सांप और सपेरे की कहानी बताकर ट्रोलर्स को एकबार फिर समझाइश दी, लिखा- जो महकता है वही पूरा जीवन आनंदित रहता है मुंबई के नानावटी अस्पताल में कोरोना संक्रमण का इलाज करा रहे अमिताभ बच्चन का आज (बुधवार) वहां 19वां दिन है। एक दिन पहले अपने ब्लॉग के जरिए ट्रोलर्स को कड़ा संदेश देने का बाद उन्होंने एकबार फिर सांप और सपेरे की कहानी बताकर उन्हें हद में रहने की समझाइश दी। इसके अलावा बिग बी ने अपनी मोजड़ी की फोटो शेयर करते हुए उसकी तुलना नीदरलैंड्स की मोजड़ी के साथ की। अपने ब्लॉग में ट्रोलर्स को नसीहत देते हुए बिगबी ने लिखा, 'ठोकना तो निश्चित है'। इसके बाद उन्होंने सांप और सपेरे की कहानी के बारे बताते हुए लिखा, 'वो साँप वाली कहानी तो याद होगी'। 'एक सपेरे का पालतू साँप, मालिक की सुरक्षा के लिए वहीं पास में बैठा रहता था। जो भी उधर से गुज़रे साँप उसे काट लेता था। लोगों ने शिकायत की कि ये तो बहुत ख़तरनाक मामला है, सपेरे को यहाँ से हटा देना चाहिए। जब सपेरे ने ये सुना तो उसको लगा कि अगर यहाँ से हटा दिया गया तो उसका धंधा बंद हो जाएगा। उसने साँप को बुलाया, और कहा चुपचाप बैठे रहना, काटना मत किसी को, नहीं तो निकाल दिए जाएँगे।' 'साँप ने यही मालिक की बात की, चुपचाप बैठा रहा। अब जो भी वहाँ से गुजरे, ये देख करके की साँप तो कुछ कर नहीं रहा, उसे डंडे से मारने लगे। साँप जान बचाने के लिए भागा वहाँ से, और पहुँच गया मालिक के पास। मालिक ने अपने साँप की दुर्दशा देख कर बहुत नाराज़ हुआ। सपेरे ने पूछा, 'क्यूँ मार खाई तूने, उसने साँप तो फटकारा। साँप ने उत्तर दिया, मालिक आप ही ने तो कहा था की चुप चाप बैठे रहो, काटो मत, सो मैं चुपचाप बैठा रहा और क्यूँकि आपने काटने से मना किया था, मार खाता रहा, और अब मेरा ये हॉल लोगों ने कर दिया है।' आगे उन्होंने लिखा, 'मालिक ने साँप को दो झापड़ मारे और डाँटते हुए कहा : अबे साले, काटने से मना किया था, फुफकारने से थोड़ी ना !! समझ ने वाले समझ गए होंगे।।' आगे उन्होंने लिखा, 'और वो जिन्हें हिंदी चुनौती की तरह लगती है, उनके लिए कृपया हमारे विस्तारित परिवार के हिंदी विशेषज्ञ इसका अनुवाद करें या कहानी को उसके अर्थ और उसके कारण समेत इसे बताने का कारण स्पष्ट करें।' जो जलता है वो खुद बुझ जाता है इसके अलावा बुधवार सुबह एक ट्वीट करते हुए बिगबी ने दीपक और अगरबत्ती की तुलना की और एकबार फिर हेटर्स को जवाब दिया। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, "एक हल्का सा हवा का झोंका जलते “दीपक” को बुझा सकता है पर “अगरबत्ती” को नहीं… क्योंकि जो “महकता” है वही पुरा जीवन आनंदित रहता है..., और जो “जलता” है वह खुद बुझ जाता है " ef (विस्तारित परिवार) 'विवेक' शब्द की महिमा बताई इससे थोड़ी देर पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर 'विवेक' शब्द को लिखकर अंग्रेजी में इसका मतलब बताते हुए इसका महत्व बताया था। उन्होंन लिखा, 'विवेक शब्द का इस्तेमाल हर भारतीय भाषा में किया जाता है.... तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम के लिए इसके पीछे 'अम' लगाया जाता है या पंजाबी, जट, मराठी, गुजराती, कश्मीरी आदि के लिए 'अह' लगाया जाता है... विवेक शब्द का मतलब समान ही रहता है।' ## मोजड़ियों की तुलना की इसके साथ ही उन्होंने ने सोशल मीडिया पर अपनी मोजड़ी की तुलना नीदरलैंड्स की मोजड़ी के साथ करते हुए लिखा था, 'नीदरलैंड्स की खूबसूरत डच मोजड़ी... और इन मुश्किल हालातों में मुझे गर्म रखने के लिए मेरी अपनी मोजड़ी...' उन्होंने दोनों मोजड़ियों की फोटो भी शेयर की थी। ## पिता-पुत्र अस्पताल में, बहू-पोती घर पहुंची अमिताभ बच्चन और और उनके बेटे अभिषेक को अस्पताल में भर्ती हुए 18 दिन बीत चुके हैं। आज 19वां दिन है। 11 जुलाई की शाम दोनों कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे। 6 दिन बाद 17 जुलाई को ऐश्वर्या और आराध्या को तबीयत बिगड़ने के बाद आइसोलेशन वार्ड में एडमिट काराया गया था। 10 दिन अस्पताल में रहने के बाद 11वें दिन यानी 27 जुलाई को मां-बेटी ठीक होकर घर पहुंच गई हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today After telling the story of snake and snake, the trollers were once again explained, wrote - Whatever is important, the whole life is blissful https://ift.tt/3gb5hk6

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मुंबई के नानावटी अस्पताल में कोरोना संक्रमण का इलाज करा रहे अमिताभ बच्चन का आज (बुधवार) वहां 19वां दिन है। एक दिन पहले अपने ब्लॉग के जरिए ट्रोलर्स को कड़ा संदेश देने का बाद उन्होंने एकबार फिर सांप और सपेरे की कहानी बताकर उन्हें हद में रहने की समझाइश दी। इसके अलावा बिग बी ने अपनी मोजड़ी की फोटो शेयर करते हुए उसकी तुलना नीदरलैंड्स की मोजड़ी के साथ की।

अपने ब्लॉग में ट्रोलर्स को नसीहत देते हुए बिगबी ने लिखा, 'ठोकना तो निश्चित है'। इसके बाद उन्होंने सांप और सपेरे की कहानी के बारे बताते हुए लिखा, 'वो साँप वाली कहानी तो याद होगी'।

'एक सपेरे का पालतू साँप, मालिक की सुरक्षा के लिए वहीं पास में बैठा रहता था। जो भी उधर से गुज़रे साँप उसे काट लेता था। लोगों ने शिकायत की कि ये तो बहुत ख़तरनाक मामला है, सपेरे को यहाँ से हटा देना चाहिए। जब सपेरे ने ये सुना तो उसको लगा कि अगर यहाँ से हटा दिया गया तो उसका धंधा बंद हो जाएगा। उसने साँप को बुलाया, और कहा चुपचाप बैठे रहना, काटना मत किसी को, नहीं तो निकाल दिए जाएँगे।'

'साँप ने यही मालिक की बात की, चुपचाप बैठा रहा। अब जो भी वहाँ से गुजरे, ये देख करके की साँप तो कुछ कर नहीं रहा, उसे डंडे से मारने लगे। साँप जान बचाने के लिए भागा वहाँ से, और पहुँच गया मालिक के पास। मालिक ने अपने साँप की दुर्दशा देख कर बहुत नाराज़ हुआ।

सपेरे ने पूछा, 'क्यूँ मार खाई तूने, उसने साँप तो फटकारा। साँप ने उत्तर दिया, मालिक आप ही ने तो कहा था की चुप चाप बैठे रहो, काटो मत, सो मैं चुपचाप बैठा रहा और क्यूँकि आपने काटने से मना किया था, मार खाता रहा, और अब मेरा ये हॉल लोगों ने कर दिया है।'

आगे उन्होंने लिखा, 'मालिक ने साँप को दो झापड़ मारे और डाँटते हुए कहा : अबे साले, काटने से मना किया था, फुफकारने से थोड़ी ना !! समझ ने वाले समझ गए होंगे।।' आगे उन्होंने लिखा, 'और वो जिन्हें हिंदी चुनौती की तरह लगती है, उनके लिए कृपया हमारे विस्तारित परिवार के हिंदी विशेषज्ञ इसका अनुवाद करें या कहानी को उसके अर्थ और उसके कारण समेत इसे बताने का कारण स्पष्ट करें।'

जो जलता है वो खुद बुझ जाता है

इसके अलावा बुधवार सुबह एक ट्वीट करते हुए बिगबी ने दीपक और अगरबत्ती की तुलना की और एकबार फिर हेटर्स को जवाब दिया। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, "एक हल्का सा हवा का झोंका जलते “दीपक” को बुझा सकता है पर “अगरबत्ती” को नहीं… क्योंकि जो “महकता” है वही पुरा जीवन आनंदित रहता है..., और जो “जलता” है वह खुद बुझ जाता है " ef (विस्तारित परिवार)

'विवेक' शब्द की महिमा बताई

इससे थोड़ी देर पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर 'विवेक' शब्द को लिखकर अंग्रेजी में इसका मतलब बताते हुए इसका महत्व बताया था। उन्होंन लिखा, 'विवेक शब्द का इस्तेमाल हर भारतीय भाषा में किया जाता है.... तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम के लिए इसके पीछे 'अम' लगाया जाता है या पंजाबी, जट, मराठी, गुजराती, कश्मीरी आदि के लिए 'अह' लगाया जाता है... विवेक शब्द का मतलब समान ही रहता है।'

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मोजड़ियों की तुलना की

इसके साथ ही उन्होंने ने सोशल मीडिया पर अपनी मोजड़ी की तुलना नीदरलैंड्स की मोजड़ी के साथ करते हुए लिखा था, 'नीदरलैंड्स की खूबसूरत डच मोजड़ी... और इन मुश्किल हालातों में मुझे गर्म रखने के लिए मेरी अपनी मोजड़ी...' उन्होंने दोनों मोजड़ियों की फोटो भी शेयर की थी।

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पिता-पुत्र अस्पताल में, बहू-पोती घर पहुंची

अमिताभ बच्चन और और उनके बेटे अभिषेक को अस्पताल में भर्ती हुए 18 दिन बीत चुके हैं। आज 19वां दिन है। 11 जुलाई की शाम दोनों कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे। 6 दिन बाद 17 जुलाई को ऐश्वर्या और आराध्या को तबीयत बिगड़ने के बाद आइसोलेशन वार्ड में एडमिट काराया गया था। 10 दिन अस्पताल में रहने के बाद 11वें दिन यानी 27 जुलाई को मां-बेटी ठीक होकर घर पहुंच गई हैं।



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