आईपीएस विनय तिवारी ने कहा- सुशांत की मौत की वजह के साथ ये जानना भी जरूरी कि आखिर छिपाया क्या जा रहा है सुशांत सुसाइड केस की जांच के लिए बनी बिहार पुलिस की एसआईटी के लीडर एसपी सिटी पटना विनय तिवारी को बीएमसी ने 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन कर दिया है। बिहार पुलिस की डीजीपी इससे बेहद नाराज हैं और उन्होंने इसे जांच रोकने के लिए हाउस अरेस्ट करना कहा है। मुंबई में क्वारैंटाइन विनय तिवारी ने दैनिक भास्कर से फोन पर बात की। उन्होंने कहा कि सुशांत की मौत की वजह के साथ-साथ यह जानना भी जरूरी है कि आखिरकार क्या है, जिसे छिपाया जा रहा है। पढ़िए, आईपीएस विनय तिवारी ने क्या कहा... सवाल: जब आपको पता चला कि सुशांत केस की जांच करनी है तो क्या तैयारी करके मुंबई आए थे? जवाब: हमारी टीम पहले ही मुंबई आ चुकी थी और लोगों से पूछताछ शुरू कर दी थी। कई पहलुओं पर हमारी टीम काम कर रही थी। उन्हें जांच में मुंबई पुलिस का सहयोग नहीं मिल रहा था। ऐसे में मुझे आना पड़ा और उसके बाद जो हुआ सबके सामने है। हम काफी तैयारी के साथ यहां आए थे। सवाल: आपकी जांच की लिस्ट में किन-किन के नाम थे? जवाब: काफी नाम थे। सुशांत किन लोगों के साथ रह रहे थे। किन लोगों के साथ काम कर रहे थे। किन से उनका लेन-देन था। जिन लोगों के साथ उन्होंने काम शुरू किया था। ऐसे काफी लोगों की लिस्ट हमने बनाई थी, जिस पर हमारी टीम ने काम शुरू कर दिया था। पटना एसपी विनय तिवारी 2 अगस्त की दोपहर मुंबई पहुंचे थे। उसी रात 11 बजे कोरोना नियमों का हवाला देते हुए बीएमसी ने उन्हें जबरन क्वारैंटाइन कर दिया। सवाल: अपने क्वारैंटाइन पर आप क्या कहना चाहेंगे? जवाब: मैं खुद को क्वारैंटाइन मान ही नहीं रहा हूं। मैं ऑन ड्यूटी हूं और अपना काम कर रहा हूं। गैरकानूनी तरीके से क्वारैंटाइन करके बीएमसी ने अपनी साख गिराई है। मेरी कोरोना जांच कराकर वह मुझे छोड़ सकते थे। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। महाराष्ट्र सरकार के इस कदम से लोगों के मन में सुशांत केस की जांच को लेकर संदेह पैदा हुआ है। सवाल: अब मामले की जांच सीबीआई को दे दी गई है, क्या लगता है? जवाब: मेरा मानना है कि सीबीआई की जांच के बाद वह चीजें भी सामने आएंगीं, जिन्हें छिपाने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, हमारी टीम भी सारे रहस्य से पर्दा उठा देती। लेकिन, हमें जांच से रोकने के लिए मुंबई पुलिस हर मुमकिन कोशिश में लगी हुई है। सवाल: यह प्रश्न भी उठ रहा है कि बिहार पुलिस क्यों जांच कर रही है? जवाब: सुशांत केस में मुंबई पुलिस ने वो सब नहीं किया जो उन्हें करना चाहिए था। सुशांत पटना के रहने वाले थे, इसलिए उनके पिता ने वहां रिपोर्ट दर्ज कराई। सुशांत के पिता को मुंबई पुलिस से न्याय नहीं मिला। उनकी उम्मीद टूट रही थी, इसलिए उन्होंने पटना में एफआईआर कराई। सवाल: यहां क्वारैंटाइन के दौरान आपको सुविधाएं अच्छी मिल रही हैं या नहीं? जवाब: हां, सुविधाएं अच्छी मिल रही हैं। अफसर बराबर हालचाल पूछते हैं। लेकिन, मैं यहां छुट्‌टी मनाने नहीं आया हूं। मैं यहां ड्यूटी करने आया हूं, जो मुंबई पुलिस नहीं करने दे रही है। इसलिए बिलकुल भी अच्छा नहीं लग रहा है। सवाल: आप कविताएं भी लिखते हैं, अपने इस क्वारैंटाइन पर भी कुछ लिखा है? जवाब: अभी तो कुछ भी नहीं लिखा है, लेकिन इन सब को लेकर जो नाराजगी है, उसे कविता के माध्यम से सबके सामने लाउंगा। जल्द ही आपको मेरी अन्य कविताओं की तरह इस पूरे प्रकरण पर कविता मिलेगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today आईपीएस विनय तिवारी का ये फोटो फेसबुक पर उनका प्रोफाइल पिक्चर है। https://ift.tt/3gAtr87

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सुशांत सुसाइड केस की जांच के लिए बनी बिहार पुलिस की एसआईटी के लीडर एसपी सिटी पटना विनय तिवारी को बीएमसी ने 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन कर दिया है। बिहार पुलिस की डीजीपी इससे बेहद नाराज हैं और उन्होंने इसे जांच रोकने के लिए हाउस अरेस्ट करना कहा है। मुंबई में क्वारैंटाइन विनय तिवारी ने दैनिक भास्कर से फोन पर बात की। उन्होंने कहा कि सुशांत की मौत की वजह के साथ-साथ यह जानना भी जरूरी है कि आखिरकार क्या है, जिसे छिपाया जा रहा है। पढ़िए, आईपीएस विनय तिवारी ने क्या कहा...

सवाल: जब आपको पता चला कि सुशांत केस की जांच करनी है तो क्या तैयारी करके मुंबई आए थे?
जवाब:
हमारी टीम पहले ही मुंबई आ चुकी थी और लोगों से पूछताछ शुरू कर दी थी। कई पहलुओं पर हमारी टीम काम कर रही थी। उन्हें जांच में मुंबई पुलिस का सहयोग नहीं मिल रहा था। ऐसे में मुझे आना पड़ा और उसके बाद जो हुआ सबके सामने है। हम काफी तैयारी के साथ यहां आए थे।

सवाल: आपकी जांच की लिस्ट में किन-किन के नाम थे?
जवाब:
काफी नाम थे। सुशांत किन लोगों के साथ रह रहे थे। किन लोगों के साथ काम कर रहे थे। किन से उनका लेन-देन था। जिन लोगों के साथ उन्होंने काम शुरू किया था। ऐसे काफी लोगों की लिस्ट हमने बनाई थी, जिस पर हमारी टीम ने काम शुरू कर दिया था।

पटना एसपी विनय तिवारी 2 अगस्त की दोपहर मुंबई पहुंचे थे। उसी रात 11 बजे कोरोना नियमों का हवाला देते हुए बीएमसी ने उन्हें जबरन क्वारैंटाइन कर दिया।

सवाल: अपने क्वारैंटाइन पर आप क्या कहना चाहेंगे?
जवाब:
मैं खुद को क्वारैंटाइन मान ही नहीं रहा हूं। मैं ऑन ड्यूटी हूं और अपना काम कर रहा हूं। गैरकानूनी तरीके से क्वारैंटाइन करके बीएमसी ने अपनी साख गिराई है। मेरी कोरोना जांच कराकर वह मुझे छोड़ सकते थे। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। महाराष्ट्र सरकार के इस कदम से लोगों के मन में सुशांत केस की जांच को लेकर संदेह पैदा हुआ है।

सवाल: अब मामले की जांच सीबीआई को दे दी गई है, क्या लगता है?
जवाब: मेरा मानना है कि सीबीआई की जांच के बाद वह चीजें भी सामने आएंगीं, जिन्हें छिपाने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, हमारी टीम भी सारे रहस्य से पर्दा उठा देती। लेकिन, हमें जांच से रोकने के लिए मुंबई पुलिस हर मुमकिन कोशिश में लगी हुई है।

सवाल: यह प्रश्न भी उठ रहा है कि बिहार पुलिस क्यों जांच कर रही है?
जवाब: सुशांत केस में मुंबई पुलिस ने वो सब नहीं किया जो उन्हें करना चाहिए था। सुशांत पटना के रहने वाले थे, इसलिए उनके पिता ने वहां रिपोर्ट दर्ज कराई। सुशांत के पिता को मुंबई पुलिस से न्याय नहीं मिला। उनकी उम्मीद टूट रही थी, इसलिए उन्होंने पटना में एफआईआर कराई।

सवाल: यहां क्वारैंटाइन के दौरान आपको सुविधाएं अच्छी मिल रही हैं या नहीं?
जवाब: हां, सुविधाएं अच्छी मिल रही हैं। अफसर बराबर हालचाल पूछते हैं। लेकिन, मैं यहां छुट्‌टी मनाने नहीं आया हूं। मैं यहां ड्यूटी करने आया हूं, जो मुंबई पुलिस नहीं करने दे रही है। इसलिए बिलकुल भी अच्छा नहीं लग रहा है।

सवाल: आप कविताएं भी लिखते हैं, अपने इस क्वारैंटाइन पर भी कुछ लिखा है?
जवाब:
अभी तो कुछ भी नहीं लिखा है, लेकिन इन सब को लेकर जो नाराजगी है, उसे कविता के माध्यम से सबके सामने लाउंगा। जल्द ही आपको मेरी अन्य कविताओं की तरह इस पूरे प्रकरण पर कविता मिलेगी।



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