ब्लॉग में दुआओं के लिए फैन्स का आभार जताया, बोले- उससे ज्यादा करने का मन करता है जिसकी इजाजत शरीर देता है मुंबई के नानावटी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में अमिताभ बच्चन का आज (मंगलवार को) 11वां दिन है। वहां उनका कोरोना का इलाज चल रहा है। इसके बाद भी वे सोशल मीडिया के जरिए फैंस से जुड़े हुए हैं। सोमवार रात उन्होंने फैन्स के नाम ब्लॉग पोस्ट लिखी। जिसमें उन्होंने कहा कि आप सब लोग लगातार अपनी प्रार्थनाएं और चिंताएं जता रहे हैं और मैं सिर्फ आपके हाथ जोड़ रहा हूं। ब्लॉग की शुरुआत में महानायक ने रोज की तरह कुछ फैन्स को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा, मेरा प्यार और शुभकामनाएं हमेशा आपके साथ हैं। इसके बाद उन्होंने लिखा, 'यही अगले की शांति और अनिश्चितता है... यही जीवन की प्रकृति का आश्चर्य है... यही हमारे सामने प्रत्येक क्षण, और हमारे हर जीवित दिन हमारे सामने आता है...' 'बीत चुके सामान्य दिनों में कभी आकलन करने की आदत या बैठकर सोचा नहीं कि वो कौन से विचार हैं जो हमें परेशान करते हैं... लेकिन अब वे नियमितता के साथ ऐसा करते हैं, ताकि उस खाली वक्त का इस्तेमाल कर सकें। वे बैठते हैं, सोचते हैं और वहां देखते हैं जहां कभी नहीं देखा।' 'इन परिस्थितियों में विचार अधिक गति और स्पष्टता के साथ दौड़ते हैं, जो कि पहले हमें दुविधा डाल देते थे। वे हमेशा से वहीं थे, लेकिन बस उनकी मौजूदगी को मन के द्वारा शांत रखा जाता था क्योंकि उसके पास करने के लिए बहुत सी सक्रिय चीजें थीं... जो कि अब निष्क्रिय पड़ गई हैं। मन अब पहले से स्वतंत्र है... यह अब पहले से कहीं ज्यादा विचार कर रहा है... और मैं उत्सुक हूं कि अगर वो सही है, स्वीकार करने योग्य उचित है या नहीं।' 'एक भटकता मन अपनी जटिल अनिश्चितताओं की वजह से अक्सर हमें ऐसी मंजिलों की ओर ले जाता है जिसे कभी-कभी आप देखना या सुनना नहीं चाहते हैं... लेकिन फिर भी आप करते हैं... इस बात का संभावित परिणाम ये होता है कि जो भी चीजें हमारे आसपास हैं हम पर जोर से वार करती हैं... इसे अनदेखा करना अच्छा विचार नहीं माना जाएगा...' 'इसलिए आप इसके आगे झुक जाते हैं.. इसे सहन करते हैं... इसे जी जाते हैं... उस वक्त उससे प्यार करते हैं... दूसरों के साथ इससे खेलते हैं... इसे दूर रखना चाहते हैं, लेकिन इसे पकड़े रहो, इसे गले लगाओ और स्वीकार करो... पर कभी भी इसकी उपस्थिति को मिटाने में सक्षम नहीं होना चाहिए।' 'तब उस समय वहां विचारकों और दूरदर्शी लोगों की प्रशंसा है... लेखक, कवि, दार्शनिक, वैज्ञानिक जो अपनी उच्च बुद्धिमत्ता के साथ खुद के लिए और अक्सर मानवता की भलाई के लिए खेलते हैं। ये ऐसा खेल है जिसमें हम जैसे आम लोग हिस्सा नहीं लेते हैं... ये हमारे लिए अलौकिक है... लेकिन जो चीज उन्हें विचार प्रक्रिया में उकसाती है, वह प्रतिभा का रहस्य है...' 'वक्त आज मस्तिष्क के गुरुत्व को फैलाने की स्वतंत्रता देता है.... हमें इस काम में शामिल होने का अवसर शायद कभी नहीं मिले, लेकिन परिस्थिति को देखते हुए, मैं यह मानना चाहूंगा कि हम में से हर किसी में... हर व्यक्ति विशेष में वो इच्छाशक्ति है और वो सब बनने की क्षमता है, जिस पर वे विश्वास करते हैं...।' 'अस्पताल के कमरे में मन बहलाने की स्थिति में... बेचैनी लगातार प्रतिक्रियाएं खोजती रहती है... एक कनेक्ट के लिए... किसी चीज का उत्तर देने के लिए... उससे थोड़ा ज्यादा करने के लिए जिसका आदेश हालत देती है।' 'कई बार जब आप इसे पा लेते हैं... या जब आप खाली दीवारों पर यूं ही खाली विचारों के साथ घूरते हैं... और आप प्रार्थना करते हैं कि वे जीवन के अस्तित्व, प्रतिक्रिया और साथ से भरे हों...' 'मुझे पता है... आप सब लोग हर घंटे अपनी प्रार्थनाओं और चिंताओं को भेज रहे हैं... और मैं सिर्फ हाथ जोड़ रहा हूं... ' हेल्थ अपडेट 77 साल के अमिताभ और उनके 44 वर्षीय बेटे अभिषेक 11 जुलाई को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती हो गए थे। इसके 6 दिन बाद 17 जुलाई को बहू ऐश्वर्या (46) और पोती आराध्या (8) को भी तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल ले जाया गया था। 18 जुलाई केहेल्थ अपडेट के मुताबिक, चारों की हालत में तेजी से सुधार हो रहा है। बिग बी और अभिषेक को आज या कल में नॉर्मल वार्ड में शिफ्ट किया जा सकता है। यह भी कहा जा रहा है कि बच्चन परिवार के चारों सदस्यों को इसी हफ्ते अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। सभी का इलाज डॉ. बर्वे और डॉ. अंसारी की निगरानी में हो रहा है। ये दोनों डॉक्टर ही लंबे समय से बच्चन परिवार के मेडिकल कंसल्टेंट हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Amitabh Bachchan says All of you push your prayers and concern each hour I know .. and I have only folded hands .. https://ift.tt/2CPUa1t
मुंबई के नानावटी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में अमिताभ बच्चन का आज (मंगलवार को) 11वां दिन है। वहां उनका कोरोना का इलाज चल रहा है। इसके बाद भी वे सोशल मीडिया के जरिए फैंस से जुड़े हुए हैं। सोमवार रात उन्होंने फैन्स के नाम ब्लॉग पोस्ट लिखी। जिसमें उन्होंने कहा कि आप सब लोग लगातार अपनी प्रार्थनाएं और चिंताएं जता रहे हैं और मैं सिर्फ आपके हाथ जोड़ रहा हूं।
ब्लॉग की शुरुआत में महानायक ने रोज की तरह कुछ फैन्स को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा, मेरा प्यार और शुभकामनाएं हमेशा आपके साथ हैं। इसके बाद उन्होंने लिखा, 'यही अगले की शांति और अनिश्चितता है... यही जीवन की प्रकृति का आश्चर्य है... यही हमारे सामने प्रत्येक क्षण, और हमारे हर जीवित दिन हमारे सामने आता है...'

'बीत चुके सामान्य दिनों में कभी आकलन करने की आदत या बैठकर सोचा नहीं कि वो कौन से विचार हैं जो हमें परेशान करते हैं... लेकिन अब वे नियमितता के साथ ऐसा करते हैं, ताकि उस खाली वक्त का इस्तेमाल कर सकें। वे बैठते हैं, सोचते हैं और वहां देखते हैं जहां कभी नहीं देखा।'
'इन परिस्थितियों में विचार अधिक गति और स्पष्टता के साथ दौड़ते हैं, जो कि पहले हमें दुविधा डाल देते थे। वे हमेशा से वहीं थे, लेकिन बस उनकी मौजूदगी को मन के द्वारा शांत रखा जाता था क्योंकि उसके पास करने के लिए बहुत सी सक्रिय चीजें थीं... जो कि अब निष्क्रिय पड़ गई हैं। मन अब पहले से स्वतंत्र है... यह अब पहले से कहीं ज्यादा विचार कर रहा है... और मैं उत्सुक हूं कि अगर वो सही है, स्वीकार करने योग्य उचित है या नहीं।'
'एक भटकता मन अपनी जटिल अनिश्चितताओं की वजह से अक्सर हमें ऐसी मंजिलों की ओर ले जाता है जिसे कभी-कभी आप देखना या सुनना नहीं चाहते हैं... लेकिन फिर भी आप करते हैं... इस बात का संभावित परिणाम ये होता है कि जो भी चीजें हमारे आसपास हैं हम पर जोर से वार करती हैं... इसे अनदेखा करना अच्छा विचार नहीं माना जाएगा...'
'इसलिए आप इसके आगे झुक जाते हैं.. इसे सहन करते हैं... इसे जी जाते हैं... उस वक्त उससे प्यार करते हैं... दूसरों के साथ इससे खेलते हैं... इसे दूर रखना चाहते हैं, लेकिन इसे पकड़े रहो, इसे गले लगाओ और स्वीकार करो... पर कभी भी इसकी उपस्थिति को मिटाने में सक्षम नहीं होना चाहिए।'

'तब उस समय वहां विचारकों और दूरदर्शी लोगों की प्रशंसा है... लेखक, कवि, दार्शनिक, वैज्ञानिक जो अपनी उच्च बुद्धिमत्ता के साथ खुद के लिए और अक्सर मानवता की भलाई के लिए खेलते हैं। ये ऐसा खेल है जिसमें हम जैसे आम लोग हिस्सा नहीं लेते हैं... ये हमारे लिए अलौकिक है... लेकिन जो चीज उन्हें विचार प्रक्रिया में उकसाती है, वह प्रतिभा का रहस्य है...'
'वक्त आज मस्तिष्क के गुरुत्व को फैलाने की स्वतंत्रता देता है.... हमें इस काम में शामिल होने का अवसर शायद कभी नहीं मिले, लेकिन परिस्थिति को देखते हुए, मैं यह मानना चाहूंगा कि हम में से हर किसी में... हर व्यक्ति विशेष में वो इच्छाशक्ति है और वो सब बनने की क्षमता है, जिस पर वे विश्वास करते हैं...।'

'अस्पताल के कमरे में मन बहलाने की स्थिति में... बेचैनी लगातार प्रतिक्रियाएं खोजती रहती है... एक कनेक्ट के लिए... किसी चीज का उत्तर देने के लिए... उससे थोड़ा ज्यादा करने के लिए जिसका आदेश हालत देती है।'
'कई बार जब आप इसे पा लेते हैं... या जब आप खाली दीवारों पर यूं ही खाली विचारों के साथ घूरते हैं... और आप प्रार्थना करते हैं कि वे जीवन के अस्तित्व, प्रतिक्रिया और साथ से भरे हों...'
'मुझे पता है... आप सब लोग हर घंटे अपनी प्रार्थनाओं और चिंताओं को भेज रहे हैं... और मैं सिर्फ हाथ जोड़ रहा हूं... '
हेल्थ अपडेट
77 साल के अमिताभ और उनके 44 वर्षीय बेटे अभिषेक 11 जुलाई को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती हो गए थे। इसके 6 दिन बाद 17 जुलाई को बहू ऐश्वर्या (46) और पोती आराध्या (8) को भी तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल ले जाया गया था।
18 जुलाई केहेल्थ अपडेट के मुताबिक, चारों की हालत में तेजी से सुधार हो रहा है। बिग बी और अभिषेक को आज या कल में नॉर्मल वार्ड में शिफ्ट किया जा सकता है।
यह भी कहा जा रहा है कि बच्चन परिवार के चारों सदस्यों को इसी हफ्ते अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। सभी का इलाज डॉ. बर्वे और डॉ. अंसारी की निगरानी में हो रहा है। ये दोनों डॉक्टर ही लंबे समय से बच्चन परिवार के मेडिकल कंसल्टेंट हैं।
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hi wite for you