रिया चक्रवर्ती ने हाल ही में एक इंटरव्यू में दावा किया था कि सुशांत सिंह राजपूत को क्लॉस्टेरोफोबिया था और उन्हें फ्लाइट में बैठने से डर लगता है। अब अभिनेता का एक पुराना वीडियो इंटरव्यू मीडिया में वायरल हो रहा है, जो रिया के आधे दावे को सही साबित कर रहा है। वीडियो में सुशांत खुद यह स्वीकार कर रहे हैं कि वे क्लॉस्टेरोफोबिक थे।
यह वीडियो जी कैफे के चैट शो 'लुक हु इज टॉकिंग विद निरंजन आयंगर' के दूसरे सीजन का है। सुशांत शो में गेस्ट बनकर पहुंचे थे। 1 नवंबर 2015 को टेलीकास्ट हुए एपिसोड में सुशांत से उनके बारे में तीन स्टेटमेंट देने को कहा गया था, जिनमें से दो सच और एक झूठ था। जवाब में उन्होंने कहा था, "पहला कि मैं क्लॉस्टेरोफोबिक हूं। दूसरी बात कि मैं दिन में 6 घंटे सोता हूं और तीसरी बात कि मैं टेरिबल सिंगर हूं।" इसके बाद उन्होंने कहा था, "झूठ यह है कि मैं दिन में 6 घंटे सोता हूं। मुझे इनसोमनिया (नींद न आने की बीमारी) है। इसलिए मैं एक दिन में दो घंटे से ज्यादा नहीं सो सकता।"
क्या था रिया का दावा
एक न्यूज चैनल से बातचीत में रिया चक्रवर्ती ने दावा किया था, "जब हम यूरोप के लिए उड़ान भरने वाले थे, तब सुशांत ने बताया कि उसे फ्लाइट में बैठने से बहुत क्लॉस्टेरोफोबिया है और उसके लिए वो एक दवाई लेता है, जिसका नाम है मोडाफिनिल। उसके पास वह दवाई हमेशा रहती थी। फ्लाइट में बैठने से पहले उसने वह दवा ली थी। उसे डॉक्टर से सलाह नहीं लेनी पड़ी, क्योंकि उसके पास पहले से ही वह दवाई थी। संभवतः हर फ्लाइट से पहले वो लेते होंगे।"
रिया ने इस बातचीत में यह दावा भी किया था कि सुशांत ने उन्हें बताया था कि 2013 में वे डिप्रेशन में गए थे, तब साइकेट्रिस्ट हरेश शेट्टी ने उन्हें मोडाफिनिल लेने की सलाह दी थी। हालांकि, खुद शेट्टी रिया के इस बयान के बाद नाराज हुए थे और उन्होंने बताया था कि मोडाफिनिल डिप्रेशन की दवा नहीं है।
रिया के दावों को झूठा साबित करते दो तथ्य
- 'मोडाफिनिल दवा क्लॉस्ट्रोफोबिया के मरीजों को नहीं दी जाती'
जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल की साइकाइट्रिस्ट डॉ. गुंजन सोलंकी के मुताबिक, "मोडाफिनिल दवा क्लॉस्ट्रोफोबिया के मरीजों को नहीं दी जाती है। यह दवा स्लीप डिसऑर्डर के मरीजों को प्रिस्क्राइब की जाती है। जिन मरीजों को बहुत ज्यादा नींद आती है, उन्हें यह दवा उन्हें दी जाती है। कई बार लेट नाइट शिफ्ट में काम करने वाले डॉक्टरी सलाह से इस दवा को लेते हैं। अगर किसी को फ्लाइट में डर लगता है तो, वह उड़ान के वक्त नींद लेना पसंद करेगा। मोडाफिनिल लेने से तो उल्टा नींद भाग जाएगी।" डॉक्टर के इस बयान से स्पष्ट है कि मोडाफिनिल क्लॉस्टेरोफोबिया और इनसोमनिया के मरीजों को नहीं दी जाती।
- सुशांत को ऊंचाई से डर नहीं लगता था
सुशांत को ऊंचाई या प्लेन में बैठने से डर लगने वाली बात भी समझ से परे है। सुशांत के ऐसे कई वीडियो हैं, जिसमें वे प्लेन उड़ाते हुए नजर आ रहे हैं। हवाई यात्रा के दौरान उनके हावभाव को देखकर बिल्कुल भी नहीं लगता है कि उन्हें क्लॉस्ट्रोफोबिया था। एक बार सुशांत बोइंग-737 उड़ाना भी सीख रहे थे। ट्रेनिंग पूरी करने के लिए वे प्लेन खरीदना चाहते थे। उन्होंने खुद अपनी ट्रेनिंग से जुड़ा एक वीडियो शेयर किया था।
सुशांत के साथ लम्बे समय तक रिलेशनशिप में रहीं एक्ट्रेस अंकिता लोखंडे ने भी रिया के दावे को खारिज किया। अंकिता ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "क्या यह क्लॉस्टेरोफोबिया है? तुम हमेशा उड़ना चाहते थे, और ऐसा तुमने ऐसा किया था। हम सभी को तुम पर गर्व है।"
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