शक के घेरे में आए संदीप सिंह बोले- सात साल में सुशांत को कभी ड्रग्‍स लेते और डिप्रेशन में नहीं देखा, मैं अपने दुबई कनेक्‍शन की जांच को भी तैयार

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही उनके दोस्‍त संदीप सिंह सवालों के घेरे में हैं। उन पर अभिनेता की मौत के बाद पुलिस को थम्स अप दिखाने और एंबुलेंस के ड्राइवर से कई बार बात करने समेत विदेश भागने की तैयारी करने तक के आरोप लगे। भास्कर से हुई बातचीत में उन्होंने आरोपों पर अपना पक्ष रखा...

सुशांत से कब से संपर्क में नहीं रह पा रहे थे आप?

मैं और सुशांत 2011 से एक-दूसरे को जानते हैं। 2018 तक हम लोग रेगुलर टच में भी रहे। वो सब मैंने इंस्‍टाग्राम पर डाला है। मगर अब मेरी इज्‍जत पर बात आ रही थी तो मुझे सर्टिफिकेट दिखाना पड़ा। चैट सार्वजनिक किए। कोई भी उनको जानने वाला 14 जून को तो नहीं आया। गलती थी कि उस दिन अकेली मीतू दीदी और सुशांत के परिवार वालों की मदद की। हम लोग बिहारी हैं साहब। अनजान की अर्थी को भी कांधा दे देते हैं।

बहरहाल, 2019 में मैं पीएम मोदी फिल्‍म बना रहा था। सुशांत 'दिल बेचारा' और 'छिछोरे' में व्‍यस्‍त रहे। लिहाजा हम संपर्क में नहीं रह सके थे। यह लाजिमी है। काम के चलते तो हम अपने स्‍कूल और कॉलेज फ्रेंड्स के साथ भी टच में नहीं रह पाते हैं। इंसानियत का कोई वजूद नहीं है। मुझे लगा कि जैसे मैं उनके पास जा रहा हूं, वैसे ही इंडस्‍ट्री भी खड़ी होगी।

आप लोग रेगुलर टच में नहीं थे तो उनके निधन की जानकारी कैसे मिली?

मेरे पड़ोसी हैं संजीत कुमार। मैं उस दिन अपनी बिल्डिंग में संजय निरूपम जी को पिक करके आ रहा था। हम तीनों लंच पर मिल रहे थे। उस दौरान मैंने अपने दोस्‍त को क्रॉस चेक करने को कहा कि क्‍या वाकई सुशांत नहीं रहे। टीवी पर न्‍यूज आने के बाद महेश शेट्टी को कॉल किया और सुशांत के घर निकल पड़े।

वहां पहुंचने पर पता चला या सिद्धार्थ पिठानी से बात हो सकी कि बॉडी को उतारा किसने था?

मैं तो किसी को जानता नहीं था, जो पूछूं। साथ ही वहां पुलिस अधिकारी इतने थे कि हम किसी से क्‍या बातचीत करते। हम कायर तो हैं नहीं कि वो देख वहां से भाग जाते। मीतू दीदी को अकेला छोड़ देते। पिछले 50 दिनों में मेरे रिलेटिव, दोस्‍त लगातार फोन कर बता रहे हैं कि मैं सबसे बड़ा बेवकूफ हूं, जो इस सिचुएशन में वहां रहा। इंडस्‍ट्री के बाकी लोग तो अपनी इमेज बचाने के चक्‍कर में वहां पहुंचे तक नहीं। तूने आ बैल मुझे मार वाली सिचुएशन पैदा कर ली।

कूपर हॉस्पिटल में एक चश्‍मदीद ने कहा कि सुशांत की टांगें टूटी हुईं थीं। गले पर सुइयां चुभोने के निशान थे?

उस इंसान को सबसे पहले पुलिस और सीबीआई को जाकर ये सारी बातें बोलनी चाहिए। मीडिया में पब्लिसिटी गेन नहीं करनी चाहिए। उसे महाराष्‍ट्र सरकार से लेकर सबको एक लेटर लिखना चाहिए इन सब चीजों के बारे में। बताए कि उसके पास सारी समस्‍याओं का हल है। ऐसा कुछ नहीं है।

आपने भी तो पूरी बॉडी देखी ही होगी?

मैंने सिर्फ चेहरा देखा था। वो भी अंतिम संस्‍कार के वक्‍त, जब चेहरे से कपड़ा हटाया जाता है। जब अंतिम समय में लकड़ी रखी जाती है और माला चढ़ाई जाती है।

मुंबई पुलिस, सीबीआई ने आप से क्‍या पूछा?

जो सवालात आप पूछ रहे हैं, वही थे। उन्‍होंने मीतू दीदी को भी बुलाया। जो लोग उस वक्‍त पर मौजूद थे, सबको बुला रहे हैं। जांच एजेंसियों ने सिर्फ मुझसे ये पूछा कि मैं उन्‍हें 15 और 16 जून का सीक्‍वेंस बता दूं। क्‍या-क्‍या हुआ?

दोनों के सवाल कॉमन थे या कुछ अलग भी रहे?

मुंबई पुलिस के अपने सवाल थे। सीबीआई के अपने सवाल हैं। सब एक-दूसरे के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन सवालों को पब्लिक तो नहीं कर सकते।

आप सुशांत के दोस्त हैं तो सच बताइये कि क्या वो वाकई डिप्रेशन में था या नशे की लत थी?

सात सालों के सफर में कभी ड्रग्‍स नहीं लिया। कभी डिप्रेशन में नहीं रहे। हमेशा मौज-मस्‍ती करते रहे। सेंस ऑफ ह्यूमर कमाल का था। कभी मेरे सामने डिप्रेशन में नहीं दिखा।

सुशांत की बहनों के भी आप करीबी रहे हैं, क्या आपको लगता है कि बहनों ने सुशांत की केयर नहीं की और इसी कारण रिया का दखल बढ़ गया?

मैं यह नहीं जानता, क्‍योंकि सुशांत के परिवार से मैं कभी मिला नहीं। परिवार ने भी कहा ही है कि वो मुझे नहीं जानते थे उससे पहले। यह सच है। परिवार से भी उस मोड़ पर मिलना हुआ, जब अंतिम संस्‍कार हो रहा था। वो शादी या जन्‍मदिन का फंक्‍शन तो था नहीं, जो एक-दूसरों को प्रॉपरली इंट्रोड्यूस करते। आशीर्वाद भी नहीं। बातचीत भी नहीं। सब घर चले गए।

सुशांत की मौत वाले दिन उनकी बड़ी बहन मीतू के साथ संदीप सिंह।

जांच एजेंसियों की जांच में कभी सवाल उठे कि आखिर बॉडी किसने उतारी? उसके ऐसा करने से बॉडी पर से निशान मिटे होंगे?

यह तो वो इंसान ही जाने, जिसने बॉडी उतारी हो। मगर मुंबई पुलिस, बिहार पुलिस, एनसीबी, ईडी, सीबीआई जांच कर रहे हैं। पब्लिक और मीडिया को जरा इंतजार करना चाहिए। देश की न्‍याय व्‍यवस्था पर भरोसा करना चाहिए। जांच जोर-शोर से चालू है। हकीकत सामने आ जाएगी।

क्या दिशा और सुशांत की मौत में कोई कनेक्शन हो सकता है?

ये बात मैं कैसे कह सकता हूं? यही सवाल तो देश के सवाल हैं। यह सवाल उस इंसान से पूछा जा रहा है, जो फैमिली के साथ सपोर्ट में खड़ा था। अंतिम संस्‍कार में, डेथ सर्टिफिकेट निकालने में। यही तो जांच चल रही है तीन महीनों से कि कोई कनेक्‍शन था या नहीं।

आप कह रहे हैं कि एम्बुलेंस के ड्राइवर का पेमेंट आपने किया था? लेकिन एंबुलेंस के मालिक ने कहा था कि पेमेंट सैमुअल मिरांडा ने किया था?

उस दिन मालिक नहीं, ड्राइवर अक्षय आया था। उसने एबीपी पर साफ-साफ बोला कि उसने संदीप सिंह को चार बार फोन इसलिए किया कि उसका आठ हजार का बिल था। फिर मैंने वो नंबर दीपक साहू को दिया। दीपक साहू ने 22 तारीख को कैश पेमेंट कर दिया। इलेक्‍ट्रॉनिक मीडिया किसी और का इंटरव्‍यू करती रही। नेगेटिव इंटरव्‍यू से टीआरपी ज्‍यादा मिलती है।

सुरजीत सिंह राठौड़ का कहना है कि आपने उन्हें कूपर हॉस्पिटल से बाहर निकलवाया था? उसने आपको मास्टरमाइंड भी कहा?

वो कभी खुद का करणी सेना का मेंबर कहते हैं। कभी एनसीपी का बताते हैं। अब सुनने में आ रहा है कि बतौर प्रोड्यूसर उन्‍होंने सुशांत पर फिल्‍म अनाउंस कर दी है। पहले वो अपनी सफाई दें। कूपर हॉस्पिटल में पुलिस ने मुझसे पूछा था कि यह इंसान कौन है? क्‍या मैं जानता हूं? उस पर मैंने ना में जवाब दिया। तब उनसे साइड होने को कहा गया। उसे वो अपने तरीके से बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहा है। वो सुशांत पर फिल्‍म कैसे बना रहे हैं, वो तो उन्‍हें पता होगा ही।

अब जो हालात हैं, आप का दिल क्‍या कहता है, यह मर्डर है या सुसाइड?

यह सवाल मुझसे क्‍यों पूछा जा रहा है, जो मैं खुद जानना चाहता हूं। पूरी जनता और परिवार जानना चाहता है। अब यह सच्‍चाई छिपने वाली नहीं है। जो लोग मेरी दोस्‍ती और इंसानियत को गाली दे रहे हैं, बिना किसी सबूत के, उन्‍हें पछतावा होगा।

रिया की क्या गलती रही? जैसा कि रिया ने कहा कि प्यार ही गुनाह हो गया, आप क्या मानते हैं?

मुझे यह तो नहीं मालूम। मैं अपनी ही इज्‍जत बचा लूं, वही काफी है। उंगली तो संजय लीला भंसाली, सलमान खान, करण जौहर और सूरज पंचोली तक पर उठ रही है।

सुशांत की मौत वाले दिन बहन के साथ आप थे, उस दिन के बारे में कुछ बताएं?

डेथ सर्टिफिकेट को लेकर परिवार को जो मदद चाहिए थी, वो मैंने की। बाद में भी संपर्क में रहा। पर उसी काम को लेकर।

बीच में खबर आई थी कि आप मुंबई छोड़कर विदेश जाने की तैयारी में हैं। आपके पीआर के वीजा एजेंट्स से संपर्क की चर्चा भी थी?

मैं तो यही हूं। जांच एजेंसियों को सहयोग भी कर रहा हूं।

रिया कह रही हैं कि वे सुशांत को बहुत सालों से जानती थीं, आप भी कई सालों से सुशांत के दोस्त रहे, क्या कभी उन्होंने रिया का जिक्र किया?

सुशांत ने कभी भी जिंदगी में साल 2018 तक रिया का जिक्र नहीं किया।

कभी सुशांत ने वर्चुअल रिएलिटी और ऑर्गेनिक खेती वाले प्रोग्राम में अपने इनवेस्‍टमेंट को लेकर बात की थी?

आप मेरे चैट्स देख लें, जो पब्लिक डोमेन में हैं अब। हमारी बातें घूमने-फिरने, गीत-संगीत पर होती थीं।

कांग्रेस ने आपके बीजेपी से कनेक्शन पर सवाल उठाए थे, जबकि खुद भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी आपके दुबई कनेक्शन की बात करते हैं?

सुब्रह्मण्यम स्वामी जिम्‍मेदार और अनुभवी नेता हैं। उन्‍होंने लिखा कि संदीप सिंह के दुबई आने-जाने की जांच होनी चाहिए। इसमें उन्‍होंने क्‍या गलत कहा। मैं जांच को तैयार हूं। जैसे एक आम आदमी दुबई आता-जाता है, वहां वीजा का ज्‍यादा प्रॉब्‍लम नहीं है। वहां इंडिया जैसा माहौल ही फील होता है। उसमें क्‍या गलत है।

रिया बार-बार कह रही हैं कि सुशांत ड्रग्स लेते थे, क्या आपके सामने कभी ऐसी कोई बात आई?

देखिए मैं रिया को नहीं जानता। वो भी मुझे नहीं जानती, जैसा उन्‍होंने कहा भी है। मेरे पास उनका नंबर भी नहीं है। उनके मुताबिक जिस तरह सुशांत ने कभी मेरा जिक्र उनसे नहीं किया, ठीक उसी तरह सुशांत ने भी मेरे सामने कभी रिया का जिक्र नहीं किया। तो रिया क्‍या बोलना चाहती हैं, वो उनका ईमान जाने। उनसे पूछताछ चालू है। मुझ पर जो आरोप लगे हैं, उससे हिला हुआ हूं। पिछले 60 दिनों से मेरी मम्‍मी, मेरी बहन मेरा परिवार ठीक से रह नहीं पा रहा है।

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संदीप के मुताबिक वो और सुशांत 2011 से एक-दूसरे को जानते थे और 2018 तक रेगुलर टच में भी रहे थे।

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डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद बोले- वो अपने समय से आगे की फिल्‍म थी, इसने ऐसे मुद्दे को उठाया था जो टैबू था

सैफ अली खान और प्रीति जिंटा स्टारर फिल्म 'सलाम नमस्ते' की रिलीज को बुधवार को 15 साल पूरे हो गए। ये फिल्म 9 सितंबर 2005 को रिलीज हुई थी। इस मौके पर फिल्म के निर्देशक सिद्धार्थ आनंद ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की और बताया कि ये फिल्म अपने समय से आगे की फिल्म थी।

सिद्धार्थ ने कहा कि 'आज इस फिल्‍म को आए 15 साल हो रहे हैं और इसने एक ऐसे मुद्दे को उठाया था, जो टैबू था। तब भी लिव-इन के बारे में ज्यादा बातें नहीं की जाती थीं, लेकिन यह भारत के अंदर या विदेशों में बसे भारतीय समाज में बेहद प्रचलित था। भले ही यह अपने वक्त से आगे की फिल्म जान पड़ती थी, लेकिन फिल्म में जानबूझकर कोई शर्मसार करने या चौंका देने वाला काम नहीं किया गया था। कुछ अजीब करने की कोशिश भी नहीं हुई थी।'

जो भी दिखाया वो सबकुछ ऑर्गेनिक था

आगे उन्होंने कहा, 'जब फिल्म रिलीज हो रही थी और हमने इसमें दिखाए गए लिव-इन रिलेशनशिप को प्रचारित करना शुरू किया, तो मुझे उसी वक्त सचमुच ऐसा महसूस हुआ कि हम कुछ बिल्कुल नया करने जा रहे हैं। मैंने कुछ भी अलग या नया करने की कोई कोशिश नहीं की थी। ये बिल्कुल इस तरह से था कि ठीक है, वे दोनों किरदार कमरे का भाड़ा शेयर कर रहे हैं और एक-दूसरे से घुलने-मिलने लगे। इसलिए दो कमरों से एक ही कमरे में रहने जा रहे हैं। यही लिविंग इन है। तो यह ऑर्गेनिक था।'

हमने स्पून फीडिंग की कोशिश नहीं की

'इसमें लज्जाजनक या चौंका देने वाली कोई बात ही नहीं थी। मैं इसी तरह की कोई नई और बेपरवाह किस्म की चीज दिखाना चाहता था। यह बेहद ऑर्गेनिक था और मुझे लगता है कि इसी चीज ने हमें कामयाबी दी। हमने बहुत ज्यादा कोशिश नहीं की थी और इसे दर्शकों के मुंह में स्‍पून फीडिंग की जाए। यही वजह है कि बिना शादी किए ही एक साथ रहने वाले भारतीयों को लेकर इस फिल्म ने हमारे समाज में एक बेहद अहम चर्चा छेड़ दी थी।'

यशराज में है सबको बराबरी का दर्जा

'यह यशराज बैनर की फिल्‍म है। यहां के माहौल में जादू है। इस कंपनी में मैंने बतौर असिस्टेंट शुरुआत की थी। फिर भी हमें यहां बराबरी का दर्जा दिया जाता था। अक्सर शनिवार को आदित्य चोपड़ा हमें लंच पर ले जाया करते थे। आप यहां घर में होने जैसा महसूस करते हैं क्योंकि जब आप अपने घर में होते हैं तो हर व्यक्ति बराबर होता है, और ठीक इसी भावना के साथ आप YRF में रहते हैं।'

यशराज ने फिल्मों के मापदंडों को ऊंचा किया

'मेरा मतलब है कि हम महज असिस्टेंट थे और यश चोपड़ा व आदि चोपडा को इंडियन सिनेमा के गॉड की नजर से देखते थे, जिन्होंने सबसे बड़ी इंडियन ब्लॉकबस्टर फिल्में बनाई थीं और वे हमारे प्रेरणास्रोत थे। ‘हम तुम’ से लेकर ‘वार’ तक की गई फिल्मों ने पॉप कल्चर को गढ़ा है। उन्होंने जिस भी जॉनर में हाथ आजमाया, उनकी फिल्मों ने स्टैंडर्ड को ऊंचा ही उठाया।'

हर फिल्म से मैंने अलग करने की कोशिश की

सिद्धार्थ का कहना है- 'अपने करियर में मुझे 15 साल हो चुके हैं और इस दौरान मैंने 6 फिल्में बनाई हैं और मुझे लगता है कि हां, मैंने अपनी हर फिल्म के साथ कुछ अलग करने की कोशिश की है, मुझे लगता है कि आखिरकार ‘वॉर’ फिल्म के सहारे मैं अपनी ऑडियंस के साथ इस कदर जुड़ चुका हूं, कि अब वे मुझसे कुछ ऐसी अपेक्षा रखते हैं जो नए रिकॉर्ड स्‍थापित करे।'

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Siddharth Anand on 15th anniversary of his film Salaam Namastey, says film was ahead of its time

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'पैडमैन' के निर्देशक आर. बाल्की बोले- स्क्रिप्ट को लेकर अक्षय की समझ बेहद शार्प; हर शॉट के बाद जोक्स क्रैक करते हैं, एक टेक में बोला था 13 मिनट का डायलॉग

अक्षय कुमार आज 53 साल के हो गए। उनका जन्म 9 सितंबर 1967 को पंजाब के अमृतसर शहर में हुआ था। उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1991 में रिलीज हुई फिल्म 'सौगंध' से की थी। अक्षय के जन्मदिन के मौके पर उनकी फिल्म 'पैडमैन' के डायरेक्टर आर. बाल्की ने अभिनेता से जुड़ी खास बातें दैनिक भास्कर के साथ शेयर कीं।

बाल्की ने बताया, 'हमारी पहली मुलाकात 'पैडमैन' के दौरान ही हुई थी, जब उन्‍होंने मुझे फिल्‍म बनाने के लिए बुलाया था। वो ऊपरी तौर पर भले ही मजाकिया और केयरफ्री दिखते हों, पर भीतर से वो स्क्रिप्‍टों को पकड़ने में बड़े शार्प हैं। स्‍क्रीनप्‍ले, सीन या डायलॉग पसंद ना आने पर वो आपको आपके सामने मुंह पर बोल देंगे। वो स्‍ट्रेट फॉरवर्ड हैं। उनके क्रिएटिव इनपुट कमाल के होते हैं।'

अक्षय का था बालकनी वाले सीन का आइडिया

बाल्की ने बताया, 'पैडमैन में जैसे एक सीन है। जिसमें एक टीनएज किशोरी का पीरियड शुरू हुआ है और इसकी सेरेमनी चल रही है। वहां मैंने सीन लिखा था कि अक्षय उस सेरेमेनी में सबके सामने जाकर उस किशोरी को नैपकिन देंगे और वहां मौजूद लोगों के लिए वो सरप्राइज होगा।'
'पर अक्षय ने इनपुट दिया कि सबके सामने जाने से वो जरा कम ड्रामेटिक लगेगा। इसकी बजाय सेरेमनी से एक रात पहले वो बालकनी लांघकर चुपके से नैपकिन किशोरी को देंगे। उसी समय उसकी मां उसे ऐसा करते हुए देख ले और पूरा मोहल्‍ला जगा दे तो इससे सीन में ज्‍यादा ड्रामा आ जाएगा'

'अक्षय को क्‍लास और मास दोनों की समझ'

बाल्की के मुताबिक 'उन्‍हें क्‍लास और मास दोनों फिल्‍मों की समझ है। वो बस ऑडियंस को ही ध्‍यान में रखकर हर फिल्‍म को मास बनाने के चक्‍कर में नहीं रहते हैं। ‘पैडमैन’ पीरियड्स के टॉपिक पर थी। उसका ट्रीटमेंट संजीदा रखना था। वहां उन्‍होंने भी फिल्‍म को सो-कॉल्‍ड मास ऑडियंस के टेस्‍ट के हिसाब से बनाने पर जोर नहीं दिया। वो ऐसा नहीं सोचते कि हर फिल्‍म मास या मसाला वाली ही होनी चा‍हिए।'

'हर सीन के बाद जोक क्रैक करते हैं'

आगे बाल्की ने कहा, 'सेट पर उनकी आदतें मजेदार होती हैं। वो हर टेक के बाद ओके तो बोलेंगे, मगर उसके बाद वो जोक क्रैक करेंगे ही। खासतौर पर उनका जो लास्‍ट टेक होगा, उसके बाद तो वो जोक क्रैक करेंगे ही। कुछ न कुछ मिसचीफ करेंगे ही। सुबह पांच बजे सेट पर आ जाते हैं और आठ से दस घंटे काम करते हैं।'
उन्होंने बताया, 'शायद कम लोगों को पता हो कि वो हर मिनट शॉट के दौरान सीन के बारे में ही सोचते रहते हैं। वो बहुत वर्कोहोलिक हैं। वो पार्टी पर्सन नहीं हैं। काम और फिटनेस पर ही केंद्रित रहते हैं। मैंने तो कई बार उनसे कहा भी कि अपना बर्थ सर्टिफिकेट आप दिखाएं कि आप वाकई 50 प्‍लस हैं।'

'वे अपनी जिम्मेदारी बखूबी समझते हैं'

बाल्की ने बताया, 'वो इतने फिट और फैबुलस जो हैं। एनर्जी से फुल रहते हैं। वो मेकअप इस्‍तेमाल नहीं करते। पूरी फिल्‍म में उनकी आंख पर एक टचअप तक मैंने नहीं देखा, जो कभी उन्‍होंने यूज किया हो। वो किसी पर चिल्‍लाते नहीं। हंसते-हंसाते काम करवा लेते हैं। स्‍टार का वाइव ही नहीं देते। कभी हवा में नहीं उड़ते।'
'वो अपने स्‍टंट भी खुद ही करते हैं। बाकी एक्‍टर्स के मुकाबले बॉडी डबल कम ही यूज करते हैं। मगर वो लापरवाही से ये सब नहीं करते, क्योंकि उन्‍हें पता है कि उन पर प्रोड्यूसर्स का कितना दांव लगा हुआ है। वो सब कुछ इस बात को ध्‍यान में रखते हुए करते हैं कि उन्‍हें चोट लगने से प्रोड्यूसर और पूरी यूनिट का नुकसान हो सकता है। तो वो दुस्‍साहस वाले स्‍टंट सोच समझकर करते हैं। बहुत सावधानी बरतते हैं।'

'सोशल मैसेज के लिए निकले थे घर से बाहर'

'लॉकडाउन में भी जब उन्‍होंने सरकार के कैंपेन के लिए घर से बाहर कदम रखा था, वहां भी उन्‍होंने काफी सावधानी बरती थी। उन्‍होंने घर से बाहर कदम रख स्‍टूडियो का रुख इसलिए किया कि कैंपेन में ‘काम पर निकलने’ का मैसेज था। उस मैसेज को घर पर बैठकर वो कैसे जाहिर कर सकते थे। लिहाजा वहां भी उन्‍होंने कैल्कुलेटेड रिस्‍क लिया। स्‍टूडियो गए और शूट किया। आज उसका असर देखा जा रहा है। और भी लोग शूट पर बाहर निकल रहे हैं।'

'एक टेक में बोला था छह पेज का डायलॉग'

आगे उन्होंने कहा, 'रहा सवाल उन अफवाहों का कि वो डायलॉग भूल जाते हैं, इसमें सच्‍चाई नहीं है। पैडमैन के क्‍लाइमेक्‍स में जो स्‍पीच वाला सीन है वो 13 मिनट का है। छह पन्‍नों के डायलॉग वाला वो सीन तीन कैमरे से शूट किया गया था। सिर्फ एक ही टेक में हमने शूट कर लिया था। कहीं भी एक भी कट नहीं है। कोई कैमरा मूवमेंट नहीं था। फिल्‍म का सोल था वो। एक टेक में जो आदमी छह पेज के डायलॉग को चेहरे पर एक्‍सप्रेशन लाते हुए परफॉर्म कर दे, उसकी याददाश्‍त समझी जा सकती है।'

(जैसा अमित कर्ण से शेयर किया)

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अक्षय कुमार का असली नाम राजीव भाटिया है। उन्होंने 1991 में रिलीज हुई फिल्म 'सौगंध' से बॉलीवुड में अपना डेब्यू किया था।

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75 साल की एक्ट्रेस सुरेखा सीकरी को दो साल में दूसरी बार हुआ ब्रेन स्ट्रोक, हॉस्पिटल में एडमिट हैं बालिका वधू की दादी सा

मशहूर एक्ट्रेस सुरेखा सीकरी को मंगलवार सुबह दूसरी बार ब्रेन स्ट्रोक आया। जिसके बाद उन्हें निजी अस्पताल में एडमिट करवाया गया था। वे आईसीयू में हैं। सुरेखा की सेहत के बारे में विवेक सिधवानी ने इस बारे में जानकारी दी। सुरेखा की हालत स्थिर है, लेकिन फिर भी डॉक्टर्स उन पर निगरानी बनाए हुए हैं।
सुरेखा के हॉस्पिटलाइज्ड होने की खबर के बाद बधाई हो में उनके को-स्टार रहे गजराज राव और डायरेक्टर अमित शर्मा उनकी मदद के लिए आगे आए हैं।

जूस पीते वक्त हुई घटना

एजेंसी की खबर के अनुसार उनकी नर्स ने भी इस बात की जानकारी पहले शेयर की थी कि सुबह 11 बजे के आस-पास उन्हें स्ट्रोक आया था। नर्स ने बताया कि सुरेखा उस वक्त जूस पी रहीं थीं। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया था कि इलाज के लिए नर्स के पास पर्याप्त पैसा नहीं था। फिलहाल वे क्रिटीकेयर हॉस्पिटल के आईसीयू में हैं।

दो साल पहले भी हुआ था ब्रेन स्ट्रोक

गौरतलब है कि सुरेखा को इससे पहले 2018 में भी ब्रेन स्ट्रोक आया था। इसके बाद वे पैरालाइज्ड हो गईं थीं। इसके चलते ही एक नर्स को चौबीस घंटे उनकी देखभाल के लिए अपॉइंट किया गया था। हालांकि सुरेखा के पास बधाई हो फिल्म के बाद उनके पास कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं आया था। इसलिए पिछले दिनों उन्होंने महाराष्ट्र सरकार द्वारा 65 साल से अधिक उम्र के एक्टर्स पर लगाए बैन को हटाने की मांग भी की थी।

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नितिन चंद्रा की राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म 'मिथिला मखान' 2 अक्टूबर 2020 को बेजोड सिनेमा पर होगी रिलीज, डायरेक्टर के लिए चुनौतीपूर्ण रहा सफर

निर्देशक नितिन चंद्रा, जिन्होंने मुख्यधारा की मैथिली फिल्म मिथिला मखान का निर्देशन किया, उन्हें प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। इस फिल्म को 2 अक्टूबर को बेजोड़ सिनेमा (डिजिटल स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म) पर रिलीज किया जा रहा है। इसी बीच निर्देशक नितिन चंद्रा ने फिल्म के आइडिया, मेकिंग और शूटिंग के दौरान आई दिक्कतों के चुनौतीपूर्ण सफर के किस्से सुनाए हैं।

निर्देशक नितिन चंद्रा कहते हैं, “फिल्म का विचार 2008 - 2009 के दौरान बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मेरी यात्रा के दौरान हुआ था। मैंने इस समस्या को समझने के लिए एक वृत्तचित्र बनाया था। बाढ़ के बारे में बात करते हुए वह बताते है, मैंने महसूस किया और बिहार से भारी पलायन का एक कारण समझा। वहां जमीनी स्तर पर कोई आजीविका नहीं थी। उत्तर बिहार में बाढ़ का कहर था। मेरे मन में यह विचार आया कि आर्थिक रूप से विकलांग व्यक्तियों को उनके अपने गांव में नौकरियां कैसे मिले। यह कहानी का रोगाणु था जो बाद में विकसित हुआ और 5 - 6 साल बाद मैं इस फिल्म को सिंगापुर के एक निवेशक की मदद से बना सका। मैंने 2013 में कहानी लिखी और पैसे की तलाश शुरू की, लेकिन दुर्भाग्य से मेरे राज्य में कोई प्रोड्यूसर नहीं मिला। लेकिन मैं भाग्यशाली था कि निर्माता समीर कुमार साथ आए और कुछ अन्य संसाधनों के साथ मैं फिल्म बना सका। "

टोरंटो में -35 डिग्री में हुई थी फिल्म की शूटिंग

आगे वे कहते हैं, "इस फिल्म को बनाना एक बहुत बड़ी चुनौती थी क्योंकि हमें टोरंटो में शूटिंग करनी थी क्योंकि हम सर्दी चाहते थे लेकिन हमें नहीं पता था कि टोरंटो में सर्दियों का मतलब सामान्य दिनों में -35 से लेकर -10 तक का तापमान होता है। हमने किसी तरह टोरंटो की गलियों में और उनके मेट्रो के अंदर गुरिल्ला शूटिंग की। टोरंटो में वो 7 दिनों मेरे दिमाग में हमेशा के लिए उकेरे रहेंगे। मैं उन सड़कों पर चलता था जहां सड़क के किनारे बर्फ की तरह सफेद मिट्टी का मिश्रण होता है।"

"मैं डीओपी जस्टिन चैम्बर्स का शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने फिल्म की शूटिंग की। नियाग्रा फॉल्स में शूटिंग का दृश्य असली था। हम आगे की शूटिंग के लिए मई के महीने में बिहार की गर्मी में +45 से - 35 मैं वापस आए। इस तरह की कहानी थी और यथार्थवाद और हम जो चाहते थे, उसके साथ कोई समझौता नहीं था। इसलिए हमने टोरंटो से भारत और नेपाल के कुछ हिस्सों में कुल 25 - 28 दिनों तक शूटिंग की।”

क्रांति प्रकाश झा और अनुरिता के झा मुख्य भूमिकाएं हैं, नितिन कहते हैं, "कास्टिंग फिर से आसान नहीं थी, खासकर महिला भाग के लिए। पुरुष प्रधान क्रांति प्रकाश झा ने मेरी पिछली फिल्म देसवा में मेरे साथ काम किया था, इसलिए मैं उन्हें कास्ट करने के लिए शुरू से ही स्पष्ट था लेकिन महिला मुश्किल थी। अनुरिता के झा ने GOW किया था और वह पहले से ही जानी जाती थी, लेकिन मैंने फिर भी उसे मिलने का शॉट दिया, उसे यह विचार पसंद आया और सबकुछ ठीक हो गया। पंकज झा, जो उस क्षेत्र से आते हैं, नेगेटिव लीड के लिए स्वाभाविक पसंद थे। ”

मिथिला मखान को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। उत्साहित नितिन महसूस करते हैं, “राष्ट्रीय पुरस्कार एक ऐसी चीज है जिसे हर फिल्म निर्माता चाहेगा। यह राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने का अनुभव बहुत खुशी का था, क्योंकि तथ्य यह है कि मेरी डीवीडी दिल्ली के डीएफएफ कार्यालय में अंतिम दिन पहुंची थी और मुझे यकीन नहीं था कि यह पहुंची है या नहीं, लेकिन जब मैंने मार्च में राष्ट्रीय पुरस्कार के परिणामों को सुना, तब मुझे यकीन था कि यह उनके कार्यालय तक पहुंच गई थी और बाकी इतिहास है। ”

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एक और कन्नड़ एक्ट्रेस संजना गलरानी गिरफ्तार, सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने पहले घर पर छापा मारा फिर अरेस्ट किया, कोर्ट ने 5 दिन की रिमांड पर भेजा

सैंडलवुड ड्रग रैकेट केस में एक और एक्ट्रेस संजना गलरानी को गिफ्तार किया गया है। सेंट्रल क्राइम ब्रांच (सीसीबी) ने मंगलवार को उन्हें अरेस्ट किया है। संजना को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 5 दिन के लिए सीसीबी की रिमांड में भेज दिया गया। इससे पहले एक और एक्ट्रेस रागिनी द्विवेदी को सीसीबी अरेस्ट कर चुकी है। एक दिन पहले ही कोर्ट ने उनकी रिमांड भी बढ़ाई है।

दो घरों पर मारा छापा, जब्त किए डॉक्यूमेंट्स

सीसीबी ने संजना के दो घरों पर छापा मारा। जहां से कुछ मैटेरियल और डॉक्यूमेंट्स जब्त किए गए थे। छापेमारी में बैंगलुरु पुलिस के 8 अधिकारी और एक महिला पुलिस ऑफिसर भी शामिल थी। एसीएमएम कोर्ट से कस्टडी में ले जाते समय उनकी मां भी साथ ही थीं। पिछले हफ्ते उनके राखी भाई और दोस्त राहुल को इसी मामले में गिरफ्तार किया गया था।

राखी भाई के अरेस्ट होने पर किया था पोस्टराहुल की गिरफ्तारी के बाद ही संजना ने एक पोस्ट में अपने और राहुल के रिश्ते के बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी दी थी, साथ ही यह भी कहा था कि इंडस्ट्री के ड्रग रैकेट से उनका कोई लेना-देना नहीं है। संजना ने कहा था कि वो सोशल मीडिया पर फेमस हैं और इसीलिए राहुल उन्हें बलि का बकरा बनाना चाहता है। संजना ने दावा किया था कि उन्होंने जीवन में कभी ड्रग्स नहीं ली है।

अब तक इतनी हुईं गिरफ्तारियां

सैंडलवुड ड्रग कनेक्शन केस में कुल 12 आरोपियों का नाम सामने आया है। जिनमें से अब तक 7 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। इन लोगों में एक्ट्रेस रागिनी द्विवेदी, विवेक ओबेरॉय के साले आदित्य अल्वा, नियाज, वीरेन खन्ना, क्लर्क रविशंकर, राहुल जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं। इनमें एक अफ्रीकन ड्रग पैडलर को भी पकड़ा गया है।

लाइव बहस में मेकअप करती दिखीं थीं संजना

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के दूसरे दिन संजना एक टीवी चैनल की डिबेट का हिस्सा बनी थीं। जहां वे लाइव डिबेट के दौरान मेकअप करते हुए देखी गईं थीं। इसके बाद संजना को बुरी तरह ट्रोल किया गया था, जिसके बाद उन्हें क्लेरीफिकेशन भी देना पड़ा था।

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Another Kannada actress sanjjanaa galrani arrested in Sandalwood drug racket connection

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15 जून को अस्पताल में डेडबॉडी देखकर कहा था सॉरी बाबू, अगस्त में ड्रग एंगल सामने आया और अब सितंबर में हुई गिरफ्तारी

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के 86 दिन बाद उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने गिरफ्तार कर लिया है। 14 जून को सुशांत मुंबई में मृत पाए गए थे। लेकिन रिया पर शक की सुई पूरी तरह 28 जुलाई को तब आई, जब पटना पुलिस की एसआईटी जांच करने मुंबई पहुंची। इसके बाद रिया के खिलाफ एक के बाद एक तीन केंद्रीय जांच एजेंसियों ने जांच शुरू की। और पहली सफलता एनसीबी को मिली, जो कि सबसे बाद में जांच में शामिल हुई। रिया के लिए ये 86 दिन कैसे रहे, डालते हैं उस परा एक नजर...

जून में क्या-क्या हुआ?

14 जून: दोपहर को सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर आई। इससे 6 दिन पहले 8 जून को ही रिया सुशांत का घर छोड़कर माउंट ब्लैंक स्थित अपने घर चली गई थीं। बड़ी बात यह है कि अभिनेता की मौत की खबर सुनने के बाद न रिया उनके घर गईं और न ही उनके स्टाफ को फोन लगाया।

15 जून : रिया अपने भाई शोविक के साथ कूपर हॉस्पिटल की मॉर्चरी में पहुंचीं। जहां पोस्टमॉर्टम के बाद सुशांत की डेड बॉडी को रखा गया था। अभिनेता के सीने पर हाथ रखकर रिया ने कहा, "सॉरी बाबू।"

18 जून: मुंबई पुलिस ने पूछताछ के लिए रिया चक्रवर्ती को बांद्रा पुलिस स्टेशन बुलाया। रिया ने कबूल किया कि सुशांत की फैमिली से उनके ताल्लुकात अच्छे नहीं हैं। यही वजह है कि उन्हें अभिनेता के अंतिम संस्कार से दूर रखा गया।

जुलाई में क्या-क्या हुआ?

16 जुलाई: रिया चक्रवर्ती ने गृहमंत्री अमित शाह से सुशांत डेथ केस की जांच सीबीआई से कराने की अपील की। इससे ठीक पहले यह खबर आई थी कि मुंबई पुलिस को इस बात के सबूत मिले हैं कि रिया चक्रवर्ती सुशांत के पैसे खर्च कर रही थीं।

25 जुलाई : सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने पटना के राजीव नगर पुलिस स्टेशन में रिया चक्रवर्ती, उनके पिता इंद्रजीत, मां संध्या, भाई शोविक, सुशांत की पूर्व मैनेजर श्रुति मोदी और हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा के खिलाफ सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया। साथ ही सुशांत के खाते से 15 करोड़ रुपए की हेराफेरी का आरोप भी लगाया।

28 जुलाई: पटना पुलिस की एसआईटी मामले की जांच के लिए मुंबई पहुंची। लेकिन खबर आई कि रिया और उनका परिवार घर में नहीं हैं। रात में अचानक खबर आती है कि रिया ने वकील सतीश मानशिंदे के जरिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। उन्होंने पटना में दर्ज एफआईआर को गलत बताते हुए उसे मुंबई ट्रांसफर करने की अपील की।

30 जुलाई : सुशांत के परिवार की ओर से रिया की याचिका के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल की।

31 जुलाई : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रिया चक्रवर्ती, इंद्रजीत चक्रवर्ती, संध्या चक्रवर्ती, शोविक चक्रवर्ती, श्रुति मोदी सैमुअल मिरांडा के खिलाफ मनी लॉन्डरिंग का केस दर्ज किया था।

31 जुलाई : पटना में एफआईआर दर्ज होने के बाद रिया चक्रवर्ती ने पहली बार सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया। इसमें उन्होंने कहा कि उन्हें भगवान और न्यायपालिका पर अटूट विश्वास है। उन्हें भरोसा है कि उन्हें इंसाफ मिलेगा। सत्यमेव जयते, सच की जीत होगी।

अगस्त में क्या-क्या हुआ?

4 अगस्त : बिहार सरकार ने सुशांत डेथ केस की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की।

5 अगस्त : केंद्र सरकार ने बिहार सरकार की सीबीआई जांच की सिफारिश को मंजूर किया। सुप्रीम कोर्ट ने रिया चक्रवर्ती की याचिका के सदर्भ में बिहार और महाराष्ट्र पुलिस से जवाब मांगा।

6 अगस्त : सीबीआई ने रिया चक्रवर्ती, इंद्रजीत चक्रवर्ती, संध्या चक्रवर्ती, शोविक चक्रवर्ती, श्रुति मोदी और सैमुअल मिरांडा के खिलाफ केस दर्ज किया।

7 अगस्त : ईडी ने रिया चक्रवर्ती, उनके भाई शोविक, सीए रितेश शाह और सुशांत की पूर्व मैनेजर श्रुति मोदी को अपने ऑफिस में बुलाकर पूछताछ की। रिया ने उन पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि उन्होंने सुशांत केक पैसों की हेराफेरी नहीं की। रिया से 8 घंटे पूछताछ हुई।

9 अगस्त : ईडी ने रिया चक्रवर्ती के भाई से पूछताछ की।

10 अगस्त : रिया चक्रवर्ती ने मीडिया ट्रायल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई। ईडी के सामने दोबारा हाजिर हुईं रिया। उनसे 10 घंटे पूछताछ हुई।

11 अगस्त : सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा और सभी पार्टियों से उनके सबमिशन फाइल करने को कहा।

13 अगस्त : सीबीआई ने अपना सबमिशन फाइल किया और गुजारिश की कि मामले की जांच उन्हें और ईडी को करने दी जाए।

18 अगस्त : रिया चक्रवर्ती ने अपने वकील के जरिए बयान जारी किया और आरोपों से इनकार किया। साथ ही सुशांत की बहन प्रियंका पर उन्हें मोलेस्ट करने का आरोप लगाया।

19 अगस्त : सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में पटना में दर्ज एफआईआर को सही ठहराया और मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी। साथ ही कहा कि अगर इस मामले में कोई और एफआईआर भी दर्ज होती है तो उसकी जांच भी सीबीआई ही करेगी।

20 अगस्त : सीबीआई की एसआईटी जांच के लिए मुंबई पहुंची।

26 अगस्त : नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने रिया चक्रवर्ती व अन्य के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज किया। दरअसल, ईडी ने रिया चक्रवर्ती के दो फोन को क्लोन करके उससे डिलीट डाटा रिकवर किया था। क्लोनिंग के बाद रिया के चैट के रिकॉर्ड सामने आए और उसमें ड्रग्स कनेक्शन का खुलासा हुआ था।

27 अगस्त: सुशांत की मौत के बाद रिया ने पहली बार मीडिया को इंटरव्यू दिया। एक चैनल से बातचीत में उन्होंने उन पर लगे आरोपों को नकारा। सुशांत को क्लॉस्टेरोफोबिक बताया। ड्रग्स लेने की बात से इनकार किया और कहा कि सुशांत उनकी जिंदगी में आने से पहले से ड्रग्स लेते थे।

28 अगस्त : रिया चक्रवर्ती को पहली बार सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया।

29 अगस्त : सीबीआई ने दूसरे दिन रिया चक्रवर्ती से पूछताछ की और मुंबई पुलिस से उन्हें सुरक्षा देने के लिए कहा।

30 अगस्त : रिया चक्रवर्ती को लगातार तीसरे दिन सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया।

सितंबर में क्या-क्या हुआ?

4 सितंबर : रिया चक्रवर्ती के घर एनसीबी ने छापेमारी की और पूछताछ के लिए उनके भाई शोविक चक्रवर्ती और सहयोगी सैमुअल मिरांडा को हिरासत में लिया। दोनों ने सुशांत के लिए ड्रग्स खरीदने की बात स्वीकार की और शाम को उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

5 सितंबर : शोविक और सैमुअल को मुंबई के किला कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 9 सितंबर तक के लिए एनसीबी की कस्टडी में भेज दिया गया, जहां उन्होंने रिया के ड्रग्स खरीदने, बेचने और लेने की बात स्वीकार की।

6 सितंबर : एनसीबी की टीम ने रिया चक्रवर्ती के घर पहुंचकर उन्हें समन दिया। इसी दिन उनकी पहले दिन की पूछताछ हुई।

7 सितंबर : रिया से एनसीबी ने दूसरे दिन की पूछताछ की और स्वीकार किया कि वे ड्रग्स खरीदती थीं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वे जो करती थीं, सुशांत के लिए करती थीं। रिया ने बांद्रा पुलिस स्टेशन में सुशांत की बहन प्रियंका के खिलाफ सुशांत को गलत दवाएं देने की एफआईआर दर्ज कराई।

8 सितंबर : रिया से एनसीबी ने तीसरे दौर की पूछताछ की और उन्होंने यह मान लिया कि ड्रग्स ले रही थीं। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

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रिया चक्रवर्ती पूरी तरह जांच के घेरे में 25 जुलाई के बाद तब आई थीं, जब सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने पटना में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।

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मौत के 84 दिन बाद सुशांत पर दाग लगाने बेताब वकील बोले- 3 जांच एजेंसियों ने न्याय का इसलिए मजाक बनाया क्योंकि रिया ड्रग एडिक्ट से प्यार करती थी

रिया की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर कई रिएक्शन आ रहे हैं। इस बीच रिया के वकील सतीश मानशिंदे ने एक बार फिर अपनी क्लाइंट का बचाव करते हुए स्टेटमेंट जारी किया है। सतीश ने सुशांत को ड्रग एडिक्ट, मेंटल हेल्थ से जूझता हुआ इंसान बताया है। वहीं उन्होंने कहा है कि रिया को सुशांत से प्यार करने की सजा मिल रही है।

न्याय का मजाक बना दिया-सतीश

सतीश ने आगे लिखा है- 3 सेंट्रल जांच एजेंसियां एक अकेली लड़की को घेरे हुए हैं। सिर्फ इसलिए क्योंकि वह एक ड्रग एडिक्ट से प्यार करती थी। जिसका मुंबई में 5 बड़े मनोचिकित्सक कई सालों से इलाज कर रहे थे। एक इंसान जो मेंटल हेल्थ से जूझ रहा था। और जिसे अवैध रूप से कुछ ऐसी दवाएं बताई गईं जिसको खाने के बाद उसने आत्महत्या कर ली।

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Rhea Chakraborty’s lawyer Satish Maneshinde issued harsh statement against late actor after her arrest

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सोशल मीडिया पर यूजर्स मना रहे जश्न, बोले- दोषियों को सजा जरूर मिलेगी, कुछ अन्य ने कहा- मिठाई बांटो खुशी का माहौल है

सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में ड्रग्स एंगल की जांच कर रहे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने मंगलवार को रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें NDPS (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंसेज) एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। रिया की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर सुशांत के लिए न्याय की मांग कर रहे यूजर्स खुश हो गए और इस खबर को सेलिब्रेट करने लगे।

रिया से एनसीबी की पूछताछ का मंगलवार को तीसरा दिन था। इससे पहले सोमवार को एक्ट्रेस से 8 घंटे सवाल-जवाब हुए थे। एनसीबी ने रिया को शोविक चक्रवर्ती और सैमुअल मिरांडा के सामने बैठाकर पूछताछ की थी। हालांकि रिया ने खुद ड्रग्स लेने की बात तो कबूल नहीं की। उनका कहना था कि उसने जो भी किया सुशांत के लिए किया।

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Narcotics Control Bureau arrested Riya Chakraborty, users said on social media - Time has to come SSR's Murderers will be punished soon..

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सुशांत के परिवार के रिएक्शन आए सामने, बहन श्वेता ने कहा- भगवान हमारे साथ हैं, नीलोत्पल ने कहा- नार्को विकेट डाउन मिठाई कौन खिलाएगा

रिया चक्रवर्ती को अरेस्ट कर लिया गया है। तीन दिन तक करीब 35 घंटे की पूछताछ के दौरान रिया ने कई राज एनसीबी के सामने खोले। इसके बाद रिया पर एनडीपीएस एक्ट की सबसे बड़ी धारा 28 यानी ड्रग्स के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। एनसीबी रिया को मेडिकल टेस्ट और कोरोना टेस्ट के लिए लेकर गई है। इस बीच सुशांत के परिवार ने सोशल मीडिया पर रिएक्शन दिए हैं।

अरेस्ट होने के बाद भी दिखा कॉन्फिडेंस

रिया को जब मेडिकल टेस्ट के लिए एनसीबी की टीम लेकर जा रही थी तो बाहर आते ही रिया ने उन्हीं मीडिया जर्नलिस्ट्स को देखकर हाथ हिलाया, जिनके खिलाफ पिछले दिनों पुलिस कम्पलेन दर्ज कराई थी। इतना ही नहीं रिया ने सोशल मीडिया पर मीडिया से अपने परिवार को जान को खतरा बताते हुए एक वीडियो भी शेयर किया था। इस बीच रिया पूरे कॉन्फिडेंस में दिखाई दीं।

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Sushant singh rajput's family reaction after arresting Rhea chakraborty

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सुशांत सिंह राजपूत ने किया था उन्हें ड्रग्स लेने के लिए मजबूर, तीन दिन की पूछताछ में पहली बार मानी ड्रग्स कंजम्पशन की बात

ड्रग्स मामले में फंसने के बाद रिया चक्रवर्ती ने इसका ठीकरा दिवंगत अभिनेता सुशांत राजपूत पर ही फोड़ दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, एक्ट्रेस ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की पूछताछ में जहां यह कबूल किया कि वे ड्रग्स लेती थीं। वहीं, यह दावा भी किया कि बार-बार मना करने के बावजूद सुशांत सिंह राजपूत ने उन्हें ड्रग्स लेने के लिए मजबूर किया था।

पहली बार मानी ड्रग्स लेने की बात

एनसीबी ने रिया चक्रवर्ती से तीन दिन लगातार पूछताछ की। हालांकि, शुरुआती दो दिनों तक वे एनसीबी से झूठ बोलती रहीं। सोमवार को उन्होंने ड्रग्स खरीदने की बात मानी थी और कहा था कि वे जो भी करती थीं, सुशांत के लिए करती थीं। लेकिन उन्होंने खुद खुद ड्रग्स नहीं लिया। लेकिन मंगलवार को जब रिया के सामने वही सवाल दोहराया गया तो उन्होंने पहली बार ड्रग्स लेने की बात कबूल कर ली। इसके पहले तक वे सिर्फ सिगरेट और शराब लेने की बात ही मान रही थीं।

ड्रग पैडलर से 5 बार मिलने की बात मानी

रिया ने पूछताछ में यह माना कि अपने भाई शोविक के जरिए वे पांच बार ड्रग पैडलर अब्दुल बासित परिहार से मिली थीं। बासित उनके भाई से मिलने के लिए घर आता था। वहीं, सोमवार को जब रिया का सामना सैमुअल मिरांडा से कराया गया तो उन्होंने कहा था कि वे सुशांत के लिए बड्स लाते थे।

बॉलीवुड पार्टियों का खुलासा भी किया

रिपोर्ट्स की मानें रिया और उनके भाई शोविक ने एनसीबी की पूछताछ में बॉलीवुड की कुछ पार्टियों का खुलासा भी किया है, जहां धड़ल्ले से ड्रग्स लिया जाता है। इसके आधार पर 25 हीरो-हीरोइन का डोजियर तैयार किया गया है। इन सभी को एक-एक कर समन भेजा जाएगा और पूछताछ के लिए एनसीबी के ऑफिस बुलाया जाएगा। हालांकि, अभी तक किसी का नाम सामने नहीं आया है।

चार साल तक ड्रग सप्लायर से जुड़ी रहीं रिया

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम ने रिया चक्रवर्ती के घर से उनके इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप और टैबलेट आदि कब्जे में लिए थे। रिपोर्ट्स की मानें तो इन गैजेट्स की फॉरेंसिक जांच के बाद यह खुलासा हुआ कि वे 2017 से लगातार ड्रग्स सप्लायर के साथ जुड़ी हुई थीं। जांच में ड्रग्स से जुड़े नेटवर्क के लोगों की फोटो, वीडियो, वॉट्सऐप चैट्स, SMS भी सामने आए हैं।

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रिया चक्रवर्ती करीब डेढ़ साल तक सुशांत सिंह राजपूत को डेट करती रहीं। करीब 6 महीने तक वे सुशांत के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहीं। अभिनेता की मौत से ठीक 6 दिन पहले वे उनका घर छोड़कर चली गई थीं।

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कंगना रनौत और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ महाराष्ट्र विधान परिषद में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव, एक्ट्रेस के ड्रग्स एंगल की जांच का आदेश

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मामले में किरकिरी झेल रही महाराष्ट्र सरकार ने अब अभिनेत्री कंगना रनौत और मीडिया के खिलाफ एक्शन लेना शुरू कर दिया है। दो दिन के विशेष मानसून सत्र के दूसरे दिन शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक और कांग्रेस के विधायक भाई जगताप ने इस केस से जुड़े दो मुद्दों को सदन में उठाया है।

सुशांत केस को लेकर मीडिया में सरकार के खिलाफ की जा रही टिप्पणी को आधार बनाते हुए प्रताप सरनाइक ने नियम 273 के तहत न्यूज एंकर अर्नब गोस्वामी और कांग्रेस विधायक अशोक (भाई) जगताप ने 'मुंबई' को लेकर अपमानजनक टिप्पणी के लिए कंगना रनौत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव विधान परिषद में पेश किया।

प्रस्ताव पास हुआ तो हो सकती है बड़ी कार्रवाई

दोनों प्रस्ताव को महाराष्ट्र विधान परिषद के अध्यक्ष रामराजे नाइक ने स्वीकार कर लिया है। अगर यह प्रस्ताव सदन में पास हो जाता है तो अर्नब और एक्ट्रेस कंगना रनौत पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है। दोनों पर केस भी दर्ज हो सकता है। सदन के सामने उपस्थित होकर दोनों को आने वाले समय में माफ़ी भी मांगनी पड़ सकती है। मंगलवार को रामराजे नाइक ने कहा, 'मैंने विशेषाधिकार के उल्लंघन के प्रस्ताव को स्वीकार किया है। इसके लिए गठित एक समिति की अनुपस्थिति में मैं आज (इस प्रस्ताव पर) फैसला करने जा रहा हूं।'

इस आधार पर होगी कंगना के ड्रग्स एंगल की जांच

सदन में बहस के दौरान शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाइक ने अभिनेता शेखर सुमन के बेटे और एक्टर अध्ययन सुमन के कंगना रनौत पर ड्रग्स लेने के आरोप को आधार बनाकर इस मामले की जांच करवाने की अपील की। इसे राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मान लिया और अब मुंबई पुलिस अभिनेत्री के ड्रग्स लेने की बात की जांच करेगी।

सरनाइक ने कहा,"अभिनेत्री का इंडस्ट्री में एक बड़ा नाम है। उन्होंने कई फिल्में ऐसी की हैं जो मराठा अस्मिता से जुड़ी रही हैं। एक युवाओं की रोल मॉडल हैं और अगर उनके खिलाफ कोई ड्रग्स जैसा आरोप लगाता है तो उसकी जांच होनी ही चाहिए और सच्चाई सभी के सामने आनी चाहिए।"

इसपर राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा,"हमारे दो विधायकों ने आज विधानसभा में हमसे निवेदन किया है कि एक्ट्रेस कंगना रनौत के संबंध शेखर सुमन के बेटे अध्ययन सुमन से थे। एक अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि एक्ट्रेस न सिर्फ ड्रग्स लेती थी और उनसे जबरदस्ती इसका इस्तेमाल करने को कहती भी थीं। अब इस मामले में में हमने मुंबई पुलिस से जांच करने को कहा है।"

इंटरव्यू में ये बोले थे अध्ययन ने
अध्ययन सुमन का एक इंटरव्यू वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने कहा था कि कंगना ने उन्हें कोकीन लेने को कहा था। इस इंटरव्यू में अध्ययन ने बताया था कि वह पहले हैश ट्राई कर चुके थे जो उन्हें पसंद नहीं आया था। इसलिए उन्होंने कोकीन लेने से मना कर दिया था। अध्ययन ने बताया था कि न कहने पर उनकी कंगना से लड़ाई भी हुई थी।

सैंडल उतारकर पिटाई का आरोप भी लगा चुके हैं अध्ययन
अध्ययन सुमन ने अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा था कि कंगना उन्हें पिटती थीं, गालियां देती थीं, इतना ही नहीं सैंडल तक फेंककर मार चुकी थीं। अध्ययन ने डीएनए अखबार के इंटरव्यू में बताया था- ''एक में पार्टी में कंगना ने मुझे जोर से थप्पड़ मारा तो मैं रो पड़ा। बाद में कार में फिर उसने मुझे पीटना शुरू कर दिया। मैं वो रात कभी नहीं भूल सकता। मैंने उसे घर छोड़ा तो उसने सैंडल उतारकर मुझ पर फेंकी। मेरा फोन तक दीवार पर मारकर तोड़ दिया। कंगना ने मुझे घर बुलाकर उसके बेहतर करियर के लिए पूजा कराई और रात 12 बजे कुछ चीजें श्मशान घाट तक में फेंकवाईं।"

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अभिनेत्री कंगना रनौत(बाएं) और अर्नब गोस्वामी(दाएं) सुशांत मामले में महाराष्ट्र सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं।

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टपोरी के किरदार के लिए आमिर ने ली थी टपोरियों से ट्रेनिंग, बेस्ट हीरो का अवॉर्ड ना मिलने पर अवॉर्ड फंक्शंस में हमेशा के लिए जाना बंद कर दिया

उर्मिला मातोंडकर और आमिर खान स्टारर रंगीला की रिलीज को 25 साल पूरे हो गए हैं। इसके डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा थे। यह फिल्म बॉलीवुड के लिए कई मायनों में बेहद खास साबित हुई थी। रिलीज के वक्त यूथ के बीच इसकी पॉपुलैरिटी चरम पर थी। फिल्म के गाने, स्टाइल, डायलॉग दर्शकों को बेहद पसंद आए थे।

क्या थी कहानी:

रंगीला एक ऐसी मध्यमवर्गीय लड़की मिली (उर्मिला) की कहानी है, जो अपने सपनों को साकार करना चाहती है और एक कामयाब एक्ट्रेस बनना चाहती है। वो चाहती है कि दुनिया के करोड़ों चेहरों में उसके चेहरे की एक अलग पहचान हो और फिल्म में उसका ख्वाब सुपरस्टार राज कमल (जैकी श्रॉफ) के जरिए पूरा होता है। इन सपनों को पूरा करने में उसका अपने दोस्त मुन्ना (आमिर खान) और पिछले जीवन से पीछा छूटता जाता है।

फिल्म से जुड़ी कुछ खास बातें...

फिल्म में आमिर खान टपोरी मुन्ना के किरदार में दिखे थे। इस किरदार में ढलने के लिए उन्होंने काफी मेहनत की थी। कुछ कपड़े उन्होंने खुद के पहने थे तो कुछ दोस्तों से उधार लिए थे।

यह फिल्म हॉलीवुड मूवी विन ए डेट विद टैड हैमिल्टन से प्रेरित थी।

मुंबइया टपोरी के रोल के लिए आमिर ने स्लम्स में रहने वाले असली टपोरियों के साथ वक्त बिताया था और ट्रेनिंग ली थी ताकि उनकी डायलॉग डिलिवरी, बॉडी लैंग्वेज सही हो।

रंगीला ही वो फिल्म है जिसके बाद आमिर ने बॉलीवुड के अवॉर्ड फंक्शंस से दूरी बना ली थी। रंगीला के लिए उन्हें 1995 में फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर अवॉर्ड के लिए नॉमिनेशन मिला था। इससे पहले उन्हें जो जीता वही सिकंदर(1992) और हम हैं राही प्यार के (1993) के लिए भी नॉमिनेट किया था लेकिन आमिर अवॉर्ड नहीं जीत पाए थे। रंगीला के लिए अवॉर्ड ना मिलने पर आमिर के सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने अवॉर्ड समारोह में जाना बंद कर दिया।

रंगीला उर्मिला के लिए ब्रेकथ्रू फिल्म साबित हुई थी। इसके बाद ही वह बॉलीवुड में स्थापित हो गई थीं।

इस फिल्म को 7 फिल्मफ़ेयर अवॉर्ड मिले थे। जैकी श्रॉफ को बेस्ट सपोर्टिंग रोल, अहमद खान को बेस्ट कोरियोग्राफी, मनीष मल्होत्रा को कॉस्टयूम डिजाइनिंग, राम गोपाल को बेस्ट स्टोरी और ए.आर. रहमान व आर. डी. बर्मन को बेस्ट म्यूजिक के लिए ये अवॉर्ड मिले। आशा भोसले को गाने तन्हा-तन्हा के लिए स्पेशल ज्यूरी अवॉर्ड मिला था।

फिल्म का टाइटल रंगीला मूल रूप से कैरेक्टर मुन्ना 'आमिर खान' पर बेस्ड था लेकिन सफलता का पूरा श्रेय उर्मिला की झोली में गया।

रामगोपाल वर्मा पहले श्रीदेवी को फिल्म में लेना चाहते थे और मनीषा कोइराला को भी लेने का विचार बना था लेकिन आखिरकार उर्मिला फिल्म के लिए फाइनल हुईं।

अहमद खान को तन्हा-तन्हा गाने के लिए बेस्ट कोरियोग्राफी का अवॉर्ड मिला था।

रामगोपाल वर्मा फिल्म में तन्हा-तन्हा गाने की कोरियोग्राफी के लिए सरोज खान से खुश नहीं थे, बाद में उन्होंने अहमद खान से गाने को कोरियोग्राफ करवाया।

फिल्म का गाना यारों सुन लो जरा मूल रूप से एक तेलुगू फिल्म सुपर के लिए कंपोज किया गया था, जिसके बोल दे बाबू लव चेयारा। यही गाना फिल्म के तमिल वर्जन में भी रिलीज हुआ था।

यह फिल्म ए.आर रहमान द्वारा कंपोज की गई पहली हिंदी फिल्म थी।

फिल्म के टाइटल ट्रैक रंगीला रे में उदित नारायण के बेटे आदित्य नारायण भी नजर आए थे। उस वक्त वह 8 साल के थे। इसके अलावा फिल्म में मधुर भंडारकर ने भी कैमियो किया था।

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25 years of Rangeela, Know some interesting facts of the movie

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