प्रसिद्ध गायिका और लोगों के बीच आशा ताई के नाम से मशहूर आशा भोसले मंगलवार को 87 साल की हो गईं। उनका जन्म 8 सितंबर, 1933 को सांगली, महाराष्ट्र में मशहूर थिएटर एक्टर और क्लासिकल सिंगर दीनानाथ मंगेशकर के घर हुआ था। उन्होंने सिर्फ 10 साल की उम्र में गाना शुरू कर दिया था।
जब आशा 9 साल की थीं तब उनके पिता का देहांत हो गया था। जिसके बाद बाद परिवार की मदद करने के लिए उन्होंने अपनी बड़ी बहन लता मंगेशकर के साथ मिलकर सिंगिंग शुरू कर दी। आशा भोसले ने 20 भाषाओं में 12 हजार से भी ज्यादा गाने गाए हैं, इस दौरान उन्होंने एक हजार से ज्यादा फिल्मों में अपनी आवाज दी। भारत सरकार ने साल 2000 में उन्हें दादा साहब फाल्के पुरस्कार और 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया था।
15 साल बड़े शख्स से की थी पहली शादी
आशा ताई जब सिर्फ 16 साल की थीं तो उन्होंने अपने सक्रेटरी 31 साल के गणपतराव भोसले से घर वालों के खिलाफ जाकर शादी कर ली थी। लेकिन ये शादी 11 साल बाद टूट गई। 1960 में ससुराल वालों के बुरे व्यवहार से परेशान आशा पति का घर छोड़कर अपने दोनों बच्चों के साथ मायके चली आईं। उस वक्त वे गर्भवती भी थीं।
शुरुआत में बड़ी सिंगर्स के छोड़े हुए गाने गाए
60 के दशक में लता, शमशाद बेगम और गीता दत्त के छोड़े हुए गानों को अक्सर आशा ही गाया करती थीं। ये गाने नेगेटिव रोल और वैम्प्स पर पिक्चराइज होते थे। आशा को 1952 में आई फिल्म 'संगदिल' के लिए सबसे पहले पहचान मिली थी। हालांकि आशा ने सबसे पहला गाना 1943 में आई मराठी फिल्म 'माझा बल' में गाया था।
47 साल की उम्र में की दूसरी शादी
20 साल अकेले रहने के बाद 1980 में उन्होंने अपने से छह साल छोटे प्रसिद्ध संगीतकार राहुल देव बर्मन (पंचम दा) से दूसरी शादी कर ली। उस वक्त आशा 47 साल की थीं तो वहीं पंचम दा 41 साल के थे। ये पंचम दा की भी दूसरी शादी थी। उनकी पहली शादी रीता पटेल से हुई थी। शादी के 14 साल बाद उनका निधन हो गया और आशा एक बार फिर अकेली हो गईं।
लता-आशा की कहानी पर बनी फिल्म
गणपत राव के साथ भागकर शादी करने के कारण लता मंगेशनकर अपनी छोटी बहन से काफी नाराज थीं। इसके कारण वे आशा की विरोधी भी रहीं। दोनों के इसी किस्से को लेकर फिल्म 'साज' भी बनाई गई। जिसमें प्रसिद्ध तबला वादक जाकिर हुसैन ने संगीत दिया था।
'माई' से किया था बॉलीवुड डेब्यू
आशा भोसले ने साल 2013 में आई फिल्म 'माई' से एक्ट्रेस के तौर पर डेब्यू किया। इस फिल्म में उनके साथ पद्मिनी कोल्हापुरे भी थीं, जो उनकी बेटी के रोल में थीं। राम कपूर फिल्म में आशा के दामाद बने थे। फिल्म की कहानी अल्जाइमर की बीमारी पर बेस्ड थी।
बेटी ने किया सुसाइड, कैंसर से बेटे की मौत
पहली शादी से आशा भोसले के तीन बच्चे थे। दो बेटे और एक बेटी। सबसे बड़े बेटे का नाम हेमंत था वहीं बेटी का नाम वर्षा था। वर्षा ने स्पोर्ट्स राइटर हेमंत केंकरे से शादी की थी, लेकिन 1998 में उनका तलाक हो गया। इसके बाद वर्षा मुंबई में अपनी मां के साथ ही रहने लगीं थीं। उन्होंने अक्टूबर 2012 में 56 साल की उम्र में खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। वहीं सबसे बड़े बेटे हेमंत की मौत 66 साल की उम्र में कैंसर की वजह से साल 2015 में हो गई थी।
बताई थी फिल्मों से दूरी की वजह
कुछ वक्त पहले एक इंटरव्यू में आशा ने बॉलीवुड से बनाकर रखी दूरी की वजह बताई थी। उन्होंने कहा था, 'मैंने हाल ही में एक मराठी प्रोजेक्ट में काम किया। मैं 'मेरी झोपड़ी जल गई' जैसे बोल वाले गाने नहीं गा सकती। इसके अलावा मुझे लगता है कि आज कल जो गाने बन रहे हैं, वे मेरे लायक नहीं। ऐसे गानों में महिलाओं के लिए बमुश्किल ही कोई लाइन होती है।' उन्होंने कहा था अगर उन्हें कोई अच्छा गाना मिलेगा तो वे जरूर गाएंगी।
न पैसों की जरूरत, न शोहरत की चाहत
आशा ने बताया था, 'आजकल लोगों के पास सोचने के लिए ज्यादा वक्त नहीं है, क्योंकि उनका ज्यादातर समय फोन पर बीतता है। कोई भी अच्छे गाने नहीं लिख रहा है।' आशा की मानें तो उनकी नजरों में 'फेविकोल से' और 'शीला की जवानी' जैसे गाने हकीकत में गाने ही नहीं हैं। बॉलीवुड से दूरी के सवाल पर वे कहती हैं, 'न तो मुझे पैसों की जरूरत है और न ही शोहरत की चाहत। मैंने इंडस्ट्री में अपना नाम बनाया है।'
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