38 साल बाद जिंदगी में दूसरी बार इतने दिन हॉस्पिटल में रहे अमिताभ, इससे पहले कुली हादसे के बाद हॉस्पिटल में 61 दिन तक रहे थे एडमिट कोरोना संक्रमण से उबर चुके अमिताभ बच्चन 2 अगस्त को नानावटी हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर घर पहुंच गए हैं। अमिताभ के जीवन में यह दूसरा मौका था जब वे इतने लम्बे समय तक हॉस्पिटल में एडमिट रहे। इसके पहले 1982 में कुली की शूटिंग के दौरान हुए हादसे के बाद अमिताभ करीब 61 दिन तक डॉक्टर्स की निगरानी में थे। अमिताभ ने घर आते ही सबसे पहले अपने फैन्स का शुक्रिया अदा किया। 38 साल पहले भर्ती हुए थे अमिताभ अमिताभ के साथ ये हादसा 24 जुलाई, 1982 को बेंगलुरु में हुआ था। फिल्म 'कुली' ले एक फाइट सीन की शूटिंग चल रही थी। सीन शूट हुआ।लोगों ने तालियां बजाईं और अमिताभ भी मुस्कुराए। लेकिन तभी उनके पेट में हल्का दर्द शुरू हुआ। टेबल का एक कोना उनके पेट में बुरी तरह चुभ गया था। 25 जुलाई को यह दर्द कम होने की बजाय बढ़ गया। 26 जुलाई को अमिताभ की स्थिति और बिगड़ गई। 28 जुलाई यानी ऑपरेशन के एक दिन बाद अमिताभ को निमोनिया भी हो गया। उनके शरीर में जहर फैलता जा रहा था, खून पतला हो रहा था। बाद में डॉक्टर्स के कहने पर एयरबस से 31 जुलाई की सुबह करीब 5 बजे मुंबई लाया गया। बिग बी को ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल की दूसरी मंजिल पर स्पेशल विजिलेंस वॉर्ड में रखा गया। 1 अगस्त की सुबह तक उनकी हालत में काफी सुधार था। 2 अगस्त को अचानक अमिताभ की कंडीशन फिर बिगड़ गई। शरीर में लगातार जहर फैल रहा था। डॉक्टर्स के मुताबिक, दोबारा ऑपरेशन करना जरूरी हो गया था। 3 घंटे तक ऑपरेशन चला और डॉक्टर्स ने पहली बार कहा कि अमिताभ की हालत नाजुक है। उन्हें दवाओं के साथ दुआओं की भी जरूरत है। तीन दिन बाद, बच्चन पहली बार फिजियोथैरेपिक मसाज, वॉकमैन पर हल्के जैज सुनने और परिवार के सदस्यों के लिए नोट लिखने के लिए बैठने में सक्षम हुए। और 24 सितंबर को आखिरकार अमिताभ को ब्रीच कैंडी अस्पताल से छुट्टी मिल गई। 2020 में कोरोना ने जकड़ा महानायक को 38 साल में दूसरी बार इतने लम्बे वक्त तक नानावटी हाॅस्पिटल में एडमिट रहना पड़ा। इन 22 दिनों के दौरान वे लगातार सोशल मीडिया पर सक्रिय रहे। विट्ठल भगवान की तस्वीर, रामचरित मानस के दोहे, गीता के श्लोक, हरिवंशराय बच्चन की रचनाएं और कई कोटेशन शेयर किए। ट्रोलर्स को जवाब भी दिया। मीडिया में उड़ी अफवाहों पर प्रतिक्रिया भी दी। हालांकि अभिषेक अभी भी कोरोना से संक्रमित हैं। इसलिए केवल अमिताभ ही घर वापस आए हैं। बिग बी और हॉस्पिटल की टाइमलाइन 9 फरवरी 2018 में भी बिग बी को रूटीन चेकअप के लिए लीलावती अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उन्हें गर्दन और रीढ़ में दर्द की समस्या थी। इसके पहले 2012 में भी सर्जरी के कारण, उन्हें 12 दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 2000 में एक रूटीन चेकअप में यह बात सामने आई थी कि उन्हें हेपेटाइटिस बी का संक्रमण हुआ था। 2008 में भी अमिताभ के बर्थडे के चंद दिनों बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में एडमिट करवाया गया था। उन्हें लगातार एबडॉमिनल पेन की शिकायत थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today after coolie accident Amitabh Bachchan second time Spend many days in hospital https://ift.tt/33giq80
कोरोना संक्रमण से उबर चुके अमिताभ बच्चन 2 अगस्त को नानावटी हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर घर पहुंच गए हैं। अमिताभ के जीवन में यह दूसरा मौका था जब वे इतने लम्बे समय तक हॉस्पिटल में एडमिट रहे। इसके पहले 1982 में कुली की शूटिंग के दौरान हुए हादसे के बाद अमिताभ करीब 61 दिन तक डॉक्टर्स की निगरानी में थे। अमिताभ ने घर आते ही सबसे पहले अपने फैन्स का शुक्रिया अदा किया।
38 साल पहले भर्ती हुए थे अमिताभ
अमिताभ के साथ ये हादसा 24 जुलाई, 1982 को बेंगलुरु में हुआ था। फिल्म 'कुली' ले एक फाइट सीन की शूटिंग चल रही थी। सीन शूट हुआ।लोगों ने तालियां बजाईं और अमिताभ भी मुस्कुराए। लेकिन तभी उनके पेट में हल्का दर्द शुरू हुआ। टेबल का एक कोना उनके पेट में बुरी तरह चुभ गया था। 25 जुलाई को यह दर्द कम होने की बजाय बढ़ गया। 26 जुलाई को अमिताभ की स्थिति और बिगड़ गई।
28 जुलाई यानी ऑपरेशन के एक दिन बाद अमिताभ को निमोनिया भी हो गया। उनके शरीर में जहर फैलता जा रहा था, खून पतला हो रहा था। बाद में डॉक्टर्स के कहने पर एयरबस से 31 जुलाई की सुबह करीब 5 बजे मुंबई लाया गया। बिग बी को ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल की दूसरी मंजिल पर स्पेशल विजिलेंस वॉर्ड में रखा गया। 1 अगस्त की सुबह तक उनकी हालत में काफी सुधार था।
2 अगस्त को अचानक अमिताभ की कंडीशन फिर बिगड़ गई। शरीर में लगातार जहर फैल रहा था। डॉक्टर्स के मुताबिक, दोबारा ऑपरेशन करना जरूरी हो गया था। 3 घंटे तक ऑपरेशन चला और डॉक्टर्स ने पहली बार कहा कि अमिताभ की हालत नाजुक है। उन्हें दवाओं के साथ दुआओं की भी जरूरत है। तीन दिन बाद, बच्चन पहली बार फिजियोथैरेपिक मसाज, वॉकमैन पर हल्के जैज सुनने और परिवार के सदस्यों के लिए नोट लिखने के लिए बैठने में सक्षम हुए। और 24 सितंबर को आखिरकार अमिताभ को ब्रीच कैंडी अस्पताल से छुट्टी मिल गई।
2020 में कोरोना ने जकड़ा
महानायक को 38 साल में दूसरी बार इतने लम्बे वक्त तक नानावटी हाॅस्पिटल में एडमिट रहना पड़ा। इन 22 दिनों के दौरान वे लगातार सोशल मीडिया पर सक्रिय रहे। विट्ठल भगवान की तस्वीर, रामचरित मानस के दोहे, गीता के श्लोक, हरिवंशराय बच्चन की रचनाएं और कई कोटेशन शेयर किए। ट्रोलर्स को जवाब भी दिया। मीडिया में उड़ी अफवाहों पर प्रतिक्रिया भी दी। हालांकि अभिषेक अभी भी कोरोना से संक्रमित हैं। इसलिए केवल अमिताभ ही घर वापस आए हैं।

बिग बी और हॉस्पिटल की टाइमलाइन
- 9 फरवरी 2018 में भी बिग बी को रूटीन चेकअप के लिए लीलावती अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उन्हें गर्दन और रीढ़ में दर्द की समस्या थी।
- इसके पहले 2012 में भी सर्जरी के कारण, उन्हें 12 दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 2000 में एक रूटीन चेकअप में यह बात सामने आई थी कि उन्हें हेपेटाइटिस बी का संक्रमण हुआ था।
- 2008 में भी अमिताभ के बर्थडे के चंद दिनों बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में एडमिट करवाया गया था। उन्हें लगातार एबडॉमिनल पेन की शिकायत थी।
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hi wite for you