हाईकोर्ट ने राउत से कहा- कंगना ने जो कुछ भी कहा, हम उससे सहमत नहीं, मगर प्रतिक्रिया देने का यह क्या तरीका है

बॉम्बे हाईकोर्ट ने कंगना रनोट को हरामखोर कहे जाने के मामले में संजय राउत को फटकार लगाई। हाईकोर्ट ने कहा- कंगना ने जो कुछ भी कहा, हम उससे सहमत नहीं, मगर प्रतिक्रिया देने का यह क्या तरीका है। आप नेता हैं। आपको तो बयान देने से पहले सतर्क रहना चाहिए था।

जस्टिस एस. कथावाला और जस्टिस आरआई छागला की बेंच इस मामले में लगातार सुनवाई कर रही है। एक दिन पहले कोर्ट ने कंगना और संजय राउत के बीच हुए ट्वीट वॉर और बयानबाजी से जुड़े सारे दस्तावेज कोर्ट में जमा करने का आदेश दिया था।

आपको इन चीजों को इग्नोर करना है

मंगलवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने संजय राउत से कहा- आप नेता हैं। एक सांसद हैं। याचिकाकर्ता ने जो कहा, हम भी उससे सहमत नहीं हैं। मगर आपको ऐसा बयान देने से पहले सतर्क रहना चाहिए था। क्या यह किसी को संबोधित करने का सही तरीका है? हम सभी महाराष्ट्रीयन हैं। आपको इन चीजों को इग्नोर करना है।

संजय के वकील ने माना भाषा टाली जा सकती थी

जस्टिस कथावला ने कहा- हम सभी को महाराष्ट्रीयन होने का गर्व है। लेकिन, रिएक्शन देने का ये क्या तरीका है। आपको अपनी गरिमा दिखानी चाहिए। आप ऐसी भाषा इस्तेमाल नहीं कर सकते। हम सभी को मराठा होने का गर्व है, लेकिन हमें अपनी गरिमा दिखानी है। ये कोई तरीका नहीं है। इस पर संजय के वकील ने कहा- हम मानते हैं, जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया, उसे टाला जा सकता था।

सोमवार को हो चुकी है बहस

एक दिन पहले संजय के वकील ने उनकी ओर से हरामखोर वाले बयान पर हलफनामा दायर करने का समय मांगा था। इसमें लिखा, "मैं इस बात से इनकार करता हूं कि मैंने 5 सितंबर को एक न्यूज वीडियो में याचिकाकर्ता को अपमानजनक और गाली भरे लहजे में धमकी दी थी। मैंने याचिकाकर्ता को न गाली दी और न ही उन्हें धमकाया। मैंने उन्हें सिर्फ बेईमान कहा था, क्योंकि उन्होंने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाली कश्मीर से की थी।"

राउत ने यह भी कहा कि बीएमसी ने नागरिक कानून के तहत कंगना के खिलाफ जो कार्रवाई की है, उससे उनका कोई सरोकार नहीं है। सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में संजय राउत के 'हरामखोर' वाले बयान पर भी बहस हुई थी। कंगना के वकील बीरेंद्र सराफ ने कोर्ट को बताया कि राउत ने इंटरव्यू में हरामखोर का मतलब नॉटी बताया था। इस पर जस्टिस एस कथावाला ने कहा था, 'हमारे पास भी डिक्शनरी है, अगर इसका मतलब नॉटी है तो फिर नॉटी का मतलब क्या है?'

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Bombay HC Hearing On Kangana Ranaut Plea Against BMC And Sanjay Raut News And Updates

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रकुलप्रीत ने हाईकोर्ट से कहा- मीडिया को अटकलें लगाने से रोकें, मैं सिगरेट नहीं पीती और किसी भी तरह का नशा नहीं करती

दिल्ली हाईकोर्ट ने एक्ट्रेस रकुलप्रीत की उस याचिका पर इन्फॉर्मेशन और ब्रॉडकास्ट मिनिस्ट्री से 15 अक्टूबर तक जवाब मांगा है, जिसमें रकुलप्रीत के उस बयान पर कयास लगाए जा रहे थे कि वो सिगरेट नहीं पीतीं और कभी नशा नहीं किया। रकुलप्रीत ने कहा था कि मीडिया इस बयान पर अटकलें लगा रहा है और इससे उनका शोषण हो रहा है।

कोर्ट ने 15 अक्टूबर तक मांगी रिपोर्ट

हाईकोर्ट के जज जस्टिस नवीन चावला की बेंच ने मंत्रालय, प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया और न्यूज ब्रॉडकास्टर एसोसिएशन से 15 अक्टूबर तक इस पर रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। रकुलप्रीत की तरफ से पैरवी कर रहे वकील अमन हिंगोरानी ने कहा कि इस मामले में किसी भी आधिकारिक संस्था ने कोई त्वरित प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कहा कि कोर्ट के पास वो शक्तियां हैं कि इस मामले के जांच के स्तर पर रहने के दौरान ये पब्लिकेशन रोके जा सकें।

रकुलप्रीत ने कहा है कि मुझे इस मामले में विटनेस के तौर बुलाया गया था। पर मेरे बारे में फेक न्यूज प्रसारित की जा रही है कि मैं ड्रग्स लेती हूं और उसे रखती हूं। मैंने कभी सिगरेट नहीं पी और मैं कभी नशा नहीं करती।

रकुल ने दायर की थी याचिका

रकुलप्रीत ने सुशांत मामले की ड्रग एंगल से हो रही जांच में अपना नाम सामने आने के बाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी कि उनके खिलाफ न्यूज और आर्टिकल ना प्रकाशित किए जाएं। कोर्ट ने इसमें मंत्रालय समेत मामले से जुड़े दूसरे लोगों को यह आदेश दिया था कि वो इस मामले में उठाए गए कदमों के बारे में बताएं।

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Rakulpreet told the delhi High Court - Stop the media from speculating, I am a non-smoker, teetotaller

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फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट के नए प्रेसिडेंट और गवर्निंग काउंसिल के चेयरमैन बने शेखर कपूर

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद बॉलीवुड में नेपोटिज्म के मुद्दे को मुखरता से उठाने वाले शेखर कपूर को फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई), पुणे का नया प्रेसिडेंट और एफटीआईआई गवर्निंग काउंसिल का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्विटर के जरिए इसकी जानकारी को सार्वजनिक करते हुए लिखा, "आपको बताते हुए हर्ष हो रहा है कि मशहूर अंतरराष्ट्रीय फिल्म पर्सनालिटी शेखर कपूर को एफटीआईआई सोसाइटी का अध्यक्ष बनाया गया है और उन्हें एफटीआईआई को गवर्निंग काउंसिल का नया चेयरमैन बनाया गया है।"

कपूर को मिल चुका है पद्मश्री सम्मान
74 वर्षीय शेखर कपूर देश के प्रसिद्ध फिल्मकारों में से एक हैं। भारत सरकार ने साल 2000 में उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था। शेखर कपूर ने मासूम, बैंडिट क्वीन, मिस्टर इंडिया, एलिजाबेथ और बैंडिट क्वीन जैसी शानदार फिल्में दी हैं।

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74 वर्षीय शेखर कपूर देश के प्रसिद्ध फिल्मकारों में से एक हैं।

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रिया चक्रवर्ती के वकील ने कोर्ट में कहा- सुशांत अगर जिंदा होते तो ड्रग्स सेवन के लिए उन्हें छह महीने से लेकर एक साल तक की सजा होती

रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शोविक चक्रवर्ती की जमानत याचिका पर मंगलवार को बॉम्बे हाई कोर्ट में करीब 7 घंटे सुनवाई हुई। इस दौरान रिया के वकील सतीश मानशिंदे ने एनसीबी द्वारा फाइल किए हलफनामे में रिया और शोविक ड्रग्स सिंडिकेट के एक्टिव मेंबर्स बताने और उन पर एनडीपीएस एक्ट की धारा 27A लगाने का विरोध किया। साथ ही कहा कि मैसेजेस से ये कहीं से साबित नहीं हो रहा कि ड्रग्स का लेन-देन भी हुआ होगा।

रिया की ओर से पक्ष रखते हुए मानशिंदे ने कहा कि 'ड्रग्‍स का वजन 25 ग्राम था, जो कि सुशांत के इस्तेमाल के लिए था। इतनी कम मात्रा का उपयोग कारोबारी लिहाज से नहीं हो सकता। ना ही वो मुनाफा कमाने के लिए ऐसा कर रहीं थीं।'

सेक्शन 29 के तहत चार्ज लगाया जा सकता है

बचाव पक्ष के एक अन्य वकील ने कहा, 'आरोप है कि हमने सुशांत को ड्रग्स सेवन की सुविधा प्रदान की। ऐसे में हम पर ज्‍यादा से ज्‍यादा सेक्‍शन 29 के तहत चार्ज लगाया जा सकता है, क्‍योंकि यहां सिर्फ कंजंप्शन हुआ है, ट्रेड नहीं। साथ ही एनसीबी ने इस बात का उल्लेख भी नहीं किया कि यह छोटी या वाणिज्यिक श्रेणी है।'

कोई अपराध होने के लिए काम का पूरा होना जरूरी

रिया के वकीलों की ओर से यह भी कहा गया कि, किसी भी काम को अपराध के रूप में वर्णित करने के लिए उस काम का पूरा होना जरूरी है। अगर मैं अपने फोन से एक ड्रग डीलर को मैसेज करता हूं कि मुझे 10 ग्राम हैश भेजे और डीलर जवाब दे कि वो भेज रहा है। केवल इन दो संदेशों के आधार पर, क्या कोई अपराध साबित हो सकता है?
ये भी मुमकिन है कि डिलीवरी मैन ने ही उसका सेवन कर लिया हो या उसे चुरा लिया हो या किसी और को दे दिया हो। एक्‍चुल रूप से वो चीज डिलीवर हुई कि नहीं इस चीज के सबूत के बिना सिर्फ मैसेजेज के आधार पर उसे नहीं माना जा सकता।

सुशांत होते तो एक साल तक की सजा हो सकती थी

सुनवाई के दौरान सतीश मानशिंदे ने फाइनली कहा, 'अगर सुशांत आज जीवित होते तो ड्रग्स के उपभोग के लिए उन्हें धारा 27 के तहत दंडित किया जाता, जिसमें उन्हें बमुश्‍किल छह महीने से एक साल की सजा होती। जाहिर है, जब मुख्य बेनिफिशियरी को सिर्फ छह महीने से एक साल की सजा होती, तो रिया और शोविक के खिलाफ कैसे धारा 27A के लगाई जा सकती है, जिसमें 10 से 20 साल की सजा का प्रावधान है।

फैसला रख लिया सुरक्षित

बॉम्बे हाई कोर्ट में मंगलवार को चली करीब 7 घंटे की सुनवाई के बाद कोर्ट ने दोनों की जमानत पर फैसला सुरक्षित रख लिया। जो अगली सुनवाई में आ सकता है।

रिया की जमानत पर सुनवाई:ड्रग्स मामले में गिरफ्तार रिया चक्रवर्ती की जमानत पर बॉम्बे हाईकोर्ट में 7 घंटे हुई सुनवाई, रिया के वकील ने कहा-तीन एक्ट्रेस ने माना सुशांत को थी ड्रग्स की लत

रिया को लेकर एनसीबी का एफिडेविट:हाईकोर्ट से कहा- रिया ड्रग सिंडिकेट की एक्टिव मेंबर थीं, उन्होंने ड्रग्स की तस्करी को आसान बनाया, पेमेंट की सुविधा मुहैया कराई

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एनसीबी ने अपने एफिडेविट में जमानत का विरोध करते हुए रिया और शोविक को ड्रग्स सिंडिकेट का एक्टिव मेंबर बताया है।

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कोरोना काल के रियल हीरो बनकर उभरे सोनू सूद, इसीलिए यूएन डेवलपमेंट प्रोग्राम का स्पेशल एसडीजी ह्यूमैनेटेरियन एक्शन अवॉर्ड मिला

कोरोना काल के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने, विदेश में फंसे छात्रों को वापस लाने, बच्चों को मुफ्त इलाज और शिक्षा मुहैया करवाने वाले एक्टर सोनू सूद को बड़े खिताब से नवाजा गया है। सोनू को यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) के एसडीजी स्पेशल ह्यूमैनेटेरियन एक्शन अवॉर्ड से नवाजा गया है।

सोनू को यह अवॉर्ड भारतीय समय के मुताबिक सोमवार को एक वर्चुअल सेरेमनी के दौरान दिया गया। सोनू के अलावा हॉलीवुड सेलेब्रिटी एंजेलिना जोली, लिओनार्दो डिकैप्रियो, एम्मा वॉटसन, लियाम नीसन, केट ब्लैंचेट, एंटोनियो बैंड्रास, निकोल किडमैन, प्रियंका चोपड़ा और ब्रिटिश फुटबॉलर डेविड बेकहम को यूनाइटेड नेशंस की दूसरी संस्थाओं द्वारा ये अवॉर्ड दिया जा चुका है।

यूएन द्वारा पहचान मिलना बहुत खास- सोनू सूद

सोनू सूद ने अवॉर्ड मिलने पर खुशी जाहिर की और कहा- यह एक खास सम्मान है। यूएन द्वारा पहचान मिलना बहुत खास है। मैंने बिना उम्मीद के अपने देशवासियों के लिए वो कुछ किया, जो मैं कर सकता था। इसे पहचान मिलना और उसका सम्मान होना खास है। मैं यूएनडीपी के उन प्रयासों का समर्थन करता हूं, जिसके तहत वह सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल (एसडीजी)-2030 को हासिल करना चाहते हैं। पूरी धरती और मानवता को इन लक्ष्यों के पूरा होने से फायदा होगा।

फिल्म के सेट पर भी हुआ सम्मान

सोनू को इसके अलावा हैदराबाद में एक्टर प्रकाश राज ने भी सम्मानित किया। सोनू फिल्म एल्लुदु एउद्रस के सेट पर शॉल से सम्मानित किया। सोनू इस फिल्म की शूटिंग के लिए हैदराबाद में हैं। प्रकाश ने कहा कि सोनू ने जो भी किया उसके मायने बहुत ज्यादा हैं। सोनू के को-एक्टर ब्रह्माजी ने इस सम्मान का एक फोटो ट्वीट किया।

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Sonu Sood honoured by UNDP with SDG Humanitarian Action Award

Sonu Sood honoured by UNDP with SDG Humanitarian Action Award

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दीपिका, श्रद्धा और सारा को भी टेस्ट करवाने के लिए कहा गया; अहमदाबाद, इंदौर और चेन्नई से बुलाई गई अतरिक्त टीम

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में ड्रग्स एंगल की जांच करने वाली नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो(एनसीबी) के 20 अधिकारी और कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। सोमवार शाम रिपोर्ट आने के बाद अहमदाबाद, इंदौर, बैंगलोर और चेन्नई से एनसीबी के अधिकारियों को मुंबई बुला लिया गया है। सूत्रों की माने तो कोरोना पॉजिटिव होने वालों में कई बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। मुंबई के बाहर से आये अधिकारी एक गेस्ट हाउस में क्वारैंटाइन किया गया है।

एनसीबी सूत्र की माने तो पिछले एक सप्ताह के दौरान टीम ने जितने भी लोगों से पूछताछ की या मुलाकात की है सभी को कोविड टेस्ट करवाने के लिए कह दिया गया है। इनमें एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, श्रद्धा कपूर और रकुल प्रीत सिंह शामिल है। सभी आज या कल में कोरोना टेस्ट करवा सकती हैं। सूत्र यह भी बताते हैं कि संक्रमित हुए ज्यादातर लोगों में लक्षण नहीं मिले हैं।

एनसीबी की दो टीमें ड्रग्स केस की कर रही है जांच

इससे पहले एक्सचेंज बिल्डिंग में स्थित एनसीबी दफ्तर में चार कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव आने पर पूरे ऑफिस को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया था। बॉलीवुड में ड्रग्स एंगल को लेकर दो टीमें जांच कर रही हैं। एनसीबी ऑफिस में सुशांत सिंह राजपूत केस से जुड़े ड्रग्स एंगल की जांच हो रही थी और गेट वे ऑफ इंडिया के पास स्थित गेस्ट हाउस में बॉलीवुड में ड्रग्स एंगल की जांच हो रही है।

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यह तस्वीर एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के एनसीबी गेस्ट हाउस में जाने के दौरान की है। उन्हें भी टेस्ट करवाने के लिए कहा गया है।

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सब्जी बेचकर चर्चा में आए टीवी शो के असिस्टेंट डायरेक्टर रामवृक्ष गौर को मिला भोजपुरी फिल्म में काम, बोले- लॉकडाउन की वजह से पुराना काम शुरू किया था

पिछले दिनों खबर आई थी कि कई टीवी शोज में असिस्टेंट डायरेक्टर रह चुके रामवृक्ष गौर काम नहीं होने की वजह से इन दिनों आजमगढ़ में सब्जी बेच रहे हैं। हालांकि अब उन्होंने ये काम बंद कर दिया है। राम की मानें तो अब उन्हें एक भोजपुरी फिल्म में काम मिल गया हैं जिसमें वे असिस्टेंट डायरेक्टर रहेंगे।

दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में रामवृक्ष गौर ने बताया, 'सच कहूं तो मैं बचपन से सब्जी बेचता आया हूं। मेरे पिताजी के साथ मैं भी सब्जी बेचने जाया करता था लेकिन इसके साथ ही अपनी पढ़ाई भी पूरी की। मुझे अपने जीवन में कुछ बड़ा करना था इसीलिए मुंबई आ गया और फिल्म प्रोडक्शन का करियर चुना।'

सारी बचत इलाज में खर्च हो गई

उन्होंने बताया, 'पिछले 18 सालों में मैंने कई टीवी शोज और फिल्में कीं, जिनसे मैंने अच्छे खासे पैसे भी कमाए। हालांकि पिछले 3 साल से मेरी तबियत काफी खराब चल रही है जिसकी वजह से मैं ज्यादा काम नहीं कर पाता। इसी दौरान मेरी जितनी भी बचत थी वो इलाज में खर्च हो गई।'

'किसी तरह काम चल रहा था लेकिन लॉकडाउन में मेरी आर्थिक स्थिति काफी ज्यादा खराब हो गई। कुछ पैसे जोड़ने के लिए मैंने फिर से सब्जी बेचने का पुराना काम शुरू कर दिया। इसमें मुझे कुछ गलत नहीं लगा।'

सब्जी बेचने की खबर आते ही काम मिल गया

रामवृक्ष ने आगे बताया, 'मुझे एक भोजपुरी फिल्म भी मिली थी हालांकि लॉकडाउन की वजह से प्लान आगे नहीं बढ़ पाया। खास बात ये है कि जिस दिन मेरे सब्जी बेचने की खबर सामने आई, उसके दूसरे दिन ही मुझे काम मिल गया। फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई है जिसमें मैं बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम कर रहा हूं। फिलहाल मैंने सब्जी बेचना बंद कर दिया है हालांकि आगे मौका मिला तो इस काम को मैं जरूर चालू रखूंगा।'

परिवार के भरण-पोषण में दिक्कत आ रही थी

अपनी बीमारी के बारे में राम गौर बताते हैं, 'कुछ साल पहले मुझे माइल्ड स्ट्रोक आ गया था जिसका इलाज मैंने मुंबई में ही करवाया था। इलाज के दौरान मेरे काफी पैसे खर्च हो गए। इसके बाद परिवार की देखभाल करने में पैसों की तंगी के चलते कठिनाई आ रही थी इसलिए अपने घर लौट आया था।'

मैंने सब्जी बेचकर जरूरत जितने पैसे जुटा लिए

आगे उन्होंने कहा, 'मेरे दो बच्चे भी हैं। कई सारी समस्याएं एक साथ आ गई थीं। जीवनयापन के लिए मैंने सब्जी बेचना शुरू कर दिया। पिछले 4 -5 महीनों में मैंने परिवारवालों की जरूरत जितने पैसे जुटा लिए थे। मैं खुश हूं अपने फैसले से, मुझे कोई पछतावा नहीं हैं।'

रामवृक्ष गौर 'बालिका वधू', 'ज्योति' और 'गुलाल' जैसे कई टीवी शोज का हिस्सा रह चुके हैं।

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रामवृक्ष गौर 'बालिका वधू', 'ज्योति' और 'गुलाल' जैसे कई टीवी शोज का हिस्सा रह चुके हैं।

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राउत ने कहा- मैंने कंगना को न धमकाया, न गाली दी, उन्होंने साफ-सुथरे हाथों से अदालत का दरवाजा नहीं खटखटाया, वे राहत की हकदार नहीं

कंगना रनोट के साथ चल विवाद में शिवसेना सांसद संजय राउत ने हाईकोर्ट में हलफनामा दाखिल किया है। उनका कहना है कि न उन्होंने कंगना को गाली दी और न ही उन्हें धमकाया। संजय राउत की ओर से उनके वकील प्रदीप थोराट ने कंगना पर निशाना साधते हुए कहा, "उन्होंने साफ-सुथरे हाथों से अदालत का दरवाजा नहीं खटखटाया है। इसलिए वे किसी तरह की राहत की हकदार नहीं हैं।"

मैंने उन्हें सिर्फ बेईमान कहा था: राउत

संजय राउत के हलफनामे में लिखा है, "मैं इस बात से इनकार करता हूं कि मैंने 5 सितंबर को एक न्यूज वीडियो में याचिकाकर्ता को अपमानजनक और गाली भरे लहजे में धमकी दी थी। मैंने याचिकाकर्ता को न गाली दी और न ही उन्हें धमकाया। मैंने उन्हें सिर्फ बेईमान कहा था, क्योंकि उन्होंने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाली कश्मीर से की थी।" राउत ने यह भी कहा कि बीएमसी ने नागरिक कानून के तहत कंगना के खिलाफ जो कार्रवाई की है, उससे उनका कोई सरोकार नहीं है।

सोमवार को 'हरामखोर लड़की' कहे जाने पर बहस हुई थी

सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में कंगना रनोट की उस याचिका पर सुनवाई हुई थी, जो उन्होंने अपने ऑफिस पर बीएमसी की कार्रवाई के खिलाफ दायर की है। इस दौरान संजय राउत के 'हरामखोर' वाले बयान पर भी बहस हुई थी।

कंगना के वकील बीरेंद्र सराफ ने कोर्ट को बताया कि राउत ने इंटरव्यू में हरामखोर का मतलब नॉटी बताया था। इस पर जस्टिस एस कथावाला ने कहा, 'हमारे पास भी डिक्शनरी है, अगर इसका मतलब नॉटी है तो फिर नॉटी का मतलब क्या है?'

थोराट की दलील- राउत ने कंगना का नाम नहीं लिया

राउत के वकील प्रदीप थोराट ने सफाई देते हुए अदालत में कहा था कि संजय ने बयान में कंगना का नाम नहीं लिया था। इस पर बेंच ने कहा, 'क्या आप कह रहे हैं कि आपके मुवक्किल ने उसे हरामखोर लड़की नहीं कहा है? क्या हम यह बयान दर्ज कर सकते हैं कि आपने (राउत ने) याचिकाकर्ता का हरामखोर नहीं कहा है।' इसके जवाब में थोराट ने कहा कि वह इस संबंध में एक हलफनामा दायर करेंगे। यही हलफनामा मंगलवार को थोराट की ओर से कोर्ट में दिया गया।

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संजय राउत ने अपने एक बयान में कंगना रनोट को हरामखोर लड़की कहा था। इसे लेकर सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में बहस हुई थी।

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अक्षय कुमार करना चाहते थे धोनी का किरदार लेकिन डायरेक्टर ने उन्हें मना करके सुशांत सिंह राजपूत को किया था साइन

30 सितंबर को फिल्म 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' की रिलीज को 4 साल पूरे हो रहे हैं। यह फिल्म 2016 में रिलीज हुई थी। यह फिल्म सुशांत सिंह राजपूत के करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुई थी। एमएस धोनी के किरदार के लिए सुशांत को जमकर सराहना मिली थी। साथ ही धोनी और उनके परिवार को भी फिल्म बेहद पसंद आई थी।

वह इस बात से खुश थे कि डायरेक्टर नीरज पांडेय ने इसे वास्तविकता के काफी करीब रखा था। नीरज के मुताबिक, यह फिल्म 98 परसेंट तक धोनी की असल जिंदगी पर ही आधारित थी।

सुशांत अब इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन इस फिल्म में अपने दमदार काम के जरिए वह हमेशा दर्शकों को लुभाते रहेंगे। आइए जानते हैं फिल्म से जुड़े कुछ खास फैक्ट्स...

फिल्म में जो स्कूल दिखाया गया है, वो सच में महेंद्र सिंह धोनी का स्कूल है जहां वो बचपन में पढ़ने जाया करते थे। स्पेशल परमिशन लेकर यहां फिल्म की शूटिंग की गई थी।

अक्षय कुमार धोनी का रोल करना चाहते थे लेकिन क्रिकेटर और उनके लुक्स में काफी असमानता होने के चलते डायरेक्टर नीरज पांडे ने उन्हें फिल्म में कास्ट नहीं किया। बाद में मेकर्स को इस रोल के लिए सुशांत बिलकुल परफेक्ट लगे और उन्होंने सुशांत को साइन कर लिया। सुशांत के लिए यह किरदार मील का पत्थर साबित हुआ और फिल्म हिट हो गई।

पूर्व क्रिकेटर किरण मोरे ने सुशांत को फिल्म के लिए क्रिकेट की ट्रेनिंग दी थी हालांकि जब सुशांत हेलीकॉप्टर शॉट सीखते वक्त चोटिल हो गए थे तो धोनी उन्हें खुद ट्रेनिंग देने के लिए सामने आए थे।

इस फिल्म से भूमिका चावला ने बॉलीवुड में 9 साल बाद कमबैक किया था। इससे पहले वह 2007 में गांधी, माय फादर में नजर आई थीं।

इस फिल्म में कियारा आडवाणी ने धोनी की पत्नी साक्षी का किरदार निभाया था। साक्षी ने फिल्म के वेडिंग सीन के लिए अपनी वेडिंग ड्रेस कियारा को दी थी।

इस फिल्म से दिशा पाटनी ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था। उन्होंने धोनी की लव इंटरेस्ट प्रियंका का किरदार निभाया था जिसकी असल जिंदगी में एक एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। दिशा को इस फिल्म के लिए बेस्ट डेब्यू का स्क्रीन और स्टारडस्ट अवॉर्ड भी मिला था।

यह फिल्म 2016 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में पांचवे नंबर पर थी। इसने तकरीबन 133 करोड़ का कलेक्शन किया था। फिल्म का बजट 80 करोड़ था जिसमें से 40 करोड़ महेंद्र सिंह धोनी को दिए गए थे।

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MS Dhoni - The Untold Story: Know some Interesting facts

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हाथरस में हुई वारदात को लेकर फूटा बॉलीवुड स्टार्स का गुस्सा, कंगना के बाद अक्षय और रितेश समेत कई स्टार्स ने दोषियों को मौत की सजा देने की मांग की

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में दलित लड़की के साथ हुई गैंगरेप की घटना को लेकर बॉलीवुड स्टार्स में भी गुस्सा देखा जा रहा है। अक्षय कुमार, रितेश देशमुख, फरहान अख्तर और उर्मिला समेत कई सेलेब्स ने घटना को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जताई है। 14 सितंबर को गैंगरेप के बाद दरिंदों ने पीड़िता की जीभ काट दी थी और रीढ़ की हड्डी तोड़ दी थी। करीब 15 दिन तक जिंदगी की जंग लड़ने के बाद मंगलवार तड़के पीड़िता ने दिल्ली के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया।

इस मामले को लेकर किए अपने ट्वीट में अक्षय कुमार ने लिखा, 'गुस्से में और निराश हूं। हाथरस गैंगरेप में कितनी क्रूरता हुई है। आखिर ये कब जाकर रुकेगा? हमारा कानून और उन्हें लागू करने वालों को सच में कठोर होना पड़ेगा। ताकि सजा के बारे में सोचकर ही बलात्कारी थरथराने लगें। दोषियों को फांसी दो। बेटियों और बहनों की सुरक्षा के लिए कम से कम हम अपनी आवाज तो उठा सकते हैं।'

रितेश देशमुख ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, 'इस क्रूरता और भयानक अपराध के दोषियों को सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए।'

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फरहान अख्तर ने अपने ट्वीट में लिखा, 'दुखद दुखद दिन। इसे कितने समय तक चलने दिया जा सकता है... # हाथरस'

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उर्मिला मातोंडकर ने लिखा, 'दुखद... अमानवीय बहुत बहुत दुखद... हम विफल रहे।'

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नगमा ने लिखा, 'कितने शर्म की बात है, हाथरस की बेटी को न्याय नहीं मिला, उसका सामूहिक बलात्कार हुआ, उसे अधमरा मरने के लिए छोड़ा गया, अब उस पर पर्दा डाल रही है उत्तर प्रदेश की सरकार।'

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हुमा कुरैशी ने लिखा, 'हमें कब तक इन क्रूर अपराधों को सहन करना होगा। इस भयावह अपराध के दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। #हाथरस'

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मीरा चोपड़ा ने लिखा, 'एक और गैंगरेप, एक और #निर्भया। ऐसा तब तक नहीं रुकेगा जब तक कि दोषियों को सार्वजनिक रूप से जिंदा नहीं जलाया जाता। इस तरह के घृणित अपराध के लिए कोई दया नहीं हो सकती। ये सब देखकर आपको गुस्सा क्यों नहीं आ रहा।'

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कंगना ने सरेआम गोली मारने की मांग की

इस मुद्दे को लेकर किए अपने ट्वीट में कंगना रनोट ने लिखा था, 'इन बलात्कारियों को सार्वजनिक रूप से गोली मार दो। इन सामूहिक दुष्कर्मों का क्या समाधान है, जिनकी संख्या में हर साल बढ़ोतरी हो रही है? इस देश के लिए कितना दुखद और शर्मनाक दिन है। हम शर्मिंदा हैं क्योंकि हम अपनी बेटियों की सुरक्षा में विफल रहे हैं। #RIPManishaValmiki'

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14 सितंबर को हुई थी वारदात

पीड़िता के परिवार के मुताबिक, उस दिन सुबह-सुबह पीड़िता, उसका बड़ा भाई और मां गांव के जंगल में घास काटने गए थे। जब घास की एक गठरी बंध गई तो बड़ा भाई उसे लेकर घर चला आया। मां और बेटी खेत में अकेले रह गए। मां आगे घास काट रही थी। बेटी पीछे कुछ दूर उसे इकट्ठा कर रही थी। इसी दौरान चारों अभियुक्तों ने पीड़िता के गले में पड़े दुपट्टे से उसे बाजरे के खेत में खींच कर उसके साथ गैंगरेप किया।

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रितेश देशमुख और अक्षय कुमार ने कहा कि गैंगरेप के दोषियों को सरेआम फांसी पर लटका देना चाहिए।

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रिया और क्वान के बीच लेन-देन की जांच कर रही ईडी, क्वान ने रिया के खाते में सुशांत की मौत के बाद भी बड़ी रकम ट्रांसफर की थी

टैलेंट मैनेजमेंट कंपनी क्वान और रिया चक्रवर्ती के बीच पैसों के लेन-देन में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। क्वान ने रिया चक्रवर्ती और उनकी मां संध्या चक्रवर्ती के खाते में दो बार बड़ी रकम ट्रांसफर की थीं। खास बात ये है कि इसमें से एक रकम सुशांत की मौत के एक महीने बाद यानी जुलाई में ट्रांसफर की गई थी।

अप्रैल और जुलाई में किए गए थे ट्रांजेक्शन

रिपब्लिक टीवी ने पहले क्वान और रिया के खातों के बीच लेनदेन के दस्तावेज हासिल किए थे। इसी के बाद बड़ी रकम के लेनदेन का पता चला है। रिपब्लिक की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि प्रवर्तन निदेशालय का मानना है कि रिया के खाते में क्वान द्वारा पैसे ट्रांसफर किए जाने से पहले महज 3000 रुपए थे।

इसके बाद 21 अप्रैल 2020 को रिया के ज्वाइंट अकाउंट में 3 लाख 68 हजार 98 रुपए ट्रांसफर किए गए। एक और ट्रांसफर 4 जुलाई को किया गया, इस दौरान एक लाख 36 हजार 802 रुपए की रकम डाल गई थी।

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) सुशांत डेथ केस में ड्रग एंगल की जांच कर रही है। एजेंसी रिया, उसके भाई शोविक, सिद्धार्थ पिठानी, सैमुअल मिरांडा, दीपेश से पूछताछ कर चुकी है। अब पूछताछ के घेरे में दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, श्रद्धा कपूर, रकुलप्रीत सिंह भी आ गई हैं। इसके अलावा क्वान की अधिकारी जया साहा और करिश्मा प्रकाश से भी सवाल किए गए हैं।

करिश्मा प्रकाश दीपिका की मैनेजर भी हैं। इसके अलावा एनसीबी ने क्वान के सीईओ ध्रुव चिटगोपेकर को भी समन भेजा है।

जमानत याचिका पर सुनवाई जारी

रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शोविक चक्रवर्ती की जमानत याचिका पर आज बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई है। इससे पहले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने याचिका के खिलाफ एफिडेविट फाइल किया। अपने एफिडेविट में एनसीबी ने लिखा कि रिया और शोविक ड्रग्स सिंडिकेट के एक्टिव मेंबर्स थे और वे हाईप्रोफाइल ड्रग्स पैडलर के संपर्क में थे।

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Money transactions between KWAN and Rhea Chakraborty under ED scanner

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एक्ट्रेस का दावा- सुशांत की बेवफाई की वजह से कर लिया था ब्रेकअप, जब रिश्ते में थीं तो उनके घर रहने भी चली गई थीं

सारा अली खान की मानें तो उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत से ब्रेकअप उनकी बेवफाई की वजह से किया था। रिपोर्ट्स की मानें तो एक्ट्रेस ने यह दावा शनिवार को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो से पूछताछ के दौरान किया। सारा ने जांच एजेंसी को बताया कि अपनी डेब्यू फिल्म 'केदारनाथ' की शूटिंग के दौरान वे सुशांत के साथ रिश्ते में आ गई थीं। हालांकि, कुछ महीने बाद जनवरी 2019 में दोनों अलग ही गए।

सुशांत के घर रहने चली गई थीं सारा

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सारा ने एनसीबी को बताया था कि फिल्म की शूटिंग के दौरान वे सुशांत के केप्री हाउस स्थित घर उनके साथ रहने भी गई थीं। उनके मुताबिक, वे सुशांत के साथ 5 दिन के लिए थाइलैंड के कोह समुई आइलैंड पर भी गई थीं, जहां उन्होंने पार्टी भी की थी।

इस दौरान एक्ट्रेस ने दावा किया कि केदारनाथ की शूटिंग के दौरान सुशांत ड्रग्स लेते थे। उनकी मानें तो वे सुशांत के साथ उनकी पार्टियों में जाती थीं। लेकिन, उन्होंने खुद कभी ड्रग्स नहीं लिया।

सारा को प्रपोज करने वाले थे सुशांत

कुछ दिनों पहले सुशांत सिंह राजपूत के फार्महाउस के मैनेजर रहे रईस ने दावा किया था कि दिवंगत अभिनेता सारा अली खान को प्रपोज करने वाले थे। रईस के मुताबिक, सारा ने 2018 में सुशांत के फार्महाउस पर जाना शुरू किया था। इस दौरान वे तीन-चार दिन वहां रुकती थीं।

बकौल रईस- मुझे याद है कि अब्बास भाई (सुशांत के दोस्त) ने सुशांत सर के बर्थडे पर दमन जाने के लिए मुझसे बैग पैक करने के लिए कहा था। संभवतः फरवरी के आसपास दमन में प्रधानमंत्री के लिए एक प्रोग्राम शेड्यूल किया गया था। इस वजह से सभी होटल फुल थे और हमें कमरा नहीं मिला था। इस वजह से हमारी दमन ट्रिप नहीं हो पाई।

सुशांत सर दमन ट्रिप के दौरान सारा मैम को प्रपोज करना चाहते थे। वे उन्हें एक गिफ्ट देना चाहते थे और उनके लिए कुछ ऑर्डर भी करना चाहते थे। लेकिन ट्रिप नहीं हो सकी। इसके बाद केरल की एक ट्रिप प्लान की गई, लेकिन वह भी कैंसिल हो गई। बाद में 2019 की फरवरी या मार्च में मैंने सुना कि उनका ब्रेकअप हो गया। सारा मैम जनवरी 2019 के बाद कभी फार्महाउस पर नहीं आईं।

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फिल्म 'केदारनाथ' की शूटिंग के दौरान सारा अली खान और सुशांत सिंह राजपूत का रिलेशनशिप शुरू हुआ था।

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पाकिस्तान में इंडियन इंडिपेंडेंस एक्टिविस्ट थे शाहरुख खान के पिता मीर ताज मोहम्मद, लाहौर के कॉलेज में पढ़ाती थीं अमिताभ बच्चन की मां तेजी

पाकिस्तान की खैबर पख्तूनख्वा सरकार बॉलीवुड अभिनेता राज कपूर और दिलीप कुमार की पुश्तैनी हवेली खरीदेगी। दोनों हवेली पाकिस्तान के पेशावर शहर में हैं।

दिलीप कुमार की पुश्तैनी हवेली को 2014 में नवाज शरीफ सरकार ने राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया था। वहीं, राज कपूर की पुश्तैनी हवेली को 2018 में राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया गया था।

दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर, 1922 को पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था। वहीं, शोमैन राजकपूर भी 14 दिसंबर, 1924 को पेशावर में ही जन्मे थे।

वैसे, बॉलीवुड के कई और सेलेब्स हैं जिनकी जड़ें पाकिस्तान से जुड़ी हुई हैं। नजर डालते हैं कुछ ऐसे ही सेलेब्स पर...

ऋतिक रोशन

ऋतिक के दादा रोशन लाल नागरथ भी गुजरांवाला, पंजाब, पाकिस्तान में जन्मे थे। रोशन बॉलीवुड के जाने-माने म्यूजिक डायरेक्टर थे।

-दूसरी तरफ ऋतिक के नाना जे.ओम प्रकाश का जन्म भी सियालकोट, पंजाब में हुआ था। 7 अगस्त, 2019 को 93 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। जे.ओम प्रकाश बॉलीवुड के नामी डायरेक्टर में से एक थे। उन्हें राजेश खन्ना की 'आप की कसम' के लिए जाना जाता है।

शाहरुख खान

शाहरुख के पिता मीर ताज मोहम्मद पेशावर, पाकिस्तान में इंडियन इंडिपेंडेंस एक्टिविस्ट थे। साल 1947 में भारत-पाक विभाजन के दौरान शाहरुख के पिता मीर ताज मोहम्मद माइग्रेट होकर दिल्ली आ गए थे, जबकि चाचा पाकिस्तान में ही रह गए थे। शाहरुख के कजिन्स इन दिनों पेशावर में रहते हैं।

-शाहरुख के पाकिस्तान में रह गए चाचा गुलाम मोहम्मद गामा फ्रीडम फाइटर थे। गुलाम मोहम्मद के दो बेटे (मंसूर खान और मकसूद खान) और एक बेटी (नूरजहां) हैं। बड़े बेटे मंसूर खान पेशावर के किस्सा ख्वानी बाजार में बांस की सीढ़ियां बनाने का काम करते हैं।

अमिताभ बच्चन

अमिताभ बच्चन की मां तेजी (पहले सूरी) बच्चन का जन्म 12 अगस्त, 1914 को पंजाब के लायलपुर (अब पाकिस्तान) में हुआ था। वे सिख परिवार से ताल्लुक रखती थीं। उनके पिता का नाम सरदार खजान सिंह था, जो पंजाब में ही बैरिस्टर थे।

-तेजी बच्चन भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री दिवंगत इंदिरा गांधी की काफी करीबी दोस्त थीं। उन्हें अक्सर इंदिरा जी के साथ देखा जाता था।

-अगर बात करें उनकी पति डॉ. हरिवंश राय बच्चन की तो उनसे तेजी की मुलाकात तब हुई, जब वे लाहौर के फतेहचंद डिग्री कॉलेज में पढ़ाती थीं। 21 दिसंबर, 2007 को 93 साल की उम्र में तेजी दुनिया को अलविदा कह गईं थीं।

सुनील दत्त

सुनील दत्त का जन्म पाकिस्तान के खुर्द गांव में हुआ था। वे महज पांच साल के थे जब उनके पिता दीवान रघुनाथ दत्त का निधन हो गया था।

- जब वे 18 साल के थे, तो उन्हें भारत-पाकिस्तान विभाजन का दंश झेलना पड़ा। विभाजन के दौरान भड़के दंगों में याकूब नामक एक मुस्लिम युवक ने सुनील और उनके परिवार की जान बचाई।

विभाजन के बाद सुनील अपने परिवार सहित हरियाणा के यमुना नगर स्थित मंडोली गांव में आकर बस गए। बाद में उन्होंने कुछ समय लखनऊ में भी बिताया, जहां से उन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री ली। सुनील ने मुंबई के जय हिंद कॉलेज से भी पढ़ाई की।

-सिलोन रेडियो में आरजे की नौकरी करते हुए ही सुनील दत्त का फिल्मी सफर शुरू हुआ। 25 मई, 2005 को उनका निधन हो गया था।

विनोद खन्ना

-विनोद खन्ना 6 अक्टूबर, 1946 को पाकिस्तान के पेशावर में जन्मे। बंटवारे के बाद उनका परिवार मुंबई में बस गया। पिता टेक्सटाइल बिजनेसमैन थे, लेकिन विनोद साइंस के स्टूडेंट रहे और पढ़ाई के बाद इंजीनियर बनने का सपना देखा करते थे।

-विनोद की सुनील दत्त से एक पार्टी में मुलाकात हुई थी। उस वक्त सुनील के छोटे भाई सोम दत्त अपने होम प्रोडक्शन में ‘मन का मीत’ बना रहे थे। इसमें सुनील दत्त को अपने भाई के किरदार के लिए किसी नए एक्टर की तलाश थी।

विनोद खन्ना की पर्सनैलिटी, ऊंची कद-काठी को देखकर सुनील दत्त ने उन्हें वह रोल ऑफर किया। यह फिल्म 1968 में रिलीज हुई और बॉलीवुड में विनोद खन्ना की एंट्री हुई। 27 अप्रैल, 2017 को उनका निधन हो गया था।

प्रेम चोपड़ा

-85 साल के हो चुके प्रेम चोपड़ा 23 सितंबर, 1935 को उनका जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हुआ था। प्रेम चोपड़ा ने अपने करियर में 'शहीद' (1965), 'बॉबी' (1973), 'बेताब' (1983), 'गुप्त' (1997) और 'कोई मिल गया' (2003) समेत करीब 380 फिल्मों में काम किया है।

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Shah Rukh Khan's father Mir Taj Mohammed was an Indian Independence Activist in Pakistan, Amitabh Bachchan's mother Teji taught in a college in Lahore.

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