अनुराग कश्यप पर रेप का आरोप लगाने वाली पायल घोष बोलीं- मुझे मौत का डर है, अगर मैं हिम्मत जुटाकर इतना बोल पाई हूं तो यह समझने की जरूरत है अनुराग कश्यप पर यौन शोषण के आरोप लगाकर एक्ट्रेस पायल घोष सुर्खियों में हैं। पायल ने अनुराग पर आरोप लगाया है कि 2014 में उन्होंने साथ जबरदस्ती संबंध बनाने की कोशिश की थी। उन्होंने काफी बुरी तरह खुद को मुझ पर फोर्स किया। पीएमओ इंडिया, नरेंद्र मोदी जी प्लीज एक्शन लीजिए और देश को इस क्रिएटिव इंसान के पीछे छिपा हुआ राक्षस दिखाइए।' बीते मंगलवार को पायल ने मुंबई के वर्सोवा पुलिस स्टेशन में अनुराग के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत दर्ज करवाई है। 6 साल पुराने इस मामले के पीछे क्या कहानी है, क्यों पायल इतने साल चुप रही और क्यों अब अचानक सामने आई हैं, इन सब सवालों के जवाब के लिए दैनिक भास्कर ने पायल घोष से लंबी बात की। उसी बातचीत में पूरी कहानी, खुद पायल की जुबानी... बकौल पायल घोष - ये 2013 की बात है, मैं अनुराग कश्यप को पर्सनली नहीं जानती थी वह मेरे फेसबुक फ्रेंड थे। उस समय मेरा फेसबुक अकाउंट मेरे मैनेजर चलाते थे क्योंकि मैं सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव नहीं थी। मेरे मैनेजर ने उनसे फेसबुक चैट के जरिए बात की और मिलने की अपॉइंटमेंट फिक्स की। एक दिन मैं उनके आराम नगर वाले ऑफिस में मिलने गई थी। तब उन्होंने मुझे अपने ऑफिस में अंदर बुलाया और मेरे मैनेजर को बाहर रिसेप्शन पर बैठने को कहा। जब मैं अंदर गई तो वह फोन पर बात कर रहे थे। इंग्लिश एक्सेंट में फिल्म की शूटिंग के बारे में बात करते हुए वह लगातार मेरी तरफ गलत निगाह से देख रहे थे। तब मुझे लगा था कि यह इंडस्ट्री ऐसी ही है। मुझे कुछ देर बाद जब थोड़ा अजीब लगने लगा तो मैंने फिल्म जर्सी की बात शुरू की। अनुराग अब भी किसी और से फोन पर बात कर रहे थे, मेरी बात सुन ही नहीं रहे थे, तो मुझे समझ नहीं आया कि उन्होंने मुझे अंदर बुलाकर क्यों बिठा रखा था। इस घटना के कुछ दिन बाद अनुराग ने मुझे फोन करके अपने वर्सोवा वाले घर पर बुलाया। जब मैं वहां गई तो उन्होंने मुझे खाना भी खिलाया और अपने अचीवमेंट्स की बातें कीं, मेरे स्ट्रगल के बारे में भी बातें की। इस तरह की नॉर्मल बातचीत चल रही थीं। रात के 8:30 बज चुके थे और 9:00 बजे मुझे मेरे ड्राइवर को छुट्टी देनी थी इसलिए मैंने अनुराग से कहा कि, सर, काफी देरी हो चुकी है मुझे मेरे ड्राइवर को भी छुट्टी देनी है तो मुझे अब निकलना चाहिए। मुझे उस वक्त कुछ भी खराब नहीं लगा था। सारी चीजें नॉर्मल थी। उसके अगले दिन उन्होंने मुझे फिर फोन किया और पूछा कि मैं क्या कर रही हूं, तो मैंने कहा कि कुछ नहीं सर। तो उन्होंने कहा कि फिर ठीक है आप आ जाइए हम मिलते हैं। मुझे याद है जब मैं पहली बार उनके ऑफिस में मिलने गई थी उस दौरान भी वह शराब और सिगरेट पी रहे थे, सिगरेट के साथ कुछ और भी था जिसकी गंध बहुत ही अजीब थी। उस दिन जब मैं फिर से उनसे मिलने पहुंची तब वह मुझे एक दूसरे रूम में ले कर गए जो बहुत ही छोटा सा था। उस लाइब्रेरी जैसे रूम में, वीडियो कैसेट और कुछ किताबें थीं, एक सोफा, टेबल और टीवी भी थी। वहां उन्होंने मेरे साथ गलत हरकत की और जब उन्होंने देखा कि मैं बहुत ही ज्यादा अनकम्फर्टेबल हो गई हूं तो उन्होंने दूसरी एक्ट्रेसेस का नाम लेना शुरू कर दिया ताकि मैं तैयार हो जाऊं। मैंने बीते दिनों जिन भी लोगों के नाम लिए हैं, अपने मन से नहीं लिए हैं। उस दिन उन सभी एक्ट्रेसेस के नाम उन्होंने ही लिए थे और जो मैंने पोस्ट किया है और उसमें लिखा है वो सारी बातें अनुराग कश्यप ने उस दिन मुझसे कहीं थी। उस घटना के बाद अपने आपको संभालते हुए मैं तुरंत वहां से निकल गई क्योंकि मैंने सोचा भी नही था कि ऐसा कुछ हो सकता है। इसके बाद मैं उनसे कभी मिली तो नहीं लेकिन कई बार हमारी वॉट्सऐप पर मैसेज के जरिए बात हुई। उन्होंने मुझे बार-बार फिर से आने को भी कहा लेकिन मैं कभी भी उनसे मिलने नहीं गई। उस वक्त मुझे यह भी डर लगता था कि बॉलीवुड का बड़ा नाम है और अगर मैं कुछ करना भी चाहूं तो उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाऊंगी, लेकिन मैं जरूर फंस जाऊंगी। इसके बाद मैंने कोशिश की कि मैं इस घटना को भूल जाऊं और आगे बढ़ जाऊं। लेकिन कई साल हो जाने के बावजूद वैसे अपने जेहन से नहीं निकाल पा रही थी और इस वजह से मैं मानसिक तौर पर बीमार रहने लगी थी। इसके बाद मैंने फैसला लिया कि मुझे उनके खिलाफ कोई कदम उठाने की जरूरत है। और, इसलिए भी कि जब यह चीज मेरे साथ हुई थी तब मैं बहुत ही छोटी थी लेकिन अब बॉलीवुड में काम करने के बाद और मुंबई शहर में रहने के बाद मुझे ऐसा लगा कि मैं अब उनके खिलाफ बोल सकती हूं। इसके बारे में मैंने अपनी बहन और कुछ करीबी दोस्तों को बताया तो सबने मुझे कहा था कि ये बहुत ही बड़े लोग हैं। अगर तुम सचमुच कोई कदम उठाना भी चाहोगी तो बुरी तरह से फंस जाओगी। तुम्हारा करियर खत्म हो जाएगा । इस घटना के बारे में सबसे पहले अगर किसी को पता भी था तो वह मेरा मैनेजर था। मैंने उसे अगले दिन ही इस पूरी घटना के बारे में बताया था। उसने कहा था कि हम इस बारे में पुलिस कंपलेन करेंगे। जब मैंने अपने मैनेजर को यह बात बताई थी तब वह भी काफी गुस्से में आ गए थे, लेकिन तब मैंने ही कहा कि हमें शांत दिमाग से सोचने की जरूरत है और उसके बाद हमने चुप रहना ही सही समझा लेकिन जब हमने देखा वह मी टू मूवमेंट के सपोर्ट में खड़े हैं और तनुश्री दत्ता को सपोर्ट करते हुए सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं तो उनका असली चेहरा सामने लाने का फैसला किया। उनका लोगों के सामने एक अलग चेहरा है जो औरतों की बहुत ही ज्यादा इज्जत करता है और उनके लिए खड़े रहता है लेकिन वही दरवाजे के पीछे किस तरह की गलत हरकत करता है। यह उन्हीं को पता होगा जो इस बारे में जानते होंगे या जिनके साथ काम के लालच में गलत हुआ होगा। जब मैंने इस बारे में पुलिस में शिकायत की है और आपको (मीडिया) को बता रही हूं तो मुझे बहुत ही ज्यादा शांति महसूस हो रही है क्योंकि मैं बीते 6 साल से इस घटना को अपने अंदर दबा कर रखे हुए थी और कोशिश कर रही थी कि इसे भूल जाऊं, लेकिन मैं नहीं कर पाई और अब अपनी आवाज बुलंद की। मैं अपने परिवार वालो की बात करूं तो वे रूढ़िवादी सोच के हैं। शुरुआत में जब मैं यहां कोलकाता से भागकर मुंबई आई थी तो मेरे परिवार वालों को मेरा काम और यह जगह बिल्कुल पसंद नहीं थी, लेकिन जब उन्होंने देखा कि मैं मेहनत और कोशिश से कुछ अच्छा कर रही हूं तो पापा ने मेरा साथ देना शुरू किया। लेकिन जब यह घटना सामने आई है उसके बाद रिश्तेदार हो या गांव के लोग वे मुझे गलत लड़की समझते हैं। बुरी तरह से बर्ताव करके गंदे सवाल पूछते हैं। लेकिन जब मेरे पापा को पता चला कि मेरे साथ बुरी घटना घटी है तो वह मेरे साथ खड़े रहे जिसके वजह से मुझे ताकत मिली है। मैं अब हर व्यक्ति को बता रही हूं कि जब इस तरह की चीजें आपके साथ होती हैं और आप उसे याद करते हैं तो आप डिप्रेशन में चले जाते हैं। मुझे एन्जायटी अटैक होने लगे तो मैंने डॉक्टर को दिखाया। उन्होंने मुझसे पूछा ऐसा क्या हुआ। सही वजह बताओ तुम्हारे अंदर कुछ तो है जिसकी वजह से तकलीफ है। बहुत ज्यादा दर्द है जिसकी वजह से तुम्हें यह होता है। मैं आत्महत्या नहीं कर सकती क्योंकि लोग कहेंगे कि इस वजह से किया, उस वजह से किया। मुझे मौत का डर है और जिस किसी को भी मरने का डर होता है वह आत्महत्या नहीं कर सकता। मैं लड़ सकती हूं लेकिन मर नहीं सकती और अगर मेरे साथ ऐसा कुछ हुआ तो यह किसी और के कारण ही होगा, इसीलिए मैं बार-बार बोल रही हूं। मेरा उस समय का फेसबुक का वॉल पोस्ट भी मेरे पास है जिसमें मैंने इसी फेमस डायरेक्टर को बहुत गुस्से में गाली भी दी थी लेकिन उसके बाद मेरे पेरेंट्स और भाई ने उसको डिलीट भी करवा दिया था और कहा था कि इंडस्ट्री के फेवर में ट्वीट करो और मुझे ऐसा करने के लिए फोर्स किया गया। हम कोलकाता के एक अच्छे परिवार से आते हैं। एक ऐसी फैमिली से हूं जहां लड़कियां आवाज नहीं उठा सकती, यहां तक की कोई कितना भी पढ़ा लिखा हो उसे काम भी नहीं करने देते। मेरी परवरिश ऐसे ही माहौल में हुई है मेरे पापा भाई को तो छोड़ ही दीजिए, मेरी बहन भी बोल रही थी कि अपनी फैमिली का एक रेपुटेशन है तो ऐसा मत बोल सब खराब हो जाएगा। उस घटना के बाद से लेकर अब तक मैं अनुराग से नहीं मिली। अनुराग ने मेरे साथ चांस लिया और मैंने उसको मना कर दिया उसके बाद उससे काम मांगने भी कभी नहीं गई क्योंकि अगर दोबारा जाती तो वह यह समझता कि मैं उसके लिए तैयार हूं। देखें कंगना ने जब जब आवाज उठाई है लोग बोलते हैं पब्लिसिटी के लिए ऐसा कर रही है। उस समय भी मैंने और मेरी बहन सब ने कंगना को सपोर्ट किया था। आज मेरे साथ एक हादसा हुआ तो मुझे निकलने में इतनी तकलीफ हुई तो उसके साथ तो कितना कुछ हुआ है। अनुराग कश्यप तो कोई छोटा-मोटा आदमी है नहीं, उसकी लॉबी इतनी बड़ी है तो उसके गिरेबान पर हाथ डालना इतनी छोटी बात तो नहीं है। अगर मैंने हिम्मत जुटाकर इतना बोल पाई हूं तो यह समझने की जरूरत है कि मैंने अपना सब कुछ रिस्क में डालकर किया है। कोई भी औरत तभी अपनी जुबान खुलती है जब उसको लगता है कि अब वह कष्ट नहीं झेल पाएगी। देखिए, किसी हद तक सबूत जरूर है किसी भी तरीके से मेरा केस बहुत मजबूत है और मैं इसे प्रूफ भी कर सकती हूं। उसने मुझे वॉट्सऐप पर ब्लॉक भी कर दिया था लेकिन मेरे पास उस समय दूसरा हैंडसेट था जिसका डेटा हमें रिट्रीव करना है और जब यह सारी चीजें सामने आएंगी तो जो लोग आज उसे अपना दोस्त समझकर सपोर्ट कर रहे हैं वो सब भी चुप हो जाएंगे। मुझे पूरा विश्वास है यह सब कुछ अंतिम नतीजे तक पहुंचेगा। भगवान सिद्धिविनायक का मुझे आशीर्वाद है तो वह मुझे जरूर हेल्प करेंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Payal Ghosh, who accused Anurag Kashyap of rape, said - even after many years, I could not forget that incident, started becoming mentally ill. https://ift.tt/3mV8IPJ

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अनुराग कश्यप पर यौन शोषण के आरोप लगाकर एक्ट्रेस पायल घोष सुर्खियों में हैं। पायल ने अनुराग पर आरोप लगाया है कि 2014 में उन्होंने साथ जबरदस्ती संबंध बनाने की कोशिश की थी। उन्होंने काफी बुरी तरह खुद को मुझ पर फोर्स किया। पीएमओ इंडिया, नरेंद्र मोदी जी प्लीज एक्शन लीजिए और देश को इस क्रिएटिव इंसान के पीछे छिपा हुआ राक्षस दिखाइए।'

बीते मंगलवार को पायल ने मुंबई के वर्सोवा पुलिस स्टेशन में अनुराग के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत दर्ज करवाई है।

6 साल पुराने इस मामले के पीछे क्या कहानी है, क्यों पायल इतने साल चुप रही और क्यों अब अचानक सामने आई हैं, इन सब सवालों के जवाब के लिए दैनिक भास्कर ने पायल घोष से लंबी बात की। उसी बातचीत में पूरी कहानी, खुद पायल की जुबानी...

बकौल पायल घोष - ये 2013 की बात है, मैं अनुराग कश्यप को पर्सनली नहीं जानती थी वह मेरे फेसबुक फ्रेंड थे। उस समय मेरा फेसबुक अकाउंट मेरे मैनेजर चलाते थे क्योंकि मैं सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव नहीं थी। मेरे मैनेजर ने उनसे फेसबुक चैट के जरिए बात की और मिलने की अपॉइंटमेंट फिक्स की।

एक दिन मैं उनके आराम नगर वाले ऑफिस में मिलने गई थी। तब उन्होंने मुझे अपने ऑफिस में अंदर बुलाया और मेरे मैनेजर को बाहर रिसेप्शन पर बैठने को कहा। जब मैं अंदर गई तो वह फोन पर बात कर रहे थे। इंग्लिश एक्सेंट में फिल्म की शूटिंग के बारे में बात करते हुए वह लगातार मेरी तरफ गलत निगाह से देख रहे थे। तब मुझे लगा था कि यह इंडस्ट्री ऐसी ही है।

मुझे कुछ देर बाद जब थोड़ा अजीब लगने लगा तो मैंने फिल्म जर्सी की बात शुरू की। अनुराग अब भी किसी और से फोन पर बात कर रहे थे, मेरी बात सुन ही नहीं रहे थे, तो मुझे समझ नहीं आया कि उन्होंने मुझे अंदर बुलाकर क्यों बिठा रखा था।

इस घटना के कुछ दिन बाद अनुराग ने मुझे फोन करके अपने वर्सोवा वाले घर पर बुलाया। जब मैं वहां गई तो उन्होंने मुझे खाना भी खिलाया और अपने अचीवमेंट्स की बातें कीं, मेरे स्ट्रगल के बारे में भी बातें की।

इस तरह की नॉर्मल बातचीत चल रही थीं। रात के 8:30 बज चुके थे और 9:00 बजे मुझे मेरे ड्राइवर को छुट्टी देनी थी इसलिए मैंने अनुराग से कहा कि, सर, काफी देरी हो चुकी है मुझे मेरे ड्राइवर को भी छुट्टी देनी है तो मुझे अब निकलना चाहिए। मुझे उस वक्त कुछ भी खराब नहीं लगा था। सारी चीजें नॉर्मल थी।

उसके अगले दिन उन्होंने मुझे फिर फोन किया और पूछा कि मैं क्या कर रही हूं, तो मैंने कहा कि कुछ नहीं सर। तो उन्होंने कहा कि फिर ठीक है आप आ जाइए हम मिलते हैं। मुझे याद है जब मैं पहली बार उनके ऑफिस में मिलने गई थी उस दौरान भी वह शराब और सिगरेट पी रहे थे, सिगरेट के साथ कुछ और भी था जिसकी गंध बहुत ही अजीब थी।

उस दिन जब मैं फिर से उनसे मिलने पहुंची तब वह मुझे एक दूसरे रूम में ले कर गए जो बहुत ही छोटा सा था। उस लाइब्रेरी जैसे रूम में, वीडियो कैसेट और कुछ किताबें थीं, एक सोफा, टेबल और टीवी भी थी।

वहां उन्होंने मेरे साथ गलत हरकत की और जब उन्होंने देखा कि मैं बहुत ही ज्यादा अनकम्फर्टेबल हो गई हूं तो उन्होंने दूसरी एक्ट्रेसेस का नाम लेना शुरू कर दिया ताकि मैं तैयार हो जाऊं।

मैंने बीते दिनों जिन भी लोगों के नाम लिए हैं, अपने मन से नहीं लिए हैं। उस दिन उन सभी एक्ट्रेसेस के नाम उन्होंने ही लिए थे और जो मैंने पोस्ट किया है और उसमें लिखा है वो सारी बातें अनुराग कश्यप ने उस दिन मुझसे कहीं थी।

उस घटना के बाद अपने आपको संभालते हुए मैं तुरंत वहां से निकल गई क्योंकि मैंने सोचा भी नही था कि ऐसा कुछ हो सकता है। इसके बाद मैं उनसे कभी मिली तो नहीं लेकिन कई बार हमारी वॉट्सऐप पर मैसेज के जरिए बात हुई।

उन्होंने मुझे बार-बार फिर से आने को भी कहा लेकिन मैं कभी भी उनसे मिलने नहीं गई। उस वक्त मुझे यह भी डर लगता था कि बॉलीवुड का बड़ा नाम है और अगर मैं कुछ करना भी चाहूं तो उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाऊंगी, लेकिन मैं जरूर फंस जाऊंगी।

इसके बाद मैंने कोशिश की कि मैं इस घटना को भूल जाऊं और आगे बढ़ जाऊं। लेकिन कई साल हो जाने के बावजूद वैसे अपने जेहन से नहीं निकाल पा रही थी और इस वजह से मैं मानसिक तौर पर बीमार रहने लगी थी।

इसके बाद मैंने फैसला लिया कि मुझे उनके खिलाफ कोई कदम उठाने की जरूरत है। और, इसलिए भी कि जब यह चीज मेरे साथ हुई थी तब मैं बहुत ही छोटी थी लेकिन अब बॉलीवुड में काम करने के बाद और मुंबई शहर में रहने के बाद मुझे ऐसा लगा कि मैं अब उनके खिलाफ बोल सकती हूं।

इसके बारे में मैंने अपनी बहन और कुछ करीबी दोस्तों को बताया तो सबने मुझे कहा था कि ये बहुत ही बड़े लोग हैं। अगर तुम सचमुच कोई कदम उठाना भी चाहोगी तो बुरी तरह से फंस जाओगी। तुम्हारा करियर खत्म हो जाएगा ।

इस घटना के बारे में सबसे पहले अगर किसी को पता भी था तो वह मेरा मैनेजर था। मैंने उसे अगले दिन ही इस पूरी घटना के बारे में बताया था।

उसने कहा था कि हम इस बारे में पुलिस कंपलेन करेंगे। जब मैंने अपने मैनेजर को यह बात बताई थी तब वह भी काफी गुस्से में आ गए थे, लेकिन तब मैंने ही कहा कि हमें शांत दिमाग से सोचने की जरूरत है और उसके बाद हमने चुप रहना ही सही समझा

लेकिन जब हमने देखा वह मी टू मूवमेंट के सपोर्ट में खड़े हैं और तनुश्री दत्ता को सपोर्ट करते हुए सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं तो उनका असली चेहरा सामने लाने का फैसला किया। उनका लोगों के सामने एक अलग चेहरा है जो औरतों की बहुत ही ज्यादा इज्जत करता है और उनके लिए खड़े रहता है लेकिन वही दरवाजे के पीछे किस तरह की गलत हरकत करता है। यह उन्हीं को पता होगा जो इस बारे में जानते होंगे या जिनके साथ काम के लालच में गलत हुआ होगा।

जब मैंने इस बारे में पुलिस में शिकायत की है और आपको (मीडिया) को बता रही हूं तो मुझे बहुत ही ज्यादा शांति महसूस हो रही है क्योंकि मैं बीते 6 साल से इस घटना को अपने अंदर दबा कर रखे हुए थी और कोशिश कर रही थी कि इसे भूल जाऊं, लेकिन मैं नहीं कर पाई और अब अपनी आवाज बुलंद की।

मैं अपने परिवार वालो की बात करूं तो वे रूढ़िवादी सोच के हैं। शुरुआत में जब मैं यहां कोलकाता से भागकर मुंबई आई थी तो मेरे परिवार वालों को मेरा काम और यह जगह बिल्कुल पसंद नहीं थी, लेकिन जब उन्होंने देखा कि मैं मेहनत और कोशिश से कुछ अच्छा कर रही हूं तो पापा ने मेरा साथ देना शुरू किया।

लेकिन जब यह घटना सामने आई है उसके बाद रिश्तेदार हो या गांव के लोग वे मुझे गलत लड़की समझते हैं। बुरी तरह से बर्ताव करके गंदे सवाल पूछते हैं। लेकिन जब मेरे पापा को पता चला कि मेरे साथ बुरी घटना घटी है तो वह मेरे साथ खड़े रहे जिसके वजह से मुझे ताकत मिली है।

मैं अब हर व्यक्ति को बता रही हूं कि जब इस तरह की चीजें आपके साथ होती हैं और आप उसे याद करते हैं तो आप डिप्रेशन में चले जाते हैं। मुझे एन्जायटी अटैक होने लगे तो मैंने डॉक्टर को दिखाया। उन्होंने मुझसे पूछा ऐसा क्या हुआ। सही वजह बताओ तुम्हारे अंदर कुछ तो है जिसकी वजह से तकलीफ है। बहुत ज्यादा दर्द है जिसकी वजह से तुम्हें यह होता है।

मैं आत्महत्या नहीं कर सकती क्योंकि लोग कहेंगे कि इस वजह से किया, उस वजह से किया। मुझे मौत का डर है और जिस किसी को भी मरने का डर होता है वह आत्महत्या नहीं कर सकता। मैं लड़ सकती हूं लेकिन मर नहीं सकती और अगर मेरे साथ ऐसा कुछ हुआ तो यह किसी और के कारण ही होगा, इसीलिए मैं बार-बार बोल रही हूं।

मेरा उस समय का फेसबुक का वॉल पोस्ट भी मेरे पास है जिसमें मैंने इसी फेमस डायरेक्टर को बहुत गुस्से में गाली भी दी थी लेकिन उसके बाद मेरे पेरेंट्स और भाई ने उसको डिलीट भी करवा दिया था और कहा था कि इंडस्ट्री के फेवर में ट्वीट करो और मुझे ऐसा करने के लिए फोर्स किया गया।

हम कोलकाता के एक अच्छे परिवार से आते हैं। एक ऐसी फैमिली से हूं जहां लड़कियां आवाज नहीं उठा सकती, यहां तक की कोई कितना भी पढ़ा लिखा हो उसे काम भी नहीं करने देते। मेरी परवरिश ऐसे ही माहौल में हुई है मेरे पापा भाई को तो छोड़ ही दीजिए, मेरी बहन भी बोल रही थी कि अपनी फैमिली का एक रेपुटेशन है तो ऐसा मत बोल सब खराब हो जाएगा।

उस घटना के बाद से लेकर अब तक मैं अनुराग से नहीं मिली। अनुराग ने मेरे साथ चांस लिया और मैंने उसको मना कर दिया उसके बाद उससे काम मांगने भी कभी नहीं गई क्योंकि अगर दोबारा जाती तो वह यह समझता कि मैं उसके लिए तैयार हूं।

देखें कंगना ने जब जब आवाज उठाई है लोग बोलते हैं पब्लिसिटी के लिए ऐसा कर रही है। उस समय भी मैंने और मेरी बहन सब ने कंगना को सपोर्ट किया था। आज मेरे साथ एक हादसा हुआ तो मुझे निकलने में इतनी तकलीफ हुई तो उसके साथ तो कितना कुछ हुआ है।

अनुराग कश्यप तो कोई छोटा-मोटा आदमी है नहीं, उसकी लॉबी इतनी बड़ी है तो उसके गिरेबान पर हाथ डालना इतनी छोटी बात तो नहीं है। अगर मैंने हिम्मत जुटाकर इतना बोल पाई हूं तो यह समझने की जरूरत है कि मैंने अपना सब कुछ रिस्क में डालकर किया है। कोई भी औरत तभी अपनी जुबान खुलती है जब उसको लगता है कि अब वह कष्ट नहीं झेल पाएगी।

देखिए, किसी हद तक सबूत जरूर है किसी भी तरीके से मेरा केस बहुत मजबूत है और मैं इसे प्रूफ भी कर सकती हूं। उसने मुझे वॉट्सऐप पर ब्लॉक भी कर दिया था लेकिन मेरे पास उस समय दूसरा हैंडसेट था जिसका डेटा हमें रिट्रीव करना है और जब यह सारी चीजें सामने आएंगी तो जो लोग आज उसे अपना दोस्त समझकर सपोर्ट कर रहे हैं वो सब भी चुप हो जाएंगे। मुझे पूरा विश्वास है यह सब कुछ अंतिम नतीजे तक पहुंचेगा। भगवान सिद्धिविनायक का मुझे आशीर्वाद है तो वह मुझे जरूर हेल्प करेंगे।



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