सुशांत सिंह राजपूत को लेकर उनके हाउस कीपर रहे नीरज सिंह ने हैरान करने वाला दावा किया है। नीरज की मानें तो सुशांत हर सप्ताह घर में होने वाली पार्टी में मारिजुआना का नशा करते थे। हाउस कीपर ने यह दावा मुंबई पुलिस को दिए अपने बयान में किया था, जो अब मीडिया में वायरल हो रहा है। नीरज के मुताबिक, सुशांत की मौत के तीन दिन पहले भी उन्होंने उनके लिए मारिजुआना की कुछ सिगरेट रोल की थीं, जिनका बॉक्स उनकी मौत के बाद खाली मिला था।
काम छोड़ा तो सैमुअल मिरांडा ने वापस बुलाया
इंडिया टुडे ने मुंबई पुलिस के सूत्रों के हवाले से नीरज के बयान के बारे में विस्तार से बताया है। नीरज ने कहा था, "अप्रैल 2019 से मैं हाउस कीपिंग स्टाफ का हिस्सा था। मैं सुशांत सर के ही परिचित एक अन्य शख्स के रिफरेंस से यहां आया था। मुझे जॉब मिल गया। जब मैं बीमार पड़ा तो मैंने काम छोड़ दिया था। कुछ दिन बाद मैंने फिर उनके यहां ज्वॉइन कर लिया। मई 2019 में सुशांत के मैनेजर सैमुअल मिरांडा ने मुझसे संपर्क किया और काम पर वापस बुलाया था।"
कैपरी हाइट्स वाले घर में नीरज ने ज्वॉइन किया था
नीरज ने आगे कहा था, "मैंने पाली मार्केट स्थित कैपरी हाइट्स वाले निवास पर काम शुरू कर दिया था। मेरा काम घर की साफ-सफाई करना, कुत्तों को घुमाना, खाना और चाय सर्व करने का था। सुशांत से जुड़ी अन्य चीजों का ध्यान भी रखता था। जब मैंने काम शुरू किया, तब रजत मेवाती, सिद्धार्थ पिठानी, आयुष, सैमुअल मिरांडा, आनंदी, सैमुअल होकिप, अशोक खासू और केशव सुशांत के लिए काम करते थे। दिसंबर 2019 में सुशांत बांद्रा के जॉगर्स पार्क के माउंट ब्लैंक अपार्टमेंट में शिफ्ट हो गए।"
सप्ताह में एक - दो बार मारिजुआना पार्टी होती थी
बकौल नीरज, "सुशांत सर हर सप्ताह एक या दो बार आनंदी, रिया और आयुष के साथ घर में पार्टी करते थे। वे इन पार्टियों में शराब पीते थे और मारिजुआना भी लेते थे। सैमुअल होकिप सुशांत सर के लिए मारिजुआना की सिगरेट बनाता था। कभी-कभी मैं इन्हें रोल किया करता था। सुशांत के सुसाइड करने से तीन दिन पहले मैंने उनके लिए सिगरेट रोल की थीं और बॉक्स में रख दी थीं। उनके सुसाइड के बाद मैंने देखा तो वह बॉक्स पूरी तरह खाली था।"
आखिर क्यों किसी को नहीं मिलीं बेडरूम की चाबियां
नीरज के मुताबिक, सुशांत का बेडरूम हर दिन वे ही साफ करते थे। वे कहते हैं, "जब हम कैपरी हाइट्स वाले घर में रहते थे, तब वे अपना बेडरूम मुंबई से बाहर जाते समय लॉक करते थे और चाबी किचन में रख दिया करते थे। लेकिन माउंट ब्लैंक में डोर तभी लॉक होता था, जब सुशांत सर चेंज कर रहे होते थे या फिर रिया मैम अंदर होती थीं। बाकी पूरे टाइम कभी भी यह लॉक नहीं होता था। यही वजह है कि मुझे यह पता नहीं था कि बेडरूम की चाबियां कहां थीं।" गौरतलब है कि 14 जून को सुशांत की मौत के समय उनका बेडरूम अंदर से लॉक था। सिद्धार्थ पिठानी ने चाबी बनाने वाले को बुलाकर ताला तुड़वाया था।
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