मणिकर्णिका फिल्म्स पर हुई बीएमसी की कार्रवाई के दूसरे दिन, कंगना रनोट नुकसान का जायजा लेने पहुंचीं। इस बार भी उनके साथ वाय प्लस कैटेगरी वाली सिक्योरिटी फोर्स, बहन रंगोली, वकील भी साथ थे। बदले की भावना से किए गए नुकसान पर कंगना का गुस्सा साफ झलक रहा था। लेकिन इस गुस्से की खातिर उन्होंने अपनी सेहत दांव पर लगा दी। कोरोना काल के लिए कम्पल्सरी किए गए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को उन्होंने ताक पर रख दिया।
कंगना का ऑफिस मणिकर्णिका पाली हिल में है। जहां वे करीब 10 मिनट तक रहीं। कंगना की बहन रंगोली कल की तरह आज भी बिना मास्क के नजर आईं। कंगना को भले 14 दिन क्वारैंटाइन नहीं किया गया है, लेकिन नियमों का पालन न करने पर वे फिर निशाना बन सकती हैं।
2 घंटे चली थी तोड़फोड़
9 सितंबर को करीब दो घंटे चली तोड़फोड़ के कारण कंगना के ऑफिस को पहचानना मुश्किल था। इसे बनाने में एक्ट्रेस ने करीब 48 करोड़ रुपए खर्च किए थे। दूसरे दिन वकीलों के साथ पहुंची कंगना ने इस नुकसान का अंदाजा लगाया तो यह करीब 2 करोड़ अनुमानित है।
दफ्तर तोड़े जाने के मामले में गुरुवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में बीएमसी ने अपना जवाब दाखिल किया है। इसके बाद कंगना के वकील ने कोर्ट से कुछ वक्त मांगा। मामले की सुनवाई अब 22 सितंबर को होनी है। हालांकि इस बीच कंगना पर महाराष्ट्र सीएम के लिए अपशब्द कहने पर विक्रोली पुलिस स्टेशन में एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है।
बीएमसी ने 14 दिन के होम क्वारैंटाइन मुद्दे पर नहीं घेरा
कंगना का ऑफिस तहस-नहस किए जाने के बाद शिवसेना के मुखपत्र में फिर से पलटवार किया गया है। जिसमें यह लिखा है- उखाड़ दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक कंगना 14 सितंबर तक वापस मनाली जा सकती हैं। इसलिए उन्हें बीएमसी ने 14 दिन के होम क्वारैंटाइन मुद्दे पर नहीं घेरा, वरना आज उनका ऑफिस पहुंचना लगभग असंभव था।
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