कोरोना वॉरियर शिखा मल्होत्रा पेशे से एक्ट्रेस होने के साथ-साथ नर्स भी हैं। करीब 100 दिनों से लगातार मुंबई के एक अस्पताल में सेवाएं दे रही हैं। लेकिन अपने एक्टिंग करियर को लेकर बहुत परेशान हैं। इसकी वजह उनकी फिल्म 'कांचली' है, जिसकी रिलीज के लिए ओटीटी प्लेटफॉर्म नहीं मिल रहे हैं।
शिखा की मानें तो वे अब तक बतौर कैरेक्टर आर्टिस्ट काम करती आ रही हैं और 6 साल की कड़ी मेहनत के बाद उन्हें फिल्म 'कांचली : लाइफ इन अ स्लो' मिली थी। लेकिन इसकी रिलीज के लिए प्लेटफॉर्म न मिलने की वजह से वे और उनके पैरेंट्स बहुत डरे हुए हैं। खासकर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद से यह डर और बढ़ गया है।
आपबीती सुनाते रो पड़ीं शिखा
फरवरी में 'कांचली' को चुनिंदासिनेमाघरों में रिलीज किया गया था।एनबीटी से बातचीत में अपनी फिल्म के बारे में बताते हुए शिखा रो पड़ीं। उनके मुताबिक, जहां बड़ी फिल्मों को 3000-4000 स्क्रीन्स मिल जाती हैं। वहीं, उनकी फिल्म को देशभर में सिर्फ 75 स्क्रीन ही मिलीं।
जब ओटीटी प्लेटफॉर्म वालों से बात की जाती है तो वे यह कहकर इसे स्ट्रीम करने से इनकार कर देते हैं कि इस तरह की फिल्म के लिए कोई सेगमेंट नहीं है। बकौल शिखा, "ओटीटी प्लेटफॉर्म वाले कैसे यह तय कर सकते हैं कि फिल्म चलेगी या नहीं? अगर ऑडियंस मुझसे कहेगी कि मैं नर्स ही ठीक हूं तो मैं मान भी लूं।"
शिखा ने बताई डर की वजह
शिखा ने इस बातचीत में बताया कि जब से सुशांत सिंह राजपूत ने सुसाइड किया है, तब से उनके और उनके पैरेंट्स के मन में डर बैठा हुआ है। वे कहती हैं, "जब इतने बड़े एक्टर के साथ ऐसा हो सकता है तो मैं तो बहुत ही छोटी-सी एक्ट्रेस हूं। मैं हमेशा अपनी फिल्म के बारे में सोचती रहती हूं। मुझे नींद नहीं आती। मेरे माता-पिता मुझसे पूछते हैं कि सब ठीक तो है? सुशांत की मौत के बाद से वे मेरे लिए बहुत डरे हुए हैं।"
अस्पताल में खाना खा रही हैं शिखा
शिखा की मानें तो उन्होंने चार महीने से घर का किराया नहीं चुकाया है। इसके अलावा अगर उन्हें अस्पताल में खाना न मिलता तो उनके लिए बहुत मुश्किल हो जाती। उनके मुताबिक, वे कई घंटे अस्पताल में काम करती हैं। पिछले कुछ महीनों से वहीं खाना खाती आ रही हैं। फिल्म की रिलीज अटक जाने से उनकी हालत और खराब हो गई है।
कोरोना पेशेंट्स की देखभाल कर रहीं शिखा
शिखा ने फिल्मों में एंट्री लेने से पहले नई दिल्ली स्थित वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज, सफदरगंज से नर्सिंग का कोर्स किया था। इसलिए जब देश में कोरोनावायरस का प्रकोप बढ़ा तो उन्होंने भी संक्रमित लोगों की देख-रेख करने का फैसला किया है। करीब 100 दिन से वे मुंबई के जोगेश्वरी ईस्ट स्थित हिंदू हृदय सम्राट बालासाहब ट्रॉमा हॉस्पिटल में वालंटियर नर्स के रूप में काम कर रही हैं।
फिल्म में संजय मिश्रा की भी अहम भूमिका
'कांचली' में शिखा के अलावा संजय मिश्रा, ललित परिमू, नरेशपाल सिंह चौहान की भी अहम भूमिका है। फिल्म की स्टोरी राजस्थान के लोक कहानीकार विजयदान देथाम की कहानी पर आधारित, जिसमें सोशल वेलफेयर का संदेश दिया गया है। फिल्म के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर देदीप्य जोशी हैं।
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hi wite for you