मामले में अपना नाम घसीटे जाने से नाराज ऋचा चड्ढा, पायल घोष के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की अनुराग कश्यप मामले में अपना नाम घसीटे जाने से नाराज ऋचा चड्ढा ने पायल घोष पर कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पायल ने अनुराग कश्यप पर आरोप लगाया है कि 2014-15 में उन्होंने उनके साथ जबरदस्ती संबंध बनाने की कोशिश की थी। उन्होंने दावा किया कि विरोध करने के बाद अनुराग ने उनसे कहा था कि कि ऋचा चड्ढा, हुमा कुरैशी और माही गिल समेत कई एक्ट्रेस उनके साथ सहज हैं। ऋचा के वकील ने जारी किया ऑफिशियल स्टेटमेंट ऋचा चड्ढा की ओर से उनकी वकील सवीना बेदी सचर ने आधिकारिक स्टेटमेंट जारी किया है। इसमें उन्होंने लिखा है- हमारी क्लाइंट ऋचा चड्ढा हाल ही में किसी तीसरे पक्ष द्वारा उठाए गए विवाद और आरोपों में अपमानजनक तरीके से अपना नाम घसीटे जाने की निंदा करती हैं। हालांकि, हमारी क्लाइंट का मानना है कि महिलाओं को हर कीमत पर न्याय मिलना चाहिए। ऐसे कानून हैं, जो सुनिश्चित करते हैं कि महिलाएं काम की जगह पर समान रूप से खड़ी हों और यह भी सुनिश्चित करते हैं कि यह एक सौहार्दपूर्ण कार्यस्थल हो, जहां उनकी गरिमा और स्वाभिमान सुरक्षित रहे। किसी भी महिला द्वारा उसकी आजादी का इस्तेमाल दूसरी महिलाओं के खिलाफ निराधार, गैर-वजूद, झूठे और आधारहीन आरोप लगाने के लिए नहीं किया जा सकता। हमारी क्लाइंट ने कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उनके हित में कानूनी अधिकारों और उपचारों पर सलाह ली जाएगी।" Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पायल घोष और ऋचा चड्ढा। ऋचा ने अनुराग कश्यप के साथ फिल्म 'दास देव' (2018) में काम किया है। https://ift.tt/3kGGTZL
अनुराग कश्यप मामले में अपना नाम घसीटे जाने से नाराज ऋचा चड्ढा ने पायल घोष पर कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पायल ने अनुराग कश्यप पर आरोप लगाया है कि 2014-15 में उन्होंने उनके साथ जबरदस्ती संबंध बनाने की कोशिश की थी। उन्होंने दावा किया कि विरोध करने के बाद अनुराग ने उनसे कहा था कि कि ऋचा चड्ढा, हुमा कुरैशी और माही गिल समेत कई एक्ट्रेस उनके साथ सहज हैं।
ऋचा के वकील ने जारी किया ऑफिशियल स्टेटमेंट
ऋचा चड्ढा की ओर से उनकी वकील सवीना बेदी सचर ने आधिकारिक स्टेटमेंट जारी किया है। इसमें उन्होंने लिखा है- हमारी क्लाइंट ऋचा चड्ढा हाल ही में किसी तीसरे पक्ष द्वारा उठाए गए विवाद और आरोपों में अपमानजनक तरीके से अपना नाम घसीटे जाने की निंदा करती हैं।
हालांकि, हमारी क्लाइंट का मानना है कि महिलाओं को हर कीमत पर न्याय मिलना चाहिए। ऐसे कानून हैं, जो सुनिश्चित करते हैं कि महिलाएं काम की जगह पर समान रूप से खड़ी हों और यह भी सुनिश्चित करते हैं कि यह एक सौहार्दपूर्ण कार्यस्थल हो, जहां उनकी गरिमा और स्वाभिमान सुरक्षित रहे।
किसी भी महिला द्वारा उसकी आजादी का इस्तेमाल दूसरी महिलाओं के खिलाफ निराधार, गैर-वजूद, झूठे और आधारहीन आरोप लगाने के लिए नहीं किया जा सकता। हमारी क्लाइंट ने कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उनके हित में कानूनी अधिकारों और उपचारों पर सलाह ली जाएगी।"
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3hLZaD3
via


Comments
Post a Comment
hi wite for you