सलाखों के पीछे 8 दिन बिता चुकी रिया चक्रवर्ती के लिए राहत भरी खबर है। राज्य मानवाधिकार आयोग ने मुर्दाघर में रिया के जाने पर हुए हंगामे के बाद अपना पक्ष रख दिया है। इस मामले में मुंबई पुलिस और कूपर हॉस्पिटल पर सवाल उठाए गए थे कि उन्होंने रिया को मॉर्चुरी में जाने की परमिशन कैसे दी थी, यह मानवाधिकार हनन की श्रेणी में आता है।
शव देखने वेटिंग एरिया तक गईं थीं रिया
एसएचआरसी के अधिकारी के अनुसार रिया केवल वेटिंग एरिया तक गईं थीं, इस बयान के बाद अब रिया के साथ दोनों पक्षों की परेशानी खत्म हो गई है। महाराष्ट्र SHRC के कार्यवाहक अध्यक्ष एमए सईद ने बताया कि उन्होंने मुंबई पुलिस और बीएमस को नोटिस भेजा था, जिनके जवाब की जांच करने के बाद अब यह मामला सुलझ गया है।
रिया ने सुशांत की बॉडी छूकर कहा था सॉरी बाबू
राज्य मानवाधिकार आयोग ने 25 अगस्त को शोकॉज नोटिस जारी कर इस संबंध में जवाब तलब किया था। यह मामला तब उठा जब रिया के मॉर्चुरी में पहुंचने के वीडियो वायरल हुए थे। रिया 15 जून को कूपर हॉस्पिटल पहुंची थीं, जहां उन्होंने कथित रूप से सुशांत के पैर छूकर उनसे सॉरी बाबू कहा था।
फिलहाल सुशांत की मौत के राज से पर्दा नहीं उठ पाया है। तीन सेंट्रल जांच एजेंसी एनसीबी, सीबीआई और ईडी केस को खंगालने में लगी हुई हैं।
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