राकांपा नेता माजिद मेमन ने कहा- मौत के बाद पीएम मोदी और ट्रंप से भी ज्यादा लोकप्रिय हो गए सुशांत

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को लेकर राजनीति लगातार जारी है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता और वरिष्ठ वकील माजिद मेमन ने बुधवार को अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के लिए कहा कि वह अपने जीवनकाल के दौरान उतने प्रसिद्ध नहीं थे, जितना कि वह मरने के बाद हो गए हैं। तीन ट्वीट कर उन्होंने मीडिया में उनकी मौत को लेकर चल रही बातों पर सवालियां निशान लगाया है।

ट्रंप से ज्यादा फेमस हुए सुशांत
पहले ट्वीट में राकांपा नेता ने कहा, 'सुशांत अपने जीवनकाल के दौरान उतने प्रसिद्ध नहीं थे जितना कि वह मौत के बाद हो गए। मीडिया में वह स्थान जिस पर आजकल वह काबिज हैं, हमारे पीएम या अमेरिका के राष्ट्रपति से कहीं अधिक है!'

मेमन ने अगले ट्वीट में कहा, 'जब कोई अपराध जांच चरण में होता है, तो गोपनीयता को बनाए रखना पड़ता है। महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र करने की प्रक्रिया में उठाए जा रहे हर कदम को सार्वजनिक करना सच्चाई और न्याय के हित पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।'

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हालांकि, ट्वीट पर विवाद खड़ा होने पर माजिद मेमन ने एक और ट्वीट करते हुए कहा, 'सुशांत के मेरे ट्वीट पर इतना शोर है। क्या इसका मतलब यह है कि सुशांत अपने जीवन काल के दौरान लोकप्रिय नहीं थे या उन्हें न्याय नहीं मिलना चाहिए था? हरगिज नहीं। गलतफहमी से बचा जाना चाहिए। ट्वीट किसी भी तरह से अपमान या उसे अपमानित नहीं करता है।'

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संजय राउत ने भी की थी विवादित टिप्पणी

सुशांत की मौत को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत भी विवादास्पद टिप्पणी कर चुके हैं। उन्होंने उनके पिता पर दूसरी शादी का आरोप लगाते हुए सुशांत के इसी बात से नाराज रहने की बात कही थी। उनके इस बयान पर परिवार की ओर से उन्हें 48 घंटे में माफी मांगने का नोटिस भेजा गया है। हालांकि, राउत का कहना है ऐसे एक हजार नोटिस उन्हें इस तरह के हर रोज आते हैं।

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माजिद मेमन इससे पहले इंदौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भी आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर चुके हैं-फाइल फोटो।

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फोर्स और दृश्यम जैसी फिल्मों के निर्देशक निशिकांत कामथ की तबीयत बिगड़ी, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती; सेलेब्स ने मांगी दुआएं

जानेमाने फिल्म निर्देशक निशिकांत कामथ की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कामथ अतीत में लिवर सिरोसिस की बीमारी से पीड़ित रहे हैं और उनकी यही बीमारी एकबार फिर सामने आ गई है। इस बीमारी में लिवर ठीक से काम नहीं करता है।

50 साल के कामथ को मुंबई मेरी जान, फोर्स, लय भारी (मराठी), दृश्यम, रॉकी हैंडसम और मदारी जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है। उन्होंने साल 2005 में मराठी फिल्म 'डोम्बिवली फास्ट' से निर्देशन में डेब्यू किया था। जो कि उस साल की सबसे बड़ी हिट मराठी फिल्मों में से एक थी। इस फिल्म को बेस्ट फीचर फिल्म मराठी का नेशनल अवॉर्ड भी मिला था।

'दृश्यम' से मिली सबसे ज्यादा शोहरत

बॉलीवुड में कामथ को सबसे ज्यादा शोहरत साल 2015 में आई अजय देवगन, तबू और श्रेया सरन स्टारर फिल्म 'दृश्यम' ने दिलाई। बेहतरीन निर्देशक होने के साथ ही वे शानदार अभिनेता भी हैं और उन्होंने कई फिल्मों में एक्टिंग में भी हाथ आजमाए हैं।

कई फिल्मों में एक्टिंग भी की

वे हाथ आने दे, सतच्या आत घरात(मराठी), 404 एरर नॉट फाउंड, रॉकी हैंडसम, फुगे, डैडी, जुली-2, भावेश जोशी जैसी फिल्मों में अभिनय भी कर चुके हैं। इनमें से साल 2016 में आई अपनी फिल्म 'रॉकी हैंडसम' में उन्होंने जॉन अब्राहम के अपोजिट निगेटिव रोल निभाया था। वे आखिरी बार हर्षवर्धन कपूर स्टारर फिल्म 'भावेश जोशी' में नजर आए थे।

फिल्ममेकर्स ने की स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना

निशिकांत कामथ की तबीयत बिगड़ने की खबर आने के बाद कई फिल्ममेकर्स ने ट्वीट करते हुए उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना की। इस दौरान हंसल मेहता, अशोक पंडित और राहुल ढोलकिया जैसे निर्देशकों ने ट्वीट किए।

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निशिकांत कामथ ने साल 2005 में एक मराठी फिल्म से अपना डायरेक्टोरियल डेब्यू किया था।

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परिवार ने संजय की बीमारी का खुलासा नहीं किया, पत्नी मान्यता ने हौसला बढ़ाते हुए कहा- संजू हमेशा से ही फाइटर रहे हैं, यह वक्त भी बीत जाएगा

संजय दत्त लंग कैंसर की एडवांस स्टेज में हैं। मंगलवार रात को यह खबर सामने आई तो इंडस्ट्री और परिवार सदमे में आ गया। अब संजय की पत्नी मान्यता ने एक स्टेटमेंट जारी किया है। जिसमें उन्होंने संजू के फैन्स से दुआएं करने की अपील की है। हालांकि इस स्टेटमेंट में उन्होंने खुलकर बीमारी के बारे में कुछ भी नहीं कहा है। लेकिन संजय दत्त को एक फाइटर बताया है।

मान्यता ने एक स्टेटमेंट जारी किया है। जिसमें लिखा है- मैं उन सभी का धन्यवाद करती हूं जिन्होंने संजू के जल्द से जल्द ठीक होने की दुआएं मांगी हैं। हमें इस मुसीबत की घड़ी से बाहर आने के लिए आप सबकी प्रार्थनाओं की जरूरत है। इस परिवार ने पहले भी बहुत कुछ सहन किया है, लेकिन मुझे विश्वास है कि यह वक्त भी बीत जाएगा। हालांकि आप सबसे मेरी यह गुजारिश है संजू के चाहने वाले किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। हमारी मदद करें और अपना प्यार और सहारा इसी तरह बनाए रखें। संजू हमेशा से ही फाइटर रहे हैं। और इसलिए हमारा परिवार भी लड़ता रहा है। भगवान ने इस चैलेंज को देकर एक बार फिर हमारी परीक्षा ली है। हमें आपके प्यार और आशीर्वाद की जरूरत है। हम जानते हैं हमेशा की तरह इस बार भी हम ही विजेता होंगे। इस मौके का उपयोग सकारात्मकता फैलाने के लिए करें।

पिछले 5 महीनों से दूर मान्यता मंगलवार को लौटीं

खबर के वायरल होते ही मान्यता मंगलवार को ही भारत वापस लौट आईं। संजय के दोस्त ने यह खुलासा किया था। उन्होंने कहा था- बाबा तबाह हो गया है। उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं। वे अभी अपनी मां के साथ दुबई में हैं। लेकिन इस भयानक खबर को सुनना उनके लिए बहुत मुश्किल होगा। मुंबई के लीलावती अस्पताल में संजय दत्त के कई सारे टेस्ट हुए जिनकी रिपोर्ट मंगलवार को आई है।

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Manyata Dutt released statement about sanjay dutt helth

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संजय दत्त के पास हैं फिलहाल हैं छह फिल्में, तीन ओटीटी पर रिलीज के लिए तैयार, बाकी तीन का कुछ वक्त के लिए अटकना तय

संजय दत्त ने मेडिकल ट्रीटमेंट की वजह से कुछ वक्त के लिए काम से ब्रेक ले लिया है। बताया जा रहा है कि वे लंग कैंसर से पीड़ित हैं और इलाज के लिए अमेरिका जा रहे हैं। संजू के ब्रेक लेने की वजह से उनकी आने वाली कई फिल्मों की मेकिंग पर असर पड़ना तय है। उनकी तबीयत ठीक होने तक ये फिल्में अटक भी सकती हैं। इनमें से कुछ तो लगभग पूरी भी हो चुकी हैं।

उनकी अपकमिंग फिल्मों की बात करें, तो इनमें से सड़क-2 शुक्रवार 28 अगस्त को ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी+हॉटस्टार पर स्ट्रीम होने जा रही है। ये फिल्म उनकी 1991 में आई फिल्म 'सड़क' का सीक्वल है और इस फिल्म में भी वे पुरानी फिल्म की तरह रवि का किरदार निभा रहे हैं। फिल्म में उनके अलावा आलिया भट्ट और आदित्य रॉय कपूर भी नजर आएंगे। इसी फिल्म के जरिए महेश भट्ट 21 साल बाद निर्देशन में उतर रहे हैं।

भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया

देशभक्ति पर आधारित ये फिल्म एक सच्ची कहानी पर आधारित है। इस फिल्म में संजय दत्त के अलावा अजय देवगन और सोनाक्षी सिन्हा भी नजर आएंगे। साल 2012 में आई फिल्म 'सन ऑफ सरदार' के बाद इन तीनों की जोड़ी एकबार फिर इस फिल्म में साथ नजर आएगी। ये फिल्म भी डिज्नी+हॉटस्टार पर स्ट्रीम होगी। हालांकि फिलहाल इसकी रिलीज डेट की घोषणा नहीं की गई है।

तोरबाज

संजय दत्त की एक और फिल्म 'तोरबाज' भी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होगी। ये फिल्म नेटफ्लिक्स के उस पैकेज का हिस्सा है, जिसमें उसने एकसाथ 17 नए वेब शोज, फिल्‍में और अन्य कंटेंट की स्ट्रीमिंग का ऐलान किया था। ये फिल्म एक ऐसे शख्स की कहानी है जो व्यक्तिगत त्रासदी से उबरकर शरणार्थी शिविर के बच्चों के एक समूह का नेतृत्व करता है और क्रिकेट के खेल के माध्यम से उनके जीवन में परिवर्तन लाता है। इस फिल्म में उनके अलावा नरगिस फखरी और राहुल बोस भी नजर आएंगी।

KGF: चैप्टर 2

ये फिल्म साल 2018 में आई यश स्टारर सुपरहिट कन्नड़ फिल्म 'KGF: चैप्टर वन' का सीक्वल है। पांच भाषाओं में रिलीज होने वाली इस फिल्म में संजय मुख्य विलेन अधीरा के किरदार में नजर आएंगे। फिल्म के निर्माता कार्तिक गौड़ा ने हाल ही में खुलासा करते हुए बताया था कि इस फिल्म का 24 दिनों की शूटिंग शेड्यूल अब भी बाकी है। हालांकि ये स्पष्ट नहीं है कि संजय ने अपने हिस्से की शूटिंग पूरी की है या नहीं।

शमशेरा

रणबीर कपूर और वाणी कपूर स्टारर इस फिल्म में संजय दत्त भी नजर आएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म में संजय का सिर्फ आखिरी शेड्यूल का काम ही बाकी था। जिसके लिए उन्हें दो से तीन दिन ही शूटिंग करना थी, और वो भी इसी हफ्ते शुरू होना थी, लेकिन उनकी तबीयत खराब होने की वजह से अब ऐसा नहीं हो सकेगा। यशराज के बैनर तले बन रही इस फिल्म का डायरेक्शन 'अग्निपथ' और 'ब्रदर्स' जैसी फिल्में बना चुके करण मल्होत्रा कर रहे हैं।

पृथ्वीराज

अक्षय कुमार और मानुषी छिल्लर स्टारर इस फिल्म में संजय दत्त का भी महत्वपूर्ण रोल होगा। चंद्रप्रकाश द्विवेदी के निर्देशन में बन रही इस फिल्म की शूटिंग इस साल मार्च में कोरोना महामारी की वजह से रूक गई थी।

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Sanjay Dutt currently has six films, Sadak 2, Bhuj The Pride of India, Torbaaz, KGF Chapter 2, Shamshera and Prithviraj

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संजय दत्त स्टारर फिल्म 'सड़क 2' का ट्रेलर रिलीज, विश्व हिंदू परिषद ने लगाए महेश भट्ट पर हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने के आरोप

संजय दत्त की हेल्थ रिपोर्ट सामने आते ही सारे फैंस निराश हैं इसी बीच अब उनकी अपकमिंग फिल्म सड़क 2 का ट्रेलर भी सामने आ चुका है। महेश भट्ट के निर्देशन में बनी इस फिल्म में आलिया भट्ट, आदित्य रॉय कपूर समेत कई सेलेब नजर आ रहा हैं। जहां एक तरफ दर्शक ट्रेलर को ढेर सारा प्यार दे रहे हैं वहीं दूसरी तरफ विश्व हिंदू परिषद ने फिल्ममेकर महेश भट्ट पर एंटी हिंदू फिल्म बनाने के आरोप लगाए हैं।

क्या होगी फिल्म की कहानी

सड़क 2 साल 1991 में रिलीज हुई फिल्म सड़क के आगे की कहानी है। इसमें संजय दत्त एक ट्रेवल एंजेंट की भूमिका है। आलिया भट्ट एक ऐसी लड़की के किरदार में हैं जिसने कुछ फेक गुरुओं की वजह से किसी अपने को खो दिया है। आदित्य रॉय कपूर उनके प्रेमी बने हैं जो जेल से बाहर आए हैं।

ट्रेलर में दिखाया गया है कि आलिया भट्ट बदला लेने जाने के लिए संजय दत्त को ट्रेवलिंग के लिए बुक करती हैं और रास्ते में उनके साथ आदित्य भी शामिल होते हैं। सफर के दौरान आलिया और आदित्य के बीच रोमांटिक लव स्टोरी दिखाई गई है और संजय दत्त का इमोशनल एंगल। सफर के दौरान संजय दत्त भी आलिया की जंग में शामिल हो जाते हैं और सभी किस तरह फेक बाबाओं और कुछ हाई प्रोफाइल लोगों से बदला लेंगे ये फिल्म में दिखाया जाएगा।

विश्व हिंदू परिषद ने लगाए महेश भट्ट पर आरोप

फिल्म में हिंदू आस्था को ठेस पहुंचाने वाले कुछ सीन दिखाए गए हैं जिनके खिलाफ विश्व हिंदू परिषद द्वारा सख्त एक्शन लिए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि महेष भट्ट पर परिषद ने आरोप लगाए हैं कि ये एक एंटी हिंदू फिल्म है जो हिंदू सेंटीमेंट्स को चोट पहुंचाएगी।

सड़क 2 पर लगे नेपोटिस्टिक होने के आरोप

विश्व हिंदू परिषद के स्पोकपर्सन ने सेंट्रेल गवर्नमेंट से फिल्म के खिलाफ कार्यवाही करने का निवेदन किया है। फिल्म का पोस्टर रिलीज होने के बाद भी स्पोकपर्सन विजय शंकर तिवारी ने लिखा था, "महेश भट्ट के निर्देशन में बनी फिल्म सड़क में एक बार फिर हिन्दू आस्था को अपमानित किया गया है जिसे हॉटस्टार में दिखाया जाएगा, फिल्म में केवल नेपोटिज्म के प्रोडक्ट्स भरे पड़े हैं, जिन्हें महेश भट्ट आगे बढ़ा रहे हैं। केन्द्र सरकार इस पर कार्यवाही करे।"

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फिल्म को पहले सिनेमाघरों में रिलीज किया जाना था मगर बाद में लॉकडाउन और सिनेमाघर बंद होने पर इसे डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज किया जा रहा है। सड़क 2 के अलावा 5 बड़ी फिल्म भी इस डील का हिस्सा हैं। इसे 28 अगस्त को रिलीज किया जाने वाला है।

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Sanjay Dutt trailer film 'Sadak 2' is out now, Vishwa Hindu Parishad accuses Mahesh Bhatt of hurting Hindu faith,

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जब 9 साल तक कोकेन और हेरोइन के नशे में डूबकर संजय दत्त ने बर्बाद कर ली थी अपनी जिंदगी, पिता से कहा था- 'बचा लो'

संजय दत्त को लंग कैंसर होने की खबर से फिल्म इंडस्ट्री और उनके फैन्स मायूस हैं। सूत्रों की मानें तो संजय तीसरी स्टेज के कैंसर से जूझ रहे हैं। संजय के लिए यह दौर बेहद मुश्किल है लेकिन यह पहला मौका नहीं है जब संजय अपनी लाइफ में किसी हेल्थ प्रॉब्लम का सामना कर रहे हैं। संजय ने अपनी जिंदगी में इससे भी बुरे दौर देखे हैं जिनमें से एक वो दौर था जब उन्हें ड्रग्स की लत लग गई थी।

कम उम्र में ही ड्रग्स ले डूबी

कुछ सालों पहले सिमी ग्रेवाल के चैट शो में संजय ने उस दौर को याद किया था जब उन्हें ड्रग्स की लत लग गई थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें यह लत तब लगी थी जब वह कॉलेज में थे। उम्र 17-18 साल के बीच रही होगी। तब उनके लिए ड्रग्स ही सबकुछ थी। किसी ने उन्हें इसे एक बार ट्राय करने के लिए कहा और फिर इस लत ने उनकी जिंदगी के 9 साल बर्बाद कर दिए।

इसके बाद एक इंटरव्यू में संजय ने कहा था, ‘मैंने हर ड्रग्स का नशा किया लेकिन मुझे हेरोइन और कोकेन बहुत पसंद थीं। एक बार की बात है। मैंने एलएसडी (साइकेडेलिक ड्रग) का नशा किया हुआ था। पिताजी (सुनील दत्त) ने मुझे अपने ऑफिस बुलाया। मैंने वहां समय से पहुंच गया। वह मेरे सामने बैठे थे और मुझसे बात कर रहे थे लेकिन मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या कह रहे हैं। वह स्लो मोशन में बात कर रहे थे और मैं जी-जी कहने की कोशिश कर रहा था। अचानक मुझे लगा कि उनके सिर के ऊपर मोमबत्ती जल रही है। यह देख मैं डर गया और उन्हें बचाने के लिए कूदा कि कहीं उनका चेहरा ना जल जाए।

'यह देखकर पिताजी ने नौकर से कहा-इसको लेके जाओ, यह पागल हो गया है। आज जब मैं उस घटना के बारे में सोचता हूं तो लगता है पिताजी पर क्या बीती होगी।’

9 साल तक ली ड्रग्स

एक और इंटरव्यू में संजय ने एक और किस्सा सुनाते हुए कहा था, ‘ एक बार मैंने हेरोइन ली हुई थी और सोने चला गया। फिर भूख लगी तो उठा। सुबह का समय था। मैंने नौकर से कहा कि मुझे कुछ खाने को चाहिए।

वह मुझे देखकर रोने लगा और बोला-'आप दो दिन के बाद उठे हैं। पूरा घर जैसे मुझे देखकर पागल हो गया, सब मेरी चिंता करने लगे। मैंने अपने आपको शीशे में देखा। ड्रग्स से मेरा चेहरा सूज गया था और मुझे आभास हो गया था कि मैं मर जाऊंगा। मैं पिता जी पास गया और उनसे मदद मांगते हुए कहा-'मुझे बचा लो पापा।’

रिहेब सेंटर में रहे संजय

इसके बाद संजय ने कहा, ‘तीन हफ्तों तक मैं ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती रहा और फिर इलाज के लिए अमेरिका के एक रिहेब सेंटर चला गया। इलाज करवाकर दो साल बाद इंडिया लौटा। किसी को नहीं पता था कि मैं वापस आ रहा हूं। जब घर पहुंचा तो मेरे नौकर ने कहा कि आपसे कोई मिलना चाहता है। वह मेरा ड्रग पेडलर था।

उसने मुझसे कहा- ‘कुछ नया माल आया है, आप रख सकते हैं। यह वो समय था कि मुझे तय करना था कि मुझे क्या करना है। मुझे ड्रग्स लेनी है या ड्रग्स बेचने वाले को भगा देना है। मैंने उस व्यक्ति को भगा दिया।उस दिन मुझे लगा कि मैं ड्रग्स के खिलाफ अपनी जंग जीत चुका हूं।’

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Sanjay Dutt referred to his drug phase as "nine years of hell".

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परिवार ने लिखा-बदमाशों के झुंड से घिरा था सुशांत, कीचड़ उछाल कर बदनाम कर रहे हैं लोग; सबक सिखाने की दे रही हैं धमकियां

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के तकरीबन 2 महीने बाद उनके परिवार ने पहली बार 9 पेज का बयान जारी किया है। परिवार का आरोप है कि सुशांत के परिवार, जिसमें चार बहनें और एक बूढ़ा बाप है, को सबक सिखाने की धमकी दी जा रही है। एक-एक करके सबके चरित्र पर कीचड़ उछाला जा रहा है। इसके अलावा सुशांत के परिवार ने रिया चक्रवर्ती और मुंबई पुलिस पर भी आरोप लगाए हैं।

सुशांत के परिवार का पत्र

सुशांत के परिवार ने फिराक जलालपुरी के एक शेर से पत्र की शुरुआत करते हुए लिखा है..

'तू इधर-उधर की ना बात कर ये बता कि काफिला क्यों लुटा, मुझे रहजनों से गिला नहीं तेरी रहबरी का सवाल है'

परिवार ने लिखा,"कुछ साल पहले की ही बात है। ना कोई सुशांत को जानता था, ना उसके परिवार को। आज सुशांत की हत्या को लेकर करोड़ों लोग व्यथित हैं और सुशांत के परिवार पर चौतरफा हमला हो रहा है।

अखबार पर अपना नाम चमकाने की गरज से कई फर्जी दोस्त-भाई-मामा बन अपनी-अपनी हांक रहें हैं। ऐसे में बताना जरूरी हो गया है कि आखिर ‘सुशांत का परिवार’ होने का मतलब क्या है?

सुशांत के माता-पिता कमाकर खाने वाले लोग थे। उनके हंसते-खेलते पांच बच्चे थे। उनकी परवरिश ठीक हो इसलिए नब्बे के दशक में गांव से शहर आ गए। रोटी कमाने और बच्चों को पढ़ाने में जुट गये। एक आम भारतीय माता-पिता की तरह उन्होंने मुश्किलें खुद झेली। बच्चों को किसी बात की कमी नहीं होने दी। हौसले वाले थे सो कभी उनके सपनों पर पहरा नहीं लगाया। कहते थे कि जो कुछ दो हाथ-पैर का आदमी कर सकता है, तुम भी कर सकते हो।

सुशांत के परिवार को पहला झटका तब लगा जब मां असमय चल बसी। फैमिली मीटिंग में फैसला हुआ कि कोई नहीं कहे कि मां चली गई और परिवार बिखर गया, सो कुछ बड़ा किया जाय। सुशांत के सिनेमा में हीरो बनने की बात उसी दिन चली। अगले आठ-दस साल में वो हुआ, जो लोग सपनों में देखते हैं। लेकिन अब जो हुआ है वो दुश्मन के साथ भी ना हो।

एक नामी आदमी को ठगों-बदमाशों लालचियों का झुंड घेर लेता है। इलाके के रखवाले को कहा जाता है कि बचाने के बजाय रखवाले उसके मृत शरीर की फोटो प्रदर्शनी लगाने लगते हैं। उनकी लापरवाही से सुशांत मरा। इतने से मन नहीं भरा तो उसके मानसिक बीमारी की कहानी चला उसके चरित्र को मारने में जुट जाते हैं।

तमाशा करने वाले और तमाशा देखने वाले ये ना भूलें कि वे भी यहीं हैं। अगर यही आलम रहा तो क्या गारंटी है कि कल उनके साथ ऐसा ही नहीं होगा?

हम देश को उधर लेकर क्यों जा रहे हैं जहां अपने को जागीरदार समझने वाले अपने गुर्गों से मेहनतकशों को मरवा देते हैं और सुरक्षा के नाम पर तनख़्वाह लेने वाले खुलेआम बेशर्मी से उनके साथ लग लेते हैं?

अपने बच्चों के बारे में बताया
पिता ने अपने पत्र में अपने परिवार के बारे में बताया,"पहली बेटी में जादू था। कोई आया और चुपके से उसे पारियों के देश ले गया। दूसरी राष्ट्रीय टीम के लिए क्रिकेट खेली। तीसरे ने कानून की पढ़ाई की तो चौथे ने फैशन डिजाइन में डिप्लोमा किया। पांचवा सुशांत था। ऐसा, जिसके लिए सारी माएं मन्नत मांगती हैं। पूरी उमर, सुशांत के परिवार ने ना कभी किसी से कुछ लिया, ना कभी किसी का अहित किया। मदद करे...अग्रजों के वारिश हैं, एक अदना हिंदुस्तानी मरे, इन्हें क्यों परवाह हो?"

पैसे के दम पर 'हनी ट्रैप' गैंग बदनाम करने वापस लौटा
रिया चक्रवर्ती पर आरोप लगते हुए परिवार ने लिखा,"सुशांत के परिवार का सब्र का बांध तब टूटा जब महीना बीतते-ना-बीतते महंगे वकील और नामी पीआर एजेन्सी से लैश 'हनी ट्रैप' गैंग डंके की चोट पर वापस लौटता है। सुशांत को लूटने-मारने से तसल्ली नहीं हुई सोने की स्मृति को भी अपमानित करने लगता है। उनकी बारात में रखवाले भी साफ़ा बांधे शरीक होते हैं।"

पीड़ित से कुछ मिलना नहीं इसलिए मुलजिम की ओर हो लेते हैं
पिता ने मदद की अपील करते हुए आगे कहा,"मदद करें। अग्रजों के वारिश हैं, एक अदना हिंदुस्तानी मरे, इन्हें क्यों परवाह हो? चार महीने बाद सुशांत के परिवार का भय सही साबित होता है। अंग्रेजों के दूसरे वारिस मिलते हैं। दिव्यचक्षु से देखकर बता देते हैं कि ये तो जी ऐसे हुआ है। व्यावहारिक आदमी हैं। पीड़ित से कुछ मिलना नहीं, सो मुलजिम की तरफ हो लेते हैं।"

मेरे बच्चे को पागल कहते हैं
पिता ने आरोप लगाया,"अंग्रेजों के एक और बड़े बारिश तो जालियावाला-फेम जनरल डायर को भी मात दे देते हैं। सुशांत के परिवार को कहते हैं कि तुम्हारा बच्चा पागल था, सुसाइड कर सकता था। पूरी उमर, सुशांत के परिवार ने ना कभी किसी से कुछ लिया, ना कभी किसी का अहित किया।"

'सवाल सुशांत की हत्या का है'
सुशांत के पिता ने आगे लिखा है,"सवाल सुशांत की निर्मम हत्या का है। सवाल ये भी है कि क्या महंगे वकील कानूनी पेचीदगियों से न्याय की भी हत्या कर देंगे? इससे भी बड़ा सवाल है कि अपने को ईलिट समझने वाले, अंग्रेजियत में डूबे, पीड़ितों को हिकारत से देखने वाले नकली रखवालों पर लोग क्यों भरोसा करें?"

पूरे परिवार पर उछाला जा रहा है कीचड़

परिवार ने आरोप लगाया है,"सुशांत के परिवार, जिसमें चार बहनें और एक बूढ़ा बाप है, को सबक सिखाने की धमकी दी जा रही है। एक-एक कर सबके चरित्र पर कीचड़ उछाला जा रहा है। सुशांत से उनके संबंधों पर सवाल उठाया जा रहा है।"

दो महीने पहले सुशांत ने की थी आत्महत्या

गौरतलब है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को अपने बांद्रा स्थित घर में मृत पाए गए थे। पहले इसे आत्महत्या का मामला बताया जा रहा था, लेकिन अब परिवार को इसमें हत्या की आशंका है। मुंबई पुलिस पहले से मामले की जांच कर रही थी, हालांकि सुशांत के पिता द्वारा पटना में शिकायत दर्ज कराने के बाद बिहार पुलिस ने भी अपनी जांच शुरू कर दी। हालांकि, अब उनके अनुरोध के बाद CBI ने मामले को ले लिया है।

सुशांत के पिता ने रिया चक्रवर्ती और पांच अन्य लोगों के खिलाफ उनके बेटे से पैसे ऐठने और उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए शिकायत दर्ज कराई है।

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यह तस्वीर सुशांत की मौत के दिन की है। निधन की जानकारी मिलते ही पूरा परिवार सदमे में आ गया था।

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संजय दत्त को लंग कैंसर होने को लेकर सामने आ रही दो तरह की बातें, परिवार आज एक स्टेटमेंट जारी कर स्थिति स्पष्ट कर सकता है

मंगलवार रात खबर आई थी कि अभिनेता संजय दत्त फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित हैं और वे इसकी स्टेज-3 में पहुंच चुके हैं। हालांकि दैनिक भास्कर के साथ हुई बातचीत में उनके बेहद करीबी दोस्त ने इन खबरों पर हैरानी जताई। उन्होंने बताया कि अभी तो संजय का बायोप्सी टेस्ट तक नहीं हुआ है, ऐसे में लंग कैंसर की बात कैसे कही जा रही है। जिसके बाद खबरें हैं कि संजय का परिवार आज (बुधवार) सुबह 11 बजे एक बयान जारी कर स्थिति स्पष्ट कर सकता है।

संजय के दोस्त ने बताया, 'उन्होंने कोरोना का डबल टेस्ट करवाया था, दोनों टेस्ट में वे नेगेटिव पाए गए। वे फिलहाल मुंबई में ही हैं।' इससे पहले आई खबरों में ये भी बताया जा रहा था कि वे इलाज के लिए अमेरिका रवाना हो चुके हैं।

दोपहर में काम से ब्रेक लेने की जानकारी दी थी

संजय दत्त ने मंगलवार दोपहर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था। जिसमें उन्होंने काम से छोटा सा ब्रेक लेने की बात कही थी। पोस्ट में उन्होंने लिखा था- 'दोस्तों, मैं मेडिकल ट्रीटमेंट्स के लिए काम से एक छोटा सा ब्रेक ले रहा हूं। मेरा परिवार और दोस्त मेरे साथ हैं। मैं अपने सभी शुभचिंतकों से निवेदन करता हूं कि वे बिल्कुल भी चिंता न करें। साथ ही अनावश्यक रूप से अटकलें भी ना लगाएं। आपके प्यार और शुभकामनाओं से मैं जल्द ही वापस आऊंगा।'

सोमवार को मिली थी अस्पताल से छुट्टी

इससे पहले सोमवार को संजय को अस्पताल से छुट्टी मिली थी। उन्हें 8 अगस्त को सांस लेने में तकलीफ होने के बाद मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती किया गया था। जिसके बाद वहां उनका कोविड-19 टेस्ट भी हुआ था, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। तब उनके दोस्त अजय अरोड़ा ऊर्फ बिट्टू ने दैनिक भास्कर से कहा था कि 'संजू को कोई बड़ी समस्या नहीं है। सिर्फ मौसम बदलने की वजह से उन्हें थोड़ी तकलीफ हुई थी।

लंग कैंसर की स्टेज-3 कितनी खतरनाक

रिपोर्ट के मुताबिक संजय दत्त लंग कैंसर की थर्ड स्टेज से गुजर रहे हैं जो जानलेवा मानी जाती है। डॉक्टरों के मुताबिक लंग कैंसर दो प्रकार के होते हैं- स्मॉल सेल कैंसर और नॉन स्मॉल सेल कैंसर। स्मॉल सेल लंग कैंसर तेजी से फैलता है जबकि नॉन स्मॉल सेल लंग कैंसर कम तेजी से फैलता है। इसकी तीन स्टेज होती है -

अर्ली स्टेज - इस स्टेज में कैंसर की शुरुआत होती है। इस दौरान शरीर के किसी एक अंग में इसकी कोशिकाएं दो दूनी चार के अंदाज में बढ़ना शुरू होती हैं। इस स्टेज में ऑपरेशन से एक लंग या वह हिस्सा हटाया जा सकता है जिसमें कैंसर के लक्षण पाए गए हों।

इंटरमीडिएट स्टेज - जब कैंसर सेल शरीर के एक अंग से दूसरे अंग में फैलने लगते हैं। इस स्टेज में कीमोथेरेपी, रेडियोथैरेपी के साथ ऑपरेशन भी जरूरी हो जाता है।

एडवांस स्टेज - जब शरीर के दूसरे हिस्सों में कैंसर कोशिकाएं पूरी तरह फैल जाती है। इस स्टेज में मरीज के ठीक होने की संभावनाएं बहुत कम होती है, लेकिन एडवांस कीमोथैरेपी से लंबे समय तक इलाज चल सकता है।

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दत्त फैमिली में कैंसर की हिस्ट्री:लंग कैंसर की जानलेवा स्टेज से जूझ रहे हैं संजय दत्त, 39 साल पहले मां नरगिस और 24 साल पहले पत्नी ऋचा की जान भी कैंसर ने ली थी

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संजय दत्त की मां नरगिस दत्त को भी कैंसर था। 1981 में उनकी मौत पैंक्रियाटिक कैंसर के कारण हुई थी। उस वक्त संजय की उम्र महज 22 साल थी।

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सुशांत के परिवार ने शिवसेना सांसद संजय राउत को नोटिस भेजा, कहा- अपने बयान पर 48 घंटे में माफी मांगें, नहीं तो केस करेंगे

एक्टर सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस में शिवसेना नेता संजय राउत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरअसल, सुशांत के चचेरे भाई और भाजपा विधायक नीरज कुमार सिंह ने उन्हें लीगल नोटिस भेजा है। इसमें कहा गया है कि वे अपने बयान पर 48 घंटे में माफी मांगें, नहीं तो उनके खिलाफ मानहानि का केस किया जाएगा। राउत ने कहा था कि सुशांत के पिता दूसरी शादी करना चाहते थे, इसलिए सुशांत नाराज चल रहे थे।

आज छुट्टी, इसलिए पूछताछ नहीं होगी

जन्माष्टमी की छुट्टी के कारण आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इस केस में किसी से पूछताछ नहीं करेगा। ईडी सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती से दो बार, उनके भाई शोविक से तीन बार, उनके पिता इंद्रजीत से एक बार पूछताछ कर चुकी है। इसके अलावा उनकी मैनेजर श्रुति मोदी और उनके रूममेट सिद्धार्थ पिठानी से दो बार पूछताछ कर चुकी है। ईडी ने सुशांत की बहन मीतू सिंह का बयान भी दर्ज किया है।

मेरे बेटे को किसी ने फांसी लगाते हुए नहीं देखा: केके सिंह
सुशांत के पिता केके सिंह ने मंगलवार की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट को बताया कि अब उन्हें मुखाग्नि देने वाला कोई नहीं है। उन्होंने कहा- किसी ने भी मेरे बेटे को फांसी लगाते हुए नहीं देखा है। जब मेरी बेटी पहुंची तो सुशांत बिस्तर पर पड़ा था। सुशांत के पिता ने कहा कि केस में जांच की जरूरत है।

सुशांत केस की जांच प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई ने शुरू कर दी है। मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर केस की जांच पटना से मुंबई ट्रांसफर करने की मांग की है। रिया की याचिका पर सुशांत की मौत की जांच सीबीआई करे या मुंबई पुलिस, इस मसले पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में लंबी बहस हुई। कोर्ट गुरुवार को इस मामले में फैसला सुना सकता है।

देर से एफआईआर दर्ज कराने की वजह बताई
केके सिंह के वकील विकास सिंह ने जस्टिस हृषिकेश रॉय की बेंच को बताया कि परिवार शोक में डूबा था, इसलिए इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने में देरी हुई। जैसे ही परिवार शोक से उबरा, उन्होंने (केके सिंह) पटना में एफआईआर दर्ज करा दी।

आमिर खान और श्रद्धा कपूर के टच में थी रिया
रिया चक्रवर्ती के कॉल रिकॉर्ड्स बताते हैं कि वह सुपरस्टार आमिर खान, श्रद्धा कपूर, रकुल प्रीत सिंह, आदित्य रॉय कपूर, राणा दग्गुबाती, सनी सिंह और कोरियोग्राफर स्वर्गीय सरोज खान जैसी कई हस्तियों के संपर्क में थीं।

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संजय राउत (दाएं) ने आरोप लगाया था कि सुशांत सिंह राजपूत और उनके पिता के बीच संबंध अच्छे नहीं थे। सुशांत ने 14 जून को मुंबई में अपने फ्लैट में सुसाइड कर ली थी। -फाइल फोटो।

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सुभाष घई बोले- महिमा चौधरी को उस वक्त लोगों ने मेरे खिलाफ भड़का दिया था इसलिए वो नाराज हो गई थी, हम आज भी अच्छे दोस्त हैं

मुंबई फिल्म इंडस्ट्री इन दिनों इनसाइडर और आउटसाइड के खेमे में बंट चुकी है। हर दूसरे दिन इसे लेकर नए-नए आरोप सुनने और देखने को मिल रहे हैं। नया मामला महिमा चौधरी का सामने आया है, जिन्होंने एक इंटरव्यू में कहा है कि अपनी फिल्म 'परदेस' के समय निर्देशक सुभाष घई ने उन्हें बड़े पैमाने पर बुली किया था और काम को लेकर ढेर सारी पाबंदियां लगा दी थीं।

महिमा ने आरोप लगाते हुए कहा कि उस वक्त घई ने ट्रेड मैगजीन में ऐड तक निकलवा दिया था कि कोई भी शो या फिल्म सुभाष घई की परमिशन के बिना महिमा चौधरी नहीं करेंगी। दैनिक भास्कर ने इस बाबत सुभाष घई से बात की और उनका पक्ष जाना।

हम आज भी अच्छे दोस्त हैं

सुभाष घई ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि 'यह वैसे तो रात गई, बात गई वाली बात है। फिर भी मैं यही कहना चाहूंगा कि मैं और महिमा आज भी अच्छे दोस्त हैं। 'परदेस' के बाद भी हम मिलते जुलते रहे। काम की बातें होती रहीं। हाल के वर्षों में उन्होंने मेरी फिल्म 'कांची' में भी काम किया था और इसके लिए एक पैसा भी नहीं लिया था।'

तीन फिल्मों का कॉन्ट्रैक्ट था

आगे उन्होंने कहा, 'हालांकि जो बात वे अब कह रही हैं, उसका संदर्भ मेरी कंपनी के साथ उनके कॉन्ट्रैक्ट को लेकर है। 'परदेस' के बाद उन्हें मेरी कंपनी के साथ दो और फिल्में करनी थीं और जैसा कि बाकी बैनरों के साथ भी होता है कि अगर वो किसी न्यूकमर को लॉन्च करते हैं तो उसके साथ तीन फिल्मों का कॉन्ट्रैक्ट होता है।'

कुछ लोगों ने उसे भड़का दिया था

'कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों के अनुसार इस दौरान वो किसी और बैनर के साथ काम नहीं कर सकता है। कुछ ऐसा ही मेरे और महिमा चौधरी के बीच भी था, लेकिन कुछ प्रोड्यूसर और ट्रेड एनालिस्ट ने महिमा को मेरे खिलाफ भड़का दिया, हमारे बीच गलतफहमियां पैदा कर दीं कि सुभाष घई जोर जबरदस्ती कर रहे हैं। पर ऐसा नहीं था।'

'महिमा जब उस वक्त नाराज हुईं तो मैंने वो कॉन्ट्रैक्ट भी बदल दिया था। जिसके बाद उन्होंने अन्य बैनर्स के साथ काम भी किया। और हमारी दोस्ती आज भी बरकरार है।' बता दें कि महिमा चौधरी को सुभाष घई ने ही 'परदेस' के जरिए लॉन्च किया था।

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महिमा चौधरी के मुताबिक फिल्म 'परदेस' के समय निर्देशक सुभाष घई ने उन पर काफी पाबंदियां लगा दी थीं और उन्हें काफी ज्यादा बुली किया था।

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'तान्‍हाजी' के सैटेलाइट प्रीमियर को लेकर खासी उत्‍साहित हैं काजोल, बोलीं- सारी महिलाएं खुद को सावित्रीबाई से कनेक्‍ट करेंगी

आने वाली 15 अगस्‍त (शनिवार) को अजय देवगन की फिल्म ‘तान्‍हाजी’ का टेलीविजन प्रीमियर एक मूवी चैनल पर होने जा रहा है। इस बात को लेकर काजोल काफी ज्यादा उत्साहित हैं। फिल्‍म में उन्होंने सावित्रीबाई मालुसरे का रोल प्‍ले किया था।

काजोल का मानना है कि इस फिल्‍म में देशभक्ति और देशसेवा का अहम संदेश दिया गया है। वे कहती हैं, 'लोग सावि‍त्रीबाई मालुसरे के किरदार से भी काफी कनेक्‍ट करेंगे। मैं एक व्‍यक्ति विशेष के रूप में सावित्रीबाई को चित्रित करने के लिए बिल्कुल तैयार थी। वो मजबूत थी, अपनी सोच पर डटी रहती थी।'

आगे उन्होंने कहा, 'सावित्रीबाई हमेशा बिना किसी डर के अपनी राय देती थी। यहां तक कि जब बात उसके पति पर भी बन आई तो भी उसने खुलकर अपने विचार रखे। मुझे लगता है कि ये एक मजबूत महिला की विशेषताएं हैं, जो हर सशक्‍त महिला में पाई जाती हैं। नतीजतन, सब सावित्रीबाई से कनेक्‍ट करेंगी।'

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Kajol is excited about the satellite premiere of 'Tanhaji', the film will appear on the small screen on August 15

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मानुषी छिल्‍लर ने कहा सोशल मीडिया के लाइक्स और कमेंट्स से युवाओं पर दबाव बढ़ रहा, पर ये ही सब कुछ नहीं होते हैं

पूर्व मिस वर्ल्ड और अभिनेत्री मानुषी छिल्‍लर यूनिसेफ जैसे वैश्विक संगठन के साथ मिलकर काम करती रही हैं। संयुक्त राष्ट्र आज (12 अगस्त) अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस मना रहा है और इस साल की उनकी थीम यूथ एंगेजमेंट फॉर ग्लोबल एक्शन (वैश्विक कार्रवाई के लिए युवाओं की सहभागिता) है। इस थीम का मकसद उन तरीकों को उजागर करना है, जिनमें स्थानीय, राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर युवाओं की सहभागिता हो। मानुषी का मानना है कि डिजिटलीकरण और प्रौद्योगिक उन्नति हमारे देश के युवाओं के लिए एक वरदान और एक अभिशाप दोनों है।

मानुषी कहतीं हैं, 'इस देश के युवा तकनीक की लहर पर सवार हैं। एक ओर जहां इसके कई फायदे हैं, तो वहीं कई नुकसान भी हैं। हम वहां के विषाक्‍त वातावरण से दो-चार तो हो ही रहे हैं। साथ ही वहां नफरत भला माहौल भी है। वहां इस तरह की भावनाओं को भड़काने की जगह गलतियों से सीख हासिल करनी चाहिए। अपनी पहचान बनानी चाहिए। मैं प्रार्थना करती हूं कि प्रतिदिन थोपी जाने वाली इस नकारात्मकता का सामना करने के लिए हम पूरी तरह से मजबूत हों, और क्या सही है और क्या गलत, इसके बीच अंतर करने में सक्षम हों।'

लाइक्स, शेयर और कमेंट्स ही सब कुछ नहीं होते

मानुषी ने आगे कहा, 'सोशल मीडिया की आभासी दुनिया में लाइक्स, शेयर और कमेंट्स निश्चित रूप से दबाव बढ़ा रहे हैं और मैं चाहूंगी कि युवाओं को हमेशा इस बात की जानकारी रहे कि वास्तव में यही सब कुछ नहीं है। भले ही संख्या या मात्रा के लिहाज से हम इसे पसंद करते हों, बावजूद इसके यह वास्तविक नहीं है।'

'जो मायने रखता है, वो यह है कि हम कौन हैं, हमारे बुनियादी मूल्य क्या हैं, हम दूसरों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं और हम अपने परिवार, दोस्तों, पर्यावरण और देश के प्रति कितने जिम्मेदार हैं।'

भविष्य की योजनाएं प्रभावित नहीं होना चाहिए

मानुषी को लगता है कि कोरोना के माहौल ने युवाओं के लिए नई प्राथमिकताएं निर्धारित की हैं। युवा और बच्चे आज एक ऐसे वातावरण में बड़े हो रहे हैं, जहां वे एक महामारी के बीच में हैं। वे कहतीं हैं, 'मुझे उम्मीद है कि यह युवाओं की तलाश और अभिव्यक्ति को बाधित नहीं करेगा। युवाओं को नई खोज करने और बिना किसी डर के जीवन का नेतृत्व करने में शर्म नहीं करनी चाहिए क्योंकि हम अपने भविष्य की खोज करने वाले हैं।'

उम्मीद है ये केवल विकास प्रक्रिया का हिस्सा होगा

तकनीक के इस दौर में युवा तेजी से परिपक्व हो रहे हैं और मानुषी इस बात का स्वागत करती हैं। वे कहतीं हैं, 'सारी चुनौतियों का निश्चित रूप से प्रभाव पड़ेगा। लेकिन मुझे उम्मीद है कि यह केवल युवाओं की विकास प्रक्रिया का एक हिस्सा मात्र होगा और अनुभव हासिल करने के प्रति उनका मोहभंग नहीं करेगा। युवाओं को बिना किसी डर के जीना चाहिए, स्वतंत्र रहना चाहिए और हमेशा महसूस करना चाहिए कि वे सूरज का पीछा कर सकते हैं।'

युवा बाहरी दबावों के आगे ना झुकें और सपने देखते रहें

आगे उन्होंने कहा, 'अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस पर मैं चाहती हूं कि हमारे देश के युवा इन बाहरी दबावों के आगे ना झुकें और सपने देखते रहें। ये विचार इस दुनिया के भविष्य को आकार देंगे और वे अपने लिए और दूसरी पीढ़ियों के लिए क्या बनाकर रखते हैं, यह देखने के लिए मैं सबसे ज्यादा उत्साहित हूं।'

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14 मई 1997 को पैदा हुईं मानुषी छिल्लर साल 2017 में मिल वर्ल्ड बनी थीं।

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लंग कैंसर की जानलेवा स्टेज से जूझ रहे हैं संजय दत्त, 39 साल पहले मां नरगिस और 24 साल पहले पत्नी ऋचा की जान भी कैंसर ने ली थी

61 साल के संजय दत्त को लंग कैंसर है, थर्ड स्टेज का। एडवांस स्टेज, जिसमें सबसे ज्यादा खतरा माना जाता है। कैंसर से संजय दत्त का पाला पहली बार नहीं पड़ा है। 39 साल पहले भी वे कैंसर के ही कारण अपनी मां नरगिस को खो चुके हैं। संजू बाबा अपनी मां नरगिस के लाडले रहे हैं। 1981 में नरगिस की मौत पैंक्रियाटिक कैंसर के कारण हुई थी। उस वक्त संजय की उम्र महज 22 साल थी।

नरगिस की अंतिम यात्रा की फोटो, जिसमें सुनील दत्त ने उन्हें कांधा दिया है, वहीं संजय कलश लेकर चलते दिखाई दे रहे हैं

10 महीने लड़ी कैंसर से जंग

2 अगस्त 1980 को नरगिस राज्य सभा के सेशन के दौरान बीमार हो गईं थीं। शुरुआत में उन्हें पीलिया बताया गया था। इसके बाद वे वापस मुंबई आकर ब्रीचकैंडी हॉस्पिटल में एडमिट हुईं। लेकिन 15 दिन तक उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। और वजन भी तेजी से गिरता रहा। जांच के बाद उन्हें पैंक्रियाटिक कैंसर बताया गया। नरगिस का इलाज न्यूयॉर्क में हुआ। हालांकि भारत लौटने के बाद भी उनकी स्थिति में खास सुधार नहीं दिखा। 2 मई 1981 को वे कोमा में चली गईं। अगले ही दिन उनकी मौत हो गई।

बेटे के लिए खत लिखकर गईं थीं नरगिस

कैंसर का पता चलने के बाद उन्हें बेटे संजय की काफी फिक्र रहती थी। इलाज करवाने के लिए जब वे अमेरिका का जा रही थीं तब उन्होंने सुनील को खत लिखकर संजय के लिए अपनी चिंता जाहिर की थी। उन्होंने लिखा था- 'इस बात का खास ध्यान रखना कि संजय दोबारा बुरी आदतों में ना पड़े।' 3 मई 1981 में उनकी मौत मुंबई में ही हुई। इसके बाद कैंसर पेशेंट्स के लिए नरगिस की याद में 1982 में नरगिस दत्त मेमोरियल कैंसर फाउंडेशन बनाया गया।

संंजय दत्त और ऋचा शर्मा की एक बेटी त्रिशाला भी है।

पहली पत्नी की मौत का कारण भी कैंसर

संजय दत्त की पहली पत्नी और उनकी बेटी त्रिशाला की मां ऋचा शर्मा की मौत भी कैंसर से हुई थी। ऋचा को ब्रेन ट्यूमर था। संजय से उनकी शादी 1987 में हुई थी और शादी के दो साल के भीतर ही उन्हें कैंसर डाइग्नोस हुआ था। उन्होंने लंदन में काफी समय तक कैंसर का इलाज कराया। 1996 में कैंसर के कारण ऋचा की मौत हो गई थी। वहीं, संजय दत्त 1993 मुंबई बम ब्लास्ट के केस में जेल चले गए थे।

दो महीने पहले पोस्ट किया था संजय ने वीडियो

संजय दत्त ने मां नरगिस दत्त की 91वीं जयंती पर इंस्टाग्राम पर उनकी याद में एक वीडियो पोस्ट किया था। इस वीडियो में उनकी मां की जिंदगी के कई अहम पड़ावों को दिखाया गया। कभी अभिनेत्री, कभी पत्नी और कभी मां के रूप में उनकी जिंदगी की खूबसूरत झलक दिखाई गई है। संजय ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, हैप्पी बर्थ-डे मां, मिस यू।

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संजय दत्त को थर्ड स्टेज के लंग कैंसर होने की खबर 11 अगस्त को सामने आई।

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