अस्पताल में निमोनिया के इलाज के लिए पहुंचे थे 'आंखें' फेम रागेश्वरी लूम्बा के पिता, डिस्चार्ज होते वक्त कोविड-19 से संक्रमित हो गए सिंगर और एक्ट्रेस रागेश्वरी लूम्बा के पिता और नेशनल अवॉर्ड विनर संगीतकार त्रिलोक सिंह लूम्बा पिछले एक महीने से वेंटिलेटर पर हैं। उन्हें निमोनिया हुआ था। इससे ठीक होकर जब वे अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाले थे, तब उनका कोविड-19 टेस्ट किया गया, जो पॉजिटिव आया। इसके चलते अस्पताल ने उन्हें डिस्चार्ज करने की ब्याज कोविड आईसीयू वॉर्ड में भर्ती कर लिया। दो सप्ताह पहले लंदन से भारत पहुंचीं रागेश्वरी ने एक बातचीत में अपने 81 वर्षीय पिता की सेहत को लेकर बात की। निमोनिया ठीक हुआ तो कोविड हो गया 'आंखें' (1993), 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी' (1994) और 'मुंबई से आया मेरा दोस्त' (2003) जैसी फिल्मों में बतौर एक्ट्रेस नजर आईं रागेश्वरी ने बॉम्बे टाइम्स से बातचीत में कहा - मेरे पापा को कुछ महीने पहले निमोनिया हुआ था और उन्हें महिम (मुंबई का एक इलाका) के पीडी हिंदुजा नेशनल हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया गया था। उन्होंने कोविड-19 का टेस्ट किया था, जो निगेटिव आया था। वे निमोनिया से रिकवर हो रहे थे और जब उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिलने वाली थी, तब उनका एक बार फिर कोविड-19 का टेस्ट किया गया, जो पॉजिटिव आया। इसके चलते अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें कोविड आईसीयू में भर्ती कर लिया। यह दिल तोड़ने वाला है। लेकिन मेरे पापा बहुत स्ट्रॉन्ग हैं। उन्होंने इस खबर को पॉजिटिव तरीके से लिया। 'डॉक्टर कहते हैं यह चमत्कार है' रागेश्वरी ने आगे कहा- सबसे अच्छी बात यह है कि हॉस्पिटल के डॉक्टर्स डॉ. ऋषि कुमार और डॉ. जरीर एफ. उदवाडिया ने पहले ही कह दिया है कि अब तक उनके साथ चमत्कार है। जिस तरह से डॉक्टर्स मदद कर रहे हैं, उससे मैं बहुत खुश हूं और उनके प्रति आभारी हूं। दुखद बात यह है कि यह अन्य बीमारी की तरह नहीं है। इसमें मरीज को पूरी तरह आइसोलेशन में रखा जाता है। रागेश्वरी की 4 साल की बेटी को लंदन में रागेश्वरी की मानें तो वे अपनी चार साल की बेटी सौम्या को पति सुधांशु स्वरूप के साथ लंदन में ही छोड़कर आई हैं। वे कहती हैं- सौम्या बहुत बहादुर है। जब मैं मुंबई आ रही थी, तब वह बिल्कुल भी नहीं रोई। उसने कहा था कि मम्मा नानाजी को वापस लेकर आना। मेरा पूरा पेपर वर्क मेरे राखी भाई अमीश त्रिपाठी ने किया। मेरे पापा बहुत स्ट्रॉन्ग और पॉजिटिव हैं। यह डॉक्टर्स भी कहते हैं। हम प्रार्थना, प्यार और शुभकामनाएं चाहते हैं और उनके जल्दी ही ठीक होने की आशा करते हैं। 1972 में मिला नेशनल अवॉर्ड 24 मई 2019 को त्रिलोक सिंह लूम्बा ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा था, "मैं मुंबई बेस्ड म्यूजिक कम्पोजर/सिंगर/गीतकार हूं। फ्रीडम पर मेरी थीम को 1972 में नेशनल अवॉर्ड मिला था। अपनी एक्ट्रेस/सिंगर/ मोटिवेशनल स्पीकर बेटी के साथ मैं कई म्यूजिक एल्बम और म्यूजिक वीडियो रिलीज कर चुका हूं।" उन्होंने यह भी लिखा था कि वे अपना एक्सक्लूसिव फेसबुक चैनल बनाना चाहते हैं, ताकि अच्छे म्यूजिक लवर्स तक पहुंच सकें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today रागेश्वरी के मुताबिक, उनके पिता को कुछ महीने पहले निमोनिया हुआ था और उन्हें महीम (मुंबई का एक इलाका) के पीडी हिंदुजा नेशनल हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया गया था। https://ift.tt/350yYlp

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सिंगर और एक्ट्रेस रागेश्वरी लूम्बा के पिता और नेशनल अवॉर्ड विनर संगीतकार त्रिलोक सिंह लूम्बा पिछले एक महीने से वेंटिलेटर पर हैं। उन्हें निमोनिया हुआ था। इससे ठीक होकर जब वे अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाले थे, तब उनका कोविड-19 टेस्ट किया गया, जो पॉजिटिव आया। इसके चलते अस्पताल ने उन्हें डिस्चार्ज करने की ब्याज कोविड आईसीयू वॉर्ड में भर्ती कर लिया। दो सप्ताह पहले लंदन से भारत पहुंचीं रागेश्वरी ने एक बातचीत में अपने 81 वर्षीय पिता की सेहत को लेकर बात की।

निमोनिया ठीक हुआ तो कोविड हो गया

'आंखें' (1993), 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी' (1994) और 'मुंबई से आया मेरा दोस्त' (2003) जैसी फिल्मों में बतौर एक्ट्रेस नजर आईं रागेश्वरी ने बॉम्बे टाइम्स से बातचीत में कहा - मेरे पापा को कुछ महीने पहले निमोनिया हुआ था और उन्हें महिम (मुंबई का एक इलाका) के पीडी हिंदुजा नेशनल हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया गया था। उन्होंने कोविड-19 का टेस्ट किया था, जो निगेटिव आया था।

वे निमोनिया से रिकवर हो रहे थे और जब उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिलने वाली थी, तब उनका एक बार फिर कोविड-19 का टेस्ट किया गया, जो पॉजिटिव आया। इसके चलते अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें कोविड आईसीयू में भर्ती कर लिया। यह दिल तोड़ने वाला है। लेकिन मेरे पापा बहुत स्ट्रॉन्ग हैं। उन्होंने इस खबर को पॉजिटिव तरीके से लिया।

'डॉक्टर कहते हैं यह चमत्कार है'

रागेश्वरी ने आगे कहा- सबसे अच्छी बात यह है कि हॉस्पिटल के डॉक्टर्स डॉ. ऋषि कुमार और डॉ. जरीर एफ. उदवाडिया ने पहले ही कह दिया है कि अब तक उनके साथ चमत्कार है। जिस तरह से डॉक्टर्स मदद कर रहे हैं, उससे मैं बहुत खुश हूं और उनके प्रति आभारी हूं। दुखद बात यह है कि यह अन्य बीमारी की तरह नहीं है। इसमें मरीज को पूरी तरह आइसोलेशन में रखा जाता है।

रागेश्वरी की 4 साल की बेटी को लंदन में

रागेश्वरी की मानें तो वे अपनी चार साल की बेटी सौम्या को पति सुधांशु स्वरूप के साथ लंदन में ही छोड़कर आई हैं। वे कहती हैं- सौम्या बहुत बहादुर है। जब मैं मुंबई आ रही थी, तब वह बिल्कुल भी नहीं रोई। उसने कहा था कि मम्मा नानाजी को वापस लेकर आना। मेरा पूरा पेपर वर्क मेरे राखी भाई अमीश त्रिपाठी ने किया। मेरे पापा बहुत स्ट्रॉन्ग और पॉजिटिव हैं। यह डॉक्टर्स भी कहते हैं। हम प्रार्थना, प्यार और शुभकामनाएं चाहते हैं और उनके जल्दी ही ठीक होने की आशा करते हैं।

1972 में मिला नेशनल अवॉर्ड

24 मई 2019 को त्रिलोक सिंह लूम्बा ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा था, "मैं मुंबई बेस्ड म्यूजिक कम्पोजर/सिंगर/गीतकार हूं। फ्रीडम पर मेरी थीम को 1972 में नेशनल अवॉर्ड मिला था। अपनी एक्ट्रेस/सिंगर/ मोटिवेशनल स्पीकर बेटी के साथ मैं कई म्यूजिक एल्बम और म्यूजिक वीडियो रिलीज कर चुका हूं।" उन्होंने यह भी लिखा था कि वे अपना एक्सक्लूसिव फेसबुक चैनल बनाना चाहते हैं, ताकि अच्छे म्यूजिक लवर्स तक पहुंच सकें।



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रागेश्वरी के मुताबिक, उनके पिता को कुछ महीने पहले निमोनिया हुआ था और उन्हें महीम (मुंबई का एक इलाका) के पीडी हिंदुजा नेशनल हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया गया था।


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