यूपी पुलिस ने हाथरस में गैंगरेप की शिकार दलित लड़की की मौत के बाद उसके शव को मंगलवार रात के अंधेरे में जला दिया। इस दौरान उसके परिजनों तक को नहीं मौजूद रहने दिया गया। पुलिस की इस हरकत को लेकर बॉलीवुड सेलेब्स में काफी नाराजगी है और उन्होंने सोशल मीडिया पर गुस्सा जताया है। हालांकि कंगना रनोट ने सरकार पर भरोसा जताते हुए उसी तरह का न्याय मांगा है।
इस घटना के विरोध में किए अपने ट्वीट में जावेद अख्तर ने लिखा 'उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाथरस की बलात्कार पीड़िता के शव की अंत्येष्टि रात में 2.30 बजे कर दी। ये काम बिना अनुमति और परिवार की गैर मौजूदगी में हुआ। जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं। उन्हें ये आत्मविश्वास क्यों है कि इस दुस्साहस के बाद भी वे बच जाएंगे। किसने उन्हें इस बात के लिए आश्वस्त किया है।'
कंगना को सरकार पर है पूरा भरोसा
कंगना रनोट ने यूपी सरकार पर भरोसा जताते हुए लिखा, 'मुझे योगी आदित्यनाथ जी पर अटूट भरोसा है। जिस तरह प्रियंका रेड्डी के रेपिस्ट उसी जगह पर मारे गए थे, जहां उन्होंने उसका रेप किया था और उसे जिंदा जलाया था। हम भी उसी तरह का भावुक, स्वाभाविक और आवेग वाला न्याय चाहते हैं।'
##प्रकाश राज बोले- यूपी पुलिस ने क्या कर डाला
एक्टर प्रकाश राज ने लिखा, 'आह.. बेहद निराशाजनक... हम किस चीज के गवाह बन रहे हैं, यूपी पुलिस ने क्या कर डाला... योगी आदित्यनाथ।'
##फरहान ने बताया ना मिटने वाला धब्बा
फरहान अख्तर ने लिखा, '#हाथरस की घटना इस राष्ट्र के ताने-बाने पर हमेशा धब्बे की तरह रहेगी। उन सभी लोगों पर शर्म आती है जो ऐसे अपराधों को अंजाम देने वाले लोगों का बचाव करते हैं और इसे कवर करते हैं। पहले से ही टूटे और दुखी परिवार की बेटी को अंतिम संस्कार भी नहीं करने देना बिल्कुल बर्बर है। इंसानियत मर चुकी है।'
##नगमा बोलीं- अंतिम संस्कार भी नहीं होने दिया
नगमा ने लिखा, 'उन्होंने परिवार पर अंत्येष्टि के लिए दबाव बनाया। योगी आदित्यनाथ ने पर्दा डालने की हर संभव कोशिश की। पुलिस से देर रात 2.45 बजे लड़की के शव को जलवा दिया। उन्होंने हमारे देश की बेटी का हिंदू रीति-रिवाजों के मुताबिक एक सम्मानीय अंतिम संस्कार भी नहीं होने दिया।'
##उर्मिला ने कहा ये अमानवीय है
उर्मिला मातोंडकर ने लिखा, 'जब कोई महिलाओं के दुख को बेचकर सत्ता में आता है, और हाथरस की घटना पर पूरी तरह चुप रहता है। ये अमानवीयता से भी परे है। #मीडिया सर्कस चुप #वुमन राइट्स एक्टिविस्ट्स गायब नए भारत का चुनिंदा न्याय?'
##प्रीति जिंटा ने कड़ी सजा देने की मांग की
##गौहर खान ने इसे गुंडाराज बताया
##ये है पूरा मामला
14 सितंबर को गैंगरेप की शिकार हुई दलित लड़की ने मंगलवार तड़के इलाज के दौरान दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था। जिसके बाद पुलिस लड़की का शव लेकर मंगलवार रात 12:50 बजे उसके पैतृक गांव पहुंची, लेकिन घरवालों को लाश नहीं सौंपी। आखिरी बार बेटी का चेहरा देखने के लिए माता-पिता और भाई तड़प उठे, लेकिन परिवार वालों की एक नहीं सुनी गई और रात 2:30 बजे शव जला दिया।
पुलिस पर आरोप है कि अंतिम संस्कार के दौरान पीड़ित परिवार के एक भी सदस्य को मौजूद नहीं रहने दिया, बल्कि पुलिस ने खुद ही लाश जला दी।
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