एनसीबी के अधिकारी ने दैनिक भास्कर से कहा- रिया और शोविक के केस में डेढ़ किलो चरस जब्त की गई है मंगलवार को बॉम्बे हाईकोर्ट की सुनवाई के दौरान नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के एडीजी अनिल सिंह ने कहा था कि रिया चक्रवर्ती का सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में स्मॉल कनेक्शन है। जब यह बयान मीडिया में वायरल हुआ तो जांच एजेंसी की ओर से सफाई दी गई। एनसीबी के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर दैनिक भास्कर से कहा कि सुशांत की मौत के मामले से उनका कुछ लेना देना नहीं है। साथ ही यह भी कहा गया है कि रिया और शोविक के केस में डेढ़ किलो चरस जब्त की गई है। उन्हें 10-20 साल तक की सजा हो सकती है। एनसीबी अधिकारी से हुई बातचीत के अंश:- Q. अनिल सिंह ने कोर्ट में कहा,'रिया का सुशांत हत्‍याकांड से स्मॉल कनेक्शन है।' इसके क्‍या मायने हैं? A. ये गलत इंटरप्रेट किया जा रहा है। हमारा डेथ से लेना-देना नहीं है। हमारा मेन्डेट अलग है। डेथ वाला मसला रिस्‍पेक्‍टेड एजेंसी सीबीआई का है। हमारा केस और मसला ड्रग कार्टेल का है। हमारा ड्रग्स सिंडिकेट का केस है। हमारा कंसर्न डेथ नहीं है। यही बात अनिल सिंह ने भी कोर्ट ने कही थी, पर इसे मिसरीड किया जा रहा है। Q. रिया के डिफेंस लॉयर्स का कहना है कि वो इंसान ही जिंदा नहीं है, जिसे ड्रग्स सप्लाई होती थी तो फिर कैसे साबित होगा कि वाकई में ड्रग कार्टेल अस्तित्व में है? A. ड्रग कार्टेल में सिर्फ अकेले सुशांत नहीं हैं। हमने कुल 19 लोगों को अरेस्ट किया है। यह केस सुशांत को मुख्‍य आरोपी बनाकर नहीं चलाया जा रहा है। बाकी जो आरोपी हैं, जिनके यहां से ड्रग्स की रिकवरी हुई है, उनका क्‍या करोगे आप? इन लोगों पर हम एनडीपीएस एक्ट के हिसाब से ही जाएंगे न। बाकी ड्रग्स जमा करने से लेकर इसके पेमेंट करने और आर्थिक मदद करने के जो आरोप हैं, उनका क्या? क्‍या ये संगीन जुर्म नहीं हैं? एक इंसान अब इस दुनिया में नहीं रहा तो क्या बाकी आरोपियों को छोड़ दिया जाए? मिसाल के तौर पर अनुज केसवानी, ड्वेन फर्नांडीज, अंकुश अरेंजा हैं। खुद शोविक ने जो ड्रग्स का प्रिक्योरमेंट किया था, उसका क्‍या करोगे? यह सब छोटी कॉन्सपिरेसी का हिस्‍सा नहीं है। यह बड़े सिंडिकेट का इशारा करती है। Q. इन पैडलर्स ने किन मेल एक्टर्स के नाम लिए हैं? A. ये जांच का विषय है। इस बारे में इस वक्‍त कुछ कहना सही नहीं। हमारे पास समय है। साथ ही मीडिया में जो कुछ आ रहा है कि एक्‍स, वाय, जेड लोगों को क्लीन चिट दे दी गई है, वह सही नहीं है। अभी तक किसी को क्लीन चिट नहीं दी गई है। जांच जारी है। हमलोग आगे कंपलेन फाइल करने जा रहे हैं। जैसे-जैसे जांच में सबूत आते जाएंगे, हम आगे भी समन भेजते रहेंगे। Q. रिया केस में नशीले पदार्थों की कितनी मात्रा जब्त हुई है ? A. यही बात तो उनके डिफेंस लॉयर्स को पता नहीं है। पूरे केस में कमर्शियल क्वांटिटी मिली है। चरस लगभग डेढ़ किलो तक मिला है। गांजा भी बड़ी मात्रा में मिला है। लिहाजा कमर्शियल क्वांटिटी को लेकर हम सब बहुत कम्फरटेबल हैं। लिहाजा रिया-शोविक को 10 से 20 साल तक की सजा तो बनती है। ये ऑर्गेनाइज्ड क्राइम और सिंडिकेट है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today शोविक चक्रवर्ती को 4 सितंबर को और रिया चक्रवर्ती को 8 सितंबर को एनसीबी ने गिरफ्तार किया था। https://ift.tt/2Grr3mA

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मंगलवार को बॉम्बे हाईकोर्ट की सुनवाई के दौरान नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के एडीजी अनिल सिंह ने कहा था कि रिया चक्रवर्ती का सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में स्मॉल कनेक्शन है। जब यह बयान मीडिया में वायरल हुआ तो जांच एजेंसी की ओर से सफाई दी गई। एनसीबी के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर दैनिक भास्कर से कहा कि सुशांत की मौत के मामले से उनका कुछ लेना देना नहीं है। साथ ही यह भी कहा गया है कि रिया और शोविक के केस में डेढ़ किलो चरस जब्त की गई है। उन्हें 10-20 साल तक की सजा हो सकती है। एनसीबी अधिकारी से हुई बातचीत के अंश:-

Q. अनिल सिंह ने कोर्ट में कहा,'रिया का सुशांत हत्‍याकांड से स्मॉल कनेक्शन है।' इसके क्‍या मायने हैं?
A. ये गलत इंटरप्रेट किया जा रहा है। हमारा डेथ से लेना-देना नहीं है। हमारा मेन्डेट अलग है। डेथ वाला मसला रिस्‍पेक्‍टेड एजेंसी सीबीआई का है। हमारा केस और मसला ड्रग कार्टेल का है। हमारा ड्रग्स सिंडिकेट का केस है। हमारा कंसर्न डेथ नहीं है। यही बात अनिल सिंह ने भी कोर्ट ने कही थी, पर इसे मिसरीड किया जा रहा है।

Q. रिया के डिफेंस लॉयर्स का कहना है कि वो इंसान ही जिंदा नहीं है, जिसे ड्रग्स सप्लाई होती थी तो फिर कैसे साबित होगा कि वाकई में ड्रग कार्टेल अस्तित्व में है?
A. ड्रग कार्टेल में सिर्फ अकेले सुशांत नहीं हैं। हमने कुल 19 लोगों को अरेस्ट किया है। यह केस सुशांत को मुख्‍य आरोपी बनाकर नहीं चलाया जा रहा है। बाकी जो आरोपी हैं, जिनके यहां से ड्रग्स की रिकवरी हुई है, उनका क्‍या करोगे आप? इन लोगों पर हम एनडीपीएस एक्ट के हिसाब से ही जाएंगे न।

बाकी ड्रग्स जमा करने से लेकर इसके पेमेंट करने और आर्थिक मदद करने के जो आरोप हैं, उनका क्या? क्‍या ये संगीन जुर्म नहीं हैं? एक इंसान अब इस दुनिया में नहीं रहा तो क्या बाकी आरोपियों को छोड़ दिया जाए? मिसाल के तौर पर अनुज केसवानी, ड्वेन फर्नांडीज, अंकुश अरेंजा हैं। खुद शोविक ने जो ड्रग्स का प्रिक्योरमेंट किया था, उसका क्‍या करोगे? यह सब छोटी कॉन्सपिरेसी का हिस्‍सा नहीं है। यह बड़े सिंडिकेट का इशारा करती है।

Q. इन पैडलर्स ने किन मेल एक्टर्स के नाम लिए हैं?
A. ये जांच का विषय है। इस बारे में इस वक्‍त कुछ कहना सही नहीं। हमारे पास समय है। साथ ही मीडिया में जो कुछ आ रहा है कि एक्‍स, वाय, जेड लोगों को क्लीन चिट दे दी गई है, वह सही नहीं है। अभी तक किसी को क्लीन चिट नहीं दी गई है। जांच जारी है। हमलोग आगे कंपलेन फाइल करने जा रहे हैं। जैसे-जैसे जांच में सबूत आते जाएंगे, हम आगे भी समन भेजते रहेंगे।

Q. रिया केस में नशीले पदार्थों की कितनी मात्रा जब्त हुई है ?
A. यही बात तो उनके डिफेंस लॉयर्स को पता नहीं है। पूरे केस में कमर्शियल क्वांटिटी मिली है। चरस लगभग डेढ़ किलो तक मिला है। गांजा भी बड़ी मात्रा में मिला है। लिहाजा कमर्शियल क्वांटिटी को लेकर हम सब बहुत कम्फरटेबल हैं। लिहाजा रिया-शोविक को 10 से 20 साल तक की सजा तो बनती है। ये ऑर्गेनाइज्ड क्राइम और सिंडिकेट है।



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शोविक चक्रवर्ती को 4 सितंबर को और रिया चक्रवर्ती को 8 सितंबर को एनसीबी ने गिरफ्तार किया था।


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