- सुशांत के सीने पर हाथ रखकर रिया ने 'सॉरी बाबू' कहा था

सुशांत सिंह राजपूत डेथ केस में फिल्ममेकर सुरजीत सिंह राठौर ने नया खुलासा किया है। उनकी मानें तो 15 जून को वे रिया चक्रवर्ती को कूपर हॉस्पिटल की मॉर्चरी में लेकर गए थे, जहां पोस्टमॉर्टम के बाद अभिनेता का शव रखा गया था। उनके मुताबिक, रिया ने इस दौरान सुशांत के सीने पर हाथ रखकर 'सॉरी बाबू' कहा था और रोने लगी थीं।

मॉर्चरी में 5-7 मिनट रहीं रिया

रिपब्लिक भारत से बातचीत में सुरजीत ने बताया, "मैं करीब 11 बजे हॉस्पिटल पहुंचा था। करीब 11:30 बजे मेरे दोस्त सूरज सिंह वहां आए और मुझसे कहने लगे कि सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती उनके अंतिम दर्शन करना चाहती हैं। पुलिस वालों से बात कर उसे सुशांत का चेहरा दिखा दो। मैंने पुलिस वालों से बात की और रिया को लेकर मुर्दाघर के अंदर पहुंच गया। जैसे ही मैंने सुशांत के चेहरे चादर हटाई, रिया ने उनके सीने पर हाथ रखा और कहा- 'सॉरी बाबू'। हम 5 से 7 मिनट तक अंदर रुके रहे।"

सुरजीत के मुताबिक, शव से चादर हटते ही रिया का सॉरी बोलना उन्हें खटका था। उनके मन में यह सवाल कौंधा था कि आखिर रिया किस बात की माफी मांग रही थीं? जब वे बाहर आए तो वहीं मौजूद रिया के भाई शोविक और मां संध्या ने भी सुशांत का चेहरा देखने की इच्छा जाहिर की, लेकिन उन्हें पुलिस ने इजाजत नहीं दी। सुरजीत सिंह राठौर की मानें तो कूपर हॉस्पिटल में रिया करीब दो घंटे तक रही थीं। चूंकि अस्पताल के बाहर मीडिया का जमावड़ा था। इसलिए वे पिछले दरवाजे से अंदर गई थीं।

सुरजीत ने मुंबई पुलिस में शिकायत भी की थी

सुरजीत के मुताबिक, वे अखिल भारतीय राजपूत करणी सेना के सदस्य हैं और सुशांत के चहेरे भाई बीजेपी एमएलए नीरज सिंह बबलू के करीबी हैं। नीरज ने ही उन्हें अस्पताल में बने रहने के लिए कहा था। उन्होंने मुंबई पुलिस को यह बताया था कि रिया ने सुशांत के सीने पर हाथ रखकर माफी मांगी थी। लेकिन उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया गया।

सूरज का दावा- एक साल पहले भी सुसाइड करने वाले थे सुशांत

सुरजीत ने इस बातचीत में एक और चौंकाने वाला खुलासा किया। उनके मुताबिक, सूरज सिंह ने उनसे कहा था कि सुशांत सालभर से डिप्रेशन में थे और इसके चलते एक साल पहले भी सुसाइड करने वाले थे। लेकिन रिया किसी तरह उन्हें संभाल रही थीं। हालांकि, सुशांत की खुदकुशी वाली बात खुद सुरजीत हजम नहीं कर पा रहे हैं। वे भी यह मानकर चल रहे हैं कि सुशांत किसी साजिश का शिकार हुए हैं।

सुशांत के दोस्त संदीप सिंह पर गंभीर आरोप लगाया

सुरजीत ने इस बातचीत में सुशांत के दोस्त और प्रोड्यूसर संदीप सिंह पर गंभीर आरोप लगाया। उनके मुताबिक, संदीप सिंह पूरे खेल का मास्टरमाइंड है। उन्होंने जब उन्हें अस्पताल में देखा था तो वे डर गए थे। बकौल सुरजीत, "मैं तो कहूंगा कि वह कातिल है। इस केस को वह हैंडल कर रहा है। संदीप ने मुंबई पुलिस से कहकर मुझे कूपर हॉस्पिटल से बाहर करवाया था। वह एम्बुलेंस में सुशांत का शव लेकर अस्पताल गया था और उसने पुलिस ऑफिसर्स को थम्सअप का साइन भी दिखाया था।"

सुशांत केस से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ सकते हैं...

1. रिया चक्रवर्ती-महेश भट्ट की वॉट्सऐप चैट वायरल:सुशांत का घर छोड़ने के बाद रिया ने किया था महेश भट्ट को मैसेज, जवाब में भट्ट ने कहा था- पीछे मुड़कर मत देखना

2. रिया चक्रवर्ती का नया दावा:एक्ट्रेस के वकील ने कहा- मौत से पहले सुशांत फोन पर रोते थे, परिवार को मुंबई बुला रहे थे, जब उनकी बहन आने को तैयार हुईं तो उन्होंने रिया को उनके घर भेज दिया

3. सुशांत की मौत का मामला:जिम पार्टनर का दावा- शाहरुख ने धोखे में रखकर अवॉर्ड शो में बुलाया और अपमानित किया था, सलमान -करण ने भी बर्बाद करने की साजिश रची

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सुरजीत सिंह राठौर फिल्ममेकर होने के साथ-साथ राजपूत करणी सेना के सदस्य भी हैं। वे सुशांत के चचेरे भाई नीरज सिंह बबलू के कहने पर कूपर हॉस्पिटल गए थे।

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नितेश राणे ने कहा-मैं सीबीआई को सभी जानकारी देने को तैयार, हमने सिर्फ युवा नेता कहा था, शिवसेना अपनी ओर से नाम जाहिर करने लगी

भाजपा विधायक नितेश राणे ने कहा है कि वे अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को मदद के लिए तैयार हैं। शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में नितेश ने कहा कि अगर सीबीआई मुझसे मदद लेनी चाहेगी तो मैं इस मामले में मेरे पास उपलब्ध सभी जानकारी सीबीआई को दे दूंगा।

'हम युवा मंत्री कह रहे थे-फिर आदित्य और शिवसेना ने क्यों दी सफाई'

नितेश ने कहा कि मुझे विश्वास है कि सीबीआई इस मामले में सही चेहरों को उजागर करेगी। नितेश ने दावा किया कि मैंने या फिर भाजपा के नेताओं ने इस मामले में शिवसेना नेता तथा राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे का नाम नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि हम लोग केवल युवा मंत्री कह रहे थे। राज्य मंत्रिमंडल में कई युवा मंत्री हैं लेकिन आदित्य को क्यों लगता है कि उन्हें स्पष्टीकरण देना चाहिए। नितेश ने कहा कि शिवसेना नेता तथा राज्य के परिवहन मंत्री अनिल परब और शिवसेना सांसद संजय राऊत कह रहे हैं कि इस मामले में आदित्य की कोई भूमिका नहीं है। इसलिए सीबीआई को परब और राऊत से पूछना चाहिए कि उन्होंने आदित्य का नाम क्यों लिया।

कांग्रेस की तरह ही शिवसेना के अंदर चल रहा है संघर्ष

नितेश ने कहा कि कांग्रेस में जैसे पुराने और नए नेताओं के बीच संघर्ष चल रहा है उसी तरह का संघर्ष शिवसेना में है। नितेश ने कहा कि हमें पता चला है कि विधान परिषद की राज्यपाल नामित सीट से युवा सेना के कोर कमेटी सदस्य राहुल कनाल को मौका दिया जाने वाला था। कनाल को मातोश्री से आशीर्वाद क्यों दिया गया? इस कारण शिवसेना के नेताओं के बीच नाराजगी के चलते आदित्य का नाम सामने आया है। अब हर ठेके, टेंडर से लेकर सभी कामों में युवा सेना के लोग आ रहे रहे हैं।

सीबीआई को पूछना चाहिए-रिया ने आदित्य का नाम क्यों लिया

नितेश ने कहा कि सुशांत मौत मामले की आरोपी अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती ने कहा है कि मैं आदित्य को नहीं जानती हूं। इसलिए सीबीआई को इस एंगल से भी जांच करनी चाहिए कि रिया ने आदित्य का नाम क्यों लिया। नितेश ने कहा कि मुंबई में जब ओपन जिम का उद्धाटन होता था तब अभिनेता डिनो मोरिया, अभिनेता जैकलीन फर्नांडिस, दिशा पटानी नजर आती थीं। उस समय मराठी अभिनेता और अभिनेत्री नहीं थे क्या? अब जब शिवसेना फंस गई है तो पार्टी को मराठी और मराठी भाषिकों की याद आ रही है। नितेश ने कहा कि मेरे खिलाफ पूर्व में लगे आरोपों की जांच यदि सरकार करना चाहती है तो जांच कराए। लेकिन यह याद रखा जाए कि हम जब सुशांत का मामला उठा रहे हैं तो सरकार हमारे पुराने मामले की जानकारी मंगा रही है।

सुशांत मामले से जुड़ी सभी याचिकाएं समाप्त

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मद्देनजर बॉम्बे हाईकोर्ट ने शुक्रवार को सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या के प्रकरण से जुडी सभी याचिकाओं को समाप्त कर दिया है। इन याचिकाओ में सीबीआई जांच की मांग की गई थी। इस दौरान एक याचिकाकर्ता की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता सुभाष झा ने कहा कि बिहार के आईपीएस अधिकारी की तरह जांच के लिए यहां आए सीबीआई अधिकारियों को मुंबई महानगपालिका क्वारेंटाईन कर देगी। इसलिए याचिका को कायम रखा जाए। इस पर खंडपीठ ने कहा कि यह सिर्फ आपकी आशंका है। क्योंकि सीबीआई सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यहां आ रही है। खंडपीठ ने कहा कि यदि किसी याचिकाकर्ता को महसूस होता है कि राज्य सरकार, मुंबई पुलिस व मुंबई महानगपालिका सीबीआई को जांच में सहयोग नहीं कर रही हैं तो वह सुप्रीम कोर्ट में अपनी बात रख सकता हैं। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने सुशांत मामले की जांच सीबीआई को सौप दी है।

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नितेश राणे के पिता नारायण राणे भी इस मामले को लेकर सवालिया निशान लगाते रहे हैं।

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सीबीआई की रडार पर सुशांत की लाइफ से जुड़े 10 किरदार, इनसे पूछताछ में सुलझ जाएगी हत्या और आत्महत्या की गुत्थी

पुलिस द्वारा शुरू की गई जांच, बिहार पुलिस का हाथों से होती हुई पहले प्रवर्तन निदेशालय के पास पहुंची और अब इस मामले में सीबीआई ने पड़ताल शुरू कर दी है। यह देश का पहला ऐसा केस है जहां मौत के इतने दिन बाद भी यह स्पष्ट नहीं हो सका कि मृतक की हत्या हुई थी या उसने आत्महत्या की है। दैनिक भास्कर आज आपको सुशांत की मौत से जुड़े 10 ऐसे किरदारों के बारे में बताने जा रहे हैं जो उनकी मौत का राज खोल सकते हैं।

किरदार नंबर 1. केशव बचनेर, सुशांत के रसोइया

सुशांत का रसोइया केशव बचनेर करीब डेढ़ साल से उनके साथ रह रहा था। रिपोर्ट्स की माने तो केशव को रिया ने ही नौकरी पर रखा था। केशव ही वह आखिरी शख्स है जिससे सुशांत ने बात की थी और उससे जूस लिया था।सुशांत की मौत से पहले की मनोस्थिति को केशव ही अच्छी तरह से समझा सकता है। शायद यही कारण है कि सीबीआई ने सबसे पहले उसे ही हिरासत में लिया है। सीबीआई केशव से शनिवार को पूछताछ कर सकती है।

सिद्धार्थ पिठानी ने ही सबसे पहले सुशांत की बहन मीतू सिंह को फोन कर उनके पंखे से लटके होने की जानकारी दी थी।

किरदार नंबर 2. सिद्धार्थ पिठानी, रूम पार्टनर, दोस्त

सुशांत के लिए सिद्धार्थ एक क्रिएटिव कंटेंट मैनेजर के रूप में काम कर रहे थे। सुशांत ने अपनी कंपनी विविड्रेज रियलिटीएक्स में सिद्धार्थ को ग्राफिक्स बनाने के लिए नियुक्त किया था। इस कंपनी को सुशांत के साथ उनकी प्रेमिका रिया चक्रवर्ती और रिया का भाई शोविक चक्रवर्ती चलाते थे। सिद्धार्थ ने ही सुशांत के शव को सबसे पहले पंखे से लटकते हुए देखा और उनकी बहन मीतू को फोन किया। उन्होंने पुलिस को बताया है कि मीतू के कहने पर ही उन्होंने सुशांत की बॉडी को नीचे उतारा और उसकी सांसे चेक की।सिद्धार्थ से मुंबई पुलिस और ईडी ने दो-दो बार पूछताछ की है। उन्होंने पुलिस को लिखे एक ईमेल के बारे में मीडिया को बताया कि उन्हें सुशांत के परिवार ने रिया चक्रवर्ती के खिलाफ बयान देने के लिए दबाव डाला था।

किरदार नंबर 3.नीरज सिंह, सुशांत का दूसरा कुक

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के एक बड़ा राजदार उनके घर में 8 महीने से काम करने वाला उनका दूसरा कुक नीरज सिंह भी हो सकता है। माना जा रहा है कि सीबीआई के टारगेट पर अगला नाम नीरज का ही है। नीरज को कुछ महीने पहले रिया चक्रवर्ती ने ही नौकरी पर रखा था। नीरज से बिहार और मुंबई पुलिस पूछताछ कर चुकी है।नीरज ने एक इंटरव्यू में बताया था कि आत्महत्या वाले दिन सुशांत ने उनसे पानी मांगा था और फिर वो ऊपर कमरे में चले गए थे। वहीं रिया चक्रवर्ती 8 जून को सुशांत का घर छोड़कर चली गई थीं। नीरज ने बताया था कि सुशांत का 12 लोगों का स्टाफ था जिसमें से कुछ लोगों को उन्होंने काम से निकाला था। लॉकडाउन में एक बाद रिया ने मुझे भी जाने को कहा था। 14 जून को सर छह बजे उठे थे। उन्होंने थोड़ा वॉक किया। वो आठ बजे के आस-पास आए तब मैं सफाई कर रहा था। सर तब ठीक-ठाक लग रहे थे। सर ने मुझे बोला नीरज मुझे ठंडा पानी लाकर दो। मैं फटाफट भागकर गया ठंडा पानी लेकर आया। फिर कहा कि सब ठीक है न मामला नीचे, मैंने कहा हां सर सब ठीक है। फिर वो रूम में चले गए। इसके बाद मैंने रुम का दरवाजा आराम से खटखटाया लेकिन कोई रिप्लाई नहीं आया। आधे घंटे बाद फिर गए। शेफ(केशव) गया उसने दो बार सर को कॉल किया। बेल बज रही थी लेकिन रिप्लाई नहीं आया। फिर उनकी बहन को कॉल किया तो उन्होंने कहा कि मैं पहुंच रही हूं।

दीपेश सावंत को भी रिया चक्रवर्ती ने ही नौकरी पर रखा था।

किरदार नंबर 4. दीपेश सावंत, घर का केयर टेकर

सुशांत के जीवन में एक और बड़ा किरदार दीपेश सावंत का है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो बिहार पुलिस और मुंबई पुलिस द्वारा पूछताछ किए जाने के बाद से यह शख्स घर से गायब है। ईडी की टीम ने भी इसे पूछताछ के लिए समन किया था। ईडी दीपेश से यह जानना चाहती है कि पिछले दो से चार महीनों में सुशांत के बैंक अकाउंट से रकम किस तरह से निकाली गई और बैंक से पैसे निकालने में रिया चक्रवर्ती की क्या भूमिका थी। दीपेश को भी रिया ने ही नौकरी पर रखा था। दीपेश के भाई का कहना है कि वह कुछ दिनों से घर पर नहीं आया है। जबकि दीपेश के पड़ोसियों का कहना है कि उन्होंने पिछले कुछ दिनों से दीपेश को घर पर नहीं देखा है। दीपेश के भाई का कहना है कि उससे मुंबई पुलिस पूछताछ कर चुकी है और उसे जो कुछ कहना था वह पुलिस को बता चुका है।

किरदार नंबर 5. सुशांत के घर पहुंचा चाबीवाला

सुशांत की मौत के बाद उसके घर पर पहुंचने वाला पहला बाहरी शख्स था एक चाबीवाला। एक न्यूज चैनल ने गुरुवार को उसे खोज निकाला। उनसे इंटरव्यू में चाबीवाले ने बताया कि उनके पास सिद्धार्थ पिठानी का फोन गया था। फोन जाने के तकरीबन 10 मिनट में वह बांद्रा स्थित घर पर पहुंच गया था। सुशांत के कमरे का लॉक एक मिनट से भी कम समय में खुल गया और सिद्धार्थ ने अपनी जेब से पैसे निकाल कर उन्हें वहां से जाने के लिए कहा। वह कमरे के अंदर देखना चाहता था लेकिन उसे देखने नहीं दिया गया। करीब 1 घंटे बाद चाबी वाले को दोबारा पुलिस स्टेशन से फोन आया और उसने अपना पूरा बयान दर्ज कराया। अब सीबीआई उससे पूछ सकती है कि किसने उसे कमरे में देखने नहीं दिया और क्या उसे ऐसा लगा कि बाहर खड़े लोगों को यह पता है कि अंदर क्या हुआ है।

सुशांत के घर जाने वाली एम्बुलेंस का मालिक।

किरदार नंबर 6. एम्बुलेंस वाला

14 जून को सुशांत की बॉडी को कमरे से नीचे कर एम्बुलेंस तक ले जाने वाले शख्स का नाम अक्षय है। एक इंटरव्यू में अक्षय ने बताया कि वह जैसे ही सुशांत के कमरे में दाखिल हुआ तो उसने देखा कि अभिनेता की डेड बॉडी पहले से ही सीलिंग से नीचे उतारकर बेड पर रखी हुई थी। पुलिस के निर्देश के बाद उसने बॉडी को एक चद्दर में लपेटा और स्ट्रेचर पर लेटाकर कुछ लोगों के सहारे बिल्डिंग से नीचे लेकर आया। अक्षय ने एक इंटरव्यू में बताया था कि एम्बुलेंस के व्हीलचेयर में कुछ दिक्कत आ गई थी जिसकी वजह से सुशांत की बॉडी उसमें फिट नहीं हो रही थी। इसलिए दूसरी एम्बुलेंस को तुरंत मौके पर बुलाया गया था और फिर आगे के लिए रवाना हुए थे। सीबीआई उस दिन के घटनाक्रम को रिक्रियेट करने के दौरान अक्षय से फिर पूछताछ कर सकती है।

श्रुति मोदी, सुशांत और रिया चक्रवर्ती दोनों का काम देखती थी।

किरदार नंबर 7. श्रुति मोदी, सुशांत की मैनेजर

बिजनेस मैनेजर के रूप में श्रुति सुशांत के फाइनेंस और फिल्मों के काम को मैनेज करती थीं। श्रुति से दो-दो बार प्रवर्तन निदेशालय और मुंबई पुलिस की टीम पूछताछ कर कर चुकी हैं। वे दोनों जगहों पर सुशांत के काम से जुड़ी और उनके इन्वेस्टमेंट से संबंधित जानकारी दे चुकी हैं। मुंबई पुलिस को श्रुति ने बताया कि सुशांत की जिंदगी में रिया चक्रवर्ती आईं तो उनके सारे फैसले वही लेने लगीं। सिर्फ सुशांत ही नहीं, श्रुति रिया चक्रवर्ती के टैलेंट मैनेजर के रूप में भी काम कर करती थी। सुशांत के पिता ने बिहार में धोखाधड़ी की जो शिकायत दर्ज कराई है उसमें श्रुति मोदी का भी नाम शामिल है।

सैमुअल मिरांडा के खिलाफ सुशांत के पिता ने धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया है।

किरदार नंबर 8.सैमुअल मिरांडा, सुशांत का मैनेजर

सैमुअल सुशांत के साथ हाउस मैनेजर के रूप में काम किया करते थे। वह सुशांत के घर में काम करने वाले कर्मचारियों और घर के खर्चों का हिसाब रखना उनका काम था। सैमुअल से पुलिस ने तो कोई पूछताछ नहीं की लेकिन ईडी ने सुशांत की मौत से उनका नाम जुड़े होने के कारण शिकायत में उनका नाम भी दर्ज किया है। सुशांत के पिता ने भी अपनी शिकायत में सैमुअल का नाम डाला है। सैमुअल से ईडी ने 5 अगस्त और 6 अगस्त को पूछताछ की थी। उनका बयान मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दर्ज किया गया है। सैमुअल मिरांडा को भी ईडी ने नौकरी पर रखा था।

रिया का भाई शोविक सुशांत की दो कंपनियों में पार्टनर था।

किरदार नंबर 9. शोविक चक्रवर्ती, रिया चक्रवर्ती का भाई

सुशांत की दो कंपनियों में पार्टनर और रिया के भाई शोविक चक्रवर्ती सुशांत के पिता की एफआईआर में आरोपी हैं। रिया चक्रवर्ती के बाद सुशांत की ओर से सभी फैसले शोविक ही लिया करते थे। उनकी ग्राफिक्स कंपनी को चलाने का जिम्मा भी शोविक के कंधों पर था। रिया और सुशांत के साथ शोविक ही वह शख्स हैं जो उनके पर्सनल ट्रिप में अकसर उनके साथ हुआ करते थे। मुंबई पुलिस दो बार और प्रवर्तन निदेशालय 3 बार शोविक से पूछताछ कर चुकी है। एक बार तो 18 घंटों तक शोविक से पूछताछ हुई है।

रिया और सुशांत साल 2018 से साथ थे, लेकिन दोनों ने अपने रिश्तों को सितंबर 2019 में सार्वजनिक किया।

किरदार नंबर 10, रिया चक्रवर्ती, सुशांत की गर्लफ्रेंड

सुशांत के जीवन की सबसे अहम किरदार रिया चक्रवर्ती के पास उनकी मौत से जुड़ा सबसे बड़ा राज हो सकता है। रिया ने अदालत में दायर की गई याचिका में कहा था कि वह सुशांत के साथ लिव इन रिलेशनशिप में थीं। मुंबई पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय की टीम 2-2 बार उनसे पूछताछ कर चुकी है। रिया से दिवंगत अभिनेता की तीनों कंपनियों में पार्टनर भी थी। रिया ने एम टीवी के एक शो को होस्ट करने के साथ कुछ हिन्दी और दक्षिण भारतीय फिल्मों में काम किया है। सुशांत के पिता ने उनपर आत्महत्या के लिए उकसाने और 15 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। पटना में उनके खिलाफ दर्ज केस को उन्होंने मुंबई ट्रांसफर करने की अपील सुप्रीम कोर्ट से की थी, जिसे खारिज कर अदालत ने यह केस सीबीआई को सौंप दिया। माना जा रहा है कि जरुरत पड़ी तो सीबीआई उन्हें गिरफ्तार भी कर सकती है।

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Sushant Singh Rajput Death CBI Update | Keshav Bacchaner Siddharth Pithani, Dipesh Sawant, Business Manager Shruti Modi On CBI Radar

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25 साल के फिल्मी करियर में जब नहीं मिली सफलता तो निराश हो गए थे बॉबी, बोले-'मुझे खुद पर दया आती थी, शराब के नशे में डूब गया था'

बॉबी देओल क्लास ऑफ़ 83 के जरिए ओटीटी प्लेटफॉर्म पर डेब्यू करने जा रहे हैं। यह वेबसीरीज 21 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होनी शुरू हो जाएगी। बॉबी बॉलीवुड के उन एक्टर्स में से हैं जिन्हें उनकी प्रतिभा के मुताबिक काम नहीं मिला। ऐसे में ओटीटी प्लेटफॉर्म उनके करियर में नई जान फूंक सकता है। ऐसी उम्मीद की जा रही है। बॉबी ने फिल्म इंडस्ट्री में 25 साल गुजार लिए हैं लेकिन इसके बावजूद उन्हें वो मुकाम हासिल नहीं हुआ जैसी उन्हें उम्मीद थी। हाल ही में एक इंटरव्यू में बॉबी ने करियर के इन्हीं उतार-चढ़ावों पर बात की है।

शराब की लगी लत
बॉलीवुड हंगामा को दिए इंटरव्यू में बॉबी ने कहा, 'जब आपको अपने पर दया आती है तो आप अपने आसपास की दुनिया को कोसने लगते हैं। यही मेरे साथ दो-तीन सालों तक हुआ। मुझे खुद पर दया आने लगी थी और मैं सोचने लगा था कि कोई मेरे साथ काम नहीं करना चाहता। इसी वजह से मैं शराब में डूबता गया। फिर एक दिन जब मैंने अपने बच्चों को देखा तो मुझे समझ आया कि मैं गलती कहां कर रहा हूं।'

'उनकी आंखों को देखकर मुझे लगा कि वो सोच रहे थे कि पापा तो दिन भर घर पर ही रहते हैं। यही इमोशन मेरी मां और पत्नी की भी आंखों में दिखे तो मेरे अंदर जैसे कुछ बदला और मुझे लगा कि अब आगे बढ़ना चाहिए। मैं किसी और के भरोसे नहीं रह सकता, मुझे खुद ही अकेले आगे बढ़ना होगा। तब मैंने खुद पर काम करना शुरू किया और फिर पिछले दो-तीन सालों से खूब बिजी हूं।'

'धर्मेंद्र का बेटा होना मेरा सौभाग्य'

बॉलीवुड में इनसाइडर-आउटसाइडर की डिबेट पर बॉबी ने कहा, 'इंडस्ट्री में बैकिंग जैसी कोई चीज नहीं होती। जब काम की बारी आती है तो इसका मतलब ये नहीं कि मेरी फैमिली इंडस्ट्री से तो मुझे उनका सपोर्ट मिलेगा। अगर ऐसा होता तो मैं कई बड़ी फिल्मों में काम कर चुका होता। ये मेरा सौभाग्य है कि मैं धर्मेंद्र का बेटा हूं लेकिन मैंने उनके साथ केवल पहली फिल्म में ही काम किया। इसके बाद मुझे जो भी ऑफर मिले वो मुझे मेरी परफॉरमेंस के दम पर मिले।'

फ्लॉप रहीं कई फिल्में

बॉबी सबसे पहले पिता की फिल्म 'धरम वीर' में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट नजर आए थे। इसके बाद उन्होंने फिल्म 'बरसात' से बतौर हीरो डेब्यू किया। इसके बाद वह 'और प्यार हो गया', 'करीब', 'गुप्त', 'बिच्छू', 'चोर मचाए शोर' जैसी फिल्मों में नजर आए जो कि फ्लॉप रहीं।

इसके बाद बॉबी घोर निराशा में डूब गए क्योंकि उन्हें कई साल खाली बैठना पड़ा। बॉबी को 2018 में आई 'रेस 3' से वापसी का मौका मिला था जिसमें उनके काम को सराहा भी गया था। इसके बाद बॉबी 2019 में आई फिल्म 'हाउसफुल: 4' में भी नजर आए थे।

'क्लास ऑफ 83' के बाद बॉबी एक और वेब सीरीज 'आश्रम' में भी नजर आएंगे। इस सीरीज में वह एक आध्यात्मिक गुरु की भूमिका में दिखेंगे।

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Bobby Deol on career failure: ‘Started pitying myself, turned to alcohol’

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देश की गंगा-जमुनी तहजीब को बेहद सलीके से दिखाती है 'मी रकसम', बाप-बेटी के रिश्ते के इर्द-गिर्द बुनी गई इसकी कहानी

फिल्म: 'मी रकसम'
निर्देशक: बाबा आजमी
रेटिंग: 4/5
स्टार कास्ट: नसीरुद्दीन शाह, अदिति सुबेदी, दानिश हुसैन, श्रद्धा कौल, राकेश चतुर्वेदी ओम, सुदीप्त सिंह, कौस्तुभ शुक्ला
म्यूजिक डायरेक्टर: रिपुल शर्मा
प्लेटफार्म: ZEE5
अवधि: 1.35 घंटा

ओटीटी प्लेटफॉर्म जी5 पर रिलीज हुई फिल्म 'मी रकसम' सही मायने में भारत की गंगा-जमुनी तहजीब को आईना दिखाती है। इसकी कहानी एक बाप-बेटी के इर्द-गिर्द बुनी गई है। इसमें एक तरफ पिता का संघर्ष दिखाया गया है तो दूसरी तरफ बेटी अपने सपनों को पूरा करना चाहती है। लेकिन उनके इस सफर में बाधाएं ही बाधाएं आती हैं।

कहानी के अनुसार एक मुस्लिम लड़की मरियम (अदिति सुबेदी) अपनी पढ़ाई और जुनून के साथ भरतनाट्यम नृत्य सीखना चाहती है। बेटी का सपना पूरा करने के लिए उसका अब्बू सलीम (दानिश हुसैन) जो कि पेशे से दर्जी है, हरसंभव कोशिश करता है।

पिता देता है बेटी का साथ

सलीम अपनी बेटी का दाखिला भरतनाट्यम नृत्य सिखाने वाली टीचर उमा (सुदीप्त सिंह) की क्लास में करवा देता है। लेकिन ऐसा करने से उसके रूढ़िवादी रिश्तेदार, उसके समुदाय के लोग और बड़े हाशिम सेठ (नसीरुद्दीन शाह) नाराज होकर उसके खिलाफ हो जाते हैं।
दूसरी तरफ भरतनाट्यम अकादमी के मुख्य संरक्षक जयप्रकाश (राकेश चतुर्वेदी ओम) को भी ये बात अखरती है कि एक मुस्लिम लड़की होने के बाद भी मरियम बड़े जुनून के साथ भरतनाट्यम सीख रही है।

फैसले से पीछे नहीं हटता पिता

मरियम के सपने को चकनाचूर करने के लिए दोनों पक्ष अपनी-अपनी तरफ से खूब अड़ंगा लगाते हैं। लेकिन इसके बाद भी मरियम के अब्बू अपने फैसले से बिल्कुल पीछे नहीं हटते हैं। तो क्या इतने दबाव के बाद भी मरियम अपना सपना पूरा कर पाने में सफल हो पाती है या समाज का कहना मान भरतनाट्यम सीखने का सपना छोड़ देती है, यही आगे फिल्म में बताया गया है।

बेहतरीन संगीत, उम्दा अभिनय

फिल्म की कहानी को ऐसे ताने-बाने के साथ बुना गया है कि समाज की रूढ़िवादिता पर कुठाराघात करते हुए गंगा-जमुनी तहजीब की सीख दे जाती है। निर्देशन के क्षेत्र में पहली बार उतरे बाबा आजमी ने एक-एक सीन को बखूबी फिल्माया है। लोकेशन की बात की जाए तो कहानी के मुताबिक सारे सीन एकदम नेचुरल लगते हैं।

फिल्म के संगीत में शास्त्रीय और सूफी का ऐसा बेहतरीन मिश्रण किया गया है, जो नया और हटकर है। म्यूजिक डायरेक्टर रिपुल शर्मा की यह नई कोशिश कानों को पसंद आती है।

अभिनय की बात की जाए तो नवोदित अदाकारा अदिति में भविष्य की स्टार बनने की काबिलियत नजर आती है। वहीं दूसरी तरफ दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के सामने दानिश हुसैन की परफारमेंस बड़ी दमदार लगती है।

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'मी रकसम' का प्रीमियर ओटीटी प्लेटफॉर्म ZEE5 पर 21 अगस्त को हो चुका है।

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शिवसेना को क्यों डर लग रहा है सुशांत केस में सीबीआई जांच से? कहीं महाराष्ट्र में सरकार जाने का डर तो नहीं?

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले ने शिवसेना को परेशानी में डाल दिया है। जिस तरह सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर शिवसेना का रिएक्शन आया, उससे कई सवाल उठ रहे हैं कि सीबीआई की जांच से सब खुश हैं तो महाराष्ट्र की सत्तासीन पार्टी को उसमें क्या दिक्कत हो रही है। खैर, सुशांत की कथित आत्महत्या को लेकर महाराष्ट्र में सियासी घमासान शुरू हो गया है, यह तय है।

कुछ लोग मराठी माणुस यानी मुंबई पुलिस की क्षमता पर सवाल उठाए जाने को शिवसेना की बौखलाहट से जोड़ रहे हैं। जबकि, बात इससे भी बढ़कर है। सुशांत की मौत को लेकर कई तरह की कहानियां सोशल मीडिया में आईं और जो सबसे ज्यादा चर्चित हुई, उसमें उनकी पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की आत्महत्या से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और राज्य के मंत्री आदित्य ठाकरे का गहरा कनेक्शन बताया जा रहा है।

मुंबई में शिवसेना की पॉलिटिक्स को 25 वर्षों से कवर कर रहे वरिष्ठ पत्रकार चंद्रकांत शिंदे का कहना है कि आदित्य ठाकरे का फिल्मी कनेक्शन सबको पता है। यह कोई नई बात नहीं है। वह पहले भी फिल्मी पार्टियों का हिस्सा बनते आए हैं। बॉलीवुड में कई स्टार उनके दोस्त हैं। इससे पहले भी आदित्य का नाम बॉलीवुड की एक एक्ट्रेस के साथ जोड़ा गया था।

यह तो साफ है कि आदित्य का अपना सर्कल है और उसमें फिल्मी सितारे भी हैं। सोशल मीडिया पर चल रही कहानियों में एक पोर्टल इंटरव्यूटाइम्स.नेट पर प्रकाशित कहानी के कुछ तथ्य सच भी साबित हुए हैं। इसमें ही आदित्य ठाकरे के कनेक्शन को मजबूती से स्थापित किया गया है। सुशांत का घर छोड़ने से पहले रिया चक्रवर्ती की महेश भट्ट से हुई बातचीत भी इसी पोर्टल पर सबसे पहले सार्वजनिक हुई थी। अब वायरल पोस्ट इसे सही साबित कर रही हैं।

एक और कहानी यह भी चल रही है कि दिशा सालियान केस से जुड़े कुछ दस्तावेज पुलिस थाने से गुम हो गए हैं। मुंबई पुलिस के बहानों पर किसी को भी यकीन नहीं हो रहा और उंगलियां उस पर ही उठ रही हैं। साफ है कि किसी राजनीतिक दबाव के बिना ऐसा नहीं हुआ होगा।

अब जब जांच सीबीआई के हाथ आ ही गई है तो इस कहानी की सच्चाई भी जल्द ही सामने आएगी, ऐसी उम्मीद है। लेकिन, सवाल है कि महाराष्ट्र की सियासत में क्या हो रहा है? दरअसल, इस मुद्दे पर शिवसेना को सत्ता में सहयोगी पार्टियां एनसीपी और कांग्रेस ने अकेला खड़ा कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर महाराष्ट्र के गौरव की झंडाबरदारी जिस तरह शिवसेना ने की, उतना दमखम कांग्रेस और एनसीपी ने नहीं दिखाया।

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एनसीपी चीफ शरद पवार के पोते और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ पवार तो इस मामले में विपक्ष के साथ खड़े दिखाई दिए। पहले तो उन्होंने सीबीआई जांच की मांग कर दी, फिर जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया तो ‘सत्यमेव जयते’ लिखकर ट्वीट भी किया। भाजपा के नेता नारायण राणे और उनके बेटे नितेश राणे ने तो इस मामले में आदित्य ठाकरे पर ही मुंबई पुलिस पर दबाव बनाने के आरोप लगाए। राणे ने जूनियर ठाकरे को लेकर #BabyPenguinresign हैशटेग शुरू किया और देखते-देखते यह ट्विटर पर वायरल हो गया।

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दिव्य मराठी के स्टेट एडिटर संजय आवटे की माने तो कहानी यहां थमने वाली नहीं है। इस मामले में सबसे ज्यादा फायदा भाजपा को ही होने वाला है। मान लो कि सीबीआई को आदित्य ठाकरे की कोई भूमिका नजर न आए, लेकिन यदि उसे पूछताछ के लिए बुला लिया तो शिवसेना की किरकिरी हो जाएगी। तब दो संभावनाएं बनेंगी। पहली, सहयोगी पार्टियां आदित्य और उद्धव पर इस्तीफे के लिए दबाव भी बना सकती हैं। ऐसे में भाजपा को शिवसेना पर दबाव बनाकर साथ आने के लिए मजबूर करने का मौका मिलेगा। दूसरा, एनसीपी शिवसेना का साथ छोड़कर भाजपा के साथ जा सकती है। अजित पवार पहले भी ऐसा कर चुके हैं और आधी रात को देवेंद्र फडणवीस के साथ सरकार भी बना चुके हैं।

जो बात आवटे कह रहे हैं, वह मुंबई के कई पत्रकार कह रहे हैं। कारण यह है कि महाराष्ट्र में सरकार बनने के नौ महीने बाद भी शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार स्थिर नहीं हो सकी है। तीनों में समन्वय बन ही नहीं पा रहा। तभी तो निगम-मंडलों में होने वाली राजनीतिक नियुक्तियां अब भी अधर में हैं। इतना ही नहीं, विधानमंडल में 12 नामांकित विधायकों की नियुक्ति का मामला भी आगे नहीं बढ़ पाया है। सरकार अब तक नाम ही फाइनल नहीं कर पाई है। महत्वपूर्ण बात यह है कि शिवसेना के कई कार्यकर्ता भी अपनी सरकार में खुश नहीं है। लेकिन, बोल कुछ नहीं सकते।

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Sushant Singh Rajput Case CBI Probe | Why Is Shiv Sena Party And Uddhav Thackeray Maharashtra Government Afraid And Scared Of CBI

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अभिनेता ने कहा- सुशांत सिंह राजपूत केस में कंगना की थ्योरी गलत साबित हुई, उन्हें अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटा देना चाहिए

फिल्म अभिनेता आदित्य पंचोली का कहना है कि सुशांत सिंह राजपूत केस में कंगना रनोट की थ्योरी गलत साबित हुई है। इसलिए वादे के मुताबिक उन्हें अपना पद्मश्री अवॉर्ड सरकार को लौटा देना चाहिए। दरअसल, कंगना सुशांत की मौत के बाद से इस मुद्दे पर खुलकर बोल रही। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि सुशांत ने बॉलीवुड में फैले नेपोटिज्म की वजह से आत्महत्या जैसा कदम उठाया। एक्ट्रेस ने यह भी कहा था कि अगर वे अपने दावे साबित नहीं कर पाईं तो अपना पद्मश्री लौटा देंगी।

कंगना ने सभी का समय बर्बाद किया: आदित्य

55 साल के आदित्य पंचोली ने आज तक से बातचीत में कंगना पर तंज कसा और कहा, "उससे कहो कि अपना पद्मश्री लौटा दे, क्योंकि सुशांत सिंह राजपूत मामले में वह गलत साबित हुई है। उनके पिता ने पटना में एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें नेपोटिज्म जैसे किसी एंगल का जिक्र नहीं किया। उन्होंने स्पष्ट तौर पर रिया चक्रवर्ती पर सेक्शन 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने) का मामला बनवाया है। इंडस्ट्री के लोगों का नाम लेकर कंगना सभी का समय बर्बाद कर रही थीं।"

'जिस थाली में खाते हैं उसमें छेद नहीं करते'

आदित्य ने कंगना पर निशाना साधते हुए आगे कहा, "जिस थाली में खाते हैं, उसमें छेद नहीं करते। उस औरत के बारे में क्या बोल सकते हैं? उस पर हमारा मानहानि का केस भी चल रहा है। उसे मेरे और मेरे परिवार के बारे में नहीं बोलना चाहिए।" आदित्य के मुताबिक, वे जानना चाहते हैं कि कंगना बॉलीवुड के किस नेपोटिज्म के बारे में बात करती रहती हैं।

तीन साल पहले आदित्य ने मानहानि का केस किया था

आदित्य पंचोली और उनकी पत्नी जरीना वहाब ने तीन साल पहले कंगना के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया था। आदित्य ने दो केस दर्ज करवाए, जिनमें से एक सिविल और दूसरा क्रिमिनल डेफमेशन का था। एक इंटरव्यू में आदित्य ने कहा था, "मैं गुस्सा नहीं हूं, लेकिन कंगना ने जो किया उससे मैं बहुत दुखी हूं। कंगना और उनकी बहन रंगोली ने मेरी पत्नी और बच्चों को इस मामले में घसीटा है, जो बिल्कुल भी ठीक नहीं है।"

दरअसल, तब रजत शर्मा के शो 'आप की अदालत' में कंगना ने आदित्य पंचोली पर आरोप लगाया था कि जब वो दोनों रिलेशनशिप में थे। तब आदित्य उनके साथ अब्यूजिव लैंग्वेज का इस्तेमाल किया करते थे और उन्होंने उनका शोषण भी किया था।

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आदित्य पंचोली ने तीन साल पहले कंगना रनोट के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया था।

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