8 साल की उम्र से ही मिसेज दिलीप कुमार बनने का सपना देखने लगी थीं सायरा बानो, शादी के बाद मां ना बन पाने की सामने आई थी दर्दनाक वजह वेटरन एक्ट्रेस सायरा बानो का 23 अगस्त को 75वां बर्थडे जन्मदिन है। कई सुपरहिट फिल्मों में काम करने वाली सायरा का दिल 22 साल बड़े दिलीप कुमार पर आया था। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि जब सायरा बानो के साथ दिलीप कुमार को एक फिल्म ऑफर हुई थी तो उन्होंने साथ काम करने से मना कर दिया था। इसकी वजह ये थी दिलीप साहब को लगा था कि उनकी जोड़ी फिल्म में अच्छी नहीं लगेगी क्योंकि दोनों की उम्र में काफी अंतर था। 'बचपन से ही मिसेज दिलीप कुमार बनने का सपना देखा' 1952 में आई फिल्म 'आन' में दिलीप साहब को देखकर सायरा उनसे मोहब्बत करने लगी थी। इस वक्त सायरा की उम्र मात्र 8 साल थी। मिसेज दिलीप कुमार बनने के लिए सायरा ने की तैयारी। दैनिक भास्कर को दिए एक इंटरव्यू में सायरा ने अपनी लव स्टोरी का जिक्र करते हुए कहा था, 'मैं अपने स्कूल डेज से ही मिसेज दिलीप कुमार बनना चाहती थी। जब मैं छोटी थी और लंदन में स्टडी कर रही थी तबसे ही मेरा इस तरफ रुझान था कि मैं एक दिन मिसेज दिलीप कुमार बनूंगी। मेरी मां ने मुझसे कहा था कि आपको मिसेज दिलीप कुमार बनने के लिए वैसे ही शौक पैदा करने चाहिए, जैसे दिलीप साहब फरमाते हैं। जब मैं हिंदुस्तान आई तो मुझे पता चला कि दिलीप साहब को सितार का बेहद शौक है, तो फिर मैंने भी सितार सीखना शुरू कर दिया। चूंकि दिलीप साहब उर्दू में माहिर हैं तो मैंने भी उर्दू सीखना शुरू किया।'' मेरी मां ने मेरा करियर शुरू होने के बाद मेरा घर बनाने के बारे में सोचा तो उन्होंने वही जगह चुनी जहां से दिलीप साहब का घर पास हो। उनके घर के सामने ही मेरा घर बनवाया गया। यह उनके बंगले से केवल दो बंगले ही दूर था। वो कहते हैं न कि ‘तेरे दर के सामने एक घर बनाऊंगा’। 11 अक्टूबर 1966 को दोनों की शादी हो गई। उस दौरान मैं ‘मेरे प्यार मोहब्बत’ की शूटिंग कर रही थी। 23 अगस्त 1966 का दिन था जब मेरी सालगिरह भी आई और मेरी मां ने उस घर की हाउस वार्मिंग पार्टी भी रखी। मैं फिल्मिस्तान स्टूडियो से शूटिंग करके घर आई तो वहां पार्टी में मेरे को-स्टार्स, डायरेक्टर का जमावड़ा लगा हुआ था। अचानक क्या देखती हूं कि दिलीप साहब खुद आए हैं। मेरे मां ने उन्हें खास इनवाइट किया था। वह मेरे लिए मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा गिफ्ट था।'' पार्टी के बाद दोनों का मिलना-जुलना शुरू हुआ और फिर 11 अक्टूबर 1966 को दोनों की शादी हो गई। मां-बाप नहीं बन सके सायरा-दिलीप कुमार दोनों की बेहतरीन लव स्टोरी शादी के अंजाम तक तो पहुंच गई लेकिन इनके माता-पिता बनने का सपना अधूरा रह गया। ऐसा क्यों हुआ इसका खुलासा दिलीप कुमार ने अपनी ऑटोबायोग्राफी 'द सबस्टांस एंड द शैडो' में किया था। 8 महीने की प्रेग्नेंसी में सायरा को ब्लड प्रेशर की शिकायत हुई थी। बुक में दिलीप कुमार ने कहा है, "सच्चाई यह है कि 1972 में सायरा पहली बार प्रेग्नेंट हुईं। यह बेटा था (हमें बाद में पता चला)। 8 महीने की प्रेग्नेंसी में सायरा को ब्लड प्रेशर की शिकायत हुई। इस दौरान पूर्ण रूप से विकसित हो चुके भ्रूण को बचाने के लिए सर्जरी करना संभव नहीं था और दम घुटने से बच्चे की मौत हो गई।" दिलीप कुमार की मानें तो इस घटना के बाद सायरा कभी प्रेग्नेंट नहीं हो सकीं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Saira Banu 75th birthday special https://ift.tt/2Yt6ht7

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वेटरन एक्ट्रेस सायरा बानो का 23 अगस्त को 75वां बर्थडे जन्मदिन है। कई सुपरहिट फिल्मों में काम करने वाली सायरा का दिल 22 साल बड़े दिलीप कुमार पर आया था। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि जब सायरा बानो के साथ दिलीप कुमार को एक फिल्म ऑफर हुई थी तो उन्होंने साथ काम करने से मना कर दिया था। इसकी वजह ये थी दिलीप साहब को लगा था कि उनकी जोड़ी फिल्म में अच्छी नहीं लगेगी क्योंकि दोनों की उम्र में काफी अंतर था।

'बचपन से ही मिसेज दिलीप कुमार बनने का सपना देखा'

1952 में आई फिल्म 'आन' में दिलीप साहब को देखकर सायरा उनसे मोहब्बत करने लगी थी। इस वक्त सायरा की उम्र मात्र 8 साल थी।

मिसेज दिलीप कुमार बनने के लिए सायरा ने की तैयारी।

दैनिक भास्कर को दिए एक इंटरव्यू में सायरा ने अपनी लव स्टोरी का जिक्र करते हुए कहा था, 'मैं अपने स्कूल डेज से ही मिसेज दिलीप कुमार बनना चाहती थी। जब मैं छोटी थी और लंदन में स्टडी कर रही थी तबसे ही मेरा इस तरफ रुझान था कि मैं एक दिन मिसेज दिलीप कुमार बनूंगी। मेरी मां ने मुझसे कहा था कि आपको मिसेज दिलीप कुमार बनने के लिए वैसे ही शौक पैदा करने चाहिए, जैसे दिलीप साहब फरमाते हैं। जब मैं हिंदुस्तान आई तो मुझे पता चला कि दिलीप साहब को सितार का बेहद शौक है, तो फिर मैंने भी सितार सीखना शुरू कर दिया। चूंकि दिलीप साहब उर्दू में माहिर हैं तो मैंने भी उर्दू सीखना शुरू किया।''

मेरी मां ने मेरा करियर शुरू होने के बाद मेरा घर बनाने के बारे में सोचा तो उन्होंने वही जगह चुनी जहां से दिलीप साहब का घर पास हो। उनके घर के सामने ही मेरा घर बनवाया गया। यह उनके बंगले से केवल दो बंगले ही दूर था। वो कहते हैं न कि ‘तेरे दर के सामने एक घर बनाऊंगा’।

11 अक्टूबर 1966 को दोनों की शादी हो गई।

उस दौरान मैं ‘मेरे प्यार मोहब्बत’ की शूटिंग कर रही थी। 23 अगस्त 1966 का दिन था जब मेरी सालगिरह भी आई और मेरी मां ने उस घर की हाउस वार्मिंग पार्टी भी रखी। मैं फिल्मिस्तान स्टूडियो से शूटिंग करके घर आई तो वहां पार्टी में मेरे को-स्टार्स, डायरेक्टर का जमावड़ा लगा हुआ था। अचानक क्या देखती हूं कि दिलीप साहब खुद आए हैं। मेरे मां ने उन्हें खास इनवाइट किया था। वह मेरे लिए मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा गिफ्ट था।'' पार्टी के बाद दोनों का मिलना-जुलना शुरू हुआ और फिर 11 अक्टूबर 1966 को दोनों की शादी हो गई।

मां-बाप नहीं बन सके सायरा-दिलीप कुमार

दोनों की बेहतरीन लव स्टोरी शादी के अंजाम तक तो पहुंच गई लेकिन इनके माता-पिता बनने का सपना अधूरा रह गया। ऐसा क्यों हुआ इसका खुलासा दिलीप कुमार ने अपनी ऑटोबायोग्राफी 'द सबस्टांस एंड द शैडो' में किया था।

8 महीने की प्रेग्नेंसी में सायरा को ब्लड प्रेशर की शिकायत हुई थी।

बुक में दिलीप कुमार ने कहा है, "सच्चाई यह है कि 1972 में सायरा पहली बार प्रेग्नेंट हुईं। यह बेटा था (हमें बाद में पता चला)। 8 महीने की प्रेग्नेंसी में सायरा को ब्लड प्रेशर की शिकायत हुई। इस दौरान पूर्ण रूप से विकसित हो चुके भ्रूण को बचाने के लिए सर्जरी करना संभव नहीं था और दम घुटने से बच्चे की मौत हो गई।" दिलीप कुमार की मानें तो इस घटना के बाद सायरा कभी प्रेग्नेंट नहीं हो सकीं।



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