अप्रैल में भी सुशांत के टच में थीं दिशा, दोनों के बीच वॉट्सऐप चैट के स्क्रीनशॉट सामने आए

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत और उनकी एक्स मैनेजर रहीं दिशा सलियान की जून महीने में एक हफ्ते के अंदर मौत हो गई थी। सुशांत का शव 14 जून को उनके बांद्रा स्थित फ्लैट पर पंखे से लटका मिला था, वहीं दिशा ने मलाड में एक फ्लैट से कूदकर जान दे दी थी। अब दिशा और सुशांत का बीच वॉट्सऐप चैट के कुछ स्क्रीनशॉट सामने आए हैं, जो यह साबित करते हैं कि दोनों अप्रैल में एक-दूसरे के संपर्क में थे।

दिशा और सुशांत बीच 2 और 7 अप्रैल के बीच बातचीत हुई थी।

चैट से पता चलता है कि दिशा सुशांत के पीआर को देख रही थी और वे नए प्रोजेक्ट्स के संबंध में लगातार संपर्क में थे। इसके अलावा, चैट से यह भी पता चलता है कि सुशांत को अप्रैल में टेलीविजन विज्ञापनों के लिए भी प्रस्ताव मिल रहे थे।

7 और 10 अप्रैल के बीच दिशा और सुशांत के बीच बातचीत।

10 दिन में 4 बार दोनों के बीच हुई चैट
चैट के जो हिस्से सामने आए हैं उनमें दिशा और सुशांत एक ब्रांड के साथ जुड़ने और उसके द्वारा दिए जा रहे ऑफर पर चर्चा कर रहे हैं। दिशा ने इसके लिए एक ऑनलाइन इंटरएक्टिव सेशन का भी आयोजन किया था। इस चैट के दौरान सिद्धार्थ पिठानी का नाम भी ‘सिड’ के रूप में सामने आया। दिशा और सुशांत के बीच 2, 7, 10 और 11 अप्रैल को यह बातचीत हुई है।

10 अप्रैल को हुई दिशा और सुशांत के बीच की बातचीत।

पहले दिशा से सिर्फ एक बार मिलने का दावा किया गया था
इससे पहले दिशा के परिवार और मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि वे और सुशांत सिर्फ एक बार मिले हैं। वॉट्सऐप के यह स्क्रीनशॉट उस दावे को गलत साबित करते हैं। इसमें दोनों प्रोफेशनल लाइफ को लेकर लंबी बात कर रहे हैं। एक न्यूज चैनल से बातचीत में दिशा की मां वसंती सालियान ने कहा था- दिशा हमेशा अपने काम से जुड़ी डिटेल्स शेयर करती थी। किसके साथ वो काम कर रही है, क्या काम कर रही है सबकुछ। मैंने कभी सुशांत के बारे में नहीं सुना। इस सबसे पहले मैं सुशांत को ज्यादा जानती भी नहीं थी।

एक घड़ी के प्रोजेक्ट पर सुशांत के साथ काम किया था
दिशा सुशांत सिंह राजपूत के साथ एक प्रोजेक्ट पर काम कर रही थीं। वे जूते और घड़ी के ऐड में सुशांत के लिए काम कर रही थीं। उस प्रोजेक्ट के साथ सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से वो कभी शुरू नहीं हो पाया।

दिशा सालियान का करियर
दिशा सालियान मुंबई में ही अपने परिवार संग दादर वाले फ्लैट में रहती थीं। एक अखबार से उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद दिशा साल 2013 में आईपीएएन नाम की कंपनी के साथ जुड़ीं। दिशा ने साल 2015 में ऐश्वर्या राय को फिल्म जज्बा के वक्त मैनेज किया था। तब वे स्मिथ पीआर कंपनी के साथ काम कर रही थीं। दिशा ने छिछोरे फिल्म के वक्त एक्टर वरुण शर्मा के लिए काम किया था। तब वे ‘क्वान एंटरटेनमेंट और मार्केटिंग सलूशन’ के साथ जुड़ी हुई थीं। बताया जाता है उसी वक्त उनकी सुशांत से मुलाकात हुई थी।

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दिशा सालियान (दाएं) की मौत 8 जून को मुंबई के मलाड इलाके में स्थित एक बिल्डिंग की 14वीं मंजिल से गिरकर हुई थी। उनके पास कोई सुसाइड लेटर बरामद नहीं हुआ था।

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'गोरखा' के लिए जॉन अब्राहम और निखिल आडवाणी को रक्षा मंत्रालय की अनुमति का इंतजार, ताकि बाद में कोई आपत्ति ना उठाए

अक्षय कुमार के अलावा जॉन अब्राहम ही ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने लॉकडाउन के बीच फिल्म मेकर्स को अपनी तारीखें दीं। जॉन अब्राहम ‘मुंबई सागा’ और ‘सत्‍यमेव जयते 2’ के अलावा निखिल आडवाणी के बैनर की ‘गोरखा’ कर रहे हैं। जो कि सेना की गोरखा रेजिमेंट की कहानी पर आधारित होगी। निखिल आडवाणी के प्रोडक्‍शन से जुड़े सूत्रों ने बताया कि फिल्‍म में कैरेक्‍टर का स्‍केच और कहानी कैसी होगी, उससे डिफेंस मिनिस्‍ट्री को अवगत करा दिया गया है।

प्रोडक्‍शन से जुड़े एक अधिकारी ने बताया, 'लॉकडाउन के फेज में डिफेंस मिनिस्‍ट्री से परमिशन लेने के लिए जरूरी औपचारिकताओं का काम पूरा कर लिया गया है। अब बस उनकी तरफ से फिल्‍म को हरी झंडी मिलनी बाकी है, कि फिल्‍म में जिस तरीके से गोरखा रेजिमेंट को दिखाया जाएगा, उस पर विभाग को कोई आपत्ति नहीं है।

रक्षा मंत्रालय से इजाजत मिलने के बाद ही फिल्‍म की शूटिंग शुरू करने को लेकर शेड्यूल तय किया जाएगा। प्रोडक्‍शन के लोग नहीं चाहते कि आगे चलकर फिल्‍म को लेकर मंत्रालय की किसी तरह की आपत्ति का सामना करना पड़े।

इन दिनों ‘गुंजन सक्‍सेना: द कारगिल गर्ल’ और कई साल पहले ‘एयरलिफ्ट’ को लेकर विवाद हुआ था और उन्हें संबंधित विभागों की नाराजगी झेलनी पड़ी थी। जबकि इमरान हाशमी की ‘कैप्‍टन नवाब’ फाइनेंस की कमी और रक्षा मंत्रालय से जवाब आने में हुई देरी की वजह से बंद ही हो गई।

दरअसल ‘एयरलिफ्ट’ की रिलीज के बाद विदेश विभाग के कई ब्‍यूरोक्रेट्स ने ऐतराज दर्ज किया था कि क्रिएटिव लिबर्टी के नाम पर फिल्‍म में तथ्‍यों से छेड़छाड़ हुई है। इस पर फिल्‍म के मेकर राजा कृष्‍ण मेनन ने ऑन रिकॉर्ड कहा था कि उन लोगों ने शूट पर जाने से पहले विदेश मंत्रालय को स्क्रिप्‍ट और चिट्ठी भेजी थी, पर कई हफ्तों के इंतजार के बावजूद जवाब नहीं मिले। मजबूरन टीम को शूट पर जाना पड़ा।

‘गुंजन सक्‍सेना: द कारगिल गर्ल’ को भी एयरफोर्स की नाराजगी झेलना पड़ रही है और एक पूर्व महिला वायुसेना अधिकारी ने तो खुलकर फिल्मों में गलत तथ्यों को पेश करने का आरोप लगाया है। हालांकि अपने पुराने इंटरव्‍यूज में उनका स्‍टैंड ठीक उलट रहा था।

जॉन अब्राहम और निखिल आडवाणी इस तरह के विवाद नहीं चाहते हैं। तभी 'गोरखा' की शूट पर जाने से पहले वो डिफेंस मिनिस्‍ट्री से सारी इजाजतें हासिल कर लेना चाहते हैं। इस बारे में हमने निखिल आडवाणी से भी संपर्क करने की कोशिश की। मगर खबर लिखे जाने तक उनकी ओर से आधि‍कारिक जवाब मिलना बाकी था।

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Waiting for the approval of the Ministry of Defense to John Abraham and Nikhil Advani for 'Gorkha', so that no one would later raise any objection

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'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में होगी राकेश बेदी की एंट्री, बोले- 12 साल पहले भी ऑफर हुआ था शो लेकिन बात आगे नहीं बढ़ सकी थी

वरिष्ठ अभिनेता राकेश बेदी जल्द ही टीवी शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में नजर आएंगे। इस बारे में दैनिक भास्कर से बात करते हुए उन्होंने बताया कि इसी किरदार के लिए 12 साल पहले भी सीरियल के मेकर्स ने उन्हें एप्रोच किया था। हालांकि उस वक्त बात आगे नहीं बढ़ पाई थी। अब जब फिर से ये ऑफर मिला है तो वे चाहते हैं कि ये लम्बे समय तक चले।

राकेश बेदी ने बताया, 'असित मोदी मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं। मैं उनके साथ कुछ पुराने प्रोजेक्ट्स में भी काम कर चूका हूं। यूं तो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' तारक मेहता की कहानी पर आधारित था हालांकि मेकर्स ने फिर इसे जेठालाल की कहानी बना दिया।'

'मुझे याद है 12 साल पहले जब इस शो की शुरुआत हुई थी तो मुझे शो में तारक मेहता (शैलेश लोढ़ा) के बॉस का रोल ऑफर हुआ था। लेकिन कुछ वजह से बात आगे नहीं बढ़ पाई थी। अब इतने सालों बाद मेकर्स चाहते हैं कि तारक मेहता की कहानी को एक्स्प्लोर किया जाए और इसीलिए उन्होंने मुझे फिर से उनके बॉस का रोल ऑफर किया है।'

उन्होंने आगे बताते हुए कहा, 'मैंने शूटिंग शुरू कर दी है और फिलहाल मेकर्स इस किरदार को एक्स्प्लोर करना चाहते हैं और उस पर ऑडियंस का रिएक्शन देखना चाहते हैं। अब वे कैसे करते हैं, ये तो मैं भी फिलहाल नहीं जानता लेकिन उम्मीद करता हूं कि ये रोल लोगों को पसंद आए। अब ये केमियो रोल होगा या फुल-फ्लेज्ड ये तो वक्त ही बताएगा।'

खुद इस शो को देखने के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, 'सच कहूं तो इतना ज्यादा नहीं देखता। हां जानता हूं कि ये शो काफी पॉपुलर है लेकिन मैं इस शो को ज्यादा फॉलो नहीं करता। हां, मैं और दिलीप जोशी (जेठालाल) बहुत पुराने दोस्त हैं। हमने कई शोज में एक साथ काम किया है और उनके साथ काम करने को लेकर मैं काफी उत्साहित हूं।'

'तारक मेहता' के अलावा राकेश बेदी सीरियल 'भाबीजी घर पर हैं' में भूरे लाल (अंगूरी भाभी के पिता) के किरदार में भी कभी-कभी नजर आते हैं।

वैसे आपको बता दें कि जेठालाल के किरदार की पहली पसंद दिलीप जोशी नहीं बल्कि दिवंगत जतिन कनकिया थे। लेकिन दुर्भाग्यवश कैंसर की वजह से शो बनने से पहले ही उनकी मौत हो गई थी। राकेश बेदी और जतिन कनकिया पॉपुलर शो 'श्रीमान-श्रीमती' का हिस्सा भी रह चुके हैं।

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Rakesh Bedi's entry in 'Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah', said - The show was offered 12 years ago but the talk could not proceed.

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लोगों को कुपोषण से बचाने के लिए जैकलीन फर्नांडीज ने एक फाउंडेशन से मिलाया हाथ, दो गांवों की जिम्मेदारी अपने ऊपर ली

एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीज ने महाराष्ट्र के पथराड़ी और सकुर गांवों के ग्रामीणों के पोषण हेतु 'एक्शन अगेंस्ट हंगर फाउंडेशन' के साथ भागीदारी की है। इससे पहले भी, महामारी के प्रारंभिक चरण के दौरान कुपोषण के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए उन्होंने इस फाउंडेशन के साथ मिलकर काम किया था।

जैकलिन ने अपने पालघर प्रोजेक्ट के लिए उनके साथ भागीदारी की है, जिसका लक्ष्य कुपोषण को पूरी तरह से खत्म करना है। हालांकि ये लंबे समय तक चलने वाली प्रक्रिया है जिसमें समय लगेगा और सही कदम व उपायों के साथ ही इसे प्राप्त किया जा सकता है और इसके लिए जैकलीन हर संभव कोशिश कर रहीं है।

जैकलीन ने नहीं अपनाया शॉर्ट टर्म उपाय

कोरोना महामारी के दौरान गांवों में हालात काफी खराब हो गए हैं, जिसके बाद हर कोई अपनी तरफ से ग्रामीणों की मदद की कोशिश कर रहा है। लेकिन जैकलीन ने शॉर्ट टर्म सॉल्यूशन देने के बजाय गांवों को गोद ले लिया है और यह सुनिश्चित करने की योजना बनाई है कि वे हमेशा मुस्कुराते रहें और उन्हें कभी भी भूखमरी से ना गुजरना पड़े।

महिलाओं को बच्चों की देखभाल की ट्रेनिंग दी जाएगी

इस साझेदारी के तहत 1550 लोगों को खाना खिलाया जाएगा, जिससे उन्हें अगले तीन सालों के लिए सभी आवश्यक पोषण मिल सकेगा। इसके लिए विभिन्न समूह सत्र भी आयोजित किए जाएंगे जो पोषण पर केंद्रित होंगे। योजना के तहत महिलाओं को भी ये बताया जाएगा कि जन्म के बाद बच्चों की देखभाल कैसे करनी है, साथ ही 6 साल से कम उम्र के बच्चों की MUAC टेप के तहत कुपोषण के लिए जांच भी की जाएगी।

कोशिश रहेगी कि कोई भी कुपोषित ना रहे

सात फ्रंटलाइन श्रमिकों को प्रशिक्षण और नौकरी के दौरान भी सहायता प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही, गांव में किचन गार्डन भी बनाए जाएंगे। यह सब सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन किया जाए और कोई भी भुखमरी या पोषण की कमी से पीड़ित न हो।

सोशल मीडिया के जरिए जैकलीन को शुक्रिया कहा

एक्शन अगेंस्ट हंगर ने जैकलीन की इस पहल के बारे में अपने सोशल मीडिया पर भी जानकारी शेयर की है। जिसके साथ उन्होंने लिखा है, 'आपके सहयोग के लिए जैकलीन फर्नांडीस आपका धन्यवाद और परिवार में आपका स्वागत है। इस मुश्किल समय में हमें एक साथ मिलकर काम करने और जिंदगियों में बदलाव के लिए मदद करने की जरूरत है।'

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Jacqueline Fernandez joined hands with a foundation to save people from malnutrition, took responsibility for two villages Jacqueline Fernandez adopted two villages of maharashtra to fight with malnutrition

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ट्विटर पर किया पोस्ट - जानती हूं यहां मेरे पास बहुत कम वक्त है, लेकिन इसका इस्तेमाल मैं मूवी माफिया को एक्सपोज करने में करूंगी

पिछले दो महीने से कंगना रनोट सोशल मीडिया पर लगातार बॉलीवुड के नेपोटिज्म, सुशांत के लिए न्याय और अन्य बॉलीवुड सेलेब्स को लेकर हमलावर हैं। इस बात का अंदाजा उन्हें भी है कि अब उनके सोशल मीडिया अकाउंट को जल्द ही सस्पेंड करवा दिया जाएगा। इसलिए टीम ने उनके ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर इसी से जुड़ा एक ट्वीट किया है, जिसमें कहा है कि उनके पास वक्त बहुत कम है।

मूवी माफिया को एक्सपोज करूंगी- कंगना

ट्वीट में लिखा है- मेरे दोस्तों, यहां मेरी बातों को वे लोग अनडायमेंशनल मान सकते हैं, जो ज्यादातर मूवी माफिया, उनके एंटीनेशनल और हिंदूफोबिक रैकेट से निर्देशित हैं। मुझे पता है कि मेरा समय यहां सीमित है, वे मेरे अकाउंट को किसी भी समय सस्पेंड करवा सकते हैं। भले ही मेरे पास बताने के लिए बहुत कुछ है लेकिन मुझे इस समय का उपयोग मूवी माफिया को एक्सपोज करने के लिए करना है।

मनाली में घर के बाहर हुई थी फायरिंग

रिपोर्ट्स के अनुसार इसके पहले भी कंगना के घर के बाहर मनाली में गोली चलने की आवाजें सुनी गई थीं। कंगना का कहना था कि सीएम के बेटे पर कमेंट करने के बाद यह घटना हुई थी। इसके बाद एक दिन पहले कंगना की मां आशा ने बेटी की सुरक्षा के लिए महामृत्युंजय मंत्र जाप करवाया था, जिसकी पूजा रविवार को संपन्न हुई।

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आमिर खान को बनाया निशाना

कंगना के ट्वीट के बाद पूरा दिन उनका अकाउंट एक्टिव ही रहा। हालांकि इसके बाद देर रात उन्होंने आमिर खान को लेकर कई ट्वीट किए हैं। जिनमें उनके तुर्की की फर्स्ट लेडी से मिलने को लेकर खरी खोटी सुनाई। जिसमें एक आर्टिकल भी शेयर किया है जो यह कहता है कि आमिर भले ही अपनी पत्नियों को हिंदु धर्म से लेकर आए हैं, लेकिन उनके बच्चे इस्लाम को ही फॉलो करेंगे।

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Kangana Ranaut said My Time Is Limited on twitter so I will Utilise It To Expose Movie Mafia

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सोनचिरैया में को-एक्टर रहे दिवाकर ने खोला राज, कहा- लकड़ी के ताबूत में सुशांत अपने अवॉर्ड रखते थे ताकि शोहरत दिमाग पर हावी न हो

सुशांत सिंह राजपूत की मौत की वजह दो महीने बाद भी साफ नहीं हो पाई है। आए दिन नए दावे और नए राज खुल रहे हैं। इस बीच, फिल्म सोन चिरैया में काम करने वाले राम नरेश दिवाकर ने बताया कि सुशांत सिंह राजपूत का किरदार असल जिंदगी में कैसा था। दिवाकर ने कहा कि सुशांत अपने घर में एक लकड़ी का ताबूत रखते थे। इस ताबूत में उनके अवॉर्ड रहते थे।

एक दिन दिवाकर ने सुशांत से पूछा कि अवॉर्ड इस ताबूत में क्यों रखते हो तो सुशांत ने जवाब दिया कि इसलिए ताकि शोहरत दिमाग पर हावी ना हो।

दिवाकर ने यह बात इंस्टाग्राम पर साझा की

दिवाकर ने लिखा- आज दो महीने हो गए हैं सुशांत। मैं आपको बहुत मिस करता हूं मेरे भाई। मुझे बहुत अच्छे से बोलना नहीं आता, मेरे शब्द भी इधर-उधर हो जाते हैं। थोड़ा अटक जाता हूं। लेकिन फिर कोशिश करता हूं सबको तुझसे जुड़े छोटे-बड़े एक्सपीरियंस बताऊं। मैं उम्मीद करता हूं कि आप मेरे शब्दों से ज्यादा भावनाओं को समझोगे। उसकी क्रब वाले डब्बे की बात मुझे छू गई थी। मैंने आज तक किसी को ऐसा करते नहीं देखा है। मैं उम्मीद करता हूं उसके इस किस्से को सुनकर हम सब बहुत कुछ अच्छा सीखेंगे और जीवन को एक अलग नजरिए से देखेंगे। मिस यू सुशांत।

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रान नरेश दिवाकर ने बताईं ये बातें भीं

दिवाकर ने कहा- आज मैं बहुत ही इंट्रेस्टिंग बात आप सबसे शेयर करने जा रहा हूं। आप लोगों को ये बात निश्चित तौर पर नहीं पता होगी। आपने देखा होगा कि स्टार्स के अवॉर्ड के लिए अलग रूम होता है, गैलरी होती है, म्यूजियम बनाते हैं, कोई जगह रहती है। मैं जब सुशांत के घर गया तो उसके घर में कब्र की शेप का एक वुडन बॉक्स था, जिसमें वो अपने सारे अवॉर्ड डालता था। मैंने पूछा तो सुशांत ने बताया कि ऐसा इसलिए करता हूं ताकि शोहरत कभी उसके सिर पर ना चढ़े इसलिए सारे अवॉर्ड इस कब्र में डाल देता हूं।

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"लूडो खेलना सुशांत को पसंद था, सुबह-सुबह फोन करके बुला लिया था'

दिवाकर ने आगे कहा- सुशांत की यह बात मेरे लिए काफी सीखने वाली थी कि अंत में इंसान के साथ केवल उसके अच्छे कर्म ही जाते हैं। दौलत-शोहरत बस टेम्परेरी है। उसके अच्छे कर्म ही हैं, वरना मरते तो बहुत लोग हैं दुनिया में। एक दिन की बात बताता हूं कि सुबह सुशांत का फोन आया कि आधा घंटा है तो आओ घर पर। मैं उसके घर पहुंचा। उसने पूछा कि क्या लोगे चाय-पानी। मैंने कहा कि तुम ये बताओ कि किसलिए आधे घंटे में बुलाया? उसने कहा कि हां लूडो खेलेंगे। मैंने पूछा कि भाई तुम ठीक हो? सुबह-सुबह लूडो खेलने के लिए कौन बुलाता है। इस पर सुशांत ने कहा कि इतनी टेंशन काहे लेते हैं भैया। लूडो खेेलेंगे, जिंदगी है, मजे लो। लूडो खेलने का बहुत शौक था उसे।

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"जो सुशांत का फैन नहीं भी था, वो आज उसका फैन हो गया है'

उन्होंने बताया कि हमारे साथी हैं अंकुर त्रिपाठी। उनसे बात हुई तो वो उदास थे। उनके पास एक हुडी थी, जिस पर नासा लिखा हुआ था। एक बार सुशांत ने उनसे पूछा था कि आपने ये कहां से ली और क्या ये आप मुझे गिफ्ट करोगे। ये दिखाता है कि सुशांत के पास कोई अहम नहीं था, कोई स्टारडम नहीं था। वो सामान्य इंसान था। जो उसके फैंस नहीं भी थे, वो आज उसके फैन हो गए हैं। ऐसा लग रहा है, जैसे परिवार का भाई और दोस्त चला गया। ऐसा लग रहा है, जैसे वो कोई जादू सा करके चला गया हो।

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Sonchiriya co actor Ram Naresh Diwakar revealed in a video that Sushant singh Rajput used to keep coffin at his house

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वी. शांताराम की बेटी मधुरा ने कहा था- शादी करूंगी तो पंडित जसराज से, वरना नहीं; तब शांताराम ने पूछा था- कितना कमा लेते हो?

लोकप्रिय शास्त्रीय गायक पंडित जसराज का निधन हो गया है। 90 साल की उम्र में उन्होंने न्यूजर्सी, अमेरिका में अंतिम सांस ली। जसराज ने बॉलीवुड के लिए पहला और इकलौता रोमांटिक गीत 78 साल की उम्र में गाया था। फिल्म थी '1920' और गीत था 'वादा तुमसे है वादा'। इस फिल्म के निर्देशक विक्रम भट्ट थे, जबकि गाने का म्यूजिक अदनान सामी ने दिया था। हालांकि, उनका हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से बहुत गहरा नाता रहा है। वे अपने जमाने के दिग्गज फिल्ममेकर वी. शांताराम के दामाद थे।

कैसे शांताराम के दामाद बने पंडित जसराज

वी. शांताराम की बेटी मधुरा का जन्म 1937 में हुआ था। उनके पिता वी. शांताराम स्वयं बड़े कलाकार थे और उनकी कला उनकी फिल्मों में स्पष्ट झलकती थी। शास्त्रीय गायन और नृत्यों का सफल प्रयोग उन्होंने अपनी सभी फिल्मों में किया। अपने सभी बच्चों को उन्होंने उनके बचपन में ही कला के प्रति कुछ न कुछ सम्मान पैदा करने का प्रयास किया।

मधुरा ने साल 1952 से ही गाना सीखना शुरू कर दिया। गुरु विपिन सिंह से मणिपुरी और भरतनाट्यम सीखने के बाद 'झनक-झनक पायल बाजे' बनने के समय गोपीकिशन जी से कथक की भी शिक्षा मधुरा जी ने ली। 1960 में मधुरा और पंडित जसराज के बीच पत्र-व्यवहार शुरू। पंडित जसराज की भतीजी योगाई बताती हैं कि उनकी ओर से पत्र लिखती तो वे थीं, लेकिन उन पर हस्ताक्षर 'चाचाजी' यानी पंडित जसराज करते थे।

वैसे ये पत्र छोटे और औपचारिक होते थे कि मैं अमुक तारीख को आने वाला हूं या फिर आपका रियाज कैसा चल रहा है। मधुरा ने कहा था-'एक बार मैंने जसराज जी को भी अपना गाना सुनाया था जो उन्हें अच्छा लगा।' शांताराम जी को भी जसराज जी अच्छे लगे। धीरे-धीरे वे समझ गए थे कि मधुरा का रुझान उनकी ओर है।

उस समय शांताराम की फिल्म 'स्त्री' पूरी होने वाली थी। उन्होंने सोचा कि पहले 'स्त्री' रिलीज हो जाए, उसके बाद इस मामले को देखेंगे। मधुरा अपनी छोटी बहिन चारुशीला के साथ 'स्त्री' के रिलीज के लिए कोलकाता गई थीं।

एक बार जब शांताराम ने जसराज से उनकी कमाई के विषय में पूछा तो पता चला कि 200-300 रुपए महीना कमा लेते हैं। उन दिनों 200-300 रुपए भी बहुत होते थे, फिर हजारों तो बहुत बड़ी रकम थी। मधुरा बताती हैं, मैंने पापा से कह दिया कि मैं शादी करूंगी तो इन्हीं से वरना नहीं करूंगी।'

वी. शांताराम बहुत बड़े निर्माता-निर्देशक थे। उन्हें लगा कि लड़का पंजाबी है। उस समय हरियाणा पंजाब का हिस्सा था। कितनी कमाई है। उन्होंने मणिराम (जसराज के चाचा) से पूछा कि जसराज कितना कमा लेते हैं तो वहां से भी यही उत्तर मिला 200-300 रुपए महीना। तो अगला प्रश्न आया आय बढ़ेगी? उत्तर मिला कि कम भी हो सकती है। बस शांताराम जी को यह उत्तर ईमानदार लगा। और उन्होंने मधुरा के साथ पंडित जसराज की सगाई कर दी। यह 1962 की बात है।

19 मार्च, 1962 को मधुरा शांताराम, मधुरा जसराज बन गयीं। वी. शांताराम की बेटी की शादी जिस धूमधाम से होनी चाहिए थी, उसी धूमधाम से हुई। शांताराम के पास एक हाथी था। 'नवरंग' फिल्म में एक गाना-'अरे जा रे अरे नटखट' उस हाथी पर फिल्माया गया था। मधुरा-जसराज के विवाह पर मेहमानों का स्वागत करने के लिए सज-धज कर वह हाथी खड़ा था।

वी. शांताराम के लिए बॉलीवुड में पहला गीत गाया

पंडित जसराज ने बॉलीवुड के लिए पहला गीत ''वंदना करो' 1966 में आई फिल्म 'लड़की शहयाद्री की' में गाया था, जो कि एक भजन था। इस फिल्म को वी. शांताराम ने निर्देशित किया था। जबकि संगीत वसंत देसाई ने दिया था। इसके अलावा 1973 में आई फिल्म 'बीरबल माय ब्रदर' के लिए वे भीमसेन जोशी के साथ एक जुगलबंदी में शामिल हुए थे।

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शादी के दौरान पंडित जसराज और मधुरा शांताराम अन्य फैमिली मेंबर्स के साथ।

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पंडित जसराज ने चार दिन पहले ही की थी बंदिश बैंडिट्स की तारीफ, कहा था- अच्छा लगा शास्त्रीय संगीत के ऊपर कुछ आया है

पंडित जसराज नहीं रहे। चार दिन पहले ही उन्होंने बंदिश बैंडिट्स की तारीफ में एक वीडियो रिकॉर्ड किया था। अक्षत पारिख ने यह वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर किया था। इस वीडियो में पंडितजी कह रहे थे.. तुम्हारे द्वारा भगवान ने बहुत अच्छा काम करवाया, सभी ने बहुत अच्छा काम किया, मुझे बहुत आनंद आया। तुम जानते हो मैं किस लिए कह रहा हूं... मैं बंदिश बैंडिट्स के लिए कह रहा हूं।

बंदिश बैंडिट्स में अक्षत ने दिया है म्यूजिक

सिंगर अक्षत ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा- “संगीत मार्तंड पद्मविभूषण पंडित जसराज जी की ओर से आशीर्वाद। यह मेरे और ‘बंदिश बैंडिट्स’ की पूरी टीम के लिए सबसे बड़ा आशीर्वाद है। स्वयं एक दिग्गज संगीत मार्तंड की तरफ से सराहना के इन शब्दों को सुनकर खुद को बेहद आभारी महसूस कर रहा हूं। बहुत-बहुत धन्यवाद गुरुजी दादा। यह आपका आशीर्वाद है। दंडवत प्रणाम।

शास्त्रीय संगीत पर बनी है सीरीज

बंदिश बैंडिट्स एक ऐसे कपल के इर्द-गिर्द घूमती है, जिन्हें किस्मत मिलवाती है। ये म्यूजिक के चलते जुड़ते हैं और एक बेस्ट बैंड बनाते हैं, लेकिन उनकी विरासत उन्हें अलग कर देती है। यह सीरीज 10 पार्ट में है। जिसमें ऋत्विक भौमिक, श्रेया चौधरी, नसीरुद्दीन शाह, अतुल कुलकर्णी, कुणाल रॉय कपूर, शीबा चड्ढा और राजेश तैलंग जैसे कलाकारों ने काम किया है। इस म्यूजिकल ड्रामा का प्रोडक्शन अमृतपाल सिंह बिंद्रा ने और डायरेक्शन आनंद तिवारी ने किया है।

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Pandit Jasraj had praised the bandish bandits four days earlier before his death

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फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए बने थे स्क्रिप्ट राइटर, मुफलिसी के तीन साल सिर्फ दो पैंट, चार शर्ट और एक स्लीपर के सहारे काटे थे

बॉलीवुड के लिए सोमवार का दिन एक और बुरी खबर लेकर आया, जब फेमस डायरेक्टर निशिकांत कामत का 50 साल की उम्र में निधन हो गया। वे लिवर सिरोसिस बीमारी से पीड़ित थे और बीते 17 दिनों से हैदराबाद के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में बतौर फोर्थ असिस्टेंट करियर शुरू करने वाले कामत ने ऐसे दिन भी देखे जब लगातार तीन सालों तक उन्हें कोई काम नहीं मिला।

कुछ वक्त पहले एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कामत ने अपने से जुड़ी कई बातें बताई थीं। मुंबई के रहने वाले कामत एक शिक्षित परिवार से आते थे, उनकी मां संस्कृत की प्रोफेसर थीं और पिता गणित पढ़ाते थे। जबकि उन्होंने खुद होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया था। हालांकि उन्हें लगता था कि उनकी वजह से वहां कि एक सीट बर्बाद हो गई थी।

कम उम्र में शुरू कर दिया था थिएटर

कामत ने 11वीं-12वीं की पढ़ाई के दौरान ही थिएटर करना शुरू कर दिया था। उनके मुताबिक एकबार वे एक प्ले की रिहर्सल देखने गए थे तो वहां डायरेक्टर ने उनसे पूछा कि चार लड़कों में खड़ा रहेगा क्या, वहां पर हां करने के बाद ही चार लड़कों में खड़ा रहने के चक्कर में उन्हें थिएटर का चस्का लग गया।

इसके बाद उन्होंने दो साल थिएटर किया। उन्हें लग रहा था कि वे केवल शौकिया तौर पर ही थिएटर कर रहे थे। लेकिन जब वे होटल मैनेजमेंट करने गोवा पहुंचे, तो वहां जाकर अहसास हुआ कि उन्हें थिएटर और फिल्मों का बहुत ज्यादा शौक है।

बतौर फोर्थ असिस्टेंट शुरू किया करियर

कामत ने दूरदर्शन के लिए बने एक मराठी सीरियल में बतौर फोर्थ असिस्टेंट काम शुरू किया था। इसी सिलसिले में उन्हें टेप लेकर एडिटर के पास जाने का काम पड़ता रहता था, इसी दौरान कुछ ही वक्त में उन्होंने एडटिंग सीख ली और 22 साल की उम्र में एडिटर बन गए। इसके बाद दो साल तक उन्होंने एडिटिंग की।

पहला डायरेक्शन टीवी के लिए किया

24 साल की उम्र में पहली बार टीवी में डायरेक्शन का मौका मिला और इसके बाद से ही वे डायरेक्टर बन गए। टीवी में 5-6 साल काम करने के बाद उन्हें लगा कि टीवी बहुत हो गई, अब फिल्में करना चाहिए। लेकिन जब भी किसी फिल्म ऑफिस में जाते तो टीवी इंडस्ट्री से होने की वजह से लोग उन्हें गंभीरता से नहीं लेते थे।

फिल्मों के लिए छोड़ना पड़ी थी टीवी

टीवी इंडस्ट्री की वजह से अनदेखा किए जाने से वे इतने दुखी हुए कि उन्होंने सीरियल बनाना ही छोड़ दिया। जिसके चलते अगले एक-दो साल उन्हें कोई काम नहीं मिला। फिर उन्होंने इंडस्ट्री में एंट्री लेने का एक नया रास्ता निकाला और वे स्क्रिप्ट राइटर बन गए। अगले तीन साल तक राइटिंग का काम किया।

लिखने के साथ फिल्मों में एक्टिंग भी की

राइटिंग का काम करने के दौरान ही उन्हें अपनी लिखी फिल्मों 'हवा आने दे' और 'सातच्या आत घरात' में एक्टिंग करने का मौका भी मिला। इसके बाद साल 2005 में फिल्म डायरेक्शन करने का उनका सपना पूरा हुआ।

तीन साल बेहद तंगी में गुजारे

1999 से 2001 के बीच तीन साल तक निशिकांत को कोई काम नहीं मिला था और वो बेरोजगार रहे। उनका कहना था कि वो बहुत डरावना दौर था और उन तीन सालों ने उन्हें बहुत कुछ सिखाया। उनके मुताबिक उस वक्त उनके पास सिर्फ दो पैंट, चार शर्ट, एक स्लीपर और एक जोड़ी जूते ही थे। हालांकि इस दौरान उनके दोस्तों ने उनकी बहुत मदद की थी और उनका पूरा खर्चा उठाया था।

यूं मिला फिल्म डायरेक्शन का मौका

बतौर डायरेक्टर पहली फिल्म 'डोंबिवली फास्ट' बनाने के बारे में उनका कहना था, उस वक्त मैं यूटीवी फिल्म्स में स्क्रिप्ट कंसल्टेंट के तौर पर काम कर रहा था। उस फिल्म की स्टोरी मैंने साल 2003 में लिखकर रखी थी, लेकिन सालभर तक मुझे कोई प्रोड्यूसर नहीं मिला। 2004 के अंत में मुझे एक प्रोड्यूसर मिल गए। उस वक्त वो फिल्म प्रचार के खर्चों को जोड़कर कुल 67 लाख रुपए में बनी थी।

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लिवर सिरोसिस की बीमारी से जूझ कामत को 31 जुलाई को हैदराबाद के गचीबोवली स्थित एआईजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।

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8 महीनों में गई 14 बॉलीवुड सितारों की जान, सुशांत-ऋषि-इरफान से लेकर कुमकुम-सरोज खान कह गईं दुनिया को अलविदा

'मदारी', 'रॉकी हैंडसम' और 'दृश्यम' जैसी फिल्मों के निर्देशक निशिकांत कामत का निधन हो गया है। सोमवार शाम उन्होंने हैदराबाद के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। निशिकांत की मौत से बॉलीवुड को तगड़ा झटका लगा है।

2020 बॉलीवुड के लिए बेहद बुरा साबित हो रहा है क्योंकि निशिकांत इस साल जान गंवाने वाले 14वें बॉलीवुड सेलेब हैं। निशिकांत से पहले बीते 8 महीनों में 13 सितारों की जान जा चुकी है। एक नजर इन्हीं सेलेब्स पर...

कुमकुम

28 जुलाई को बीते जमाने की मशहूर एक्ट्रेस कुमकुम का 86 साल की उम्र में निधन हो गया था। वे लंबे समय से बीमार थीं। उन्होंने मदर इंडिया, आर-पार, CID जैसी कई मशहूर हिंदी फिल्मों में काम किया था। करीब 20 साल के अपने करियर में कुमकुम ने सौ से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उन्होंने 50 से 60 के दशक के दौरान सबसे ज्यादा फिल्में कीं। इस दौरान गुरुदत्त, किशोर कुमार, दिलीप कुमार, देवानंद समेत कई बड़े सितारों के साथ काम किया।

परवेज खान

27 जुलाई को एक्शन डायरेक्टर परवेज खान का मुंबई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। उनकी उम्र 55 साल थी। सीने में दर्द के बाद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी थी। परवेज ने अंधाधुंध, बदलापुर, बुलेट राजा जैसी फिल्मों में अपना योगदान दिया था।

जगदीप

8 जुलाई को मुंबई स्थित घर में जगदीप का इंतकाल हुआ। वे अभिनेता जावेद और नावेद जाफरी के पिता थे। उनकी मुस्कान नाम की एक बेटी भी है। बताया जा रहा कि 81 साल के जगदीप लंबे समय से बीमारियों से परेशान चल रहे थे। जगदीप रमेश सिप्पी की फिल्म 'शोले' (1975) के किरदार सूरमा भोपाली के नाम से पॉपुलर थे।

हरीश शाह

7 जुलाई को पिछले 40 साल से फिल्म इंडस्ट्री का एक और जाना-पहचाना नाम रहे प्रोड्यूसर डायरेक्टर हरीश शाह का मंगलवार सुबह 6 बजे निधन हो गया था। हरीश 76 साल के थे और कैंसर से जूझ रहे थे। इसी बीमारी से जूझते हुए लोगों की कहानी दुनिया के सामने लाने उन्होंने शॉर्ट फिल्म Why Me बनाई थी, जिसे प्रेसिडेंट अवॉर्ड मिला था।

सरोज खान

बॉलीवुड में डांसिंग क्वीन के नाम से मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का 71 की उम्र में 3 जुलाई को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। वे कई दिन से सांस लेने में तकलीफ के कारण बांद्रा के हॉस्पिटल में भर्ती थीं। 40 साल के करियर में सरोज खान ने करीब दो हजार गाने कोरियोग्राफ किए।

उन्होंने तीन बार नेशनल अवॉर्ड भी जीता। सरोज खान ने नच बलिए', 'उस्तादों के उस्ताद', 'नचले वे विद सरोज खान', 'बूगी-वूगी', 'झलक दिखला जा' जैसे कई रियलिटी शो में बतौर जज बनकर नई प्रतिभाओं को सामने लाने में अपनी योगदान दिया।

सुशांत सिंह राजपूत

14 जून की सुबह सुशांत का शव उनके मुंबई स्थित अपार्टमेंट से मिलने पर सनसनी फैल गई थी। पहले कहा गया कि 34 साल के सुशांत ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है लेकिन बाद में मामले में हर दिन नए ट्विस्ट देखने को मिल रहे हैं।

पहले मुंबई पुलिस ने सुशांत की मौत की जांच की लेकिन उनकी जांच से असंतुष्ट परिवार ने बिहार में आत्महत्या के लिए उकसाने का रिया चक्रवर्ती पर केस दर्ज करवा दिया। इसके बाद जांच सीबीआई को सौंपने की बात हुई। सुशांत की मौत का कारण क्या था यह अब भी जांच का विषय ही है।

दिशा सालियान

14 जून को सुशांत के सुसाइड से पहले 8 जून को उनकी पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत की खबर ने सबको चौंका दिया था। कहा गया कि दिशा ने 14वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। लेकिन इस मामले को सुशांत की मौत से जोड़कर देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि दिशा का मर्डर किया गया था। मुंबई पुलिस मामले की जांच नए सिरे से कर रही है।

बासु चटर्जी

गुदगुदाती रोमांटिक फिल्मों के भगवान कहे जाने वाले बासु चटर्जी 4 जून को दुनिया को अलविदा कह गए थे। इंडस्ट्री में उनकी पहचान बासु दा के रूप में थी। बासु चटर्जी को छोटी सी बात, रजनीगंधा, बातों बातों में, एक रुका हुआ फैसला और चमेली की शादी जैसी फिल्मों के निर्देशन के लिए जाना जाता है।

फिल्मों में बासु चटर्जी के योगदान के लिए 7 बार फिल्म फेयर अवॉर्ड और दुर्गा के लिए 1992 में नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी मिला था। 2007 में उन्हें आईफा ने लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा था। 1969 से लेकर 2011 तक बासु दा फिल्मों के निर्देशन में सक्रिय रहे।

वाजिद खान

1 जून को बॉलीवुड के मशहूर म्यूजिक कंपोजर वाजिद खान का निधन हो गया था। वे 42 साल के थे। साजिद-वाजिद की जोड़ी से पॉपुलर हुए वाजिद लंबे वक्त से किडनी की परेशानी से जूझ रहे थे। उनका मुंबई के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। अचानक हालत बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था।

मोहित बघेल

22 मई 2020 को टीवी और फिल्म एक्टर मोहित बघेल का 27 साल की उम्र में निधन हो गया था। मोहित को कैंसर था। मोहित सलमान खान की फिल्म रेडी में नजर आए थे। अंतिम बार उन्हें सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीति चोपड़ा की फिल्म जबरिया जोड़ी में देखा गया था।

ऋषि कपूर

67 साल के ऋषि कपूर का 30 अप्रैल को निधन हो गया था। वह ल्यूकेमिया से लड़ रहे थे, जो कि एक तरह का ब्लड कैंसर होता है। अमेरिका में उनका मैरो ट्रीटमेंट चल रहा था। वह पिछले साल न्यूयॉर्क से 11 महीने के बाद इलाज कराकर लौटे थे लेकिन अप्रैल, 2020 में उनकी हालत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई।

इरफान खान

कोलोन इंफेक्शन के चलते इरफान खान 29 अप्रैल का निधन हो गया था। 53 साल के इरफान न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से भी जूझ रहे थे। उन्होंने 2018 में इस बीमारी का खुलासा किया था जिसके बाद लंदन में लंबे समय तक उनका इलाज भी चला था। इसी बीच सेहत सुधरने पर उन्होंने अपनी आखिरी फिल्म अंग्रेजी मीडियम की शूटिंग की थी जो कि इसी साल मार्च में रिलीज हुई थी। मार्च में ही इरफान की सेहत फिर बिगड़ने लगी थी लेकिन लॉकडाउन की वजह से इरफान आगे के इलाज के लिए विदेश नहीं जा पाए और उनकी मौत हो गई।

ऋतु नंदा

दिवंगत शोमैन राजकपूर की बेटी और ऋषि कपूर-रणधीर कपूर की बहन ऋतु नंदा का 20 जनवरी 2020 को कैंसर के चलते निधन हो गया था। वे 71 साल की थीं। ऋतु महानायक अमिताभ बच्चन की समधन थीं। उनके बेटे निखिल की शादी बिग बी की बेटी श्वेता से हुई। 1948 में जन्मी ऋतु लाइफ इंश्योरेंस बिजनेस में एक्टिव थीं। उनकी शादी उद्योगपति राजन नंदा से हुई थी, जिनका निधन अगस्त 2018 में हो चुका है।

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नहीं रहे 'मदारी' और 'दृश्यम' जैसी फिल्मों के 50 साल के निर्देशक निशिकांत कामत, लिवर सिरोसिस के चलते 17 दिन से अस्पताल में भर्ती थे

'मदारी', 'रॉकी हैंडसम' और 'दृश्यम' जैसी फिल्मों के निर्देशक निशिकांत कामत का निधन हो गया है। सोमवार शाम उन्होंने हैदराबाद के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। इस बात की पुष्टि निशिकांत के दोस्त और एक्टर रितेश देशमुख ने ट्विटर पर की। उन्होंने श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, "मुझे तुम्हारी बहुत याद आएगी दोस्त निशिकांत कामत। आपकी आत्मा को शांति मिले।"

50 साल के कामत लीवर सिरोसिस नामक बीमारी से पीड़ित थे। इसी के चलते उन्हें 31 जुलाई को हैदराबाद के गचीबोवली स्थित एआईजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने पीलिया और पेट दर्द की शिकायत की थी। जांच के बाद उनमें क्रॉनिक लिवर डिजीज और कुछ और इंफेक्शन्स के बारे में पता चला था। 13 अगस्त को अस्पताल की ओर से जारी आधिकारिक स्टेटमेंट में उन्हें खतरे से बाहर बताया गया था। हालांकि, वे उस वक्त भी आईसीयू में ही डॉक्टर्स की निगरानी में थे। सोमवार को आधिकारिक बयान जारी कर अस्पताल ने उनके निधन की खबर दी।

हॉस्पिटल का आधिकारिक प्रेस नोट।

चार घंटे पहले अफवाह उड़ गई थी

निशिकांत की मौत से चार घंटे पहले सोशल मीडिया पर उनके निधन की अफवाह उड़ गई थी। दरअसल, फिल्ममेकर मिलाप झावेरी ने एक ट्वीट कर उनकी मौत की खबर दी, जिसके बाद मीडिया में खबर वायरल हो गई थी। लेकिन 12 मिनट बाद उन्होंने अपने ट्वीट पर सफाई दी और लिखा, "अभी-अभी निशिकांत के साथ मौजूद एक शख्स से बात हुई। उन्होंने बताया कि अभी उनका निधन नहीं हुआ है। हालांकि, उनकी हालत गंभीर है और वे जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं।"

निशिकांत की मौत की झूठी खबर देने की वजह से मिलाप को खूब ट्रोल किया था। इसके चलते उन्होंने न केवल वह ट्वीट डिलीट किया, बल्कि अपना हैंडल से ट्विटर से हटा दिया।

2005 में किया था निर्देशन में डेब्यू

कामत 2005 में मराठी फिल्म 'डोंबिवली फास्ट' से निर्देशन में डेब्यू किया था। यह फिल्म उस साल की सबसे बड़ी हिट मराठी फिल्मों में से एक थी। इस फिल्म को बेस्ट फीचर फिल्म मराठी का नेशनल अवॉर्ड भी मिला था।

'दृश्यम' से मिली सबसे ज्यादा शोहरत

बॉलीवुड में कामत को सबसे ज्यादा शोहरत साल 2015 में आई अजय देवगन, तबू और श्रेया सरन स्टारर फिल्म 'दृश्यम' ने दिलाई। बेहतरीन निर्देशक होने के साथ ही वे शानदार अभिनेता भी हैं और उन्होंने कई फिल्मों में एक्टिंग में भी हाथ आजमाए हैं।

कई फिल्मों में एक्टिंग भी की

वे हाथ आने दे, सतच्या आत घरात(मराठी), 404 एरर नॉट फाउंड, रॉकी हैंडसम, फुगे, डैडी, जुली-2, भावेश जोशी जैसी फिल्मों में अभिनय भी कर चुके हैं। इनमें से साल 2016 में आई अपनी फिल्म 'रॉकी हैंडसम' में उन्होंने जॉन अब्राहम के अपोजिट निगेटिव रोल निभाया था। वे आखिरी बार हर्षवर्धन कपूर स्टारर फिल्म 'भावेश जोशी' में नजर आए थे।

बॉलीवुड सेलेब्स ने दी श्रद्धांजलि

परेश रावल ने लिखा, "मुंबई मेरी जान बनाने वाले मरे पसंदीदा डायरेक्टर्स में से एक निशिकांत कामत ने आज हैदराबाद के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। इस तरह की सार्थक फिल्मों और यादों के लिए शुक्रिया। ओम शांति।"

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अजय देवगन ने लिखा है, "निशिकांत के साथ मेरी इक्वेशन दृश्यम तक सीमित नहीं थी, जो कि उन्होंने तब्बू और मेरे साथ डायरेक्ट की थी। यह ऐसा एसोसिएशन था, जो मुझे हमेशा प्यारा रहा। वे ब्राइट थे और हमेशा स्माइल करते रहते थे। बहुत जल्दी चले गए।

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जिमी शेरगिल ने लिखा, "आपकी आत्मा को शांति मिले निशिकांत कामत। आप बहुत याद आएंगे। परिवार के साथ संवेदनाएं।"

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एक्ट्रेस निमृत कौर ने लिखा, "निशिकांत कामत के निधन के बारे में सुन बहुत दुख हुआ। उनके सभी परिजनों के लिए हार्दिक संवेदनाएं और प्रार्थना।"

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फिल्ममेकर हंसल मेहता ने लिखा है, "वह हमें छोड़ गया। आप बहुत याद आएंगे निशि। यह साल एक डरावने सपने जैसा हो गया है, जो खत्म ही नहीं हो रहा।

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Nishikant Kamat the director of drishyam and madari passes away

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जब वक्त से पहले ही 'मार' दिए गए बॉलीवुड सेलेब्स, मौत की अफवाहों पर खुद कहना पड़ा-'मैं जिंदा हूं'

सोमवार को निर्देशक निशिकांत कामत की मौत को लेकर अफवाहों का दौर चलता रहा। पहले फिल्ममेकर मिलाप झावेरी ने ट्विटर पर लिखा था कि कामत का निधन हो गया है। लेकिन 12 मिनट बाद उन्होंने खुद अपने इस ट्वीट पर सफाई दी और लिखा, 'अभी-अभी निशिकांत के साथ मौजूद एक शख्स से बात हुई। उन्होंने बताया कि अभी उनका निधन नहीं हुआ है।' हालांकि, शाम को निशिकांत के निधन की खबर सच साबित हो गई लेकिन यह पहला मौका नहीं है जब सेलेब की मौत को लेकर कयासों का दौर चलता रहा हो। इससे पहले अनगिनत बार कई बॉलीवुड स्टार्स की मौत की फेक खबरें सामने आ चुकी हैं।

दिलीप कुमार

अनगिनत बार उड़ी दिलीप कुमार की मौत की अफवाह।

97 साल के दिलीप कुमार जब-जब अस्पताल में भर्ती होते हैं तब-तब उनकी मौत की अफवाह उड़ जाती है। दिलीप कुमार कई बार सांस की तकलीफ, निमोनिया के चलते अस्पताल में भर्ती हुए हैं। जब-जब उनके खराब स्वास्थ्य की खबर सामने आती है, उनके फैन्स सलामती की दुआ मांगने लग जाते हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिलीप कुमार अब किसी को पहचान भी नहीं पाते हैं। यहां तक कि बीवी सायरा बानो को भी नहीं। वह चल-फिर नहीं पाते और न ही बोल पाते हैं। उन्हें बाथरूम भी लाना-ले जाना पड़ता है।

कादर खान

अपनी मौत की खबर सुनकर खुद घबरा गए थे कादर खान।

साल 2013 में एक वक्त ऐसा भी आया जब कादर खान की मौत की अफवाह फैल गई थी। कादर खान अपनी मौत की खबर से इतना घबरा गए थे कि उन्होंने खुद मीडिया के सामने आकर अपनी मौत की अफवाह को गलत बताते हुए कहा था कि वो अब भी सही सलामत हैं। कादर का कहना था कि इस अफवाह से उनके परिवार वाले भी काफी परेशान हो गए थे।

इसके बाद भी कई बार उनकी मौत की अफवाह उड़ी थी लेकिन 81 साल की उम्र में यह अफवाहें सच साबित हुईं और कादर खान की मौत हो गई। कादर खान प्रोग्रेसिव सुप्रा न्यूक्लीयर पाल्सी डिसऑर्डर से पीड़ित थे, जिसके कारण दिमाग में परेशानी हो गई थी और वह कोमा में चले गए थे। उनका अंतिम संस्कार कनाडा में किया गया था जहां उनका इलाज चल रहा था।

अमिताभ बच्चन

बिग बी को लेकर भी कई बार उड़ी है मौत की अफवाह।

बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की भी इंटरनेट पर कम मौत की अफवाहें नहीं उड़ी हैं। एक बार यह अफवाह उड़ा दी गई थी कि अमेरिका में एक कार एक्सीडेंट में उनकी मौत हो गई है लेकिन यह बात कोरी भी अफवाह साबित हुई। बिग बी ने इन अफवाहों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी लेकिन उनके फैन्स इससे जरूर चिंता में आ गए थे।

लता मंगेशकर

लता मंगेशकर ने कहा था-'अफवाहों पर ध्यान ना दें'

स्वर सामग्री लता मंगेशकर को भी एक बार अपनी मौत की अफवाहों पर सफाई देनी पड़ी थी। उन्होंने लिखा था, नमस्कार, मेरी सेहत से जुड़ी अफवाहों पर ध्यान ना दें, भगवान की दया से सब ठीक है। इसके बाद पिछले साल सीने में संक्रमण और सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें जब 11 नवंबर को मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था तो भी मौत की अफवाहें उड़ने का सिलसिला चल पड़ा था। लेकिन 20 दिन जिंदगी और मौत के साथ जूझने के बाद 90 साल की लता जी स्वस्थ होकर वापस अस्पताल से घर आ गई थीं ।

मुमताज

मौत की खबरों पर मुमताज ने कहा था, 'मैं जिंदा हूं'

इसी साल मई में वेटरन एक्ट्रेस मुमताज की मौत की खबर उड़ी थी जिसपर उन्होंने नाराजगी जताई थी। 72 साल की मुमताज ने कहा था, 'मैं एकदम ठीक हूं। अभी जिंदा हूं। मुझे खुशी है। मुझे समझ नहीं आता कि क्यों कोई जानबूझकर ऐसा कर रहा है। क्या यह मजाक है? पिछले साल इसने मेरे परिवार को हिलाकर रख दिया था। सभी ने मुझे फोन किया था। मेरे चाहने वाले दुनिया के अलग-अलग कोनों से हैं और उन्हें आघात पहुंचता है। मुझे भी बहुत परेशानी होती है। इस साल मेरी बेटियां, नाती-नातिन, दामाद और मेरे पति सभी यहां लंदन में हैं। जाहिर तौर पर दुनियाभर में मेरे और भी रिश्तेदार हैं, जो खबर पढ़कर चिंता में पड़ गए थे। मुझे क्यों मारना चाहते हैं लोग? जब वक्त आएगा तो मैं खुद ही चली जाऊंगी।'

मुमताज को साल 2000 में ब्रेस्ट कैंसर हुआ था। उन्होंने इससे जंग लड़ी और अब वे पूरी तरह ठीक हैं। वे लंबे वक्त से लंदन में ही रह रही हैं।

शक्ति कपूर

शक्ति की मौत की फेक खबर सुनकर रोने लगे थे दोस्त।

2015 में शक्ति कपूर की मौत की अफवाह ने भी उनके फैन्स को चिंता में डाल दिया था। तब एक व्हाट्सएप टेक्स्ट वायरल हो गया था जिसमें कहा गया था कि शक्ति कपूर की खंडाला जाते वक्त एक कार एक्सीडेंट में मौत हो गई। इसपर शक्ति ने रिएक्शन देते हुए कहा था, 'क्या कूल हैं हम 3 का बैंकॉक शेड्यूल खत्म करने के बाद घर लौटा ही था। दोस्त मुझे कॉल करने लगे और मेरी आवाज सुनकर रोने लगे। डेविड धवन और रूमी जाफरी भी चिंतित हो उठे। मैंने लोगों को बहुत समझाया कि मुझे कुछ नहीं हुआ और मैं बिलकुल ठीक हूं तब जाकर सबकी जान में जान आई।'

हनी सिंह

वायरल हुई थी हनी की रोड एक्सीडेंट में मरने की खबर।

2014 में रोड एक्सीडेंट में हनी की मौत होने की खबर ने हलचल मचा दी थी। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें हनी सिंह की तरह दिखने वाला एक युवा अचेत अवस्था में नजर आ रहा था और दावा किया गया कि हनी सिंह की एक रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई है। बात में पता चला कि हनी सिंह सुरक्षित हैं और वह तस्वीर उन्हीं के गाने 'ब्रिंग मी बैक' का स्नेप शॉट है।

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bollywood celebrities victim of death hoax

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