कोरोनावायरस संक्रमण के बाद महानायक अमिताभ बच्चन और उनके बेटे अभिषेक बच्चन मुंबई के नानावटी हॉस्पिटल में भर्ती हैं। उनके फैमिली मेंबर्स, दोस्त, कलीग्स और फैन्स लगातार उनकी सलामती की दुआ मांग रहे हैं। वहीं, एक भ्रामक पोस्ट भी वॉट्सऐप और सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें अमिताभ को जबरन नानावटी का डायरेक्टर बता कर पूरे मामले को गलत ढंग से पेश किया जा रहा है।
क्या है वायरल: वायरल पोस्ट में लिखा है- अमिताभ और अभिषेक बच्चन दोनों कोरोना असिम्प्टोटिक हैं और उनकी हालत बेहतर है। उनके पास जुहू में तीन बंगले हैं, जिनमें 18 कमरे हैं। यहां तक कि एक कमरे में मिनी आईसीयू है और 2 डॉक्टर्स 24 घंटे वहां रहते हैं। लेकिन, उन्होंने खुद को नानावटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया और सीनियर बच्चन अपने हर ट्वीट में नानावटी और इसके डॉक्टर्स का शुक्रिया अदा कर रहे हैं। उन्होंने रेडिएंट ग्रुप में इन्वेस्ट किया है और इसके बोर्ड मेंबर भी हैं, जो कि नानावटी का ही है। यह हॉस्पिटल भारी भरकम बिल बनाता है, 10 में से 7 को कोरोना पॉजिटिव बताता है और मरीजों को जरूरत से ज्यादा लम्बे समय तक भर्ती रखता है। नानावटी की छवि को चमकाने के लिए बेहतरीन स्क्रिप्ट और एक्टिंग।
अटैच्ड वॉट्सऐप मैसेज में ये झूठे दावे किए गए
- अमिताभ बच्चन रेडिएंट लाइफ केयर प्राइवेट लिमिटेड के बोर्ड मेंबर हैं।
- वो असिम्प्टोटिक हैं।
- उन्होंनेएक वीडियो में नानावटी हॉस्पिटल की तारीफ की।
हमारी पड़ताल में ऐसे झूठ निकले तीनों दावे:
रेडिएंट ग्रुप और अमिताभ के कनेक्शन को लेकर हमनेपड़तालकी तो समझ में आया कि इस मामले में पूरी तरह सेगलत जानकारी फैलाई जा रही है।
पहलादावा:अमिताभ बच्चन रेडिएंट लाइफ केयर प्राइवेट लिमिटेड के बोर्ड मेंबर हैं।
सच्चाई:यहां रेडिएंट लाइफ केयर की ऑफिशियल वेबसाइट है, जिसमें सभी बोर्ड मेंबर्स के नाम दिए गए हैं। इस पोर्टल http://www.radiantlifecare.com/leadership-team.html के मुताबिक, कंपनी के 6 डायरेक्टर हैं और उनमें अमिताभ का कहीं नाम नहीं है।
- संजय ओमप्रकाश नायर
- महेंद्र लोधा
- नारायण शेषाद्री
- अभय सोई
- प्रशांत कुमार
- प्राची सिंह
इस दावे की सच्चाई भारत सरकार कीएमसीए की वेबसाइट्स इस लिंक http://www.mca.gov.in/mcafoportal/showdirectorMasterData.do) DIN (07657048) से भी समझ में आता है किरेडिएंट में अमिताभ बच्चन की कोई डायरेक्टरशिप नहीं है।
2. दूसरा दावा: अमिताभ बच्चन असिम्प्टोटिक हैं।
सच्चाई: अमिताभ बच्चन में लगातार हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं और वे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं। सभी अस्पतालों के डॉक्टर्स यह कह चुके हैं कि 65 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों में अगर हल्के लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाना चाहिए।
3. तीसरा दावा: अमिताभ बच्चन ने अस्पताल के बारे में तारीफ केट्वीट किए।
सच्चाई: नानावटी हॉस्पिटल ने 12 जुलाई 2020 को स्पष्ट रूप से एक स्टेटमेंट में अपना पक्ष रखा था कि बच्चन ने भर्ती होने के बाद कोई वीडियो ट्वीट नहीं किया।
फैक्ट चेक सच्चाई:तमाम फैक्ट्स को देखते हुए यह स्पष्ट है कि नानावटी हॉस्पिटल के लिए अमिताभ एक सम्मानीय मरीज हैं और वे कई बरसों से वहां इलाज करा रहे हैं। उनका नानावटी के बोर्ड या डायरेक्टर पद से कोई कनेक्शन नहीं है।
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hi wite for you