पटना से मुंबई केस ट्रांसफर करने की रिया की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट आज फैसला सुनाएगा, सुशांत की बहन श्वेता ने कहा- सच सामने लाने में हमारी मदद करें अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जांच को लेकर उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती की ओर से दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट आज अपना फैसला सुना सकता है। रिया ने खुद के खिलाफ पटना में दर्ज हुए केस को मुंबई ट्रांसफर करने की अपील की है। कोर्ट का फैसला केस को सीबीआई को देने या केस को मुंबई ट्रांसफर करने को लेकर आना है। इससे पहले 11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए सभी पक्षों को सुना था और अपना फैसला आज के लिए सुरक्षित रखा था। आज इस केस से जुड़े सभी पक्षों यानी रिया, सुशांत के परिवार, बिहार और महाराष्ट्र पुलिस से अपनी लिखित दलीलों को जमा करवाने के लिए कहा था। कोर्ट में आज ही रिया चक्रवर्ती द्वारा मीडिया ट्रायल रोकने की याचिका पर भी सुनवाई होनी है। सुशांत की बहन ने की सीबीआई जांच की वकालत सुशांत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने सोशल मीडिया पर एक बार फिर सीबीआई जांच के लिए मांग करते हुए अपनी आवाज उठाई है। श्वेता ने सोशल मीडिया पर एक फोटो पोस्ट किया है जिसमें वो हाथ में वाइट बोर्ड लिए नजर आईं। इस बोर्ड पर लिखा था- मैं सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह राजपूत हूं और मैं सीबीआई जांच की मांग करती हूं। श्वेता ने इस फोटो को पोस्ट करते हुए इंस्टाग्राम पर लिखा- ये वो समय है जब हमें सच्चाई का पता लगाकर न्याय पाना है। सच क्या है ये सामने लाने में हमारी और हमारे परिवार की मदद करें वरना हम कभी भी शांति से जी नहीं सकेंगे। अपनी आवाज उठाएं और सुशांत के लिए सीबीआई जांच की मांग करें। सुनवाई के दौरान रिया की दलील मंगलवार को रिया ने कोर्ट में दलील दी कि सुशांत के पिता की एफआईआर का पटना में किसी अपराध से कोई कनेक्शन नहीं है। मामला एकतरफा है। राज्य इसमें भारी दखल दे रहा है। बिहार पुलिस ने कहा कि मुंबई पुलिस राजनीतिक दबाव में तथ्यों को छिपा रही है। सुशांत के पिता ने मुंबई पुलिस की जांच पर उठाए सवाल मंगलवार को सुशांत के पिता की तरफ से वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने जस्टिस हृषिकेश रॉय के समक्ष दलील दी थी कि परिवार को मुंबई पुलिस की जांच पर कोई भरोसा नहीं है। मुंबई पुलिस को रिया चक्रवर्ती की भूमिका पर पहले ही जांच करनी चाहिए थी, लेकिन वे कुछ और ही कर रहे थे। सुशांत के परिवार ने कभी उसकी बॉडी को फांसी के फंदे से लटकते हुए नहीं देखा है और इससे शक पैदा होता है। उन्होंने तर्क देते हुए कहा- सबसे बड़ी बात यह है कि मेरे मुवक्किल ने अपना बेटा खोया है। मुंबई पुलिस ने सुशांत के पिता की बात को न मानते हुए जांच को पूरी तरह से एक अलग दिशा में लेकर गए। उन्होंने आगे कहा था- उनकी बेटी ने भी शव को तब देखा जब उसे कथित तौर पर नीचे उतारा जा चुका था। परिवार में किसी ने भी बॉडी को फंदे से लटकते हुए नहीं देखा। इसलिए पटना में केस दर्ज करने का अधिकार सिंह ने दलील देते हुए यह भी कहा कि सुशांत के शोषण, विश्वास का आपराधिक उल्लंघन और धोखाधड़ी के सभी परिणामों का खुलासा पटना में ही हुआ। इसलिए पटना पुलिस के पास सीआरपीसी की धारा 179 के तहत एफआईआर दर्ज करने का अधिकार है। मामले में पहले ही कई दिनों की देरी हो चुकी है। अगर अभी और देर होगी तो सबूत नष्ट हो जाएंगे। अगर रिया सीबीआई जांच चाहती थी तो कोर्ट को पहले ही इस पर मंजूरी दे देनी चाहिए थी और यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि सीबीआई अधिकारियों पर होम क्वारैंटाइन का नियम लागू न हो। बिहार चुनाव के लिए हो रहा ये सब: महाराष्ट्र सरकार महाराष्ट्र सरकार के प्रतिनिधि वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि बिहार सरकार इस मामले में राज्य चुनाव से पहले केवल राजनीतिक लाभ लेना चाहती है। सीबीआई जांच के लिए राज्य की सहमति जरूरी है और इसके अलावा अपवाद स्वरूप यह केवल हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की अनुमति से हो सकता है। ट्रांसफर याचिका के संबंध में मामलों का उछालना आश्चर्यजनक था, क्योंकि सभी रिपोर्टर, एंकर, वकील-न्यायाधीश और निर्णायक समिति बन गए। मैं नहीं जानता कि उनकी मौत हत्या थी या आत्महत्या, लेकिन मैं इतना जरूर कह सकता हूं कि सीआरपीसी की हत्या जरूर हुई है। कानून और व्यवस्था विशेष रूप से राज्य के अधीन है और पीड़ित या आरोपी इस पर निर्णय नहीं ले सकता कि मामले की जांच कहां होगी। सिद्धार्थ पिठानी पर गहराया संदेह सुशांत के पिता के वकील ने कहा कि सिद्धार्थ पिठानी सबसे बड़ा संदिग्ध है। सुशांत सिंह राजपूत केस में उनके पिता के वकील विकास सिंह ने दावा किया कि सिद्धार्थ पिठानी सबसे बड़ा संदिग्ध है, ये खुदकुशी नहीं हत्या का केस है। एक बड़ी बात कही है, उन्होंने कहा कि कॉन्सपिरेसी थ्योरी के हिसाब से देखें तो ये भी हो सकता है कि सुशांत को पहले बेहोश किया गया हो। पंखे से लटका मिला था सुशांत का शव बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (34) का शव 14 जून को मुंबई के उपनगर बांद्रा में स्थित उनके मकान की छत से लटका मिला था। इसके बाद से ही मुंबई पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और अब तक कम से कम 56 व्यक्तियों के बयान दर्ज कर चुकी है। इस मामले में सुशांत की गर्लफ्रेंड पर काफी सवाल उठ रहे हैं और सोशल मीडिया में उनके बारे काफी बातें कही जा रही हैं। साथ ही रिया ने अपने बयान में कहा है कि वो जांच में सहयोग करेंगी। सुशांत केस से जुड़ीं ये खबरें भी आप पढ़ सकते हैं:- 1. सुशांत मामले पर सियासत:शरद पवार ने कहा- सीबीआई से दिक्कत नहीं, पर मुंबई पुलिस पर 50 साल से भरोसा; पार्टी नेता बोले- मोदी से ज्यादा फेमस हो गए सुशांत 2. सुशांत की मौत का मामला:मुंबई पुलिस ने कभी बंद नहीं की इस मामले की जांच, रिया को भी नहीं दी गई क्लीनचिट; केस के सिलसिले में ही हुई डीसीपी और रिया के बीच बात 3. सुशांत के परिवार का दर्द:पिता ने 9 पेज का बयान जारी किया, लिखा- बदमाशों के झुंड से घिरा था सुशांत, पैसों के दम पर वापस आया हनी ट्रैप गैंग Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today रिया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। उसने मांग की थी कि केस को पटना से मुंबई ट्रांसफर कर दिया जाए। इस पर जस्टिस हृषिकेश रॉय की बेंच को फैसला सुनाना है। https://ift.tt/3fSPhT9

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अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जांच को लेकर उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती की ओर से दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट आज अपना फैसला सुना सकता है। रिया ने खुद के खिलाफ पटना में दर्ज हुए केस को मुंबई ट्रांसफर करने की अपील की है। कोर्ट का फैसला केस को सीबीआई को देने या केस को मुंबई ट्रांसफर करने को लेकर आना है।

इससे पहले 11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए सभी पक्षों को सुना था और अपना फैसला आज के लिए सुरक्षित रखा था। आज इस केस से जुड़े सभी पक्षों यानी रिया, सुशांत के परिवार, बिहार और महाराष्ट्र पुलिस से अपनी लिखित दलीलों को जमा करवाने के लिए कहा था। कोर्ट में आज ही रिया चक्रवर्ती द्वारा मीडिया ट्रायल रोकने की याचिका पर भी सुनवाई होनी है।

सुशांत की बहन ने की सीबीआई जांच की वकालत
सुशांत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने सोशल मीडिया पर एक बार फिर सीबीआई जांच के लिए मांग करते हुए अपनी आवाज उठाई है। श्वेता ने सोशल मीडिया पर एक फोटो पोस्ट किया है जिसमें वो हाथ में वाइट बोर्ड लिए नजर आईं। इस बोर्ड पर लिखा था- मैं सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह राजपूत हूं और मैं सीबीआई जांच की मांग करती हूं।


श्वेता ने इस फोटो को पोस्ट करते हुए इंस्टाग्राम पर लिखा- ये वो समय है जब हमें सच्चाई का पता लगाकर न्याय पाना है। सच क्या है ये सामने लाने में हमारी और हमारे परिवार की मदद करें वरना हम कभी भी शांति से जी नहीं सकेंगे। अपनी आवाज उठाएं और सुशांत के लिए सीबीआई जांच की मांग करें।

सुनवाई के दौरान रिया की दलील
मंगलवार को रिया ने कोर्ट में दलील दी कि सुशांत के पिता की एफआईआर का पटना में किसी अपराध से कोई कनेक्शन नहीं है। मामला एकतरफा है। राज्य इसमें भारी दखल दे रहा है। बिहार पुलिस ने कहा कि मुंबई पुलिस राजनीतिक दबाव में तथ्यों को छिपा रही है।

सुशांत के पिता ने मुंबई पुलिस की जांच पर उठाए सवाल
मंगलवार को सुशांत के पिता की तरफ से वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने जस्टिस हृषिकेश रॉय के समक्ष दलील दी थी कि परिवार को मुंबई पुलिस की जांच पर कोई भरोसा नहीं है। मुंबई पुलिस को रिया चक्रवर्ती की भूमिका पर पहले ही जांच करनी चाहिए थी, लेकिन वे कुछ और ही कर रहे थे। सुशांत के परिवार ने कभी उसकी बॉडी को फांसी के फंदे से लटकते हुए नहीं देखा है और इससे शक पैदा होता है।

उन्होंने तर्क देते हुए कहा- सबसे बड़ी बात यह है कि मेरे मुवक्किल ने अपना बेटा खोया है। मुंबई पुलिस ने सुशांत के पिता की बात को न मानते हुए जांच को पूरी तरह से एक अलग दिशा में लेकर गए। उन्होंने आगे कहा था- उनकी बेटी ने भी शव को तब देखा जब उसे कथित तौर पर नीचे उतारा जा चुका था। परिवार में किसी ने भी बॉडी को फंदे से लटकते हुए नहीं देखा।

इसलिए पटना में केस दर्ज करने का अधिकार
सिंह ने दलील देते हुए यह भी कहा कि सुशांत के शोषण, विश्वास का आपराधिक उल्लंघन और धोखाधड़ी के सभी परिणामों का खुलासा पटना में ही हुआ। इसलिए पटना पुलिस के पास सीआरपीसी की धारा 179 के तहत एफआईआर दर्ज करने का अधिकार है। मामले में पहले ही कई दिनों की देरी हो चुकी है। अगर अभी और देर होगी तो सबूत नष्ट हो जाएंगे। अगर रिया सीबीआई जांच चाहती थी तो कोर्ट को पहले ही इस पर मंजूरी दे देनी चाहिए थी और यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि सीबीआई अधिकारियों पर होम क्वारैंटाइन का नियम लागू न हो।

बिहार चुनाव के लिए हो रहा ये सब: महाराष्ट्र सरकार
महाराष्ट्र सरकार के प्रतिनिधि वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि बिहार सरकार इस मामले में राज्य चुनाव से पहले केवल राजनीतिक लाभ लेना चाहती है। सीबीआई जांच के लिए राज्य की सहमति जरूरी है और इसके अलावा अपवाद स्वरूप यह केवल हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की अनुमति से हो सकता है।

ट्रांसफर याचिका के संबंध में मामलों का उछालना आश्चर्यजनक था, क्योंकि सभी रिपोर्टर, एंकर, वकील-न्यायाधीश और निर्णायक समिति बन गए। मैं नहीं जानता कि उनकी मौत हत्या थी या आत्महत्या, लेकिन मैं इतना जरूर कह सकता हूं कि सीआरपीसी की हत्या जरूर हुई है। कानून और व्यवस्था विशेष रूप से राज्य के अधीन है और पीड़ित या आरोपी इस पर निर्णय नहीं ले सकता कि मामले की जांच कहां होगी।

सिद्धार्थ पिठानी पर गहराया संदेह
सुशांत के पिता के वकील ने कहा कि सिद्धार्थ पिठानी सबसे बड़ा संदिग्ध है। सुशांत सिंह राजपूत केस में उनके पिता के वकील विकास सिंह ने दावा किया कि सिद्धार्थ पिठानी सबसे बड़ा संदिग्ध है, ये खुदकुशी नहीं हत्या का केस है। एक बड़ी बात कही है, उन्होंने कहा कि कॉन्सपिरेसी थ्योरी के हिसाब से देखें तो ये भी हो सकता है कि सुशांत को पहले बेहोश किया गया हो।

पंखे से लटका मिला था सुशांत का शव

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (34) का शव 14 जून को मुंबई के उपनगर बांद्रा में स्थित उनके मकान की छत से लटका मिला था। इसके बाद से ही मुंबई पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और अब तक कम से कम 56 व्यक्तियों के बयान दर्ज कर चुकी है। इस मामले में सुशांत की गर्लफ्रेंड पर काफी सवाल उठ रहे हैं और सोशल मीडिया में उनके बारे काफी बातें कही जा रही हैं। साथ ही रिया ने अपने बयान में कहा है कि वो जांच में सहयोग करेंगी।

सुशांत केस से जुड़ीं ये खबरें भी आप पढ़ सकते हैं:-

1. सुशांत मामले पर सियासत:शरद पवार ने कहा- सीबीआई से दिक्कत नहीं, पर मुंबई पुलिस पर 50 साल से भरोसा; पार्टी नेता बोले- मोदी से ज्यादा फेमस हो गए सुशांत

2. सुशांत की मौत का मामला:मुंबई पुलिस ने कभी बंद नहीं की इस मामले की जांच, रिया को भी नहीं दी गई क्लीनचिट; केस के सिलसिले में ही हुई डीसीपी और रिया के बीच बात

3. सुशांत के परिवार का दर्द:पिता ने 9 पेज का बयान जारी किया, लिखा- बदमाशों के झुंड से घिरा था सुशांत, पैसों के दम पर वापस आया हनी ट्रैप गैंग



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रिया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। उसने मांग की थी कि केस को पटना से मुंबई ट्रांसफर कर दिया जाए। इस पर जस्टिस हृषिकेश रॉय की बेंच को फैसला सुनाना है।


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