मुंबई पुलिस ने कहा- सुशांत के पिता ने कोई भी शिकायत नहीं की थी, परिवार चाहता था इस मामले में अनौपचारिक कार्रवाई एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने सोमवार को एक वीडियो संदेश में खुलासा किया कि 25 फरवरी को उन्होंने मुंबई पुलिस को मैसेज भेजकर अलर्ट किया था कि उनके बेटे की जान को खतरा है, लेकिन मुंबई पुलिस ने कुछ नहीं किया। अब इस आरोप पर मुंबई पुलिस के प्रवक्ता शाहजी उपम ने कहा है कि उनकी पिता या परिवार की ओर से कोई भी लिखित शिकायत पुलिस स्टेशन को नहीं मिली है। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि परिवार के एक सदस्य ने मैसेज के माध्यम से जानकारी जरूर दी थी। कुछ वॉट्सऐप मैसेज भी सामने आए हैं। दावा किया जा रहा है कि ये मैसेज सुशांत के परिवार ने मुंबई पुलिस को फरवरी में भेजे थे। डीसीपी जोन 9 को भेजे गए वॉट्सऐप मैसेज। मैसेज में कहा गया कि डिप्रेशन के इलाज के नाम पर रिया के परिवार ने सुशांत को महीनों एक रिजॉर्ट में रखा। मैसेज में सुशांत के क्लासमेट के साथ होने की बात बताई गई। इस मैसेज में सुशांत की जांच को खतरा बताया गया। केके सिंह का पुलिस पर आरोप केके सिंह ने कहा कि 14 जून को जब मेरे बेटे की जान चली गई तो हमने 25 फरवरी को आरोपियों का नाम देकर उनके खिलाफ मुंबई पुलिस को एक्शन लेने को कहा। 40 दिन बीत जाने के बाद भी जब मुंबई पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तब पिछले दिनों मैंने पटना के राजीव नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई। इसके बाद पटना पुलिस तुरंत एक्शन में आई और जांच के लिए अधिकारी मुंबई गए। ऐसी स्थिति में चाहिए सभी लोग पटना पुलिस का सपोर्ट करें। मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मंत्री संजय झा का आभार व्यक्त करता हूं कि इस दुख की घड़ी में उन्होंने मेरा साथ दिया है। मुंबई पुलिस की सफाई सोमवार शाम को मुंबई पुलिस ने आरोपों को खारिज किया। मुंबई पुलिस की ओर से डीसीपी शाहजी उपम ने कहा,"सुशांत सिंह राजपूत की आकस्मिक मौत के मामले में 14 जून, 2020 को केस दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच बांद्रा पुलिस कर रही है।" शाहजी उपम ने आगे कहा, "आज सुशांत के पिता केके सिंह ने एक बयान जारी कर कहा है कि परिवार ने 25 फरवरी को बांद्रा पुलिस को एक लिखित शिकायत की थी। हम यह स्पष्ट करते हैं कि उस तारीख पर बांद्रा पुलिस स्टेशन को ऐसी कोई लिखित शिकायत नहीं की गई है।" अनौपचारिक जांच चाहता था परिवार शाहजी उपम ने आगे लिखा है,"सुशांत के जीजा और हरियाणा पुलिस में आईपीएस ओपी सिंह ने तत्कालीन डीसीपी जोन 9 को कुछ व्हाट्सऐप संदेश भेजे थे। इस मामले में तत्कालीन डीसीपी ने उनसे कहा था कि वे अगर लिखित शिकायत देंगे तो मुंबई पुलिस पूरी तरह से इस मामले में सहयोग करेगी। हालांकि, वे चाहते थे कि मुंबई पुलिस अनौपचारिक तरीके से इस मामले में एक्शन ले, जो संभव नहीं था।" पिता ने राजीव नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाया है केस एक्टर सुशांत सिंह के सुसाइड मामले में पिता ने 28 जुलाई को पटना के राजीव नगर थाने में रिया चक्रवर्ती और उसके परिवार वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। जांच के लिए पटना के सिटी एसपी सहित 5 अधिकारी मुंबई गए हुए हैं। हालांकि, सिटी एसपी को बीएमसी ने क्वारैंटाइन कर दिया है। मुंबई पुलिस पर यह आरोप लग रहे हैं कि जांच में वह बिहार पुलिस का सहयोग नहीं कर रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने भी इस पर नाराजगी जताई है। सुशांत की मौत के बाद से लगातार सीबीआई जांच की मांग की जा रही है लेकिन, महाराष्ट्र सरकार ने इस मांग को नकार दिया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today एक्टर सुशांत सिंह के सुसाइड मामले में पिता ने 28 जुलाई को पटना के राजीव नगर थाने में रिया चक्रवर्ती और उसके परिवार वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी-फाइल फोटो https://ift.tt/2BSOXFO
एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने सोमवार को एक वीडियो संदेश में खुलासा किया कि 25 फरवरी को उन्होंने मुंबई पुलिस को मैसेज भेजकर अलर्ट किया था कि उनके बेटे की जान को खतरा है, लेकिन मुंबई पुलिस ने कुछ नहीं किया। अब इस आरोप पर मुंबई पुलिस के प्रवक्ता शाहजी उपम ने कहा है कि उनकी पिता या परिवार की ओर से कोई भी लिखित शिकायत पुलिस स्टेशन को नहीं मिली है। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि परिवार के एक सदस्य ने मैसेज के माध्यम से जानकारी जरूर दी थी।
कुछ वॉट्सऐप मैसेज भी सामने आए हैं। दावा किया जा रहा है कि ये मैसेज सुशांत के परिवार ने मुंबई पुलिस को फरवरी में भेजे थे।
केके सिंह का पुलिस पर आरोप
केके सिंह ने कहा कि 14 जून को जब मेरे बेटे की जान चली गई तो हमने 25 फरवरी को आरोपियों का नाम देकर उनके खिलाफ मुंबई पुलिस को एक्शन लेने को कहा। 40 दिन बीत जाने के बाद भी जब मुंबई पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तब पिछले दिनों मैंने पटना के राजीव नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई। इसके बाद पटना पुलिस तुरंत एक्शन में आई और जांच के लिए अधिकारी मुंबई गए। ऐसी स्थिति में चाहिए सभी लोग पटना पुलिस का सपोर्ट करें। मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मंत्री संजय झा का आभार व्यक्त करता हूं कि इस दुख की घड़ी में उन्होंने मेरा साथ दिया है।
मुंबई पुलिस की सफाई
सोमवार शाम को मुंबई पुलिस ने आरोपों को खारिज किया। मुंबई पुलिस की ओर से डीसीपी शाहजी उपम ने कहा,"सुशांत सिंह राजपूत की आकस्मिक मौत के मामले में 14 जून, 2020 को केस दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच बांद्रा पुलिस कर रही है।"
शाहजी उपम ने आगे कहा, "आज सुशांत के पिता केके सिंह ने एक बयान जारी कर कहा है कि परिवार ने 25 फरवरी को बांद्रा पुलिस को एक लिखित शिकायत की थी। हम यह स्पष्ट करते हैं कि उस तारीख पर बांद्रा पुलिस स्टेशन को ऐसी कोई लिखित शिकायत नहीं की गई है।"
अनौपचारिक जांच चाहता था परिवार
शाहजी उपम ने आगे लिखा है,"सुशांत के जीजा और हरियाणा पुलिस में आईपीएस ओपी सिंह ने तत्कालीन डीसीपी जोन 9 को कुछ व्हाट्सऐप संदेश भेजे थे। इस मामले में तत्कालीन डीसीपी ने उनसे कहा था कि वे अगर लिखित शिकायत देंगे तो मुंबई पुलिस पूरी तरह से इस मामले में सहयोग करेगी। हालांकि, वे चाहते थे कि मुंबई पुलिस अनौपचारिक तरीके से इस मामले में एक्शन ले, जो संभव नहीं था।"
पिता ने राजीव नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाया है केस
एक्टर सुशांत सिंह के सुसाइड मामले में पिता ने 28 जुलाई को पटना के राजीव नगर थाने में रिया चक्रवर्ती और उसके परिवार वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। जांच के लिए पटना के सिटी एसपी सहित 5 अधिकारी मुंबई गए हुए हैं। हालांकि, सिटी एसपी को बीएमसी ने क्वारैंटाइन कर दिया है।
मुंबई पुलिस पर यह आरोप लग रहे हैं कि जांच में वह बिहार पुलिस का सहयोग नहीं कर रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने भी इस पर नाराजगी जताई है। सुशांत की मौत के बाद से लगातार सीबीआई जांच की मांग की जा रही है लेकिन, महाराष्ट्र सरकार ने इस मांग को नकार दिया है।
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hi wite for you