आज रिया चक्रवर्ती से हो सकती है पूछताछ, सुशांत के रूम का लॉक खोलने वाले मोहम्मद रफीक का बयान भी हो सकता है दर्ज

सुशांत सिंह राजपूत डेथ केस में सीबीआई आज रिया चक्रवर्ती से पूछताछ कर सकती है। वे इस पूरे मामले की प्राइम सस्पेक्ट हैं। उन पर सुशांत के खाते से 15 करोड़ रुपए की हेराफेरी करने और उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि सीबीआई केस बनाना चाहती है। इसलिए एजेंसी के अधिकारी मामले के प्रमुख संदिग्धों से जल्द से जल्द पूछताछ की प्लानिंग में है।

चाबी बनाने वाले के बयान भी हो सकते हैं दर्ज

रविवार को सीबीआई के अधिकारी उस चाबी बनाने वाले के बयान भी दर्ज कर सकती है, जिसने 14 जून को सुशांत के कमरे का लॉक खोला था। मोहम्मद रफीक नाम के इस शख्स ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में दावा किया है कि सिद्धार्थ पिठानी ने उसे फोन करके बुलाया था और लॉक खुलते ही 2000 रुपए देकर वहां से रवाना कर दिया था। रफीक के मुताबिक, उस वक्त फ्लैट में चार लोग (कुक नीरज, केशव, हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा और फ्लैट-मेट सिद्धार्थ पिठानी) मौजूद थे। लेकिन किसी के चेहरे पर कोई तनाव नहीं था। जब मुंबई पुलिस ने उसे दोबारा उसी फ्लैट पर बुलाया, तब उसे पता चला कि वह कमरा सुशांत सिंह राजपूत का था।

सिद्धार्थ पिठानी से फिर से हो सकती है पूछताछ

सुशांत के फ्लैट-मेट और दोस्त रहे सिद्धार्थ पिठानी से शनिवार को मुंबई पुलिस ने पूछताछ की थी। रविवार को एक बार फिर उनसे सवाल-जवाब हो सकते हैं। रिपोर्ट्स की मानें सिद्धार्थ पिठानी इकलौते शख्स हैं, जिन्होंने सुशांत को सीलिंग फेन से लटका हुआ देखा था और उन्होंने ही अभिनेता को फंदे से उतारकर बेड पर लिटाया था।

शनिवार को क्या हुआ?

शनिवार को सीबीआई सुशांत के फ्लैट भी पहुंची। यहां करीब 6 घंटे तक पड़ताल की। सूत्रों के मुताबिक, सुशांत के वजन के बराबर एक डमी को ले जाकर मौत के सीन (14 जून) को रीक्रिएट किया गया।
जांच एजेंसी अभिनेता के कुक नीरज सिंह, दीपेश सावंत और सिद्धार्थ पिठानी को भी अपने साथ लेकर गई। अफसरों ने तीनों के बयान कैमरे में दर्ज किए। सूत्रों के मुताबिक, टीम ने सिद्धार्थ और दीपेश से फंदे में लटकी डमी को ठीक वैसे ही उतारने के लिए कहा जैसा इन्होंने 14 जून को किया था। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो सका कि पंखा उस डमी का वजन सह सका या नहीं।

30 सदस्यीय टीम ने पूरी बिल्डिंग का मुआयना किया

एसपी नूपुर प्रसाद के साथ सीबीआई की टीम के 30 सदस्यों ने सबसे पहले पूरी बिल्डिंग का मुआयना किया। इनमें फोरेंसिक टीम के लोग भी शामिल थे। टीम के कुछ सदस्यों ने छत पर चढ़कर पूरे इलाके, छत, सीढ़ियों की वीडियोग्राफी की है। यह टीम सुशांत के घर 2 बजे पहुंची थी और शाम को 8:20 बजे निकली।

इस टीम में नॉट एक्सपर्ट में थे। इन्होंने सिद्धार्थ से पूछा कि सुशांत के गले में फंदा कैसा था। सिद्धार्थ ने डमी के गले में उसी तरह फंदा डालकर जांच टीम को दिखाया।

एक टीम ने कूपर अस्पताल का दौरा भी किया

सीबीआई की एक अन्य टीम ने शनिवार को कूपर अस्पताल का दौरा किया। यहां सुशांत का पोस्टमॉर्टम हुआ था। पोस्टमॉर्टम करने वाले 5 डॉक्टरों के बयान दर्ज किए। एक अन्य टीम ने बांद्रा थाने का दौरा किया। यहां अभिनेता की मौत की जांच करने वाले मुंबई पुलिस के अधिकारियों से मुलाकात की।

ऑटोप्सी रिपोर्ट की जांच करेगी एम्स की टीम

एम्स ने सुशांत की ऑटोप्सी रिपोर्ट की जांच के लिए शुक्रवार को 5 फोरेंसिक एक्सपर्ट की का मेडिकल बोर्ड बनाया। सीबीआई ने इस मामले में शुक्रवार को एम्स से राय मांगी थी। एम्स के फोरेंसिक डिपार्टमेंट के हेड डॉ. सुधीर गुप्ता ने बताया कि ‘‘सुशांत का मर्डर होने के शक के एंगल से भी जांच की जाएगी। विसरा की जांच की जाएगी। सुशांत को डिप्रेशन दूर करने करने के लिए जो दवाएं दी जा रही थीं, उनकी भी एम्स की लैब में जांच होगी।’’ कूपर हॉस्पिटल के डॉक्टर्स पर जल्दबाजी में पोस्टमॉर्टम करने का आरोप लग रहा है।

सीबीआई ने इन चीजों को मुंबई पुलिस से अपने कब्जे में लिया

सुशांत के 3 मोबाइल फोन, सुशांत का लैपटॉप।

वो मग जिसमें सुशांत ने जूस पिया था।

सुशांत के कपड़े, जो उन्होंने उस वक्त पहने थे और फंदे के लिए इस्तेमाल किया गया हरे रंग का कपड़ा।

ऑटोप्सी और फोरेंसिक रिपोर्ट भी सीबीआई को मिल गई है।

सुशांत के घर और फॉर्म हाउस से बरामद डायरी।

13 से 14 जून की सीसीटीवी फुटेज भी सीबीआई को सौंपी गई हैं।

रिया चक्रवर्ती, शोविक चक्रवर्ती और इस केस से जुड़े सभी लोगों की सीडीआर।

56 गवाहों के बयान की कॉपी भी सीबीआई की टीम ने मुंबई पुलिस से ली है।

सीबीआई के सामने 3 चुनौतियां

सुशांत की मौत को 60 से ज्यादा दिन हो गए हैं। क्राइम सीन पर सबूत पूरी तरह मिट चुके होंगे। सीबीआई के पास सिर्फ मौके से ली गई तस्वीरें ही सहारा होंगी।

मुंबई पुलिस का पूरा रिकॉर्ड मराठी भाषा में है और उसे मराठी से इंग्लिश में ट्रांसलेशन कराने में लंबा वक्त लग सकता है। इनमें 56 गवाहों के बयान भी शामिल हैं।

सुशांत की मौत का कोई भी चश्मदीद गवाह नहीं है। केवल एक आदमी है जिसने डेड बॉडी को लटके देखा और उसने भी डेड बॉडी उतार दी। ऐसे में डेड बॉडी कहां और कैसे लटकी हुई थी उसके पैर कहां पर थे इन बातों को समझने के लिए भी सीबीआई को मशक्कत करनी पड़ेगी।

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1. सुशांत की मौत का मामला:सीबीआई सुशांत के फ्लैट में साढ़े छह घंटे रही, क्राइम सीन रीक्रिएट किया; पड़ोसी महिला ने कहा- 13 जून की रात को एक्टर के घर की लाइट बंद थी, कुछ गड़बड़ है

2. 14 जून की कहानी, चाबी वाले की जुबानी:सुशांत के घर पर मौजूद सभी लोग रिलैक्स थे, कमरे में नहीं झांकने दिया; बताया- क्यों ताला तोड़ने के लिए चार्ज किया 2 हजार रुपए

3. महेश भट्ट-रिया चक्रवर्ती के नए वॉट्सऐप चैट:सुशांत का घर छोड़ने के बाद रिया ने लिखा था- आपने मुझे फिर बचा लिया; जब एक्टर की मौत हुई तो भट्ट ने रिया को कॉल करने को कहा था

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रिया चक्रवर्ती सुशांत सिंह राजपूत के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही थीं। अभिनेता की मौत से 6 दिन पहले वे उनका घर छोड़ गई थीं।

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8 साल की उम्र से ही मिसेज दिलीप कुमार बनने का सपना देखने लगी थीं सायरा बानो, शादी के बाद मां ना बन पाने की सामने आई थी दर्दनाक वजह

वेटरन एक्ट्रेस सायरा बानो का 23 अगस्त को 75वां बर्थडे जन्मदिन है। कई सुपरहिट फिल्मों में काम करने वाली सायरा का दिल 22 साल बड़े दिलीप कुमार पर आया था। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि जब सायरा बानो के साथ दिलीप कुमार को एक फिल्म ऑफर हुई थी तो उन्होंने साथ काम करने से मना कर दिया था। इसकी वजह ये थी दिलीप साहब को लगा था कि उनकी जोड़ी फिल्म में अच्छी नहीं लगेगी क्योंकि दोनों की उम्र में काफी अंतर था।

'बचपन से ही मिसेज दिलीप कुमार बनने का सपना देखा'

1952 में आई फिल्म 'आन' में दिलीप साहब को देखकर सायरा उनसे मोहब्बत करने लगी थी। इस वक्त सायरा की उम्र मात्र 8 साल थी।

मिसेज दिलीप कुमार बनने के लिए सायरा ने की तैयारी।

दैनिक भास्कर को दिए एक इंटरव्यू में सायरा ने अपनी लव स्टोरी का जिक्र करते हुए कहा था, 'मैं अपने स्कूल डेज से ही मिसेज दिलीप कुमार बनना चाहती थी। जब मैं छोटी थी और लंदन में स्टडी कर रही थी तबसे ही मेरा इस तरफ रुझान था कि मैं एक दिन मिसेज दिलीप कुमार बनूंगी। मेरी मां ने मुझसे कहा था कि आपको मिसेज दिलीप कुमार बनने के लिए वैसे ही शौक पैदा करने चाहिए, जैसे दिलीप साहब फरमाते हैं। जब मैं हिंदुस्तान आई तो मुझे पता चला कि दिलीप साहब को सितार का बेहद शौक है, तो फिर मैंने भी सितार सीखना शुरू कर दिया। चूंकि दिलीप साहब उर्दू में माहिर हैं तो मैंने भी उर्दू सीखना शुरू किया।''

मेरी मां ने मेरा करियर शुरू होने के बाद मेरा घर बनाने के बारे में सोचा तो उन्होंने वही जगह चुनी जहां से दिलीप साहब का घर पास हो। उनके घर के सामने ही मेरा घर बनवाया गया। यह उनके बंगले से केवल दो बंगले ही दूर था। वो कहते हैं न कि ‘तेरे दर के सामने एक घर बनाऊंगा’।

11 अक्टूबर 1966 को दोनों की शादी हो गई।

उस दौरान मैं ‘मेरे प्यार मोहब्बत’ की शूटिंग कर रही थी। 23 अगस्त 1966 का दिन था जब मेरी सालगिरह भी आई और मेरी मां ने उस घर की हाउस वार्मिंग पार्टी भी रखी। मैं फिल्मिस्तान स्टूडियो से शूटिंग करके घर आई तो वहां पार्टी में मेरे को-स्टार्स, डायरेक्टर का जमावड़ा लगा हुआ था। अचानक क्या देखती हूं कि दिलीप साहब खुद आए हैं। मेरे मां ने उन्हें खास इनवाइट किया था। वह मेरे लिए मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा गिफ्ट था।'' पार्टी के बाद दोनों का मिलना-जुलना शुरू हुआ और फिर 11 अक्टूबर 1966 को दोनों की शादी हो गई।

मां-बाप नहीं बन सके सायरा-दिलीप कुमार

दोनों की बेहतरीन लव स्टोरी शादी के अंजाम तक तो पहुंच गई लेकिन इनके माता-पिता बनने का सपना अधूरा रह गया। ऐसा क्यों हुआ इसका खुलासा दिलीप कुमार ने अपनी ऑटोबायोग्राफी 'द सबस्टांस एंड द शैडो' में किया था।

8 महीने की प्रेग्नेंसी में सायरा को ब्लड प्रेशर की शिकायत हुई थी।

बुक में दिलीप कुमार ने कहा है, "सच्चाई यह है कि 1972 में सायरा पहली बार प्रेग्नेंट हुईं। यह बेटा था (हमें बाद में पता चला)। 8 महीने की प्रेग्नेंसी में सायरा को ब्लड प्रेशर की शिकायत हुई। इस दौरान पूर्ण रूप से विकसित हो चुके भ्रूण को बचाने के लिए सर्जरी करना संभव नहीं था और दम घुटने से बच्चे की मौत हो गई।" दिलीप कुमार की मानें तो इस घटना के बाद सायरा कभी प्रेग्नेंट नहीं हो सकीं।

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Saira Banu 75th birthday special

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अभिनेता के फैमिली वकील ने कहा- 'कंगना न सुशांत की दोस्त और न ही प्रतिनिधि, वे सिर्फ अपना एजेंडा चला रहीं', एक्ट्रेस बोली- बिकाऊ मीडिया से सावधान

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से कंगना रनोट लगातार उनके लिए न्याय की मांग कर रही हैं। उन्होंने अभिनेता की मौत को बॉलीवुड में फैले नेपोटिज्म और कैम्प-बाजी से जोड़ा था। अब सुशांत के फैमिली वकील विकास सिंह ने एक्ट्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने एक इंटरव्यू में स्पष्ट तौर पर कहा कि कंगना न तो सुशांत की दोस्त हैं और न ही उनकी प्रतिनिधि हैं। वे इंडस्ट्री की एक सामान्य समस्या को उजागर कर रही हैं।

कंगना जो कर रहीं, वह सिर्फ अपने लिए कर रहीं: विकास सिंह

न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में विकास सिंह ने कहा, "वे (कंगना) जो मुद्दा उठा रही हैं, वही सही है। वे इंडस्ट्री की सामान्य समस्या के बारे में बात कर रही हैं। सुशांत भी इससे (नेपोटिज्म) जूझेंगे होंगे। लेकिन कंगना उनका प्रतिनिधित्व नहीं कर रही हैं। वे सुशांत का कुछ भी नहीं कर रही हैं। जो कर रही हैं, वह सिर्फ अपने लिए रही हैं।"

सिंह का कंगना पर अपना एजेंडा चलाने का आरोप

इससे पहले एक अंग्रेजी एंटरटेनमेंट वेबसाइट से बातचीत में सिंह ने कंगना पर अपना एजेंडा चलाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था, "वे सिर्फ अपना एजेंडा चला रही हैं और उन लोगों पर निशाना साध रही हैं, जिनके साथ उनके पर्सनल इश्यूज हैं। वे अपनी ही ट्रिप पर जा रही हैं। परिवार की ओर से दर्ज कराई एफआईआर का इन दावों से कोई लेना-देना नहीं है। सुशांत भेदभाव का शिकार हुए होंगे। लेकिन इस केस में यह जांच का प्राइमरी कोर्स नहीं हो सकता। इसका छोटा-मोटा योगदान हो सकता है। लेकिन मुख्य केस यह है कि रिया और उनकी गैंग ने कैसे सुशांत को एक्सप्लॉयट किया और उन्हें खत्म कर दिया?"

कंगना का दावा- फैमिली और वकील का उन्हें समर्थन

हालांकि, कंगना को लगता है कि सुशांत की फैमिली और वकील उन्हें सपोर्ट करते हैं। उन्होंने विकास सिंह का वीडियो शेयर किया, जिसमें वे उनके बारे में पॉजिटिव बातें कर रहे हैं। एक्ट्रेस ने कैप्शन में लिखा, "सुशांत सिंह राजपूत की फैमिली और उनके वकील ने हमेशा मेरे स्ट्रगल का समर्थन किया है।" सावधान रहें।"

एक्ट्रेस द्वारा शेयर किए गए वीडियो में विकास सिंह कह रह रहे हैं, "कंगना एकदम सही हैं कि उसने (रिया ने) उस खालीपन का फायदा हुआ, जो सुशांत की जिंदगी में बना दिया गया था। उसने पूरी तरह उनकी जिंदगी और मामलों को टेकओवर कर लिया था। उसने जो किया, वह एफआईआर का हिस्सा है।"

इसके अगले ट्वीट में कंगना ने लिखा था, "मूवी माफिया और बिकाऊ मीडिया एक बार फिर से...सुशांत के वकील या फैमिली ने मेरे खिलाफ कभी कुछ नहीं कहा। लेकिन अफवाहें फैल रही हैं। गिद्ध मीडिया से

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सिंह पहले भी कंगना के नेपोटिज्म के मुद्दे को नकार चुके

सुशांत के पिता केके सिंह ने 25 जुलाई को पटना के राजीव नगर पुलिस स्टेशन में रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी और अपने बेटे के खाते से 15 करोड़ रुपए की हेराफेरी का आरोप लगाया था। उसके बाद विकास सिंह ने कहा था कि इस एफआईआर से कंगना द्वारा उठाए जा रहे नेपोटिज्म के मुद्दे का कोई लेना-देना नहीं है।

उस वक्त कंगना कुछ हताश हो गई थीं। उनकी टीम ने ट्विटर पर लिखा था, "दुर्भाग्य से उनका परिवार सिर्फ पैसों के हिस्से पर फोकस कर रहा है और उन सभी इंटरव्यू और पोस्ट को नजरअंदाज कर रहा है, जिनमें सुशांत ने बुली और हरेसमेंट के बारे में लिखा था। जबकि इस केस में पॉलिटिकल नेपो माफिया भी जुड़े हुए हैं।"

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कंगना ने पहले दिन से मामले को नेपोटिज्म से जोड़ा

कंगना रनोट ने 14 जून को यह आरोप लगाकर सनसनी फैला दी कि सुशांत की सुसाइड के पीछे करन जौहर और उनकी नेपोटिस्ट गैंग है। उन्होंने कहा था कि सुशांत ने यह कदम उठाकर उन लोगों को जीत दिलवा दी, जो भाई-भतीजावाद को बढ़ावा देते हैं। फिल्म माफिया हैं और खेमेबाजी में यकीन रखते हैं।

एक इंटरव्यू में कंगना ने करन के अलावा आदित्य चोपड़ा, राजीव समंद और महेश भट्ट का नाम भी कैम्प-बाजी करने वाले लोगों में जोड़ा था और सवाल उठाया था कि मुंबई पुलिस इनसे पूछताछ क्यों नहीं करती। इतना ही नहीं, कंगना यह तक कह चुकी हैं कि अगर वे अपने दावे साबित नहीं कर पाएंगी तो अपना पद्मश्री सरकार को वापस करने के लिए तैयार हैं।

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विकास सिंह पहले भी कंगना द्वारा उठाए गए नेपोटिज्म के मुद्दे को सुशांत सिंह राजपूत की मौत से अलग बता चुके हैं।

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अक्षय कुमार की सूर्यवंशी और रणवीर की 83 हो सकती है नेटफ्लिक्स पर रिलीज, रिलायंस ने रिलीज डेट आगे बढ़ाने से किया इनकार

मार्च से लेकर अब तक कई फिल्मों की रिलीज डेट लगातार टलती जा रही हैं। महामारी के चलते देश भर में सिनेमाघरों में ताले पड़े हुए हैं ऐसे में सभी फिल्ममेकर्स अब ओटीटी प्लेटफॉर्म की तरफ रुख कर चुके हैं। 'सड़क 2', 'लक्ष्मी बॉम्ब', 'गुंजन सक्सेना' जैसी कई बड़ी फिल्मों के बाद अब रणवीर सिंह की '83' और 'सूर्यवंशी' के भी डिजिटली रिलीज होने की खबरें हैं। बताया जा रहा है कि मेकर्स दीवाली या क्रिसमस से पहले ही इसे रिलीज करना चाहते हैं फिर चाहे थिएटर खुलें या नहीं।

हाल ही में रिलायंस एंटरटेनमेंट के सीईओ शीबाशीश सरकार का एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है, 'हम फिल्म को 100 प्रतिशन थिएटर में ही रिलीज करना चाहते हैं। हालांकि इसी के साथ हम फिल्म को एक समय से ज्यादा पोस्टपोन नहीं कर सकते हैं। हम रिलीज डेट को दीवाली या क्रिसमस से आगे रिलीज नहीं करना चाहते हैं। पहला विकल्प है थिएटर रिलीज अगर सिनेमाघर खुलते हैं और जब ऑडियंस वापस आती है'।

नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो सकती हैं फिल्में

फिल्म क्रिटिक संदीप ने जानकारी देते हुए बताया है कि सूर्यवंशी और 83 द फिल्म दोनों नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो सकती हैं अगर साल के आखिर तक सिनेमाघर नहीं खुलते तो। रिलांयस एंटरटेनमेंट वाले फिल्म को ज्यादा पोस्टपोन नहीं करना चाहते हैं।

रोहित शेट्टी के कॉप यूनिवर्स की फिल्म सूर्यवंशी को नवम्बर में दीवाली के आसपास रिलीज करना तय किया गया है। लेकिन सिनेमाघर नहीं खुलते तो इसे सीधे डिजिटल रिलीज किया जाएगा। पहले यह 24 मार्च को रिलीज होने वाली थी मगर उससे पहले ही सिनेमाघर बंद हो गए। इसी तरह 83 भी क्रिसमस तक रिलीज हो जाएगी चाहे थिएटर खुले या नहीं।

थिएटर बंद होने से इन फिल्मों ने टेके घुटने

थिएटर के बजाय ओटीटी पर फिल्म रिलीज करने का सिलसिला अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की फिल्म 'गुलाबो- सिताबो' से शुरू हुआ था। इसके बाद 'शकुंतला देवी', 'लूटकेस', 'खुदा हाफिज', 'दिल बेचारा' और 'गुंजन सक्सेना' भी डिजिटली रिलीज की गई हैं। इनके अलावा 'सड़क 2', 'लक्ष्मी बॉम्ब', 'बिग बुल' भी ओटीटी पर आएंगी। '83' और 'सूर्यवंशी' के अलावा वरुण और सारा की 'कुली नं 1' फिल्म भी ओटीटी पर रिलीज हो सकती है।

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Akshay Kumar's Sooryavanshi and Ranveer's 83 may release on Netflix, Reliance refuses to extend the release date

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इंडस्ट्री में पक्षपात झेल चुकी हैं सोनाली राउत, बोलीं- 'डायरेक्टर के कहने पर मुझे मेरी ही फिल्म के प्रमोशन से दूर रखा जाता था'

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही इंडस्ट्री में नेपोटिज्म और पक्षपात पर बहस छिड़ गई है। अब इस मुद्दे पर डेंजरस एक्ट्रेस सोनाली राउत ने अपनी आपबीती शेयर की है। अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने अपनी आपबीती शेयर की है। उन्होंने बताया कि लोग फिल्मी कनेक्शन के चलते काफी फायदा पाते हैं जबकि आउटसाइडर्स के साथ यहां पक्षपात किया जाता है।

सोनाली राउत ने इनसाइडर्स और आउटसाइडर्स पर अपने विचार रखते हुए स्पॉटब्वॉय से कहा, 'मेरे कुछ दोस्त हैं इंडस्ट्री के जिनका पहले ही यहां आधार है इसलिए उनके लिए अच्छे बैनर से लॉन्च होना और काम मिलना काफी आसान था। उनके पास प्रोड्यूसर्स और डायरेक्टर घर पर ही होते हैं तो उनके लिए अवसर मिलना काफी आसान होता है'।

आगे एक्ट्रेस ने बताया, 'मेरे परिवार में मेरे पिता पुलिसवाले हैं तो हमारे घर उनके काम से जुड़े लोग आते रहते हैं। मुझे लगता है कि आउटसाइडर्स के लिए इसलिए मुश्किल होता है क्योंकि ये उनकी शुरुआत होती है। आपको पता नहीं होता कि आपको कैसे शुरू करना है और उसके लिए सही लोगों ने कॉन्टेक्ट होना जरूरी होता है'।

डायरेक्टर के कहने पर मुझे प्रमोशन से दूर रखा गयाः सोनाली

अपनी आपबीती सुनाते हुए एक्ट्रेस ने कहा, 'मेरी पहली फिल्म द एक्सपोज दो एक्ट्रेस का कहानी थी। जिसमें हिमेश रेशमिया और जोया अफरोज थे। फिल्म के दौरान मुझे प्रमोशन से दूर रखा जाता था जबकि मेरा लीड रोल था। और दूसरी एक्ट्रेस को हमेशा मुझसे आगे भेजा जाता था। मैंने इसपर आवाज उठाई और प्रोड्यूसर्स से इसकी वजह पूछी। उन्होंने कहा कि ये डायरेक्टर का फैसला है। मैंने इसे इग्नोर करके आगे बढ़ने का फैसला किया। मैंने अपना समय बर्बाद नहीं किया'।

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सोनाली राउत बिग बॉस 8 में नजर आ चुकी हैं। एक्ट्रेस ने द एक्पोज फिल्म से बॉलीवुड डेब्यू किया था जिसके बाद वो कई फिल्मों में दिखी हैं। हाल ही में एक्ट्रेस की फिल्म डेंजरस रिलीज हुई है जिसमें करण सिंह ग्रोवर और बिपाशा बसु लीड रोल में हैं।

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Sonali Raut has faced partiality in the industry, said- 'I was kept away from the promotion of my own film at the behest of the director'

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सुशांत की डेड बॉडी देखकर मुंबई पुलिस को थम्स अप दिखाने वाले संदीप सिंह का आखिर क्या है सच, कभी आइसक्रीम बेचते थे फिर बन गए प्रोड्यूसर

सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत के मामले में सीबीआई ने अपनी जांच शुरू कर दी है। इस मामले में सबसे पहले सुशांत के कुक नीरज से पूछताछ की गई है। शनिवार को सुशांत के रूममेट सिद्धार्थ पिठानी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीबीआई सुशांत के दोस्त होने का दावा करने वाले संदीप सिंह से भी पूछताछ करने की तैयारी में है। इस मामले में संदीप की भूमिका काफी संदिग्ध मानी जा रही है।

14 जून को सुशांत की मौत के बाद उनके बांद्रा स्थित अपार्टमेंट पर संदीप सबसे पहले पहुंचने वालों में से थे। संदीप का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें वह सुशांत की डेड बॉडी ले जा रहे पुलिस कर्मियों को थम्स अप दिखाते नजर आ रहे हैं। इसके अलावा संदीप ने नेशनल टेलीविजन पर अपने बयान भी बदल-बदलकर दिए हैं जिससे उनकी भूमिका और संदिग्ध हो चुकी है।

संदीप को नहीं जानता सुशांत का परिवार

सुशांत के परिवार के वकील विकास सिंह ने भी कहा है, ''परिवार का कोई सदस्य संदीप को नहीं जानता। जब सुशांत की मौत की खबर आई तो संदीप वहां पहुंच गए।

डेड बॉडी देखकर सुशांत की बहन मीतू बेसुध होने लगीं तो संदीप उन्हें संभालने के लिए आगे आ गए। यहीं से उन्हें सब चीजों में आगे आने का मौका मिल गया। संदीप ने इस मौके का फायदा उठाया। पोस्टमार्टम से लेकर अंतिम संस्कार तक संदीप सब में शामिल रहे।

14 जून को मीतू सिंह के साथ संदीप।

कई मीडिया इंटरव्यू में उन्होंने सुशांत को अपना भाई करार दिया। यहां तक कि सुशांत के परिवार से पटना मिलने पहुंच गए और पब्लिसिटी बटोरने की कोशिश की।''

संदीप को लेकर सोशल मीडिया पर सुशांत के फैन्स भी लगातार गुस्सा जाहिर कर रहे हैं जिसकी वजह से सुशांत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कमेंट सेक्शन बंद कर दिया है।

आइसक्रीम बेचते थे, बन गए प्रोड्यूसर

मुजफ्फरपुर, बिहार में जन्मे संदीप कम उम्र में ही परिवार के साथ मुंबई आ गए थे।

उन्होंने शुरुआती पढ़ाई मुंबई में की लेकिन गरीबी के चलते पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए। संदीप ने ट्यूशन लेकर और सड़कों पर आइसक्रीम बेचकर अपना गुजारा।

इसके बाद 2001 में संदीप ने बतौर जर्नलिस्ट अपने करियर की शुरुआत की। फिर एक रेडियो चैनल में संदीप शो प्रोड्यूसर हो गए। इसके बाद सफलता का सिलसिला चल निकला।

वह रेडियो मिर्ची के एंटरटेनमेंट हेड बना दिए गए। 38 साल के संदीप ने 2008 में कलर्स चैनल के लिए पहला इंडिपेंडेंट शो डांसिंग क्वीन बनाया था।

इसके बाद संदीप 2011 में भंसाली प्रोडक्शन के सीईओ बने।

भंसाली प्रोडक्शन में रहते हुए संदीप ने राउडी राठोड़, शिरीन फरहाद की तो निकल पड़ी, राम लीला, मैरीकॉम और टेलीविजन सीरीज सरस्वतीचंद्र (2013) को को-प्रोड्यूस किया।

2015 में संदीप ने खुद को बतौर प्रोड्यूसर स्थापित करने के लिए अलीगढ़, सरबजीत, भूमि और पीएम नरेंद्र मोदी जैसी फिल्में खुद प्रोड्यूस कीं।

कभी सुशांत-अंकिता के कॉमन फ्रेंड थे संदीप

कुछ मीडिया इंटरव्यू में 38 साल के संदीप ने कहा है कि अक्टूबर, 2019 के बाद से वह सुशांत के संपर्क में नहीं थे लेकिन उनके करीबियों में से एक थे। वह सुशांत और उनकी एक्स-गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे के कॉमन फ्रेंड हैं। सुशांत की मौत के बाद संदीप ने कुछ फोटो भी सोशल मीडिया पर शेयर की थीं जिनमें वह सुशांत और अंकिता के साथ नजर आ रहे थे। सुशांत-अंकिता 2016 तक लिव इन रिलेशनशिप में थे और यह फोटो उसी दौरान की थीं।

सुशांत-अंकिता 2016 तक लिव इन रिलेशनशिप में थे और यह फोटो उसी दौरान की है।

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Suspicious role of producer Sandip Singh in Sushant Singh Rajput death case

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सुशांत के घर पर मौजूद सभी लोग थे रिलैक्स, कमरे में नहीं झांकने दिया ; बताया-क्यों ताला तोड़ने के लिए चार्ज किया 2 हजार रुपए

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच सीबीआई की ओर से जारी है। तकरीबन दो महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी यह स्पष्ट नहीं है कि यह हत्या थी या आत्महत्या। इस बीच सुशांत की मौत के बाद उनके घर पहुंचने वाले मोहम्मद रफीक चाबीवाले का बयान सामने आया है। सुशांत की मौत के बाद उनके घर पहुंचने वाला रफीक ही पहला बाहरी शख्स थे। इस लिहाज से वे इस केस के सबसे महत्वपूर्ण विटनेस हैं। आज सीबीआई ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था और सिर्फ फोन नंबर लेकर घर जाने के लिए कहा।

14 जून के दिन क्या-क्या हुआ था?
14 जून की घटना को याद करते हुए रफीक ने बताया कि उनके पास दोपहर करीब 1:05 बजे फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि उनके घर का दरवाजा बंद हो गया है और उन्हें तुरंत आकर लॉक खोलना है। इसपर रफीक ने उनसे पूछा कि लॉक कैसा है, नार्मल या कंप्यूटरीकृत, इसपर फोन करने वाले ने बताया कि यह कंप्यूटराइज्ड लॉक है। आगे रफीक ने कहा कि आज सन्डे का दिन है और उन्हें दूर से आना है इसलिए वे इसे तोड़ने या खोलने के लिए दो हजार रुपए लेंगे। फोन करने वाला तुरंत मान लिया और उन्हें जल्द से जल्द आने को कहा। फोन करने वाले ने उनसे सिर्फ इतना कहा था कि कमरे में कोई सो रहा है और दरवाजा नहीं खुल रहा।

वहां मौजूद किसी भी शख्स के चेहरे पर नहीं था तनाव
रफीक ने आगे बताया कि वे दो बार सुशांत के घर पर गए हैं। पहली बार उन्हें लॉक तोड़ने और दूसरी बार पुलिस ने बयान लेने के लिए बुलाया था। जब वे दूसरी बार पहुंचे तभी उन्हें पता चला कि उन्हें घर पर बुलाने वाले शख्स का नाम सिद्धार्थ पिठानी है। पहली बार वे 1.30 के करीब सुशांत के घर पर पहुंचे और तकरीबन 10 मिनट तक वहां रहे। उन्होंने बताया कि जब वे घर पहुंचे तो घर पर 3-4 लोग मौजूद थे। सभी रिलेक्स थे और किसी के चेहरे पर परेशानी का भाव नजर नहीं आ रहा था।

चाबी बनाने में टाइम लग रहा था इसलिए दरवाजा तोड़ा
रफीक ने पहले सुशांत के कमरे की चाबी बनाने का प्रयास किया, लेकिन उसमें टाइम लग रहा था। इस बीच घर पर मौजूद किसी शख्स ने उनसे ताले को तोड़ने के लिए कहा। इसके बाद तकरीबन दो से 3 मिनट में रफीक ने ताला तोड़ दिया। वह दरवाजा खोलने ही वाले थे कि पीछे से किसी ने उन्हें रोका और अपना टूल लेकर जाने के लिए कहा। इसके बाद सिद्धार्थ ने उन्हें 2 हजार रुपए निकाल कर दिए। काम हो जाने के बाद रफीक ने अपना बैग उठाया और वहां से चले गए।

दूसरी बार बांद्रा वाले घर पर गए तो पता चला की सुशांत की मौत हुई है
रफीक घर पर पहुंचे ही थे कि तकरीबन एक घंटे बाद एक पुलिसवाले का फोन आया और उसने उन्हें फिर से बांद्रा स्थित फ़्लैट पर पूछताछ के लिए बुलाया। इस बार रफीक वहां पहुंचे तो घर के बहार काफी भीड़ जमा थी। किसी तरह वे अन्दर पहुंचे तो उन्हें कमरे में सुशांत की एक बड़ी तस्वीर नजर आई। इसी से उन्हें पता चला कि यह फ़्लैट अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का है। इसके बाद वे काफी देर तक डुप्लेक्स फ्लैट के निचले हिस्से में खड़े रहे। रफीक ने बताया कि सिद्धार्थ ने उनका नंबर ऑनलाइन लिया था।

सीबीआई को पूरा सहयोग करने के लिए कहा
रफीक ने आगे बताया कि जब उन्हें सुशांत की मौत के बारे में जानकारी मिली तो वे बेहद हैरान हुए। वे सुशांत के फैन रहे हैं और उन्होंने उनकी लगभग सभी फिल्मों को देखा है। रफीक ने आगे बताया कि दूसरी बार जब वे गए तो पुलिस ऊपर वाले कमरे में जांच कर रही थी और नीचे वे खड़े होकर उनका इंतजार कर रहे थे। हालांकि, उनसे पुलिसवालों ने क्या सवाल किए इसपर टिप्पणी करने से उन्होंने इनकार कर दिया। रफीक ने कहा है कि वे चाहते हैं कि इस केस की सच्चाई जल्द से जल्द सामने आए। इसलिए वे सीबीआई को पूरा सहयोग करना चाहते हैं।

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सुशांत के घर पहुंचने वाला मोहम्मद रफीक चाबी वाला पहला शख्स था। आज सीबीआई ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया था।

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सलमान के घर 19 साल पहले अर्पिता के कहने पर शुरू हुआ था गणेश उत्सव, आरके स्टूडियो बिकते ही कपूर खानदान ने बंद कर दी 70 साल पुरानी परंपरा

देश में 10 दिन के गणेश उत्सव की शुरुआत हो गई है। यह त्यौहार बॉलीवुड में भी धूमधाम से मनाया जाता है। कई सेलेब्स के घर गणेश जी की स्थापना होती है। इनमें फैन्स की नजर सबसे ज्यादा किसी सेलेब के गणपति पर रहती है तो वो हैं सलमान खान। सलमान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर यह उत्सव हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। हालांकि, इस साल कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते सलमान के घर बहुत धूमधाम से गणेश उत्सव नहीं मनाया जाएगा। फिर भी खान परिवार के बीच इस उत्सव को लेकर उत्साह हर बार की तरह ही बरकरार है।

सलमान के घर पर इस उत्सव का इतिहास भी कम दिलचस्प नहीं है। उनके घर पर इसकी शुरुआत आज से 19 साल पहले 2001 में हुई थी। एक वेबसाइट से बातचीत करते हुए सलमान की मां सलमा खान ने कुछ सालों पहले बताया था, ''हम अर्पिता के कहने पर भगवान गणेश को घर पर लेकर आए थे। वह हर साल इस उत्सव को लेकर बेहद उत्साहित रहती हैं और सारी तैयारियां भी खुद ही करती हैं। 2001 से लगातार हमारे घर में गणेश जी विराज रहे हैं।''

गैलेक्सी अपार्टमेंट में गणेश उत्सव के दौरान कई सेलेब्स भी पहुंचते हैं।

सलीम खान की गोद ली बेटी हैं अर्पिता

अर्पिता खान सलीम खान की गोद ली हुई बेटी हैं। 1981 में हेलन से शादी के बाद सलीम खान ने उन्हें बहुत कम उम्र में गोद लिया था। क्योंकि दोनों की कोई संतान नहीं थी। सलीम खान के बच्चों में सबसे बड़े सलमान खान, फिर अरबाज खान, सोहेल खान, अलवीरा खान और सबसे छोटी अर्पिता हैं।

आरके स्टूडियो बिकते ही बंद हो गया गणेश उत्सव

बॉलीवुड में खान खानदान के अलावा आरके स्टूडियो के गणपति की भी खासी चर्चा हुआ करती थी। आरके स्टूडियो में 70 सालों तक गणपति उत्सव मनाया जाता रहा। हर साल पूरी कपूर फैमिली गणेश चतुर्थी के मौके पर यहां पहुंचती थी और पूजा करती थी। बाद में यहीं से गणपति विसर्जन का जुलूस भी निकलता था, जिसमें कपूर फैमिली के रणधीर, ऋषि, राजीव, रणबीर कपूर सभी शामिल होते थे लेकिन 2018 में आरके स्टूडियो बिकते ही 70 साल पुरानी इस परंपरा का अंत हो गया।

2018 में आरके स्टूडियो में अंतिम बार गणेश उत्सव मनाते रणधीर कपूर-राजीव कपूर।

2017 में मुंबई के चेंबूर इलाके में स्थित आरके स्टूडियो में भीषण आग लग गई थी जिसकी वजह से यह पूरी तरह से बर्बाद हो गया था। इसके बाद 2018 में कपूर खानदान ने इसे बेचने का फैसला किया। कहा जाता है कि इसे 250 करोड़ में बेचा गया।

1948 में आरके स्टूडियो की नींव रखी गई थी।

इस स्टूडियो में 1948 में पहली फिल्म आग शूट की गई थी। इसके अलावा बरसात, आवारा और श्री 420 इस स्टूडियो में शूट की गई पहली फिल्मों में से एक हैं। शो-मैन राज कपूर ने 70 साल पहले 1948 में आरके स्टूडियो की नींव रखी थी।

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स्टारडम के टॉप पर पहुंच चुके विनोद खन्ना महेश भट्ट के कहने पर ही में चले गए थे ओशो की शरण में, बन गए थे संन्यासी

फिल्ममेकर महेश भट्ट एक बार फिर विवादों में फंस गए हैं। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में रिया चक्रवर्ती के साथ उनकी बातचीत के कुछ स्क्रीनशॉट सामने आए हैं। यह स्क्रीनशॉट 8 जून के हैं जब रिया ने सुशांत का घर छोड़ दिया था। रिया ने भट्ट को इस बात की जानकारी मैसेज करके दी थी जिसके बाद महेश भट्ट ने उन्हें पीछे ना मुड़कर देखने की सलाह दी थी।

इससे पहले भी खबरें थीं कि महेश भट्ट ही वो शख्स हैं जिन्होंने रिया से कहा था कि वो सुशांत से दूरी बना लें। रिया ने ऐसा ही किया और 8 जून को सुशांत से दूर हो गईं जिसके बाद 14 जून को रहस्यमई हालत में सुशांत की मौत हो गई।

वैसे, ये पहला मौका नहीं है जब महेश भट्ट किसी दूसरे सेलेब की जिंदगी के अहम फैसले लेकर सुर्खियों में आए हों। इससे पहले वह तब बेहद चर्चा में आए थे जब उन्होंने अपने दोस्त विनोद खन्ना को फिल्मी दुनिया छोड़ आध्यात्म की ओर जाने के लिए प्रेरित कर दिया था।

भट्ट के कहने पर ओशो की शरण में गए विनोद खन्ना

अस्सी के दशक में विनोद खन्ना स्टारडम के चरम पर थे। यही वो समय था जब उनकी लोकप्रियता अमिताभ बच्चन के बराबर हो चली थी। कहा जाने लगा था कि जल्द ही वह अमिताभ को पीछे छोड़ इंडस्ट्री के टॉप सुपरस्टार बन जाएंगे लेकिन इसी दौरान अपनी मां के देहांत से विनोद खन्ना टूट गए। इसी समय उनके दोस्त महेश भट्ट ने उन्हें आध्यात्म की ओर जाने की सलाह देते हुए ओशो रजनीश के बारे में बताया।

एक इंटरव्यू में महेश भट्ट ने इस बात का जिक्र करते हुए कहा था, ज्यादा लोग नहीं जानते लेकिन मैं ही विनोद खन्ना को 'ओशो' रजनीश के पुणे आश्रम ले गया था। मां की मृत्यु से दुखी विनोद को मेरे साथ उस आश्रम में काफी सुकून मिला। हम दोनों संन्यासी बन गए। हम उन दिनों भगवा चोला पहना करते थे।

कुछ समय बाद मैं आश्रम से निकल आया लेकिन विनोद वहीं रुक गए। उन्हें ओशो ने वहां रुकने के लिए मना लिया और फिर वह विनोद को अपने साथ अमेरिका ले गए। पांच वर्ष तक संन्यासी जीवन जीने के बाद विनोद फिर से मुंबई आ गए और फिल्मी दुनिया में दोबारा कदम रखा। विनोद खन्ना की फिल्मों में फिर से जगह बनाने की कोशिश नाकाम रही।

ब्लेडर कैंसर के चलते 27 अप्रैल, 2017 को विनोद खन्ना का निधन हो गया था। उनके निधन की खबर सुनकर महेश भट्ट ने एक फोटो शेयर करते ट्विटर पर लिखा था, वो भी क्या दिन थे मेरे दोस्त, वो दिन कभी खत्म नहीं हो सकते। हम हमेशा गाएंगे और डांस करेंगे।

बेहद गहरी थी दोनों की दोस्ती
महेश भट्ट को सबसे पहले विनोद खन्ना को 1979 में आई फिल्म 'लहू के दो रंग' में डायरेक्ट करने का मौका मिला था। तब विनोद खन्ना को इंडस्ट्री में पांच साल ही हुए थे। इसके बाद दोनों दोस्त बन गए। एक इंटरव्यू में महेश भट्ट ने कहा था, 'हम करीबी दोस्त थे। हम उनकी मर्सिडीज में ओशो आश्रम जाया करते थे। मेरे पास पैसा नहीं था। वह मेरी देखभाल करते थे और मेरी ट्रेवलिंग का खर्चा उठाते थे। वह सही मायनों में मेरे सीनियर थे।' महेश भट्ट ने विनोद खन्ना के साथ जुर्म (1990) और मार्ग (1992) में काम किया था।

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mahesh bhatt taken vinod khanna to osho ashram

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अभिनेता की गर्दन पर मिला था 33 सेंटीमीटर का 'गहरा निशान, पिता के वकील ने उठाए कई सवाल; जांच के लिए एम्स ने बनाई 5 सदस्यों की टीम

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की ऑटोप्सी रिपोर्ट दैनिक भास्कर के हाथ लगी है। इस रिपोर्ट में उनके गले के पास 'लिगेचर मार्क' की बात लिखी गई है। लिगेचर मार्क को आम भाषा में 'गहरा निशान' कहते हैं। आमतौर पर ये 'यू' शेप का होता है, जो बताता है कि गला किसी रस्सी या उसी जैसी चीज से कसा गया है। इस बीच सुशांत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर उनके पिता के वकील विकास सिंह ने सवालियां निशान लगाया है। उन्होंने कहा कि जिन बातों का मौत के वक्त जिक्र किया गया था, उस बात की डिटेल पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का समय क्यों नहीं है।

यह ऑटोप्सी रिपोर्ट कुल सात पन्नों की है। इस पेज पर सुशांत के शरीर पर मिले निशान का जिक्र है।

सुशांत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुख्य पॉइंट्स

सुशांत के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं दिखाई दिए।

गले और सिर के आसपास कोई हड्डी टूटी हुई नहीं थी।

पीएम रिपोर्ट मौत के वक्त का जिक्र नहीं है।

सुशांत की बॉडी का कोरोना टेस्‍ट भी नहीं किया गया था।

अभिनेता की गर्दन की परिधि 49.5 सेंटीमीटर थी।

सुशांत के गले के नीचे 33 सेंटीमीटर का लंबा 'लिगेचर मार्क' मिला था।

रस्सी का निशान ठुड्डी से 8 सेंटीमीटर नीचे था।

गले के दाहिनी तरफ निशान की मोटाई 1 सेंटीमीटर थी।

गले की बांई तरफ निशान की मोटाई 3.5 सेंटीमीटर थी।

वकील विकास सिंह का पीएम रिपोर्ट को लेकर सवाल
सुशांत के पिता केके सिंह के वकील विकास सिंह ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा है कि इस रिपोर्ट में बड़े पैमाने पर झोल हैं। इसी झोल में छुपे राज को बेपर्दा करने की जरूरत है। पीएम रिपोर्ट में एक्टर की मौत का समय और जूस का जिक्र नहीं है। सुशांत के चेहरे पर निशान का रिपोर्ट में कहीं कोई जिक्र नहीं है।

ऑटोप्सी की फाइलों की जांच करेगी एम्स की टीम

एम्स ने सुशांत सिंह राजपूत की ऑटोप्सी की फाइलों की जांच के लिए शुक्रवार को फॉरेंसिक विशेषज्ञों के पांच सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया है। सीबीआई ने इस मामले में शुक्रवार को एम्स से राय मांगी थी। एम्स के फॉरेंसिंक विभाग के प्रमुख डॉ. सुधीर गुप्ता इस दल का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने बताया, ''हम हत्या की आशंका को देखेंगे, हालांकि सभी संभावित कोणों की गहराई से जांच की जाएगी।"

उन्होंने बताया कि सुशांत के शरीर पर घाव के निशानों को देखकर परिस्थितिजन्य सबूतों से उनका मिलान किया जाएगा। गुप्ता ने कहा, ''संरक्षित विसरा की जांच की जाएगी। राजपूत को अवसाद दूर करने के लिए जो दवाएं दी जा रही थीं उनका विश्लेषण एम्स की प्रयोगशाला में किया जाएगा।"

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यह तस्वीर 14 जून की है, जब अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का पार्थिव मुंबई के कूपर हॉस्पिटल ले जाया गया था।

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