बाथरूम में मृत मिलीं जानी-मानी फैशन डिजाइनर शरबरी दत्ता, बेटे ने एक दिन पहले मां को आखिरी बार देखा था

जानी-मानी फैशन डिजाइनर शरबरी दत्ता का निधन हो गया है। गुरुवार- शुक्रवार की दरमियानी रात करीब 12:25 बजे वे साउथ कोलकाता के बोर्ड स्ट्रीट स्थित अपने घर के बाथरूम में मृत मिलीं। पुलिस की शुरुआती जांच में मौत की वजह अचानक आया कार्डियक अरेस्ट बताया जा रहा है। हालांकि, उनके फैमिली मेंबर्स का कहना है कि उन्हें किसी तरह की बीमारी नहीं थी।

बेटे ने बुधवार को आखिरी बार मां को देखा था

शरबरी दत्ता के बेटे अमलिन भी फैशन डिजाइनर हैं। उन्होंने अपने आधिकारिक बयान में कहा, "बुधवार को मैंने मां को आखिरी बार देखा था। गुरुवार को वे मुझे दिनभर दिखाई नहीं दीं। मैंने सोचा कि व्यस्त होंगी और किसी काम के सिलसिले में बाहर गई होंगी। यह कुछ असामान्य नहीं था। हम दोनों इतने व्यस्त रहते थे कि हर दिन हमारी मुलाकात नहीं होती थी।"

बंगाली कवि अजीत दत्ता की बेटी थीं शरबरी

शरबरी बंगाली कवि अजीत दत्ता की बेटी थीं। उन्होंने प्रेसिडेंसी कॉलेज से ग्रैजुएशन किया था और मास्टर डिग्री कोलकाता यूनिवर्सिटी से ली थी। अपने छात्र जीवन में वे डांस ड्रामा में हिस्सा लेती रहती थीं। बाद में फैशन इंडस्ट्री का पॉपुलर नाम बन गईं।

सचिन, इमरान की ड्रेस डिजाइन की

शरबरी खासकर मेल सेलिब्रिटीज की ड्रेस बनाती थी। उन्होंने किक्रेटर सचिन तेंदुलकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान समेत कई फेमस लोगों की ड्रेस डिजाइन की थी। मेनस्ट्रीम फैशन वर्ल्ड में उन्होंने रंगीन बंगाली धोती और कढ़ाई किए हुए पंजाबी कुर्ते इंट्रोड्यूस किए थे।

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

शरबरी दत्ता ने सचिन तेंदुलकर और इमरान खान जैसे सेलेब्स की ड्रेस डिजाइन की थीं।

https://ift.tt/2FFJlRd
थाली में छेद वाले बयान को लेकर जया बच्चन पर भड़कीं जया प्रदा, पूछा- अमर सिंह के मामले में किसने किसकी थाली में छेद किया था?

बॉलीवुड के बचाव में जया बच्चन के राज्यसभा में दिए थाली में छेद वाले बयान को लेकर एक्ट्रेस जया प्रदा भी भड़क गई हैं। इस मामले में उन्होंने अभिनेता और सांसद रवि किशन का बचाव करते हुए उनकी भावना को समझने की बात कही है। साथ ही उन्होंने जया बच्चन को अमर सिंह के अहसानों को याद दिलाते हुए उनसे पूछा है कि वहां पर किसने थाली में छेद किया था।

'आजतक' को दिए इंटरव्यू में जयाप्रदा ने कहा कि 'इंडस्ट्री का अपमान करने की हैसियत किसी में नहीं है। जहां तक रवि किशन जी के संसद में दिए बयान की बात है मैं उनका समर्थन करना चाहूंगी। उन्होंने गलत नहीं कहा है। उन्होंने सिर्फ यही कहा है कि इंडस्ट्री के चंद लोग ड्रग्स मामले में शामिल हैं और उन्हें रोकना जरूरी है और देश के युवाओं को ड्रग्स की लत से बचाना जरूरी है। मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ भी गलत है। उन्होंने पूरी इंडस्ट्री को दोषी नहीं ठहराया है।'

शायद जया जी ने इसे अपने ऊपर ले लिया

जया बच्चन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 'सुशांत केस के सामने आने के बाद नारकोटिक्स डिपार्टमेंट भी इसमें एक्टिव हो गया है। लेकिन जया जी ने पता नहीं ऐसा क्यों सोचा, उन्हें ऐसा क्यों लगा कि वो गुस्सा हो गईं और उन्हें कहना पड़ा कि मैं इसे स्वीकार नहीं करूंगी और ये इंडस्ट्री का अपमान है। शायद इसे उन्होंने अपने ऊपर ले लिया। लेकिन आपको ये समझना होगा कि ये किसी व्यक्ति विशेष पर आरोप नहीं हैं।'

याद दिलाया अमर सिंह का अहसान

अमर सिंह के अहसानों को याद दिलाते हुए जया प्रदा ने कहा, 'जया जी हमारे नेता आदरणीय अमर सिंह जी आपके साथ होते थे, आपके परिवार के साथ रहते थे। आपने उनके साथ क्या किया। आपके दुख के समय पर अमर सिंह जी ने आपका साथ दिया था। लेकिन आपको ये बात याद नहीं है। और जब अमर सिंह जिंदगी और मौत के बीच लड़ रहे थे, तो उस समय पर आपके परिवार को उन्हें याद करने का समय नहीं मिला।'

अमर सिंह मामले में किसने थाली में छेद किया

आगे उन्होंने कहा, 'जब वो चले गए तो उनके बारे में सोचने के लिए समय नहीं मिला। अमर सिंह जी के मरने के बाद उनके लिए सिर्फ दो लाइन की कविता लिखते हैं। यही तरीका होता है क्या। ये मतलब की राजनीति है। कौन किसकी थाली में छेद कर रहा है, एकबार आप सोच लीजिए। मैं आपसे ही ये सवाल पूछ रही हूं।'

'आज दुनिया देख रही है, कि कौन किस चीज के लिए आपको राजनीति में लेकर आए थे। आज सिर्फ पद के लिए जया जी आपने अमर सिंह जी को छोड़ दिया। क्योंकि राज्यसभा में आपको रहना है इसलिए आपने उस पार्टी को चुना है।'

आपको ड्रग्स के खिलाफ अभियान चलाना चाहिए

आगे रवि किशन का बचाव करते हुए उन्होंने कहा, 'इतनी बड़ी इंडस्ट्री को हम इंसल्ट नहीं कर रहे हैं। कुछ भी जरूरत नहीं है मुझे रवि किशन जी का समर्थन करने की। लेकिन उनका जो भाव है, उनका जो बयान है, उनकी जो भावना है, वो यूथ को बचाने के लिए है। अब भी मैं कहती हूं, आप और अमित जी ड्रग्स के खिलाफ अभियान का नेतृत्व करिए और युवाओं को इससे बचाइये।'

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

Jaya Prada, who was angry at Jaya Bachchan over the statement with a hole in the plate, asked- Who had punched the plate in Amar Singh's case?

https://ift.tt/2ZQgcJQ
29 साल के करियर में पहली बार ट्रांसजेंडर का रोल निभाते दिखेंगे अक्षय कुमार, ये एक्टर्स भी कर चुके ऐसा चैलेंजिंग रोल

बॉलीवुड एक्टर्स फिल्मों के किरदार को सार्थक बनाने के लिए अपनी जी-जान लगा देते हैं। किरदार में जान डालने के लिए वह किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार रहते हैं। बॉलीवुड में ऐसे कई एक्टर्स हैं जो किरदार के लिए अपना कम्फर्ट जोन छोड़कर कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। इनमें अक्षय कुमार का नाम शामिल है जो कि अपनी अगली फिल्म लक्ष्मी बॉम्ब को लेकर इन दिनों चर्चा में हैं। इस फिल्म में अक्षय एक ट्रांसजेंडर के किरदार में नजर आएंगे।

इंडस्ट्री में 29 साल गुजार चुके अक्षय ने इससे कभी इस तरह का रोल नहीं किया है और करियर के बेहद सफल पड़ाव पर खड़े अक्षय ने एक किन्नर का रोल स्वीकार करके काफी बड़ा रिस्क भी लिया है। फिल्म 9 नवंबर को ओटीटी प्लेटफॉर्म हॉट-स्टार पर रिलीज होगी। वैसे, अक्षय पहले ऐसे स्टार नहीं जो फिल्म में ट्रांसजेंडर का रोल करने जा रहे हैं। इससे पहले भी कई बड़े स्टार्स ऐसा रिस्क ले चुके हैं।

आशुतोष राणा

1999 में आई संघर्ष में आशुतोष ने लज्जा शंकर पांडे नाम के ट्रांसजेंडर का किरदार निभाकर सबको चौंका दिया था। इस रोल के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में बेस्ट विलेन का अवॉर्ड भी मिला था। इसके अलावा आशुतोष ने शबनम मौसी की जिंदगी पर बनी शबनम में भी किन्नर का किरदार निभाया था जो कि 2005 में रिलीज हुई थी। शबनम मौसी देश की पहली किन्नर हैं जिन्होंने चुनाव लड़ा और उसे जीती भी थीं।

सदाशिव अमरापुरकर

1991 में आई 'सड़क' में सदाशिव ने महारानी नाम के किन्नर का रोल निभाया था जिसकी जमकर तारीफ हुई थी। उन्हें बेस्ट विलेन की कैटेगरी में फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला था।

महेश मांजरेकर

कंगना रनोट और पारस अरोड़ा स्टारर रज्जो में महेश मांजरेकर ने बेगम नाम की किन्नर का रोल अदा किया था जो कि कोठा चलाती है। यह फिल्म 2013 में रिलीज हुई थी।

परेश रावल

1997 में आई तमन्ना में परेश रावल ने भी किन्नर की भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में पूजा भट्ट, शरद कपूर और मनोज बाजपेयी भी मुख्य किरदारों में थे।

रवि किशन

2013 में आई सैफ अली खान और सोनाक्षी सिन्हा स्टारर बुलेट राजा में रवि किशन भी रज्जो नाम के किन्नर के रोल में नजर आए थे। रवि किशन ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'मैंने इससे पहले कभी इस तरह का रोल नहीं किया है लेकिन तिग्मांशु धूलिया(डायरेक्टर) को इसका क्रेडिट दूंगा। उनके क्लियर विजन के कारण मैं इस रोल को करने में सफल रहा और यह चैलेंज ले पाया।'

प्रशांत नारायण

फिल्म मर्डर 2 में प्रशांत नारायण भी ट्रांसजेंडर के रोल में नजर आए थे जो कि लड़कियों को टॉर्चर करता है। यह फिल्म 2011 में रिलीज हुई थी जिसमें इमरान हाशमी और जैकलिन फर्नांडीज ने मुख्य भूमिका निभाई थी।

राजकुमार राव

क्वीन, सिटी लाइट्स, अलीगढ़ और कई बेहतरीन फिल्में कर चुके राजकुमार राव ने भी किन्नर जैसा चैलेंजिंग रोल निभाया था। उन्हें बंगाली फिल्म अमी सायरा बानो में किन्नर के किरदार में देखा गया था। यह फिल्म 2015 में आई थी। राजकुमार ने इस रोल को लेकर कहा था, 'यह एक ऐसे लड़के की कहानी है जो कि अंदर से औरतों की तरह फील करता है जिसकी वजह से वह ट्रांसजेंडर कम्युनिटी की ओर आकर्षित हो जाता है। यह किरदार मुझे बेहतरीन लगा और इसने बतौर एक्टर मुझे चैलेंज किया इसलिए मैंने इस रोल को चुना।'

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

For the first time in 29 years of career, Akshay Kumar will be seen playing the role of transgender, these actors have also done such a challenging role

https://ift.tt/2ZNqhra
उर्मिला मातोंडकर बोलीं- मैंने भी करियर में जमकर नेपोटिज्म को झेला; उस साल मेरे साथ 16-17 लड़कियों ने एंट्री ली थी, जिनमें से कई इंडस्ट्री के बड़े नामों से जुड़ी थीं

कंगना रनोट ने हाल ही में एक्ट्रेस और पॉलिटिशियन उर्मिला मातोंडकर पर अपने स्ट्रगल का अपमान करने का आरोप लगाया था और उन्हें सॉफ्ट पोर्न स्टार भी कहा था। हालांकि उर्मिला का कहना है कि इंडस्ट्री में उनका खुद का स्ट्रगल रहा है और उन्होंने भी काफी बड़ी मात्रा में नेपोटिज्म का सामना किया था। यहां तक कि उनके बारे में भी काफी कुछ अनाप-शनाप लिखा गया था।

एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू के दौरान उर्मिला ने बताया कि 'हम सभी ने अपने-अपने संघर्षों का सामना किया। मैं खुद एक अत्यंत मध्यमवर्गीय महाराष्ट्रीयन पृष्ठभूमि से आती हूं। मैंने खुद भी नेपोटिज्म को झेला है। मैंने भी इससे लड़ाई लड़ी है और खुद को उससे उबारा भी है।'

करियर की शुरुआत में नेपोटिज्म को झेला

एक्ट्रेस ने बताया कि 1991 में फिल्म 'नरसिम्हा' से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत के बाद उन्हें भी नेपोटिज्म का सामना करना पड़ा था, क्योंकि उस साल उनके साथ ही कई नए चेहरे भी लॉन्च हुए थे। जिनमें से ज्यादातर चेहरे इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से संबंधित थे।

उर्मिला ने कहा, 'अगर मैं 'नेपोटिज्म' शब्द के बारे में बात करना शुरू करूं तो मुझे लगातार कई घंटों तक इसके बारे में बात करना होगी। मुंबई से होने के बावजूद जितनी मात्रा में मैंने इसका सामना किया है, सिर्फ यही कहूंगी कि वो काफी चिंताजनक है।'

16-17 नई लड़कियों के बीच किया था डेब्यू

उर्मिला के अनुसार, '1991 में मेरे अलावा कुछ 16-17 नई लड़कियों ने बॉलीवुड में एंट्री ली थी और उनमें से कुछ आठ या नौ इंडस्ट्री से जुड़े किसी ना किसी व्यक्ति की बेटियां थीं। करिश्मा कपूर, रवीना टंडन, पूजा भट्ट, काजोल उनमें से कुछ नाम हैं।'

मुझे इंडस्ट्री के नियम नहीं पता थे

उन्होंने आगे कहा, 'रंगीला के पहले मेरे बारे में भी काफी कुछ अनाप-शनाप लिखा गया। मैंने 'नरसिम्हा' से काफी अच्छी शुरुआत की थी और लोगों ने मुझे पसंद किया था और डांस और एक्टिंग को लेकर मेरी तारीफ की थी। लेकिन मुझे लगता है क्योंकि इंडस्ट्री में मेरे पास ज्यादा सपोर्ट नहीं था और मैं एक बिल्कुल गैर फिल्मी पृष्ठभूमि वाली आउटसाइडर थी, तो मुझे कहीं ना कहीं यहां के नियम नहीं पता थे।'

मेरे बारे में खूब वाहियात बातें लिखी गईं

'मुझे ये नहीं पता था कि मीडिया को किस तरह से खुश रखना है। जो कि उस समय बहुत बड़ी बात थी। इस मामले में मैं नॉर्मल से बहुत नीचे थी। मेरे बारे में इतनी वाहियात बातें लिखी गई थीं, कि वो ऐसे फेसेस बनाती है, वो ये है वो वो है, मुझे डिमोरलाइज करने का कोई भी मौका किसी ने भी नहीं गंवाया था। भले ही उस इंसान को अपनी जॉब आती हो या ना आती है। इसमें उस वक्त के मीडिया के अलावा इंडस्ट्री के काफी लोग भी शामिल थे।'

उन्होंने कहा, 'जिस समय मैं 'रंगीला' कर रही थी, उस समय मुझे इस तरह से नकार दिया गया था जैसा सिनेमा के इतिहास में कभी किसी के साथ नहीं हुआ होगा।'

 ##

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

Urmila Matondkar said- I too have faced a lot of nepotism in my career; 16-17 girls took entry with me that year, many of whom were associated with big names in the industry.

https://ift.tt/2FL83iL
कहा- मेरे खिलाफ जो लिखा है उस पर कोर्ट केस करूंगी, कल कंगना ने भास्कर पर भी फेक न्यूज फैलाने का आरोप लगाया था

बॉलीवुड सेलेब्स से टकराते-टकराते कंगना रनोट अब मीडिया से भी टक्कर ले रही हैं। उन्होंने अपने एक ट्वीट में दावा किया था कि उन्हें मजबूरी में शिवसेना को वोट देना पड़ा था। हालांकि, जब आज तक के पत्रकार कमलेश सुतार ने उन्हें यह समझाने की कोशिश की कि उन्होंने जिस विधानसभा सीट के लिए वोटिंग की, वहां से शिवसेना का कोई कैंडिडेट खड़ा ही नहीं हुआ था तो वे भड़क गईं।

कंगना ने सुतार को खुली धमकी देते हुए लिखा, "आप गलत हैं। गलत जानकारी मत फैलाइए। मैं आपको लीगल नोटिस भेजूंगी और आपको यह कोर्ट में साबित करना होगा। यह ट्रोलिंग आपको बहुत महंगी पड़ेगी। अपने इस नॉटी झूठ कीमत आपको जेल जाकर चुकानी पड़ेगी।"

##

इसके बाद कंगना ने वोटिंग वाले ट्वीट पर सफाई दी और लिखा, "मैं स्पष्ट तौर पर लोकसभा चुनाव के बारे में बात कर रही थी। लेकिन वे जानबूझकर विधानसभा चुनाव की बात कर रहे थे। क्या मूर्ख हैं। पत्रकार होने का दावा करते हैं। लेकिन खुलकर झूठ फैला रहे हैं। उन्हें अदालत में घसीटा जाना चाहिए।" कंगना ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने परिवार और स्टाफ के साथ वोट दिया था और न चाहते हुए भी उन्हें शिवसेना के लिए वोटिंग करनी पड़ी थी।

## ##

पत्रकार ने भी सुना दी खरी-खरी

कंगना के ट्वीट पर कमलेश सुतार ने भी खरी-खरी सुना दी। उन्होंने लिखा, "और कंगना रनोट जी। मैं पत्रकार हूं। कोई ट्रोल नहीं। इसलिए प्लीज पत्रकार को डराने की कोशिश मत करिएगा, यह आपको कई प्रकार के खतरे में डाल सकता है। शुभरात्रि।"

##

कंगना का नया दावा- मैंने कोई लड़ाई शुरू नहीं की

एक्ट्रेस ने अपने एक ट्वीट में लिखा है, "मैं लड़ाकू इंसान बन सकती हूं। लेकिन यह सच नहीं है। मेरा रिकॉर्ड है कि मैंने कभी भी कोई लड़ाई शुरू नहीं की। अगर कोई यह साबित कर दे तो मैं ट्विटर छोड़ दूंगी। मैंने कोई लड़ाई शुरू नहीं की। लेकिन हर लड़ाई को पूरा जरूर किया है। भगवान कृष्ण ने कहा है कि अगर तुम्हे कोई लड़ने के लिए ललकारे तो तुम इनकार नहीं कर सकते।"

##

अभिजीत गांगुली ने की ट्विटर छोड़ने की अपील

कंगना का ट्वीट देखने के बाद स्टैंडअप कॉमेडियन और लेखक अभिषेक गांगुली ने उनसे ट्विटर छोड़ने की अपील की। उन्होंने लिखा, "तीन दिन पहले आपने सोनम कपूर और दिया मिर्जा को बिमबॉस कहा था, जो कि हकीकत मे तुम्हे सपोर्ट कर रही थीं और कह रही थीं कि बीएमसी ने गलत किया है। अब प्लीज सम्मान करते हुए ट्विटर छोड़ दीजिए। ताकि देश असली मुद्दों जैसे डॉक्टर्स की मौत, प्रवासी मजदूरों के दर्द, जॉब क्राइसिस और गिरती जीडीपी पर फोकस कर सके।"

##

कंगना का पलटवार- मुझे म्यूट कर दो

कंगना ने अभिनीत गांगुली पर पलटवार करते हुए लिखा, "वे (सोनम और दीया) हत्या के आरोपी ड्रग्स लेने वालों के लिए लड़ रहे थे। मेरा नाम जानबूझकर इसमें घसीटा गया। तथ्यों के साथ छेड़छाड़ न करो। मुझे म्यूट करो और असली मुद्दों पर फोकस करो।"

##

कंगना विवाद से जुड़ी ये खबर भी पढ़ सकते हैं...

कंगना झूठ बोल रहीं:कंगना ने कहा- शिवसेना को मजबूरी में वोट दिया; सच ये कि जिस सीट पर कंगना का वोट पड़ता है, वहां शिवसेना लड़ी ही नहीं

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

कंगना रनोट ने अपने एक ट्वीट में दावा किया था कि उन्हें मजबूरी में शिवसेना को वोट देना पड़ा था।

https://ift.tt/2FOETiC
छापेमारी के बाद मुंबई से 5 लोगों को एनसीबी टीम ने हिरासत में लिया, 1 लाख की ड्रग्स और 4 लाख का कैश बरामद

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो(एनसीबी) की कार्रवाई लगातार जारी है। गुरुवार को मुंबई के अलग-अलग ठिकानों पर एनसीबी ने छापा मार कर 5 लोगों को हिरासत में लिया है। फिलहाल सभी से एनसीबी ऑफिस में पूछताछ जारी है। सूत्रों का कहना है कि इस छापेमारी में एनसीबी को बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुए हैं। इस बार में और जानकारी आज आधिकारिक रूप से सामने आ सकती है।

पकड़े गए राहिल विश्राम का बॉलीवुड से लिंक

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने ड्रग के तीन अलग-अलग सिंडीकेट का भंडाफोड़ कर 5 लोगों को हिरासत में लिया है। इनके पास से एक लाख रुपए मूल्य का ड्रग्स और 4 लाख रुपए कैश बरामद हुआ है। इनमें सबसे बड़ा नाम राहिल विश्राम का है। इसके सीधे संबंध बॉलीवुड में बताये जा रहे हैं। मुंबई एनसीबी के अलावा दूसरे शहरों से भी एनसीबी की एडिशनल टीम मुंबई बुलाई जा रही हैं।इसी वजह से गुरुवार को एनसीबी की एक टीम अहमदाबाद से मुंबई पहुंच गई।

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो अब तक रिया और शोविक समेत 20 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर चुकी है। इन पांचों से पूछताछ में कई बॉलीवुड सेलेब्रिटीज के नाम का खुलासा हो सकता है। इससे पहले रिया चक्रवर्ती ने भी कई नामचीन सेलेब्रिटीज के नाम का खुलासा किया है। हालांकि, रडार पर होने के बावजूद एनसीबी की ओर से किसी को समन नहीं किया गया है।

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

इस मामले में हिरासत में लिए गए राहिल विश्राम के बॉलीवुड में अच्छे कनेक्शन हैं।

https://ift.tt/33INoUK
एम्स की विसरा रिपोर्ट में आज होगा स्पष्ट, ड्रग्स केस में गिरफ्तार मिरांडा समेत तीन ने जमानत के लिए किया हाईकोर्ट का रुख

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत का रहस्य आज सामने आ सकता है। एम्स की विसरा रिपोर्ट आज आ सकती है, जिसके बाद यह तय हो जाएगा कि अभिनेता ने आत्महत्या की है या उनका मर्डर हुआ है। रिपोर्ट को लेकर एम्स के डॉक्टरों का पैनल आज फाइनल मीटिंग करेगा। इस बीच सैमुअल मिरांडा, दीपेश सावंत और अब्दुल बासित ने अपनी जमानत को लेकर हाई कोर्ट का रुख किया है। आज दोपहर इस मामले में सुनवाई हो सकती है।

सिर्फ 20 प्रतिशत विसरा के आधार पर बनी यह रिपोर्ट

विसरा रिपोर्ट से साफ होगा कि सुशांत को जहर दिया गया था या नहीं। इससे पहले कलीना फॉरेंसिक ने अपनी रिपोर्ट में विसरा रिपोर्ट को निगेटिव बताया था। बता दें, दोबारा सामने आने वाली ये रिपोर्ट एक्टर के 20 प्रतिशत विसरा के जांच पर तैयार की गई है। क्योंकि मुंबई पुलिस ने सुशांत का 80 फीसदी विसरा अपनी जांच में इस्तेमाल कर लिया था।

एम्स विशेषज्ञ ने हर एंगल से जांच करने की बात कही थी

इस मामले में जांच पैनल का नेतृत्व कर रहे एम्स के फोरेंसिक विभाग के प्रमुख डॉ सुधीर गुप्ता ने कुछ दिन पहले कहा था, 'हम हत्या होने के अलावा सभी संभावित एंगल्स से इस पूरी जांच को करेंगे।' उन्होंने कहा था, हमारी टीम राजपूत के शरीर पर चोट के पैटर्न का विश्लेषण करेगी और परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के साथ उन्हें मिलाएगी। उन्होंने कहा था, 'संरक्षित विसरा की जांच की जाएगी और जो एंटी-डिप्रेसेंट राजपूत को दिए गए थे, उनका विश्लेषण भी एम्स प्रयोगशाला में किया जाएगा।'

फोरेंसिक एक्सपर्ट ने क्राइम सीन खराब करने पर हैरानी जताई थी

सीबीआई ने मेडिको-लीगल ओपिनियन के लिए एम्स के फोरेंसिक विभाग से संपर्क किया था। रिपब्लिक टीवी से बात करते हुए डॉ सुधीर गुप्ता ने क्राइम सीन को जिस तरह से खराब किया था उस पर हैरानी जताई थी। डॉक्टर गुप्ता ने कहा था कि क्राइम सीन की यथास्थिति को बरकरार नहीं रखा गया और उसे पूरी तरह बर्बाद कर दिया गया। जिससे हो सकता है कि वो जगह फोरेंसिक सबूतों की जांच के लिए अनुपयुक्त हो गई हो।

सीबीआई की एसआईटी भी देगी रिपोर्ट

इसके अलावा सीबीआई की स्पेशल इंवेस्टिेगेशन टीम जिसमें नुपूर प्रसाद, अनिल यादव शामिल हैं। वे भी अपने सीनियर्स को रिपोर्ट देने दिल्ली रवाना हुए हैं। ये दोनों अधिकारी अपनी संक्षिप्त जांच रिपोर्ट भी सौंपेंगे ताकि उन्हें केस में आगे की लीड मिल सके। सीबीआई की टीम ने 22 अगस्त से अब तक जो भी सुबूत जुटाए हैं और बयान रिकॉर्ड किए हैं उनका भी ब्यौरा देगी।

एनसीबी ने 5 और लोगों को ड्रग्स मामले में पकड़ा
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो(एनसीबी) की कार्रवाई लगातार जारी है। गुरुवार को मुंबई के अलग-अलग ठिकानों पर एनसीबी ने छापा मार कर 5 लोगों को हिरासत में लिया है। फिलहाल सभी से एनसीबी ऑफिस में पूछताछ जारी है। सूत्रों का कहना है कि इस छापेमारी में एनसीबी को बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुए हैं। इस बार में और जानकारी आज आधिकारिक रूप से सामने आ सकती है।

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

14 जून को सुशांत का शव बांद्रा के जिस फ्लैट में लटका मिला था, उसमें उस वक्त चार लोग थे।

https://ift.tt/32DG9hJ
कॉलेज में एडमिशन से पहले पेट्रोल स्टेशन पर 3 महीने तक शबाना आजमी ने बेची थी कॉफी, शशि कपूर पर था क्रश

18 सितंबर 1950 को जन्मीं अभिनेत्री शबाना आजमी 70 वां जन्मदिन मना रही हैं। शबाना ने मशहूर शायर कैफी आजमी के यहां जन्म लिया था। उनके भाई बाबा आजमी एक सिनेमेटोग्राफर हैं।

शबाना आजमी का बचपन कलात्मक माहौल में बीता। पिता मशहूर शायर कैफी आजमी और मां रंगमंच अदाकारा शौकत आजमी के लालन-पालन में शबाना का बचपन मजेदार बीता।

मां से विरासत में मिली अभिनय-प्रतिभा को सकारात्मक मोड़ देकर शबाना ने हिन्दी फिल्मों में अपने सफर की शुरूआत की। पारंपरिक मुस्लिम फैमिली से होने के बाद भी शबाना ने फिल्मी दुनिया में कदम रखा और हर किरदार में जान फूंकी।

शबाना आजमी की लाइफ के कई ऐसे किस्से हैं, जिनके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते होंगे। उनकी मां शौकत आजमी की ऑटोबायोग्राफी 'कैफी एंड आई मेमॉयर' में कई बातों का खुलासा हुआ था। शौकत आजमी का निधन 22 नवंबर 2019 को हुआ था। उन्होंने 2005 में यह ऑटोबायोग्राफी लिखी थी। शबाना के जन्मदिन पर आइए डालते हैं कुछ दिलचस्प बातों पर एक नजर...

शौकत की ऑटोबायोग्राफी में लिखा है, "शबाना को लगता था कि मैं बाबा (शबाना के छोटे भाई) को उससे ज्यादा प्यार करती हूं। एक सुबह मैं शबाना (9) और बाबा (6) को नाश्ता करा रही थी। मैंने शबाना की प्लेट से एक टोस्ट उठाया और कहा- बेटी, बाबा की बस जल्दी आ जाएगी, इसलिए मैं तुम्हारा टोस्ट उसे दे रही हूं। तुम्हारे पास अभी समय है। मैंने एलिस (नौकर) को कुछ ब्रेड लेने को भेजा और शबाना ने चुपचाप नाश्ते की टेबल छोड़ दी। जब एलिस लौटा तो मैंने शबाना को आवाज दी कि बेटी आ जाओ, तुम्हारा टोस्ट तैयार है। मैंने बाथरूम से उसके रोने की आवाज सुनी और वहां भागी। उसने मुझे देखा और जल्दी-जल्दी आंसू पोंछकर स्कूल चली गई।"

शौकत ने आगे लिखा, "शबाना स्कूल की लेबोरेटरी में गई और कॉपर सल्फेट खा लिया। जब उसकी बेस्ट फ्रेंड परना ने बताया कि शबाना ने उससे कहा है कि मैं उससे ज्यादा बाबा को प्यार करती हूं तो मैंने निराशा से अपना माथा पकड़ लिया।"

जब ट्रेन के सामने कूद गई थीं शबाना

शबाना ने दूसरा सुसाइड अटेंप्ट भी बचपन में ही किया था। शौकत ने बुक में लिखा है, "मुझे एक अन्य इंसिडेंट याद है, जब मैंने उसके रूड व्यवहार की वजह से उसे घर से निकल जाने के लिए कह दिया था। तब मुझे पता चला ग्रांट रोड रेलवे स्टेशन पर उसने ट्रेन के आगे आने की कोशिश की। किस्मत से उसके स्कूल का चौकीदार वहीं मौजूद था। उसने 'बेबी...बेबी क्या कर रही हो' कहते हुए उसे खींच लिया। शबाना दूसरी बार भी बच गई, लेकिन मैं परेशान हो गई थी। तब मैंने तय किया कि उसे घर से जाने के लिए कहने से पहले दो बार सोचना पड़ेगा।"

पेरेंट्स से कभी नहीं मांगे एक्स्ट्रा पैसे

शौकत ने अपनी बुक में लिखा है कि शबाना बचपन से ही उसूल वाली रही हैं। बकौल शौकत, "मैं शबाना को जुहू से सांताक्रूज स्टेशन तक बस बस के लिए 30 पैसे रोज देती थी। अगर उसे कोई स्नैक्स चाहिए होते थे तो वह पांच पैसे बचाने के लिए जुहू चौपाटी पर ही उतर जाती थी। लेकिन कभी उसने पेरेंट्स से एक्स्ट्रा पैसे नहीं मांगे। इसके बारे में भी मुझे शबाना की बेस्ट फ्रेंड परना ने ही बताया था।"

30 रुपए प्रति दिन के हिसाब से बेचती थीं कॉफी

शौकत की मानें तो शबाना हमेशा फैमिली की मदद के लिए पैसा कमाने के बारे में सोचती थीं। उन्होंने बुक में लिखा है, "सीनियर कैम्ब्रिज में फर्स्ट डिविजन पास होने के बाद कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले शबाना ने तीन महीने पेट्रोल स्टेशन पर ब्रू कॉफी बेची। इससे उसे 30 रुपए प्रतिदिन मिला करता था। उसने कभी मुझे इसके बारे में नहीं बताया और मैं भी रिहर्सल में इतनी बिजी रही कि उसकी एब्सेंस को नोटिस नहीं कर पाई। एक दिन उसने पूरा पैसा मुझे लाकर दिया, तब मैंने उससे इसके बारे में पूछा। उसने कहा कि उसके पास तीन महीने का वक्त था, जिसे उसने इस्तेमाल कर लिया।"

कभी शेखर कपूर के साथ रिलेशनशिप में थीं शबाना

शबाना आजमी ने एक इंटरव्यू में यह बात कबूल की थी कि वे कई साल 'बैंडिट क्वीन' जैसी फिल्मों के डायरेक्टर शेखर कपूर के साथ रिलेशनशिप में रही हैं। उनका ब्रेकअप भी आपसी सहमति से हुआ था। शबाना ने यह भी कहा था कि जब उनका ब्रेकअप हो गया, तब भी उन्होंने शेखर के साथ एक फिल्म की। इसके डायरेक्टर शेखर थे और उनकी पत्नी मेधा उन्हें असिस्ट कर रही थीं।

शशि कपूर पर था शबाना को क्रश

2004 में एक इंटरव्यू के दौरान शबाना ने यह माना था कि उन्हें शशि कपूर पर क्रश था। बकौल शबाना, "शशि और उनकी पत्नी जेनिफर हमारे फैमिली फ्रेंड थे। पृथ्वीराज कपूर मेरे पेरेंट्स के बगल में रहते थे और हर रविवार जब शशि पापा से मिलने आते तो मैं उनके साइन के लिए एक फोटो खरीद लेती थी। जब मैं 'फकीरा' (1976) के लिए उनके साथ सिलेक्ट हुई तो घबराई हुई थी। वे बहुत बड़े हीरो थे। शशि और जेनिफर ने मुझे खूबसूरत बनाया।"

शादी से पहले कई बार की ब्रेकअप की कोशिश

2004 में एक इंटरव्यू के दौरान शबाना ने कहा था, "जावेद अक्सर अब्बा के पास पोएट्री लेकर आते थे और सलाह लेते थे। जब मैंने उन्हें जाना तो वे कुछ मजाकिया, अच्छे जानकार और कई मायनों में अब्बा के जैसे लगे। यही वजह है थी कि मैं उनके प्रति अट्रैक्ट हुई। जावेद पहले मैरिड थे। इसलिए हमने कई बार ब्रेकअप की कोशिश भी की। बाद में उन्होंने पहली पत्नी से तलाक लिया और 9 दिसंबर 1984 को हमारी शादी हो गई।"

जावेद अख्तर की पहली शादी हनी ईरानी से हुई थी। दोनों के दो बच्चे हैं। मार्च 1972 को जावेद और हनी की शादी हुई थी और इसके 7 महीने बाद अक्टूबर 1972 में वे बेटी जोया के पेरेंट्स बने। उनके बेटे फरहान अख्तर का जन्म 1974 में हुआ। गौरतलब है कि शबाना और जावेद की कोई संतान नहीं है।

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

Shabana Azmi birthday special: Know some interesting facts about the actress

https://ift.tt/3kqFoyA
‘Wall of Mexico’ Offers Sumptuous Visuals, Vapid Arguments
https://ift.tt/2EaOFLC
ckpatel1982.blogspot.com
‘Wall of Mexico’ Offers Sumptuous Visuals, Vapid Arguments
ketu1982.blogspot.com
इंडियन साइन लैंग्वेज को देश की 23वीं आधिकारिक भाषा बनवाने की कोशिशों में जुटे हैं रणवीर, डीफ कम्युनिटी ने अदा किया उनका शुक्रिया

अभिनेता रणवीर सिंह लंबे अर्से से इंडियन साइन लैंग्वेज (ISL) को भारत की 23वीं आधिकारिक भाषा बनाने और घोषित करवाने की दिशा में कोशिशें कर रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर लोगों में अवेयरनेस बढ़ाने के लिए उन्‍होंने हाल ही में एक पिटीशन पर साइन भी किए हैं। साथ ही नवजार ईरानी के साथ मिलकर बनाए उनके इंडिपेंडेंट रिकॉर्ड लेबल 'इन्कइन्क' (IncInk) ने भी साइन लैंग्वेज म्यूजिक वीडियो रिलीज किया है।

इस मामले में रणवीर के प्रयासों को देखते हुए भारत की डीफ कम्युनिटी के लोगों उन्हें धन्यवाद देने के लिए एक वीडियो बनाया है और तहे दिल से उनका शुक्रिया अदा किया है। डीफ कम्युनिटी के लगभग 25 सदस्यों ने साइन लैंग्वेज के जरिए कहा, 'हमें यह सुनकर बेहद खुशी महसूस हुई कि बॉलीवुड के फेमस एक्टर रणवीर सिंह ने आईएसएल को भारत की 23वीं ऑफिशियल लैंग्वेज घोषित करने का समर्थन किया है।'

अभिनेता के साथ आने से हम बेहद खुश हैं

आगे उन्होंने कहा, 'हमें दिल से बेहद खुशी हुई है कि उन्होंने इस बात का समर्थन किया है। उनके सपोर्ट से हमारे भीतर एक नया जोश आया है। इंडियन साइन लैंग्वेज सचमुच एक खूबसूरत लैंग्वेज है। रणवीर ने डीफ कम्युनिटी को अपना सपोर्ट दिया और इसके लिए हम उनके शुक्रगुजार हैं। हम सब बेहद खुश हैं और आपको धन्यवाद देते हैं।'

रणवीर बोले- हम अपनी कोशिशें जारी रखेंगे

रणवीर ने डीफ कम्युनिटी को उनके संकल्प के लिए धन्यवाद देते हुए कहा, 'आर्ट के जरिए इन्क्लुसिविटी को बढ़ावा देने के एक प्लेटफॉर्म के रूप में 'इन्कइन्क' (IncInk) को बनाया गया था, और हम इंडियन साइन लैंग्वेज (ISL) को भारत की 23वीं ऑफिशियल लैंग्वेज बनाने के लिए अपने प्रयास जारी रखेंगे।'

आगे रणवीर ने बताया, 'इस प्रोग्रेसिव स्टेप से पूरे देश में एक लहर पैदा होगी, और भारत में डीफ कम्युनिटी के 10 मिलियन से अधिक लोगों को शिक्षा से लेकर रोजगार और मनोरंजन तक के सभी क्षेत्रों में समान अवसर मिलेगा।'

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

Ranveer is busy trying to make Indian Sign Language the 23rd official language of the country, thanks to the def community

https://ift.tt/32F5d7Q
लक्‍मे फैशन वीक की तारीखों की घोषणा हुई, पहले से रिकॉर्ड रैंप वॉक की लाइव स्‍ट्रीमिंग की जाएगी

इस साल होने वाले लक्‍मे फैशन वीक की तारीखों की घोषणा गुरुवार को हो गई। ये इस बार 21 से 25 अक्‍टूबर के बीच आयोजित होगा। कोविड की वजह से इसका स्वरूप पूरी तरह डिजिटल होगा और सेलिब्रिटीज के रैंप वॉक का लाइव प्रसारण किया जाएगा।

आयोजकों ने कहा कि सोशल डिस्‍टेंसिंग के मद्देनजर इस बार सेलिब्रेटी के घर जाकर या उन्हें स्‍टूडियो में बुलाकर पहले से उनका रैंप वॉक का वीडियो तैयार कर लिया जाएगा। उसके बाद उन वीडियोज को लाइव स्‍ट्रीम किया जाएगा।

इस बारे में जानकारी देते हुए आयोजनकर्ता अश्‍वथ स्‍वामीनाथन ने कहा, 'लक्मे फैशन वीक का उद्देश्य हमेशा भारतीय फैशन उद्योग को बढ़ावा देना रहा है। इस पहले डिजिटल संस्करण के साथ हम फैशन के कारोबार को दोबारा शुरू करने, दर्शकों के लिए नए अनुभव रचने और फैशन के भविष्य को वापस सुर्खियों में लाएंगे। साथ ही सबको संगठित करेंगे।'

एक अन्य अधिकारी जसप्रीत चंडोक ने बताया, 'लक्मे फैशन वीक एक ऐसा मंच है, जो प्रतिभा और रचनात्मकता को प्रोत्साहित और उन्नत करता है। कोविड-19 के युग में फैशन उद्योग को बनाए रखने के लिए एक नई और जाग्रत दिशा की आवश्यकता है।'

'हमें उम्मीद है कि ऐसे आयोजन से इस उद्योग को पनपने और फलने-फूलने की जगह मिलेगी। इस डिजिटल आयोजन के साथ हम डिजाइन समुदाय का समर्थन और पोषण करते हुए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों और खरीदारों के बीच की दूरी को पाटते हुए पुल का काम करेंगे।'

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

Lakme Fashion Week dates announced, live streaming of record ramp walk will be done

https://ift.tt/3iHyHI1