गाड़ी पलटी, एनकाउंटर हुआ और मारा गया गैंगस्टर, लोगों ने रोहित शेट्टी को याद करते हुए कहा- सिंघम सीरीज की नई स्क्रिप्ट मिल गई

कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिस वालों की हत्या करने वाला गैंगस्टर विकास दुबे शुक्रवार सुबह एसटीएफ के साथ हुए मुठभेड़ में मारा गया। इस घटना के बाद फिल्ममेकर रोहित शेट्टी ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे। यूजर्स ने तरह-तरह के मीम्स शेयर करते हुए लिखा कि इस एनकाउंटर के बाद रोहित शेट्टी को सिंघम-3 की स्क्रिप्ट मिल गई है। वहीं कुछ ने लिखा कि इस बार की स्क्रिप्ट रोहित शेट्टी ने ही लिखी है।

कॉप ड्रामा रोहित शेट्टी का फेवरेट टॉपिक है और इस पर वेकई फिल्में भी बना चुके हैं।साथ ही अपनी फिल्मों में उन्हें गाड़ियां पलटाने का भी शौक है और इस एनकाउंटर से पहले भी पुलिस की गाड़ी भी पलट गई थी, जिसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने इस एनकाउंटर को लेकर उन्हें याद किया।

यूजर्स ने लिखा कि यूपी पुलिस ने गाड़ी पलटाने की ट्रेनिंग रोहित शेट्टी से ही ली थी। एक यूजर ने लिखा 'पुलिस की कहानी कमजोर है, इसे बेहतर स्टोरी राइटर और स्टंट डायरेक्टर की जरूरत थी, रोहित शेट्टी इसे बेहतर तरीके से कर सकते थे।' एक यूजर ने लिखा, 'डियर यूपी पुलिस हमने भी रोहित शेट्टी की सिंघम रिटर्न्स देखी है।'बता दें कि रोहित की फिल्मों सिंघम, सिंघम रिटर्न्स और सिम्बा कॉप ड्रामा फिल्में थीं, जिनमें पुलिस को अपराधियों का फेक एनकाउंटर करते दिखाया गया था।

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रोहित अबतक सिंघम, सिंघम रिटर्न्स, सिम्बा और सूर्यवंशी जैसी कॉप ड्रामा फिल्में बना चुके हैं। जिनमें पुलिस को अपराधियों का एनकाउंटर करते दिखाया गया है।

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अध्ययन सुमन ने कहा, 'बॉलीवुड में खेमेबाजी सबसे बड़ी समस्या है, मुझे 14 फिल्मों से बाहर का रास्ता दिखाया गया'

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर बहस छिड़ी हुई है लेकिन एक्टर अध्ययन सुमन का मानना है कि ग्रुपिज्म यानी खेमेबाजी इससे कहीं बड़ी समस्या है।

अध्ययन ने एक इंटरव्यू में यह दावा किया है कि खेमेबाजी के चक्कर में उनके हाथ से कई फिल्में निकल गईं और जो मिलीं भी तो उनके बॉक्सऑफिस नंबर गलत दिखाते हुए उन्हें फ्लॉप करार दे दिया गया।

14 फिल्मों से हटाए जाने का दावा:बॉलीवुड बबल वेबसाइट से बातचीत में अध्ययन ने कहा, 'पॉवर डायनामिक्स और खेमेबाजी इंडस्ट्री में कई सालों से है। यह मेरे साथ भी हो चुका है। मुझे14 फिल्मों से हटाया गयाऔर मेरी फिल्मों के बॉक्सऑफिस कलेक्शन मीडिया के सामने गलत पेश किए गए। लोगों ने इस बात पर पहले गौर नहीं किया, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोगों को इन सब चीजों का आभास करवाने के लिए सुशांत सिंह राजपूत को सुसाइड जैसा कदम उठाना पड़ा।

अध्ययन आगे बोले, 'जो लोग आंख बंद करके लड़ रहे हैं और नेपोटिज्म पर बात कर रहे हैं, मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि नेपोटिज्म पर मत लड़िए, खेमेबाजीके खिलाफ लड़िए, कैम्पस जो बॉलीवुड में जगह बनाए हुए हैं और प्रोडक्शन हाउस जो टैलेंटेड एक्टर्स को इंडस्ट्री में जगह नहीं बनाने देते, आप उनके खिलाफ लड़िए।'

पिता ने भी कही थी ग्रुपिज्म की बात: अध्ययन से पहले उनके पिता शेखर सुमन ने भी बॉलीवुड में खेमेबाजी की बात उठाई थी।

उन्होंने दैनिकभास्कर को दिए इंटरव्यू में कहा था, 'आपको जानकर हैरानी होगी कि अध्ययन को उसके करियर के दो-तीन फिल्मों के बाद तकरीबन 14 फिल्में ऑफर की गई, लेकिन कोई ना कोई बहाना बनाकर उन फिल्मों से अध्ययन को हटा दिया गया। किसी और से रिप्लेस कर दिया गया।वजह बताई गई कि 2 साल बाद बनेंगी। कुछ में कहा गया कि अभी बाकी स्टार कास्ट की डेट्स नहीं है। इस तरह से अध्ययन को दो-तीन साल खाली रख दिया गया।

कोई फिल्म अध्ययन नहीं कर पाए। फिर इंप्रेशन यह बन गयाकि अध्ययन में कोई कमी है। तभी उनके हाथ में फिल्म नहीं है। उन्हें नालायक बनाने की कोशिश इसी खेमेबाजीवाले लोगों ने की। उसका नतीजा रहा कि अध्ययन डिप्रेशन में आ गए। फिलहाल इन दिनों अध्ययन ने प्रकाश झा की एक वेब सीरीज की है। उसमें बॉबी देओल के साथ हैं।

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Adhyayan Suman says 14 films of his were shelved due to ‘groupism’ in Bollywood

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फिल्म का नया टाइटल 'राधे श्याम', पहले लुक में दिखी प्रभास और पूजा हेगड़े की रोमांटिक केमिस्ट्री

साउथ सुपरस्टार प्रभास एक लंबे समय से अपनी अपकमिंग फिल्म की तैयारियों में जुटे हुए हैं। कुछ दिनों पहले इसकी शूटिंग भी विदेश में जारी थी। अब मेकर्स द्वारा इस फिल्म का टाइटल और फर्स्ट लुक रिलीज किया जा चुका है जिसमें लीड स्टार प्रभास और पूजा हेगड़े की खूबसूरत केमिस्ट्री देखने को मिल रही है।

प्रभास ने इस पोस्टर के जरिए अपने फैंस को तोहफा दिया है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से फिल्म का नया पोस्टर शेयर किया है। इसमें पूजा हेगड़े और प्रभास की जोड़ी नजर आ रही है। इसे शेयर करते हुए एक्टर ने लिखा, 'येआपके लिए है, मेरे प्रशंसकों। आशा करता हूं आपको पसंद आएगा। प्रभास 20 फर्स्ट लुक। राधे ध्याम'।

पोस्टर में दोनों डांस करते हुए ड्रामेटिक लुक देते नजर आ रहे हैं साथ ही दोनों की ड्रेसिंग स्टाइल भी रॉय थीम पर रखी गई है। इस पोस्टर को हिंदी और तमिल दोनों भाषाओं में रिलीज किया गया है। इस फिल्म को भी हिंदी, तमिल, तेलुगू और मलयाली में बनाया जा रहा है।

फिल्म की चर्चा पिछले दो सालों से जारी है। ये फिल्म एक लव स्टोरी होने वाली है जिसमें पूजा हेगड़े एक प्रिसेज का किरदार निभा रही हैं। फिल्म में प्रभास अपनी प्रेम कहानी नरेट करने वाले हैं। आधी फिल्म यूरोप में फिल्माई गई है। वहीं मार्च में फिल्म की शूटिंग जोर्जिया में चल रही थी जिसे महामारी के चलते रोकना पड़ा था। पहले पूजा हेगड़े अपना स्लॉट खत्म करके मुंबई लौटी थीं बाद में प्रभास ने टीम के साथ बचा हुआ शूट जल्द खत्म किया।

राधे श्याम को अगले साल रिलीज किया जाएगा। इस फिल्म में प्रभास, पूजा हेगड़े, भाग्यश्री, मुरली शर्मा, सचिन खेड़ेकर, प्रियदर्शी, साशा छेत्री, कुणाल रॉय कपूर और सथ्यन अहम किरदार में नजर आएंगे। फिल्म का निर्माण भूषण कुमार, वामसी और प्रमोद ने किया है।

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prabhas 20 first look release, The new title of the film is 'Radhey Shyam', Prabhas and Pooja Hegde's romantic chemistry in the first look

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पूजा भट्ट ने वीडियो शेयर कर याद दिलाया कंगना को विशेष फिल्म्स ने लॉन्च किया था, कंगना ने जवाब में कहा- शुक्रिया

नेपोटिज्म विवाद में कंगना रनोट और पूजा भट्ट के बीच छिड़ी बहस बढ़ती ही जा रही है। दरअसल, सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद कंगना ने बॉलीवुड के बड़े फिल्ममेकर्स पर नेपोटिज्म को बढ़ावा देने के आरोप लगाए थे। इसमें उन्होंने महेश भट्ट और मुकेश भट्ट का नाम भी लिया था।

जवाब में पूजा ने कंगना को यह याद दिलाया था कि उन्हें ब्रेक महेश भट्ट के प्रोडक्शन हाउस विशेष फिल्म्स के बैनर तले मिला था। इसी सिलसिले में गुरुवार को सबूत के तौर पर उन्होंने एक अवॉर्ड फंक्शन का वीडियो साझा किया, जिसमें कंगना को डेब्यू फिल्म के लिए अवॉर्ड मिला था।

वीडियो के कैप्शन में पूजा ने लिखा था- शायद वीडियो भी झूठा है। इसके अलावा, लड़ाई में दो लोग होते हैं। मैं इनकार और आरोपों को ज्यादा विकसित आत्माओं के लिए छोड़ देती हूं। बस मैंने तथ्यों को सामने रखा है।

कंगना की ओर से तुरंत जवाब आया

पूजा भट्ट के ट्वीट पर कंगना रनोट की टीम ने तुरंत रिप्लाई किया। उन्होंने लिखा- पूजा जी कंगना शुक्रगुजार है कि विशेष फिल्म्स ने उन्हें लॉन्च किया। लेकिन वह चाहती है कि आउटसाइडर्स के साथ भी अच्छा व्यवहार किया जाए।

वह इस बात की आभारी है कि उसके एक्स ने उससे ब्रेकअप कर लिया, लेकिन वह चाहती हैं कि यह सम्मानपूर्वक किया जाए। वह आदमियों द्वारा चलाई जा रही इस दुनिया में अपनी सफलता को खुशकिस्मती मानती है। लेकिन वह चाहती है कि पितृसत्ता समाप्त हो जाए।

बुधवार से शुरू हुई दोनों एक्ट्रेस के बीच बहस

दोनों एक्ट्रेस के बीच यह बहस बुधवार को तब शुरू हुई, जब पूजा ने नेपोटिज्म को बढ़ावा देने के आरोपों पर सफाई दी। उन्होंने लिखा था- एक समय था, जब भट्ट पर स्थापित एक्टर्स के खिलाफ जाने और न्यूकमर्स और नॉन चेसिंग स्टार्स के साथ काम कर उन्हें हीन महसूस कराने का आरोप लगता था। अब वही लोग नेपोटिज्म का कार्ड खेल रहे हैं। गूगल कर ट्वीट कीजिए। यह भी नहीं कहना होगा कि सोचिए और फिर बोलिए।

पूजा ने अपने अन्य ट्वीट में कंगना रनोट के लिए लिखा था- जहां तक कंगना रनोट की बात है तो वे बहुत टैलेंटेड हैं। अगर न होतीं तो विशेष फिल्म्स उन्हें 'गैंगस्टर' में लॉन्च नहीं करता। और हां अनुराग बसु ने उन्हें डिस्कवर जरूर किया है, लेकिन विशेष फिल्म्स ने उनके विजन का समर्थन किया और उनके ऊपर पैसे खर्च किए। उनके सभी प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।

कंगना ने कहा था- इससे चप्पल फेंकने का अधिकार नहीं मिल जाता

पूजा के ट्वीट पर कंगना की टीम ने जवाब दिया था। उन्होंने लिखा था- प्रिय पूजा भट्ट अनुराग बासु कंगना की प्रतिभा को देखने के लिए उत्सुकत थे। हर कोई जानता है कि मुकेश भट्ट कलाकारों को भुगतान करना पसंद नहीं करते।

कई स्टूडियो द्वारा टैलेंटेड एक्टर्स को मुफ्त में पाना एक तरह का एहसान है, जो वे खुद पर करते हैं। लेकिन यह आपके पिता को उस पर चप्पल फेंकने, उसे पागल कहने और उसका अपमान करने का लाइसेंस नहीं देता है। उन्होंने तो उसके ट्रेजिक एंड का अनाउंसमेंट भी कर दिया था।

एक बात और आखिर वे सुशांत सिंह राजपूत और रिया चक्रवर्ती के रिलेशनशिप में इतने इनवेस्टेड क्यों हैं? उन्होंने उसके एंड का अनाउंसमेंट क्यों किया? ये कुछ सवाल ऐसे हैं, जो आपको जरूर उनसे पूछना चाहिए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महेश भट्ट ने रिया चक्रवर्ती को सुशांत से दूरी बनाने की सलाह दी थी।

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Kangana Ranaut Team Hits Back Pooja Bhatt For Sharing Old Video Of Award Show On The Nepotism

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Hollywood: लॉकडाउन से पहले शादी होने के चलते ब्रिटनी खुद को मानती हैं लकी
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'सुशांत को याद करते हुए फिल्म का पूरा ट्रैक बेहद प्यार से तैयार किया गया है'- एआर रहमान

मुकेश छाबड़ा कि आगामी फिल्म "दिल बेचारा" के सारे गाने ऑस्कर विजेताए आर रहमान ने कंपोज किए हैं, जिसे दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की लेगेसी को सेलिब्रेट करते हुए आज रिलीज किया गया है। इस फिल्म में सुशांत के ऑपोजिट संजना सांघी नजर आएंगी, वे इस फिल्म से डेब्यू कर रही हैं। इस फिल्म का ट्रेलर सोमवार को रिलीजज किया गया था जोयूट्यूब पर सबसे ज्यादा देखा जाने वाला वीडियो बन गया है। इतना ही नहीं गाने ने महज 24 घंटो में एवेंजर: एंड गेम के व्यूवरशिप और लाइक्स के आंकड़े को भी पार कर लिया है।

बतौर निर्देशक मुकेश छाबड़ा कि यह पहली फिल्म है और इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद लोग इस पर खूब प्यार बरसा रहे हैं। सुशांत के फैंस और इस ओरिजिनलनोवल केराइटर(जॉन ग्रीन) इस फिल्म को देखने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसकी स्ट्रीमिंग के लिए अभूतपूर्व प्रत्याशा को देखते हुए, सोनी म्यूजिक इंडिया ने ए आर रहमान द्वारा रचित पूरा एल्बम रिलीज किया है।

'दिल बेचारा' के साउंड ट्रैक में आपको विविध प्रकार के संगीत का मेल देखने को मिलेगा जो आज के युवा और पुराने रोमांटिक सॉन्ग्स सुनने वालों को पसंद आएगा। रहमान द्वारा गाया हुआ फिल्म कास्पेशल ट्रैक जिंदगी के उतार-चढ़ाव के जश्न को पेश करता है और उस युवा पीड़ी की आत्मा को दर्शाता है जो अपनी भावनाओं को लेकर बेहद संवेदनशील है।

ऐसे हैं फिल्म के सभी ट्रेक-

दोस्ती पर आधारित सॉन्ग 'मसखरी' को सुनिधि चौहान और ह्रदय गट्टानी ने गाया है तो वहीं सॉन्ग 'तारे गिन' को श्रेया घोषाल और मोहित चौहान ने गाया है और ये नए प्यार की भावनाओं को व्यक्त करता है। ए आर रहमान के अप्रकाशित तमिल ट्रैक 'कन्निल ओरु थली' के हिंदी वर्जन 'खुल के जीने का' को अरिजीत सिंह और शशा तिरुपती ने गाया है और ये युवाओं के जोश को पेश करता है। जोनिता गांधी और हृदय गट्टानी द्वारा गाया हुआ सॉन्ग 'मैं तुम्हारा' बेहद अहम है और ये फिल्म की कहानी से बंधा है। देखा जाए तो फिल्म की इस अधूरी कहानी में किज्जी (संजना सांघी) और मैनी (सुशांत सिंह राजपूत) गाने को पूरा करने के लक्ष्य पर आधारित हैं।

ए आर रहमान का मानना है कि, " म्यूजिक हमेशा दिल से आता है इसका कोई फॉर्मूला नहीं है, मैं जब भी कोई सॉन्ग लिखता हूं उसके कुछ समय बाद डायरेक्टर को दिखाता हूं। निर्देशक मुकेश छाबड़ा के साथ काम करने का अनुभव बहुत ही अदभुत रहा। सुशांत को याद करते हुए यह पूरा एलबम बड़ी ही सावधानी और प्यार के साथ बनाया गया है क्योंकि यह फिल्म दिल को छू जाती है । लिरिसिस्ट अमिताभ भट्टाचार्य के साथ इस लव सांउडट्रेक पर काम करने का अनुभव बहुत ही शानदार रहा। ये गाने बहुत ही उदार हैं और भारत के शीर्ष गायक और संगीतकार इससे जुड़े हुए है। मुझे उम्मीद है कि आप इस एल्बम को जरूर पसंद करेंगे।”

मुकेश छाबड़ा का मानना है कि "कहानी को ध्यान में रखते हुए इस फिल्म का म्यूजिक एल्बम रोमांस और दोस्ती का एक भावनात्मक रोलरकोस्टर है जो यह दर्शाता है कि किस तरह प्यार में पड़े दो युवाओं को बाधाओं का सामना करना पड़ा। मेरी पहली फिल्म में ए आर रहमान का म्यूजिक होना किसी सपने के सच होने के समान है। ए आर रहमान की सबसे खास बात यह है कि उन्होंने इस एलबम में कहानी को बहुत ही बेहतरीन तरीके से सुशोभित किया हैं, मैं उम्मीद करता हूं कि श्रोता इस एलबम को जरूर एंजॉय करेंगे।"

ये फिल्म जॉन ग्रीन के उपन्यास 'द फॉल्ट इन ऑर स्टार्स' पर आधारित है। दिल बेचार दो आम लोग किज्जी और मैनी की कहानी है, जो उन पर घटी घटनाओं के दुखद मोड़ के रूप में प्यार में पड़ जाते हैं। फॉक्स स्टार स्टूडियो द्वारा निर्मित मुकेश छाबड़ा द्वारा निर्देशित फिल्म दिल बेचारा में सुशांत सिंह राजपूत और संजना सांघी नजर आएंगे, जिसकी स्ट्रीमिंग 24 जुलाई को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर की जाएगी। सोनी म्यूजिक इंडिया द्वारा निर्मित और ए आर रहमान द्वारा कंपोज किया हुआ, इस फिल्म का म्यूजिक एलबम अब श्रोताओं के लिए उपलब्ध है।

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'The entire track of the film dil bechara is very lovingly reminiscent of Sushant singh rajput' - AR Rahman

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केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने विदेश में शूटिंग करने की परमिशन देने से किया इनकार, प्रोड्यूसर्स के संगठन ने जताया एतराज

गुरुवार की शाम को केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने फिक्की की वर्चुअल कांफ्रेंस में कहा कि फिल्म प्रोड्यूसर्स देश में शूट करने पर जोर दें। विदेशों में शूट करने में ज्यादा दिक्कत हैं। बहुत ज्यादा कागजी कार्रवाई है। उसमें बरसो लग जाएंगे।

विदेश में सुरक्षा के अच्छे इंतजाम हैं- टीपी अग्रवाल

प्रहलाद पटेल की बात पर निर्माताओं के संगठन ने ऐतराज जताया है। इंपा के प्रमुख टीपी अग्रवाल ने कहा,'देश में भी विभिन्न लोकेशनों पर हालात बेहतर कहां है? दूसरी चीज कि यहां पर प्रोड्यूसर्स की लागत ज्यादा है। विदेशों में बस 20 से 30 लोगों की पूरी टीम ले जानी होती है बाकी के स्टाफ वहां हायर हो जाते हैं। फिजी, श्रीलंका, मॉरीशस, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड में शूटिंग की लागत भारत के मुकाबले 30 से 40 फीसदी कम हो जाती है। वहां सुरक्षा के इंतजाम ज्यादा अच्छे हैं।

विदेश में शूट करना भारत के मुकाबले कम खर्चीला

टीपी अग्रवाल की बातों से ट्रेड पंडित सहमति जताते हैं। उनका कहना है कि भारत में प्रोड्यूसर्स को लुभाने के लिए सरकार काम कर रही है। कोरोना की महामारी को देखते हुए भी सरकार फिल्म बिरादरी को शूटिंग करने की एवज में इंसेंटिव देने का मन बना रही है। जल्द इस बाबत एक स्टैंडर्ड प्रोसीजर आने वाला है। वरना अब तक तो यही होता आया है कि सबसे ज्यादा टैक्स इसी इंडस्ट्री पर लगाया जाता रहा है, बदले में सुविधाएं और रियायतों से यह इंडस्ट्री महरूम रही है। इससे जाहिर है कि अब तक भारत में फिल्म बनाना विदेशों के मुकाबले खर्चीला काम रहा है।

टीपी अग्रवाल जोर देकर कहते हैं, 'इंग्लैंड में वहां का प्रशासन वैसे प्रोजेक्टों पर रियायत दे रहा है, जहां इंडस्ट्री के बड़े नाम जुड़े हैं। जैसे अक्षय कुमार। बेल बॉटम की टीम इंग्लैंड इसलिए जा रही है, क्योंकि वहां परमिशन आसानी से मिल रही है । ऐसे में केंद्रीय मंत्री का बयान और दावा सही नहीं है। सरकार को वो सारे उपाय करने चाहिए, जिससे फिल्म बिरादरी को बाउंस बैक करने में मदद मिले। ना की कन्फ्यूजन की स्थिति पैदा की जाए।

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Union tourism minister refused to give permission to shoot in abroad, producer's organization objected on the same

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धर्मेंद्र को अठन्नी के सिक्के दिया करते थे जगदीप जी, याद करते हुए कहा- 'ऐसा लग रहा है अंदर कुछ टूट गया है'

बॉलीवुड के दिग्गज कॉमेडियन जगदीप जी का निधन 8 जुलाई को हुआ। उनके गुजर जाने से पूरे बॉलीवुड में शोक की लहर है। इसी बीच अपने उनके करीबी दोस्त धर्मेंद्र ने भास्कर से बातचीतमें अपनी दोस्ती के कुछ दिलचस्प किस्से शेयर किए हैं।

हम दोनों ने साथ में बहुत बड़े-बड़े प्रोजेक्ट किए थे। प्रतिज्ञा, शोले, सुरमा भोपाली। उनके साथ कई खूबसूरत यादें रही हैं। बहुत जॉली किस्म के इंसान थे। बहुत बड़े फनकार भी थे वो। एक्टर तो गजब के थे ही। उन्होंने कहां से कहां तक की तरक्की की, यह पूरा जमाना जानता है। बिमल रॉय की फिल्मों से शुरू हुए थे। बतौर हीरो भी उन्होंने कई फिल्में की। कॉमेडियन तो वो लाजवाब हुए ही। उनकी एक फिल्म 'सूरमा भोपाली' भी मैंने की थी। उसे उन्होंने डायरेक्ट किया था जिसमें मेरा डबल रोल था। मजा आया था वह करके मेरा क्या है? मुझे कोई प्यार मोहब्बत से मिले तो मैं उसका हो लेता हूं। जगदीप जी वैसे ही थे।

बहुत एफर्टलेस तरीके से कॉमेडी करते थे जगदीप

कॉमेडी सबसे मुश्किल काम है जिसे जगदीप बहुत एफर्टलेस तरीके से किया करते थे। आप किसी को उदास तो एक सेकंड में कर सकते हैं, किसी के जज्बात से पल भर में खेल सकते हैं, मगर दुखी को हंसा देना बहुत बड़ी बात होती है। रोते हुए को हंसा देना बहुत बड़ी बात होती है।

कुछ महीनों पहले तक भी हुई मुलाकात

बीते महीनों में भी कई दफा मिले वो मुझे। उन्होंने एक बार मुझे कुछ पुराने सिक्केदिए थे। उन्हें पता था कि मुझे पुराने सिक्कों को जमा करने का बहुत शौक है। अठन्नी, चवन्नी जो कभी गुजरे दौर में हम लोग इस्तेमाल किया करते थे। हम लोगों के बचपन में तो चवन्नी की बढ़ी कीमत होती थी। तो जगदीप ने खासतौर पर अठन्निया लाकर मुझे दीं। कहा कि पाजी मुझे मालूम है, आपको पुराने सिक्कों का बहुत शौक है। मेरे पास कुछ पड़े हैं प्लीज आप उन्हें ले लीजिए। इस किस्म की फीलिंग एक दूसरे के लिए हम दोनों में थी।'

उनके घर काफी आना-जाना था

1988 में सुरमा भोपाली फिल्म में मैं बतौर धर्मेंद्र ही किरदार प्ले कर रहा था। उस किरदार को अपने करियर में डायरेक्टर बनना होता है और फिर कहानी आगे बढ़ती है। डबिंग करने में भी जगदीप मेरे साथ सनी सुपर साउंड में आया करते थे। बड़े मजे में फिल्म बनी थी। बहुत अच्छे तरीके से। जब उनकी मां बीमार थीं तो मैं उनसे मिलने भी जाया करता था। जब उनके बच्चे छोटे थे तब से उनके घर आना जाना था।

मैं जगदीप को बहुत पहले से जानता था। शुरुआत के दिनों में ही बहुत अच्छे दोस्त हो गए थे। जगदीप को खाने पीने का बहुत शौक था। खुद भी बहुत अच्छा बहुत कुछ बना लेते थे। प्रतिज्ञा में उनका बहुत अच्छा रोल था। अपना फ्लेवर हर रोल में ऐड करते ही थे। एक सच्चे कॉमेडियन की यह पहचान होती है। उस वजह से उन्होंने जो भी रोल किए, वह सोने पर सुहागा होते रहे। वह भी अपने कैरेक्टर में रहते हुए।

सूरमा भोपाली का किरदार अमर हैः

'इश्क पर जोर नहीं' में वो एक बंगाली इंसान की भूमिका में थे। बिल्कुल बांग्ला टोन में उन्होंने हिंदी बोली थी। शोले के सूरमा भोपाली किरदार से तो वह अमर हो गए। जब तक फिल्म इंडस्ट्री रहेगी, लोग फिल्में देखते रहेंगे और सूरमा भोपाली को भी याद रखेंगे। कभी भूल नहीं सकते उसको।

उनकी टाइमिंग कमाल की रहती थी

वह जो सीन है, जहां पर सूरमा भोपाली के कैरेक्टर में वह लंबी लंबी फेंकते हुए कह रहे थे, 'वह जो लंबू निकला और मैंने जो स्टिक घुमाई,' उसमें उनकी टाइमिंग कमाल की थी। बल्कि तकरीबन हर सीन में वह टाइमिंग से बहुत अच्छा खेलते रहे। कॉमेडी में टाइम मिस हो जाए तो फिर सीन अच्छा नहीं बन पाता है। इसमें एक फेंकता है तो दूसरा लपेटता है। इस तरह की आपसी इक्वेशन होनी चाहिए। कॉमेडियन होना बहुत बड़ा गुण है।

फ्री टाइम में एक दूसरे की खिंचाई करते थे

शूट के अलावा जो खाली वक्त हुआ करता था तो उसमें भी हम लोग आपस में हल्के-फुल्के टॉपिक पर ही बातें किया करते थे। कोई सीरियस मुद्दा नहीं लेकर बैठते थे, ज्यादातर तो गप्पे हुआ करती थी। मजे लिया करते थे हम लोग एक दूसरे की। कभी दूसरे की टांग खिंचाई किया करते थे। वह लम्हे बड़े मजेदार गुजरे हैं सारे।

शोले में सुरमा भोपाली किरदार इतना लोकप्रिय हुआ था कि उसी पर उन्होंने उसी नाम से फिल्म बना डाली। नेचुरली शोले का आईडिया तो खैर जावेद अख्तर का था। दरअसल, जावेद अख्तर ने जितने भी किरदार शोले में लिखे, उनमें से कई उन्होंने असल जीवन में देख रखे थे। ऐसे में जब वो राइटिंग कर रहे थे तो कहीं ना कहीं वह किरदार भी और उनकी खूबियां- खामियां राइटिंग में आई।

उनके जाने से मेरे भीतर कुछ टूट सा गया है

उन्होंने अपना नाम बदलकर जगदीप क्यों रखा, इसका मुझे इल्म नहीं। ना मैंने कभी वह सब चीजें उनसे पूछीं। हमारे जमाने में तो नाम जो है वो महीने या हफ्ते के दिन पर भी रख दिए जाते थे। जैसे किसी की पैदाइश मंगल को हुई, इसलिए उसका नाम मंगल रख दिया जाता था। उसमें साल और तारीख नहीं रखी जाती थी। ताकि हमेशा उसकी उम्र पता ना चल सके। वह जवान रहे, जिंदा रहे। बहरहाल इतने साल हम दोनों साथ रहे। अब ऐसा लग रहा है कि कुछ टूट गया है मेरे भीतर से। उन दिनों में तौर-तरीके कुछ और थे। एक मां-बहन की इज्जत, लोक लिहाज हुआ करते थे।

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Jagdeep Ji used to give Dharmendra some old coins, says- 'It looks like something is broken inside'

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